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#आशीर्वचन
prakhar-pravakta · 20 days
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भंडारा प्रसाद के साथ कथा महोत्सव का विश्राम आज संस्कृति सरिता सदा प्रवाहित रहे-श्रीमद जगतगुरु
सतना। श्रीमद भागवत कथा महोत्सव के विश्राम दिवस के अवसर पर पूर्णाहुति एवं हवन में पधारे पुरानीलंका आश्रम चित्रकूट पीठाधीश्वर रामानुजाचार्य श्रीमद जगतगुरु जी महाराज का किटहा ग्राम के खेर माता प्रांगण में जयघोष के साथ पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत हुआ। व्यासपीठ से अपने आशीर्वचन संदेश में श्री स्वामी जी ने कहा कि कथा श्रवण कर रहे सभी सौभाग्यशाली धर्मप्रेमीजनों बड़ा दुःख का विषय है संस्कृति सरिता सूख रही…
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jyotishwithakshayg · 5 months
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Ravana as Acharya for Rameshwaram : भगवान श्री राम द्वारा रावण को रामेश्वरम् देवस्थान के लिए आचार्य के स्वरुप में सम्मान देना
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भगवान श्री राम द्वारा रामेश्वरम् देवस्थान के लिए रावण को आचार्य स्वीकारना बाल्मीकि रामायण और तुलसीकृत रामायण में इस कथा का वर्णन नहीं है, पर तमिल भाषा में लिखी *महर्षि कम्बन की #इरामावतारम्# में यह कथा है.!
(अद्भुत प्रसंग, भावविभोर करने वाला प्रसंग जरुर पढ़ें)
रावण केवल शिवभक्त, विद्वान एवं वीर ही नहीं, अति-मानववादी भी था..! उसे भविष्य का पता था..! वह जानता था कि श्रीराम से जीत पाना उसके लिए असंभव है..!
जब श्री राम ने खर-दूषण का सहज ही बध कर दिया, तब तुलसी कृत मानस में भी रावण के मन भाव लिखे हैं--! खर दूसन मो सम बलवंता.! तिनहि को मरहि बिनु भगवंता.!! रावण के पास जामवंत जी को #आचार्यत्व# का निमंत्रण देने के लिए लंका भेजा गया..! जामवन्त जी दीर्घाकार थे, वे आकार में कुम्भकर्ण से तनिक ही छोटे थे.! लंका में प्रहरी भी हाथ जोड़कर मार्ग दिखा रहे थे.! इस प्रकार जामवन्त को किसी से कुछ पूछना नहीं पड़ा.! स्वयं रावण को उन्हें राजद्वार पर अभिवादन का उपक्रम करते देख जामवन्त ने मुस्कराते हुए कहा कि मैं अभिनंदन का पात्र नहीं हूँ.! मैं वनवासी राम का दूत बनकर आया हूँ.! उन्होंने तुम्हें सादर प्रणाम कहा है.! रावण ने सविनय कहा -- आप हमारे पितामह के भाई हैं.! इस नाते आप हमारे पूज्य हैं.! कृपया आसन ग्रहण करें.! यदि आप मेरा निवेदन स्वीकार कर लेंगे, तभी संभवतः मैं भी आपका संदेश सावधानी से सुन सकूंगा.! जामवन्त ने कोई आपत्ति नहीं की.! उन्होंने आसन ग्रहण किया.! रावण ने भी अपना स्थान ग्रहण किया.! तदुपरान्त जामवन्त ने पुनः सुनाया कि वनवासी राम ने सागर-सेतु निर्माण उपरांत अब यथाशीघ्र महेश्व-लिंग-विग्रह की स्थापना करना चाहते हैं.! इस अनुष्ठान को सम्पन्न कराने के लिए उन्होंने ब्राह्मण, वेदज्ञ और शैव रावण को आचार्य पद पर वरण करने की इच्छा प्रकट की है.! "मैं उनकी ओर से आपको आमंत्रित करने आया हूँ.!" प्रणाम.! प्रतिक्रिया, अभिव्यक्ति उपरान्त रावण ने मुस्कान भरे स्वर में पूछ ही ल���या..! "क्या राम द्वारा महेश्व-लिंग-विग्रह स्थापना लंका-विजय की कामना से किया जा रहा है..?" "बिल्कुल ठीक.! श्रीराम की महेश्वर के चरणों में पूर्ण भक्ति है..!" जीवन में प्रथम बार किसी ने रावण को ब्राह्मण माना है और आचार्य बनने योग्य जाना है.! क्या रावण इतना अधिक मूर्ख कहलाना चाहेगा कि वह भारतवर्ष के प्रथम प्रशंसित महर्षि पुलस्त्य के सगे भाई महर्षि वशिष्ठ के यजमान का आमंत्रण और अपने आराध्य की स्थापना हेतु आचार्य पद अस्वीकार कर दे..? रावण ने अपने आपको संभाल कर कहा –"आप पधारें.! यजमान उचित अधिकारी है.! उसे अपने दूत को संरक्षण देना आता है.! राम से कहिएगा कि मैंने उसका आचार्यत्व स्वीकार किया.!"
