“श्रीराम जन्म महोत्सव “दि. १७ अप्रैल २०२४ को पूर्ण सनातनब्रह्म भगवान् श्रीराम का प्राकट्य महोत्सव श्रीरामनवमी महापर्व है।श्रीतिरुपति बालाजी मन्दिर,भक्ति वाटिका, रामानुजाचार्य मार्ग, कसया रोड, देवरिया में श्रीराम जन्म महोत्सव परसों मंदिर की परम्परा के अनुसार मनाया जायेगा।प्रात:काल श्रीवेंकटेश्वर भगवान् का नित्य आराधन के बाद अभिषेक,श्रृंगार आदि होगा।मध्याह्न १२ बजे श्रीरामजन्म महोत्सव की १०८…
सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता और रोग के जीवन जीता है। फिर मोक्ष को प्राप्त होता हैं
#मात-पिता और बंधु आए, माया जोडन खूब सिखाए। #भक्ति ने ना लारा ल्याए, उल्टा ही पाठ पढ़ाया है। माता-पिता भाई बंधु रिश्तेदार ये सब माया जोड़ने के नये-नये तरीके ही सिखाते है। #भगवान व भक्ति करने की सीख सपने में भी बच्चों को नहीं देते। केवल #गुरू ही भक्ति सेवा करना सिखाता है एवं मोक्ष का मार्ग देता है जिससे मानव जीवन का कल्याण हो जाता है। Visit to- Sant Rampal Ji Maharaj Youtube channel . . . . #india #photos #photography #SaintRampalJi #spiritualsaintrampalji #mumbai #santrampaljimaharaj #KabirlsGod #TrueWayOfWorship #LordKabir #Greatchyren #TRUEGuru #SupremeGod #Sa_news_channel #SANews #SANewsChannel #SaintRampalJi #KabirisGod #marathi #god #maharashtra (at India) https://www.instagram.com/p/CnHPLrgyyNg/?igshid=NGJjMDIxMWI=
#GodMorningTuesday वर्तमान में सिर्फ #संतरामपालजी महाराज ही हैं जो #शास्त्र अनुकूल सत् #भक्ति #विधि से #भक्त समाज को काल के दुखों से बचाने के लिए #संघर्ष कर रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी से #नि:शुल्क नाम #उपदेश लेने के लिए यह #फार्म भरें 👇👇 http://bit.ly/NamDiksha https://www.instagram.com/p/CmFwpvLSSXy/?igshid=NGJjMDIxMWI=
ईसा जी को क्रश करने के बाद पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब, ईसा जी का रूप धारण करके अनेकों जगह प्रकट होकर शिष्यों को दिखाई देने लगे। यदि परमेश्वर नहीं आते तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भी व्यक्ति भक्ति साधना नहीं करता, नास्तिक हो जाते।
इससे पहले कि मैं जीवन की खोज के सम्बंध में कुछ कहूं, प्रारम्भिक रूप से यह कहना जरूरी है कि जिसे हम जीवन समझते हैं, उसे जीवन समझने का कोई भी कारण नहीं है। और जब तक यह स्पष्ट न हो जाए, और जब तक हमारे…
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॥ श्रद्धा ॥महानुभाव! आप सभी निम्नलिखित संदर्भ को अवश्य पढ़ें।भगवान् श्रीमन्नारायण कोई ऐतिहासिक या भौगोलिक वस्तु नही है, जिसे हम काल या किसी देश विशेष में देख सकें, उन्हें देखने के लिए श्रद्धा की परम आवश्यकता है ।श्रद्धावित्तो भूत्वा आत्मन्येव आत्मानं पश्येत् ।{ माध्यन्दिनशतपथ }श्रीभगवान् के दिव्य पादपद्मों में निष्ठा होने दृढ़ होने के लिए श्रद्धा के साथ उनकी दिव्य कथाओं को सुनना परम आवश्यक है –…
गरीब, एक राम कहते राम है, जिनके दिल हैं एक। बाहिर भीतर रमि रह्या, पूर्ण ब्रह्म अलेख।।
जिन साधकों का दिल परमात्मा में रम (लीन हो) गया, वे एक परमात्मा का नाम जाप करके राम हो जाते हैं यानि आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करके देव के समान पद प्राप्त कर लेते हैं यानि देवताओं जितनी आध्यात्मिक शक्ति वाले हो जाते हैं। परमात्मा शरीर के कमलों में तथा बाहर सब जगह विद्यमान है।
