Minister Guru Rudra Kumar: कैबिनेट मंत्री गुरू रुद्र कुमार की बिगड़ी तबीयत, CM भूपेश बघेल ने जाना हालचाल
Minister Guru Rudra Kumar : छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री गुरु रूद्र कुमार की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए हैदराबाद भेजा किया गया है। शनिवार को मंत्री गुरु रुद्रकुमार स्टेट प्लेन से मंत्री हैदराबाद के लिए रवाना हुए हैं। इससे पूर्व उनका इलाज रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में चल रहा था। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार से टेलीफोन पर चर्चा कर उनके…
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#मात-पिता और बंधु आए, माया जोडन खूब सिखाए। #भक्ति ने ना लारा ल्याए, उल्टा ही पाठ पढ़ाया है। माता-पिता भाई बंधु रिश्तेदार ये सब माया जोड़ने के नये-नये तरीके ही सिखाते है। #भगवान व भक्ति करने की सीख सपने में भी बच्चों को नहीं देते। केवल #गुरू ही भक्ति सेवा करना सिखाता है एवं मोक्ष का मार्ग देता है जिससे मानव जीवन का कल्याण हो जाता है। Visit to- Sant Rampal Ji Maharaj Youtube channel . . . . #india #photos #photography #SaintRampalJi #spiritualsaintrampalji #mumbai #santrampaljimaharaj #KabirlsGod #TrueWayOfWorship #LordKabir #Greatchyren #TRUEGuru #SupremeGod #Sa_news_channel #SANews #SANewsChannel #SaintRampalJi #KabirisGod #marathi #god #maharashtra (at India) https://www.instagram.com/p/CnHPLrgyyNg/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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याकूब मेमनची कबर चर्चेत! पण लादेन, अजमल कसाब आणि अफझल गुरू या दहशतवाद्यांच्या मृतदेहांचं काय झालं?
याकूब मेमनची कबर चर्चेत! पण लादेन, अजमल कसाब आणि अफझल गुरू या दहशतवाद्यांच्या मृतदेहांचं काय झालं?
याकूब मेमनची कबर चर्चेत! पण लादेन, अजमल कसाब आणि अफझल गुरू या दहशतवाद्यांच्या मृतदेहांचं काय झालं?
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उस जगह पर थे इतने लोग उस किसी आस में, एक आशा में दिख रहे थे।क्या थी वो आशा, कोनसी थी वो जगह, और क्यो आए थे वो लोग वहाँ! वे जगह थी श्री प्रभु राम लाल जी महाराज के एक दरबार की, जगह एक बड़ा सा चितर जिसमे में बिन वस्त्रो के एक महाराज बैठे थे, और लेफ्ट side mei एक बड़ी se तस्वीर प्यारा सा मुख लिए जंगलो में बैठे बोले बाबा क��� थी, इतने सुंदर दो महा योगी के साथ एक चित्र था, धोती कुरता पहने, सफेद दाड़ी में, और बिल्कुल साधारण रूप में बैठे महान योगी की, जो बिल्कुल ऐसे दिखते थे जैसे दादा जी बैठे हो सामने, परंतु अंदर की ज्योति जगे हुए इंसान को उनकी तस्वीर से निकलता तेज और सुराज की रोशनी से निकलता हुआ उजला अंतर ज्योति से दिख जाता था ।वही इतनी तेज ज्योति वाले दरबार में एक तस्वीर श्री राम चंदर के रथ पर विराजित अवस्था में था, बहुत ही सुंदर रथ पर श्रृष्टि के सब से बड़े राम रस पीने वाले, हनुमान ।उस दरबार में मुख्य स्वरूपों के साथ बहुत से अन्य भगवान के सवरूप भी थे, दरबार के आगे बैठी संगत में आम बात थी, पर हर एक के साथ हुए गटना, जो सुनने में बिल्कुल ही आम नही थी,जिस में कुछ अलौकिक था जो धरती पर देख पाना थोड़ा कुछ न समझ आने वाली बात थी।वहाँ पार्षद बाटने के समय जब सब सभी भक्त अपने अपने प्रेम का मिल कर गूंगान् कर चुके थे, तब वहाँ पर्दा किये और दरबार के सामने एक आदमी खडा था, जहा हर कोई आस कर रहा था भोग लगने की, वह आदमी अपने वाणी में कह रहा था, की देखो... ये कोई आम दरबार नही है, (वैसे वहाँ पर मौजूद कोई इंसान इन बातो को सुनने में उतव्ला नही था, क्योंकि वह हर गुरु वार और एत्वार् को यही सुना करते थे, उस आदमी की वाणी से जादा वो उस दरबार को खुद अलौकिक शक्ति से पहचान और उनकी संसारिक शक्ति से अलग एक महान शक्ति को पहचान चुके थे।) अपनी बात पूरी करते हुए, :-ये जो आरती आप ने की ये धरती पर नही, गौलोक धाम पर भगवान कृष्ण की हुए जाने वाली आरती है, जिसमे गोपाल शरणम् की जगह गुरु देव शरणम् का परयोग कर उसी रूप में गाई जाता है, उस की भी एक कहानी है की कैसे ये आरती धरती पहुँची ।