जामवन्त को विदा करने के तत्काल उपरान्त लंकेश ने सेवकों को आवश्यक सामग्री संग्रह करने हेतु आदेश दिया और स्वयं अशोक वाटिका पहुँचे, जो आवश्यक उपकरण यजमान उपलब्ध न कर सके जुटाना आचार्य का परम कर्त्तव्य होता है.! रावण जानता है कि वनवासी राम के पास क्या है और क्या होना चाहिए.!
अशोक उद्यान पहुँचते ही रावण ने सीता से कहा कि राम लंका विजय की कामना से समुद्रतट पर महेश्वर लिंग विग्रह की स्थापना करने जा रहे हैं और रावण को आचार्य वरण किया है..!
"यजमान का अनुष्ठान पूर्ण हो यह दायित्व आचार्य का भी होता है.! तुम्हें विदित है कि अर्द्धांगिनी के बिना गृहस्थ के सभी अनुष्ठान अपूर्ण रहते हैं.! विमान आ रहा है, उस पर बैठ जाना.! ध्यान रहे कि तुम वहाँ भी रावण के अधीन ही रहोगी.! अनुष्ठान समापन उपरान्त यहाँ आने के लिए विमान पर पुनः बैठ जाना.!"
स्वामी का आचार्य अर्थात स्वयं का आचार्य.!
यह जान, जानकी जी ने दोनों हाथ जोड़कर मस्तक झुका दिया.!
स्वस्थ कण्ठ से "सौभाग्यवती भव" कहते रावण ने दोनों हाथ उठाकर भरपूर आशीर्वाद दिया.!
सीता और अन्य आवश्यक उपकरण सहित रावण आकाश मार्ग से समुद्र तट पर उतरे.!
" आदेश मिलने पर आना" कहकर सीता को उन्होंने विमान में ही छोड़ा और स्वयं राम के सम्मुख पहुँचे.!
Lord Shri Ram accepting Ravana as Acharya for Rameshwaram Devasthan. Ravana as Acharya for Rameshwaram
जामवन्त से संदेश पाकर भाई, मित्र और सेना सहित श्रीराम स्वागत सत्कार हेतु पहले से ही तत्पर थे.! सम्मुख होते ही वनवासी राम आचार्य दशग्रीव को हाथ जोड़कर प्रणाम किया.!
" दीर्घायु भव.! लंका विजयी भव.!"
दशग्रीव के आशीर्वचन के शब्द ने सबको चौंका दिया.!
सुग्रीव ही नहीं विभीषण की भी उन्होंने उपेक्षा कर दी.! जैसे वे वहाँ हों ही नहीं.!
भूमि शोधन के उपरान्त रावणाचार्य ने कहा..!
लंकाधीश रावण कि मांग "यजमान.! अर्द्धांगिनी कहाँ है.? उन्हें यथास्थान आसन दें.!"
श्रीराम ने मस्तक झुकाते हुए हाथ जोड़कर अत्यन्त विनम्र स्वर से प्रार्थना की, कि यदि यजमान असमर्थ हो तो योग्याचार्य सर्वोत्कृष्ट विकल्प के अभाव में अन्य समकक्ष विकल्प से भी तो अनुष्ठान सम्पादन कर सकते हैं..!