संत रामपाल जी महाराज विश्व के एकमात्र सतगुरु हैं जिनको सत्संग करने तथा नाम दीक्षा देने का अधिकार है। (एक समय में पूर्ण गुरु पूरे विश्व में एक ही होता है।) इनके अतिरिक्त किसी भी धर्मगुरु या कथावाचक को सत्संग का अधिकार नहीं है।
संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक ज्ञान का डंका सारे विश्व में बज रहा है। समाज सुधार और मानव कल्याण के अद्भुत काम करने वाले ऐसे महान संत की महिमा के चर्चे घर-घर में हो रहे हैं। उन्हीं परम संत रामपाल जी महाराज का 8 सितंबर को अवतरण दिवस है।
संत रामपाल जी महाराज जी ने तत्वज्ञान द्वारा समझाया है कि यदि आज हम किसी से रिश्वत लेते हैं तो अगले जन्म में पशु बनकर उसका ऋण उतारना पड़ेगा। व इस जन्म में भी कष्ट पर कष्ट सहन करने पड़ेंगे।
इस कारण उनके ज्ञान से परिचित होकर लाखों लोगों ने इस कुरीति से तौबा कर ली है।
समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज जी दहेज जैसी कुरीति को जड़ से खत्म करने के साथ-साथ कन्या भ्रूण हत्याएं, छुआ छूत, तेरहवीं, मृत्यु भोज व नशे जैसी अन्य बुराइयों को भी समाज से दूर कर रहे हैं।
जहां आज़ दहेज के कारण न जाने कितनी ही बहन बेटियों को समाज में जिंदा जला दिया जाता है, या फिर बहुत से कष्ट दिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर समाज सुधारक परम संत रामपाल जी महाराज जी अपने अनुयायियों को दहेज मुक्त विवाह करने की शिक्षा देकर दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं। बहन बेटियों को समाज में सम्मान के साथ जीने का अधिकार दे रहे हैं।
समाज में फैली कुरीतियों और पाखंडवाद को जड़ से समाप्त करके स्वच्छ समाज का निर्माण करने वाले महान संत रामपाल जी महाराज जी ही है ।
प्रेत बाधाओं से पीड़ित लोग जहां जगह-जगह लुट पिट कर भी समस्याओं से ग्रस्त रहते थे, वहीं संत रामपाल जी महाराज जी ने ऐसी सतभक्ति दी कि सिर्फ नाम का जाप करने से सदा के लिए ऐसी प्रेत बाधा दूर हो जाती है।
नशा मुक्त समाज का निर्माण अपने आध्यात्मिक ज्ञान से संत रामपाल जी महाराज जी कर रहे हैं ।
एक तरफ जहां नि:संतान को समाज में हेयदृष्टि से देखा जाता था। वहीं संत रामपाल जी महाराज जी ने इस गलत धारणा को अपने अद्वितीय तत्वज्ञान से नष्ट कर दिया और बताया कि नि:संतान तो बहुत ही पुण्यकर्मी प्राणी होता है। क्योंकि उसका किसी से कोई लेना देना बकाया नहीं है। सतगुरु शरण में आकर उसका सहज मोक्ष हो सकता है।
आम समाज मे��� बेटे व बेटियों में बहुत फर्क समझा जाता रहा है। इसी सोच का शिकार होकर कुछ लोग कन्या भूर्ण हत्या जैसा भयंकर अपराध भी कर बैठते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ने ये लिंग भेद स्थाई रूप से समाप्त किया है व उनके शिष्य लड़के व लड़की में किसी प्रकार का भेद नहीं समझते।
अश्लील फ़िल्मों से समाज में बढ़ती अश्लीलता, छोटे कपड़ों का चलन आम हो गया है।
वहीं संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी उनके बताए सतमार्ग पर चलकर फिल्में, सिरियल, अश्लील गाने आदि पूर्ण रूप से त्याग चुके हैं। जो कि समाज सुधार की अद्भुत पहल है।
जिस संत के आध्यात्मिक ज्ञान से आज लाखों लोग सामाजिक बुराइयों को छोड़ शास्त्रानुकूल सतभक्ति कर रहे हैं। 8 सितंबर को उन परम संत रामपाल जी महाराज जी का अवतरण दिवस है।