" Bandit Bride " (20x23 inches / mixed digital media) I'm always interested in drawing parallels between the new and the old school. Highly infleunced by the Pulp fictions, Lugdi Sahitya, Vintage Sri Lankan comics, retro Bollywood, exploitation cinema and as well as contemporary fashion cores and Internet identity trends. I have been experimenting on making my own divine Frankenstein monsters using AI tools to talk about 'self-actualized exploitation'. * The model here is entirely AI generated and dramatized in post production for stroytelling purposes * . . . #mixeddigitalmedia #digitalcollage #collage #kolaj #aiart #pulpfiction #retrobollywood #exploitation #srilanka #lka #india #saskiafernandogallery #muvindubinoy https://www.instagram.com/p/Cpt7BgEINXx/?igshid=NGJjMDIxMWI=
I don’t know why, but I have some strange connection with this song and the eternal retro bollywood! 🎶 . . . #ayezindagigalelagale #ayezindagi #lovelife #lifeisbeautiful #life #zindagi #zindagikhubsurathai #retrobollywood #retrosongs #rajeshkhanna #oldsongs #oldisgold #oldsongsarethebest #evergreensongs (at The Centurion) https://www.instagram.com/p/CiFUPG_vtms/?igshid=NGJjMDIxMWI=
06.02.2023, लखनऊ | भारत की 'स्वर कोकिला' लता मंगेशकर जी की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा "श्रद्धांपूर्ण पुष्पांजलि" का आयोजन ट्रस्ट के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय, 25/2G, सेक्टर-25 में किया गया | कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल, ट्रस्ट के स्वयंसेवकों व लाभार्थियों ने 'स्वर कोकिला' भारत रत्न लता मंगेशकर जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर उन्हें श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि अर्पित की |
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि "लता मंगेशकर दीदी भले ही इस दुनिया से चली गईं हों, लेकिन उनकी मखमली आवाज हमेशा-हमेशा के लिए हमसब के दिल में उतर गई है । जमाना किसी का भी हो, रुहानी और खनकती आवाज का जादू हर उम्र-हर वर्ग के लोगों के सिर चढ़ कर बोलता है । लता जी एक ऐसी शख्सियत थी जिनकी गायकी के मुरीद माननीय तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गाँधी से लेकर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी हैं, और यही कारण है कि वे प्रभावित होकर उनसे मिलने उनके घर तक पहुंच जाया करते थे । सिर्फ संगीत प्रेमी ही नहीं, बल्कि उनकी गायकी को पसंद करने वाले हर-वर्ग के लोग शामिल हैं । सफलता की राह कभी भी आसान नहीं होती है। लता जी को भी अपना स्थान बनाने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पडा़ । नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा । मेरी आवाज़ ही पहचान है, गर याद रहे । यह गीत लोग कभी नहीं भूल सकते और लता जी का व्यक्तित्व भी इस गीत से झलकता है कि भले ही नाम गुम जाय या चेहरा बदल जाये पर उनकी आवाज़ कोई नहीं भूल सकता । आज भी जब देश-भक्ति के गीतों की बात चलती है तो सब से पहले लता जी के द्वारा गाए गये गीत “ऐ मेरे वतन के लोगों” का उदाहरण दिया जाता है । आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताते हुए लिखा था कि, "लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा । उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा । फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं । वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं ।" लता जी के व्यक्तित्व को शब्दों में बयान करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है आज उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर हम सभी उन्हें सादर नमन करते हैं |"