"अवश्य-अवश्य, किन्तु अन्य विकल्प के अभाव में ऐसा संभव है, प्रमुख विकल्प के अभाव में नहीं.! यदि तुम अविवाहित, विधुर अथवा परित्यक्त होते तो संभव था.! इन सबके अतिरिक्त तुम संन्यासी भी नहीं हो और पत्नीहीन वानप्रस्थ का भी तुमने व्रत नहीं लिया है.! इन परिस्थितियों में पत्नीरहित अनुष्ठान तुम कैसे कर सकते हो.?"
" कोई उपाय आचार्य.?"
"आचार्य आवश्यक साधन, उपकरण अनुष्ठान उपरान्त वापस ले जाते हैं.! स्वीकार हो तो किसी को भेज दो, सागर सन्निकट पुष्पक विमान में यजमान पत्नी विराजमान हैं.!"
श्रीराम ने हाथ जोड़कर मस्तक झुकाते हुए मौन भाव से इस सर्वश्रेष्ठ युक्ति को स्वीकार किया.! श्री रामादेश के परिपालन में, विभीषण मंत्रियों सहित पुष्पक विमान तक गए और सीता सहित लौटे.!
"अर्द्ध यजमान के पार्श्व में बैठो अर्द्ध यजमान .."
आचार्य के इस आदेश का वैदेही ने पालन किया.!
गणपति पूजन, कलश स्थापना और नवग्रह पूजन उपरान्त आचार्य ने पूछा - लिंग विग्रह.?
यजमान ने निवेदन किया
नाया गया.! श्री सीताराम ने वही महेश्वर लिंग-विग्रह स्थापित किया.!
आचार्य ने परिपूर्ण विधि-विधान के साथ अनुष्ठान सम्पन्न कराया.!
अब आती है बारी आचार्य की दक्षिणा की..!
रामेश्वरम् देवस्थान में आचार्य बने रावण की दक्षिणा ?
श्रीराम ने पूछा - "आपकी दक्षिणा.?"
पुनः एक बार सभी को चौंकाया … आचार्य के शब्दों ने..
"घबराओ नहीं यजमान.! स्वर्णपुरी के स्वामी की दक्षिणा सम्पत्ति नहीं हो सकती.! आचार्य जानते हैं कि उनका यजमान वर्तमान में वनवासी है.."
"लेकिन फिर भी राम अपने आचार्य की जो भी माँग हो उसे पूर्ण करने की प्रतिज्ञा करता है.!"
"आचार्य जब मृत्यु शैय्या ग्रहण करे तब यजमान सम्मुख उपस्थित रहे ….." आचार्य ने अपनी दक्षिणा मांगी.!
"ऐसा ही होगा आचार्य.!" यजमान ने वचन दिया और समय आने पर निभाया भी----- " रघुकुल रीति सदा चली आई.! " प्राण जाई पर वचन न जाई.!!"
यह दृश्य वार्ता देख सुनकर उपस्थित समस्त जन समुदाय के नयनाभिराम प्रेमाश्रुजल से भर गए.! सभी ने एक साथ एक स्वर से सच्ची श्रद्धा के साथ इस अद्भुत आचार्य को प्रणाम किया.!
रावण जैसे भविष्यदृष्टा ने जो दक्षिणा माँगी, उससे बड़ी दक्षिणा क्या हो सकती थी.? जो रावण यज्ञ-कार्य पूरा करने हेतु राम की बंदी पत्नी को शत्रु के समक्ष प्रस्तुत कर सकता है, वह राम से लौट जाने की दक्षिणा कैसे मांग सकता है.?
( रामेश्वरम् देवस्थान में लिखा हुआ है कि इस ज्योतिर्लिंग की स्थापना श्रीराम ने रावण द्वारा करवाई थी)
!! यह है रावण का एक ब्राह्मण स्वरुप जो सम्माननीय है!!