उस जगह पर थे इतने लोग उस किसी आस में, एक आशा में दिख रहे थे।क्या थी वो आशा, कोनसी थी वो जगह, और क्यो आए थे वो लोग वहाँ! वे जगह थी श्री प्रभु राम लाल जी महाराज के एक दरबार की, जगह एक बड़ा सा चितर जिसमे में बिन वस्त्रो के एक महाराज बैठे थे, और लेफ्ट side mei एक बड़ी se तस्वीर प्यारा सा मुख लिए जंगलो में बैठे बोले बाबा की थी, इतने सुंदर दो महा योगी के साथ एक चित्र था, धोती कुरता पहने, सफेद दाड़ी में, और बिल्कुल साधारण रूप में बैठे महान योगी की, जो बिल्कुल ऐसे दिखते थे जैसे दादा जी बैठे हो सामने, परंतु अंदर की ज्योति जगे हुए इंसान को उनकी तस्वीर से निकलता तेज और सुराज की रोशनी से निकलता हुआ उजला अंतर ज्योति से दिख जाता था ।वही इतनी तेज ज्योति वाले दरबार में एक तस्वीर श्री राम ���ंदर के रथ पर विराजित अवस्था में था, बहुत ही सुंदर रथ पर श्रृष्टि के सब से बड़े राम रस पीने वाले, हनुमान ।उस दरबार में मुख्य स्वरूपों के साथ बहुत से अन्य भगवान के सवरूप भी थे, दरबार के आगे बैठी संगत में आम बात थी, पर हर एक के साथ हुए गटना, जो सुनने में बिल्कुल ही आम नही थी,जिस में कुछ अलौकिक था जो धरती पर देख पाना थोड़ा कुछ न समझ आने वाली बात थी।वहाँ पार्षद बाटने के समय जब सब सभी भक्त अपने अपने प्रेम का मिल कर गूंगान् कर चुके थे, तब वहाँ पर्दा किये और दरबार के सामने एक आदमी खडा था, जहा हर कोई आस कर रहा था भोग लगने की, वह आदमी अपने वाणी में कह रहा था, की देखो… ये कोई आम दरबार नही है, (वैसे वहाँ पर मौजूद कोई इंसान इन बातो को सुनने में उतव्ला नही था, क्योंकि वह हर गुरु वार और एत्वार् को यही सुना करते थे, उस आदमी की वाणी से जादा वो उस दरबार को खुद अलौकिक शक्ति से पहचान और उनकी संसारिक शक्ति से अलग एक महान शक्ति को पहचान चुके थे।) अपनी बात पूरी करते हुए, :-ये जो आरती आप ने की ये धरती पर नही, गौलोक धाम पर भगवान कृष्ण की हुए जाने वाली आरती है, जिसमे गोपाल शरणम् की जगह गुरु देव शरणम् का परयोग कर उसी रूप में गाई जाता है, उस की भी एक कहानी है की कैसे ये आरती धरती पहुँची ।
गुरू देव शरणम्, गुरुदेव नमामि
https://poetrystrainedbeauty.blogspot.com/2022/08/blog-post_25.html
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#गुरू ही #ब्रह्मा गुरु ही #विष्णु गुरू में सारे #जग समाये, #श्रीराम अधूरे #वशिष्ठ बिन, #कृष्ण संदीपन बिन #बौराये... . . . . . . . . .. . . . .. . . .. . #happybirthday @happy_birthday_status @acharya_balkrishna @swaamiramdev #jadibuti #ACHARYABALKRISHNA Acharya Bal Krishna #happybirthday @aryaraj08 https://www.instagram.com/p/CgzwE-cvq3Y/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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अमेरिकेच्या ड्रोन हल्ल्यात ओसामा बिन लादेनचा गुरू अयमान अल्-जवाहिरी ठार
अमेरिकेच्या ड्रोन हल्ल्यात ओसामा बिन लादेनचा गुरू अयमान अल्-जवाहिरी ठार
अमेरिकेच्या ड्रोन हल्ल्यात ओसामा बिन लादेनचा गुरू अयमान अल्-जवाहिरी ठार
अमेरिकेने अल्- कायदाचा नेता अयमान अल्-जवाहिरीला अफगाणिस्तानमध्ये एका ड्रोन हल्ल्यात ठार केलं आहे. अमेरिकेचे राष्ट्राध्यक्ष जो बायडन यांनी या वृत्ताला दुजोरा दिला आहे.
अमेरिकेने अल्- कायदाचा नेता अयमान अल्-जवाहिरीला अफगाणिस्तानमध्ये एका ड्रोन हल्ल्यात ठार केलं आहे. अमेरिकेचे राष्ट्राध्यक्ष जो बायडन यांनी या वृत्ताला दुजोरा…
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