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sharpbharat · 7 months
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jamshedpur Rambha College - रंभा कॉलेज में स्नातक के नए सत्र के विद्यार्थियों का तिलक लगाकर किया गया स्वागत, कौशिक मंडल मिस्टर और मंजरी हेम्ब्रम मिस फ्रेशर्स घोषित
जमशेदपुर: रंभा कॉलेज गितिलता में स्नातक के सत्र 2023- 2027 के विद्यार्थियों का मंगलवार को अभिनंदन सह स्वागत समारोह का आयोजन किया गया.इस आयोजन में सभी विद्यार्थियों का स्वागत तिलक लगाकर स्वागत किया गया. नए विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कॉलेज के सीनियर छात्र-छात्राओं ने स्वागत भाषण दिया.विद्यार्थियों को आशीर्वचन देते हुए कॉलेज के चेयरमैन रामबचन ने कहा कि सभी विद्यार्थियों को कॉलेज प्रबंधन की ओर…
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newswave-kota · 11 months
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बारां में 2222 वर-वधुओं का एक साथ पाणिग्रहण रचेगा नया विश्व कीर्तिमान
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सर्वधर्म महासंगम: 2 हजार बीघा भूमि में बनाये 34 पांडाल, निशुल्क सर्वधर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन में 5 लाख लोग बनेंगे साक्षी, गांव-ढाणी में बैंडबाजों की धूम न्यूजवेव @ कोटा अन्नपूर्णा नगरी बारां में श्रीमहावीर गौशाला कल्याण संस्थान द्वारा 26 मई को विहंगम सर्वधर्म निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित होगा। इसमें सभी जाति-समुदायों के 2222 जोडों का विवाह होगा, जिसमें 2111 हिन्दू समाज एवं 111 मुस्लिम समाज से होंगे। वर-वधू, उनके परिवारों सहित 5 लाख से अधिक नागरिक शामिल होंगे। शुक्रवार प्रातः 10ः15 बजे शुभ मुहुर्त में वरमाला कार्यक्रम एवं अपरान्ह 12ः15 बजे से सामूहिक पाणिग्रहण संस्कार विधी विधानपूर्वक सम्पन्न होगा। इस महासंगम में मालवा के गौसेवक संत पं.कमल किशोर नागरजी, पं.प्रभूजी नागर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष वर-वधुओं को आशीर्वचन देंगे।
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संस्थान के अध्यक्ष गौतम कुमार बोरडिया ने बताया कि इस महाआयोजन के प्रेरणास्त्रोत खनन व गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया एवं जिला प्रमुख उर्मिला भाया के नेतृत्व में बारां-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर एसकेजी के सामने 20000 बीघा कृषि भूमि में विशाल पांडाल बनाया गया है। जिसके लिये 60 काश्तकारों ने अपनी कृषि भूमि निशुल्क उपलब्ध कराई है। 3.25 लाख वर्गफीट वरमाला पांडाल सहित 34 पांडाल बनाये गये है। यहां 4400 कॉटेज टेंट लगाये गये हैं। कई काश्तकारों द्वारा कुँए व ट्यूबवेल द्वारा पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। अनूठे आयोजन को सफल बनाने के लिये 24 से अधिक उप समितियांे में 15 हजार कार्यकर्ता 24 घंटे निस्वार्थ सेवायें दे रहे हैं। महासंकल्प को करेंगे साकार
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बारां विधायक पानाचंद मेघवाल ने बताया कि आयोजन के प्रेरणास्त्रोत खनन व गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया एवं संस्था के सदस्यों ने संकल्प लिया था कि कुछ वर्षों से निरंतर बर्बाद हुई फसलों, महंगाई की मार और कोरोना महामारी से निर्धन परिवारों की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर हो गई, जिनके परिवारों को संबल देते हुये विशाल सर्वधर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाये। यह संकल्प पूरा होगा। संस्था के भामाशाहों की मदद से गृहस्थ जीवन के लिये आवश्यक सामग्री, मंगलसूत्र, सोने-चांदी के आभूषण, कपड़े, रसोई के बर्तन, पलंग, एलईडी, फ्रीज, कूलर, पंखा, मिक्सर, प्रेस आदि भेंट किये जायेंगे। गांव-ढाणियों में हल्दी-मेंहदी की रस्में जिले के गाँव-ढाणी में वर वधुओं के घरों में मेहंदी एवं हल्दी की रस्में प्रारंभ हो गयी है। आयोजन समिति की बैठक में अध्यक्ष गौतम कुमार बोरडिया ,मंत्री प्रमोद जैन भाया, जिला प्रमुख उर्मिला भाया, विधायक पाना चन्द मेघवाल,विधायक निर्मला सहरिया आदि बाहर से आने वाले मेहमानों के स्वागत भोजन, आवास वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था का जायजा लिया। 2000 हलवाई बना रहे प्रसादी
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युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष यश जैन भाया ने बताया कि भोजन शाला में लगभग 2 हजार हलवाई, 6000 वेटर्स आदि भोजन प्रसादी के कार्य में जुटे हैं। लगभग 1500 टेंटकर्मी एक माह से कार्य कर रहे हैं। विवाह स्थल पर लगभग 50 हजार दुपहिया, चार पहिया, बस,ट्रैक्टर ट्रॉलियों आदि के व्यवस्थित पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। बिजली, पानी सफाई,वर-वधु उपहार, वाहन आदि व्यवस्थाओं में हजारों कार्यकर्ताओं की टीमें जुटी हुई हैं। Read the full article
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abhinews1 · 1 year
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स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ माधव नगर विद्यार्थी कार्यविभाग
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स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ माधव नगर विद्यार्थी कार्यविभाग
अभी न्यूज़ मथुरा(अनुज) द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर,माधवपुरी में युवा महोत्सव कार्यक्रम रखा गया जिसमें मुख्य वक्ता क्रांतिकारी संत पूज्य श्री सत्यमित्रानंद जी महाराज अधिकारी श्री मान वेदप्रकाश जी मा० संघचालक माधव नगर कार्यक्रम अध्यक्ष श्री मान नवल जी रहे। कार्यक्रम की शुरुआत हर्ष जी के गण गीत के साथ हुई फिर कुलदीप जी द्वारा ऊर्जावान कविता का वाचन हुआ फिर विवेकानंद जी की प्रतिमा पर दीप जलाकर और पुष्पार्चन करके कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया जतिन जी के अमृत वचन और गोविंद बिहारी जी के एकल गीत के पश्चात अधिकारी महोदय बौद्धिक रहा फिर मुख्य वक्ता क्रांतिकारी संत पूज्य श्री सत्यमित्रानंद जी महाराज का स्वामी विवेकानंद जी पर ऊर्जावान उद्बोधन प्राप्त हुआ अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष द्वारा आशीर्वचन देकर कार्यक्रम समाप्त हुआ कार्यक्रम का संचालन अजय जी,प्रणव जी,अनुराग जी और यशपाल जी ने किया। कार्यक्रम में श्रीमान अजय जी भाई साहब नगर कार्यवाह माधव नगर प्रणव जी बाल कार्य प्रमुख माधव नगर अनुराग जी से विद्यार्थी प्रमुख माधव नगर यशपाल जी भाग शारीरिक प्रमुख बलराम भाग गोविंद बिहारी जी महानगर विद्यार्थी प्रचारक श्रीओम जी महानगर बौद्धिक प्रमुख एवं पालक अधिकारी माधव नगर विजय जी धर्म जागरण महानगर संयोजक,पवन जी भाग बौद्धिक प्रमुख,नीरज जी नगर प्रचार प्रमुख,राम गोपाल जी नगर बौद्धिक प्रमुख,रमेश जी भाग सेवा प्रमुख,कुलदीप जी भाग विद्यार्थी बौद्धिक प्रमुख,शिवम जी भाग विद्यार्थी प्रमुख आदि कार्यकर्ता रहे।
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स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ माधव नगर विद्यार्थी कार्यविभाग Read the full article
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ianilraj01 · 1 year
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आज मेरे अभिभावक और #भारतीय_किसान_मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. @idevendrabkm जी ने फ़ोन कर #रुद्रसेना के लिए शुभाकामनाएं और आशीर्वाद प्रदान किया। साथ ही 1 साल के भीतर रुद्र🔱सेना में 1 लाख नए #रुद्रसैनिकों की भर्ती का लक्ष्य दिया है जो की हम सभी रुद्रसैनिकों के लिए एक प्रेरणाश्रोत लक्ष्य है और आने वाले दिनों में यह लक्ष्य हर एक #रुद्रसैनिक के लिए आशीर्वचन साबित होगा। आज हम अपने मुखिया और अभिभावक आदरणीय देवेन्द्र तिवारी जी को वचन देते हैं कि आने वाले दिनों में तय समय से पहले ही आपके इस आदेश का पालन होगा और जल्द ही लखनऊ में एक बड़ा सम्मेलन कर इसकी घोषणा की जाएगी। जय जवान-जय किसान-जय संविधान... जय #रुद्रसेना आपका अपना चौधरी अनिल कुमार राज (प्रिंसराज) राष्ट्रीय अध्यक्ष, रुद्र 🔱 सेना... (at Choudhry Anil Kumar Raj) https://www.instagram.com/p/Ckp-qsOP3lp/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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nainitaltourism · 2 years
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प्रकृति प्रेम और ��रियाली को समर्पित लोकपर्व *हरेला त्यौहार* की आप सभी को सपरिवार हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ ...!!!!! ऋतुओं का यह त्यौहार आपके जीवन में सुख, समृद्धि, सफलता और ख़ुशियाँ लाए..!!!!! आओ हम सब मिलकर की इस #हरेला# पर्व पर अधिक से अधिक संख्या में #पौधारोपण# करें..!!! 🌷आशीर्वचन🌷 जी रया, जागि रया, यो दिन, यो महैंण कैं नित-नित भ्यटनै रया। दुब जस पगुर जया, धरती जस चाकव, आकाश जस उच्च है जया। स्यूं जस तराण ऐ जौ, स्याव जसि बुद्धि है जौ, । हिमालय में ह्यू छन तक, गंगा में पाणी छन तक, जी रया, जागि रया। तुम जीते रहो और जागरूक बने रहो, हरेले का यह दिन-बार आता रहे, आपका परिवार दूब की तरह पनपता रहे, धरती जैसा विस्तार मिले, आकाश की तरह उच्चता प्राप्त हो, सिंह जैसी ताकत और सियार जैसी बुद्धि मिले, हिमालय में हिम रहने और गंगा में पानी बहने तक इस संसार में तुम बने रहो। @uttarakhand_tourismofficial @incredibleindia @ndtv @zeenews @aajtak #harela #हरेला #Nainital #Monsoon #नैनीताल #उत्तराखंड #uttarakhand (at Nainital The Lake District of India) https://www.instagram.com/p/CgDyfYoqe67/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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chandramurty · 2 years
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।।क्षणभंगुर जीवन।।
“हम क्या कहें अहबाब, क्या कार-ए-नुमायाँ कर गए, बी-ए हुए, नौकर हुए, पिंशिन मिली, फिर मर गए..”
अकबर इलाहाबादी का ये मशहूर शेर, हमारी ज़िंदगी का एक मुख्त़सर सा नक़्शा हमारे सामने रखता है।पर ये तो एक नियत ढर्रे पर चलने वाली ज़िन्दगी की कहानी है।
पिछले २ सालों में एक सच्चाई और ज़ोरों से उभर कर सामने आई है।लोग ज़िंदगी भर भविष्य के सपने बुनते रहे और एक महामारी ने सब कुछ धराशायी कर दिया।
कितने परिवार छिन्न भिन्न हो गये।इस दैवी आपदा को अगर भूल भी जायें तो भी जीवन की अनिश्चितता तो अपने रंग हमें दिखाती ही रहती है।
“Sometimes the best laid plans of the men and mice, end up looking as the cat’s breakfast.”
ये कहावत हमारी ज़िंदगी पर बख़ूबी लागू होती है।हमलोग खुद को अजर अमर समझ कर जीवन को भोगने में लगे रहते हैं। मृत्यु ने हमें बालों से पकड़ा हुआ है,ये सोच कर पारिवारिक एवं सामाजिक धर्म का निर्वाह करना चाहिए, ऐसा विद्वानों का मंतव्य है।
जीवन तो क्षणभंगुर है और जो हमारे पास है वो तो बस यही एक पल है।जीवन उसी ने जिया जिसने इस पल की महत्ता को समझ इसे सार्थक कर लिया।
रोमन कवि Horace की प्रसिद्ध पंक्तियां हैं “Carpe diem quam minimum credula postero” अर्थात् वर्त्तमान का पूर्ण उपभोग करें, भविष्य पर कम से कम छोड़ें। इसी से जुड़ी हुई एक और phrase भी है,“Memento mori”, यानी, “याद रहे, मृत्यु अवश्यंभावी है”।
सच में, जीवन को शांतिपूर्वक,निर्विघ्न रूप से काट लेना एक बहुत बड़ी नेमत है।सॉमरसेट मॉम के उपन्यास “Of Human Bondage” के अंत में नायक यह बात समझ पाता है और तब वो कहता है कि “The simplest pattern – that in which a man was born, worked, married, had children, and died – was likewise the most perfect”.
ऐसी मान्यता है कि एक आशीर्वचन “ May you live in interesting times” को चीन के लोग एक अभिशाप के रूप में लेते हैं ।उनकी तो ऐसी सोच है कि "Better to be a dog in times of tranquility than a human in times of chaos."
यानी संक्षेप में, एक शांतिपूर्ण, मकसद भरी ज़िंदगी, अपने पारिवारिक एवं सामाजिक धर्मों को पूरा करते हुए, बिना किसी बड़े विघ्न बाधा के निर्वाह कर लेना हमारे जीवन का लक्ष्य होना चाहिए।
क्यूंकि, कहीं ग़ालिबन ऐसा ना हो जाये “कि उम्रे-दराज़ माँग कर लाये थे चार दिन,..दो आरज़ू में कट गये, दो इंतज़ार में..”।
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प्रकाश गुप्ता "हमसफ़र" की ग्यारह प्रतिनिधि कविताएं
प्रकाश गुप्ता “हमसफ़र” की ग्यारह प्रतिनिधि कविताएं
मेरी प्रतिनिधि कविताएं -प्रकाश गुप्ता “हमसफ़र” प्रकाश गुप्ता “हमसफ़र” प्रकाश गुप्ता “हमसफ़र” की ग्यारह प्रतिनिधि कविताएं 1.आशीर्वचन जा! ….तेरे गीत इतने मारक होंकि विश्वरूपी आँगन परमुखरित हो उठेंतेरा आन्दोलित स्वरघोर कालिमामयीरात्रि के …सन्नाटों को भेदकरहृदयों को जागृत कर देतेरा प्रबल विश्वाससिन्धु की …तेज गर्जनाओं से भीटकरा उठेऔर ….तेरे स्वप्न …इतने विशाल होंकि समस्त दिशाओं मेंस्नेह रुपी ….फूल…
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countryinsidenews · 2 years
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पटना /पूरी श्रद्धा और सादगी से मनाया जाएगा इस्सयोग के प्रवर्त्तक महात्मा सुशील का २०वाँ महानिर्वाण महोत्सव- २३ अप्रैल को आह्वान-साधना से होगा आरंभ, २४ की संध्या में माँ विजयाजी के आशीर्वचन से होगा समापन
पटना /पूरी श्रद्धा और सादगी से मनाया जाएगा इस्सयोग के प्रवर्त्तक महात्मा सुशील का २०वाँ महानिर्वाण महोत्सव- २३ अप्रैल को आह्वान-साधना से होगा आरंभ, २४ की संध्या में माँ विजयाजी के आशीर्वचन से होगा समापन
पटना, २१ अप्रैल। सूक्ष्म आंतरिक साधना पद्धति ‘इस्सयोग’ के प्रवर्त्तक एवं अंतर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज के संस्थापक महात्मा सुशील कुमार का २०वाँ महानिर्वाण महोत्सव आगामी २३-२४ अप्रैल को कंकड़बाग स्थित ‘गुरुधाम’ तथा गोलारोड स्थित एम एस एम बी भवन में, पूरी श्रद्धा और सादगी के साथ मनाया जाएगा। संस्था की कार्य समिति की बुधवार की रात संपन्न हुई बैठक में पूरे कार्यक्रम के अनुमोदन के साथ तैयारी की समीक्षा…
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अस्पताल सेवा के चार साल, उपलब्धियाँ बेमिसाल: अनुराग ठाकुर
ऊना 16 अप्रैल: केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रयास संस्था द्वारा चलाई जा रही सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा “अस्पताल” के चार वर्षों के कार्यकाल को उपलब्धियों भरा बताते हुए इस अवसर पर ऊना में आयोजित विशाल चिकित्सा शिविर के सफल आयोजन पर अस्पताल टीम को बधाई दी है व इस अवसर पर गरिमामयी उपस्थिति और आशीर्वचन के लिए माननीय राज्यपाल श्री राजेंद्र अर्लेकर जी का…
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prakhar-pravakta · 6 months
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धरती और अनंत व्योम में,राम बसे हैं रोम-रोम में-श्रीमद जगतगुरु
सरबहना में सिद्ध श्री हनुमान मंदिर का लोकार्पण हुआ सम्पन्न सतना- विश्व में रामकथा सर्वश्रेष्ठ और कालजयी है।बाबा तुलसी जैसे सुधी कवियों ने प्रभु श्री राम की विशालता को इतना व्यापक बना दिया कि राम से बड़ा राम का नाम हो गया।हनुमान जी महाराज को प्रभु राम की उदारता ने राम से बड़ा रामकर दासा बना दिया।यह आशीर्वचन पुरानीलंका आश्रम चित्रकूट पीठाधीश्वर रामानुजाचार्य श्रीमद जगतगुरु जी महाराज ने दिए।श्री…
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sharpbharat · 2 years
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Jamshedpur-Kerla-Samajam : केरला समाजम में मना 81वां ओणम् महोत्सव, कई प्रतियोगिताएं व सह भोज आयोजित
Jamshedpur-Kerla-Samajam : केरला समाजम में मना 81वां ओणम् महोत्सव, कई प्रतियोगिताएं व सह भोज आयोजित
जमशेदपुर : जमशेदपुर स्थित केरला समाजम में रविवार को 81वां ओणम् महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. यह आयोजन राजा महाबली के अपनी प्रजा के बीच वापसी व उनके प्रजा द्वारा उनके स्वाग में मनाया जाता है. इसी के अनुसार केरला समाजम् के एक सदस्य राजा के वेश में पहुंचे और सदस्यों ने उनका स्वागत किया. साथ ही राजा ने अपनी प्रजा को आशीर्वचन दिये. इसके अलावा कार्यक्रम में कई पारंपरिक, खेल व नृत्य प्रतियोगिताओं का…
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lokhitexpress · 2 years
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विश्व धर्म चेतना मंच बरन ऋषि परिवार जयपुर की ओर से हनुमान जन्मोत्सव पर जयपुर में हुआ महाकुंभ*
विश्व धर्म चेतना मंच बरन ऋषि परिवार जयपुर की ओर से हनुमान जन्मोत्सव पर जयपुर में हुआ महाकुंभ*
जयपुर,(सुरेन्द्र कुमार सोनी) । जयपुर के विद्याधर नगर में 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव पर जयपुर में महाकुंभ हुआ। विश्व धर्म चेतना मंच बरन ऋषि परिवार जयपुर की ओर से 16 अप्रैल शनिवार को शाम 5:00 बजे विद्याधर नगर स्टेडियम में श्री हनुमान जन्मोत्सव महाकुंभ बड़ी धूमधाम से मनाया गया। महाकुंभ में श्री ब्रहम ऋषि गुरुवा नंद स्वामी जी के आशीर्वचन हुए जिसमें करीब 50,000 गुरु भक्तों ने आशीर्वचन सुनें। गुरु…
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sarhadkasakshi · 2 years
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महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में साप्ताहिक NSS विशेष शिविर शुरू
महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में साप्ताहिक NSS विशेष शिविर शुरू
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर (दिन-रात) का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री वैभव कुमार (आई.एफ.एस.), प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग एवं प्राचार्य प्रो० पुष्पा नेगी जी द्वारा दीप प्रज्वलन के माध्यम से हुआ, जिसमें स्वयंसेवकों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गई। प्राचार्य प्रो० पुष्पा नेगी ने स्वयंसेवकों को आशीर्वचन…
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udaipurviews · 2 years
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वात्सल्य मूर्ती पूज्य साध्वी ऋतम्भरा का सानिध्य मिलेगा भारतीय नववर्ष कार्यक्रम में
वात्सल्य मूर्ती पूज्य साध्वी ऋतम्भरा का सानिध्य मिलेगा भारतीय नववर्ष कार्यक्रम में
उदयपुर, 7 मार्च।  भारतीय नववर्ष समारोह द्वारा आयोजित भव्य शोभायात्रा में चैत्र शुक्ल एकम (2 अप्रैल) को वात्सल्य मूर्ती परम् पूज्या दीदी माँ साध्वी ऋतंभरा जी का सानिध्य रहेगा । कार्यक्रम संयोजक विष्णु शंकर नागदा के अनुसार शोभायात्रा कार्यक्रम में दीदी माँ की उपस्थिति रहेगी साथ ही आशीर्वचन मिलेगा । नागदा ने बताया कि आज ही दीदी माँ के कार्यक्रम की स्वीकृति मिली है समाज, सभी संगठन एवं कार्यकर्त्ताओ…
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