दिल्ली-NCR में फिर बढ़ने लगा कोरोना, स्कूलों में फिर से ऑनलाइन क्लास लगेंगी? जानें क्या कह रहे एक्सपर्ट
नई दिल्ली : दिल्ली में कोरोना के मामलों फिर से बढ़ने लगे हैं। दूसरी तरफ स्कूलों में नए सेशन की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में पैरंट्स के मन में अपने बच्चों के लेकर फिर से डर पैदा होना शुरू हो गया है। वे बच्चों की पढ़ाई के साथ ही उनके हेल्थ को लेकर टेंशन में हैं। पैरंट्स सोच रहे हैं कि यदि कोरोना के मामले इसी तेजी से बढ़े तो क्या फिर से ऑनलाइन क्लासेज शुरू होंगी या स्कूलो में मास्क को फिर से अनिवार्य बनाया जाएगा। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में स्कूलों कुछ स्कूलों में नया सेशन शुरू हो गया है तो कुछ स्कूलों में तो नया सेशन शुरू होने वाला है।
क्या कह रहे एक्सपर्ट
स्कूलों के फिर से खुलने पर बच्चों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की चिंताओं के बीच हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार मौसम बदलने के कारण बच्चों में खांसी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में सामान्य इलाज से वे जल्द ही ठीक हो जा रहे हैं। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि जो बच्चे कोविड के खिलाफ टीका लगवाने के योग्य हैं, उन्हें टीका अवश्य लगवाना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड उपयुक्त व्यवहार जिसमें मास्क लगाना, हाथ धोते रहना, सैनिटाइजर का यूज करना शामिल हैं, का पालन करना जरूरी है।
सभी जरूरी सावंधानियां बरत रहे
माउंट आबू स्कूल की प्रिंसिपल ज्योति अरोड़ा का कहना है कि कोरोना या फ्लू से बचने के लिए जो भी मानक सावधानियां हैं उनका हम पूरा ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में मेडिकल रूम है, जिसमें किसी भी परेशानी में बच्चे को तुरंत ट्रीटमेंट दिया जाता है। इसके अलावा डॉक्टर्स ऑन विजिट भी रहेंगे, जो समय-समय पर बच्चे की हेल्थ चेकअप करते रहेंगे। वहीं, एमआरजी स्कूल रोहिणी की प्रिंसिपल अंशु मित्तल का कहना है कि हम सभी जानते हैं कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में हमें अतिरिक्त सावधानी रखने की जरूरत है। बच्चों के स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
दिल्ली में 7 महीने बाद रेकॉर्ड केस
दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 416 नए मामले सामने आए हैं। राजधानी में 7 महीने बाद कोरोना के रेकॉर्ड 400 से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। पिछले साल 31 अगस्त के बाद पहली बार बुधवार को 300 मामले दर्ज किए गए थे। पिछले 24 घंटे में 14.35 पर्सेंट संक्रमण दर से 416 नए मरीज की पुष्टि की गई। इस दौरान 144 मरीज रिकवर हुए तो एक मरीज की मौत की पुष्टि की गई है। हालांकि रिपोर्ट में पहली बार यह भी बताया गया है कि मरीज की मौत की प्राथमिक वजह कोरोना नहीं है। अब दिल्ली में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1216 तक पहुंच गई है। http://dlvr.it/Sls955
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Tilak - Post Number 01
अपनी भारतीय संस्कृति/सभ्यता सबसे पुरानी और एक जीवन्त सभ्यताओं में से एक है। हजारों/लाखों वर्षों के विकास शोध और अनुसन्धान के पश्चात हमारी सनातन संस्कृति प्रखर हुई है। इसका हर एक पहलू (जैसे तिलक, चोटी, जनेऊ, माला आदि) हजारों/लाखों वर्षों की खोज, तपस्या के बाद हमारे सनातन संस्कृति का हिस्सा हुआ है। इसके पीछे बहुत ही सूक्ष्म वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक रहस्य छिपा हुआ है जो मानव जीवन के विकास और प्रगति में विशेष और महत्वपूर्ण प्रभाव रखता है।
आज की पीढ़ी अपनी इस सनातन संस्कृति से दूर होती जा रही है, इसका मुख्य कारण इसमें छिपे हुए सूक्ष्म वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक रहस्य की जानकारी उन्हें न होना है। वे पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव में आकर, अपनी इस सुव्यवस्थित तथा विकसित परम्परा को रूढ़ी, देहाती, गँवार परम्परा के नाम से तिरस्कृत कर रहे हैं। मेरा तथा मेरे संगठन का उद्देश्य हमारी इस सुविकसित परम्परा में छिपे हुए सूक्ष्म वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक रहस्यों को खोज कर, वर्तमान तथा आने वाले पीढ़ियों के समक्ष प्रस्तुत करना है, ताकि हम सब इसे गर्व के साथ धारण तथा अपना सकें। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हम सर्वप्रथम तिलक के विषय में कुछ लेख प्रस्तुत करने जा रहे है:
तिलक
ललाट शून्यं, श्मशान तुल्यं
आमतौर पर चंदन, कुमकुम, रोली, सिंदूर, मिट्टी, हल्दी, भस्म आदि का तिलक लगाने का विधान है। ललाट पर, मस्तिष्क के भ्रु-मध्य में जिस स्थान पर टीका या तिलक लगाया जाता है यह गुरु स्थान है। यहीं से पूरे शरीर का संचालन होता है। यही हमारी चेतना का मुख्य स्थान भी है। इसी कारण शरीर में यह स्थान सबसे अधिक पूजनीय है। बहुत से विधर्मी तिलक लगाने पर हंसते हैं, उन्हें सही उत्तर देने के लिए हमें तिलक लगाने के पीछे के सूक्ष्म वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक रहस्य को जानना आवश्यक है।
तिलक हमें क्यों धारण करना चाहिए?
१) आप इस बात पर थोड़ा विचार कीजिये कि आपने जितने भी हमारे देवी देवताओं या ऋषियों मुनियों सन्तों के चित्र देखे होंगे, सभी के सभी तिलक धारण किये हैं। इसका अर्थ ही है कि कुछ न कुछ इस तिलक में विशेष बात तो अवश्य है। तिलक हमारे सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण धर्म चिन्ह है जिसे हम सभी हिन्दुओं को गर्व के साथ धारण करना चाहिए।
२) नाड़ी विज्ञान के अनुसार हमारे शरीर में सात सूक्ष्म ऊर्जा केंद्र होते हैं, जो अपार शक्ति के भंडार हैं, जिन्हें कुण्डलिनी चक्र (मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपूर, अनाहत, विशुद्ध, आज्ञा , सहस्रार) कहते हैं। मस्तक पर भौंहों के बीच में जहाँ तिलक लगाते हैं, वहीं हमारा आज्ञा चक्र स्थित होता है। यह चक्र हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है, जहाँ शरीर की प्रमुख तीन नाड़ियाँ, इड़ा, पिंगला व सुषुम्ना आकर मिलती हैं। ये तीनों नाड़ियाँ इतनी महत्वपूर्ण हैं कि इनके मिलन स्थल की तुलना त्रिवेणी संगम से की जाती है। जब हम तिलक लगाकर रखते हैं तो आज्ञा चक्र सक्रिय रहता है। आप स्वयं अनुभव करें कि जब आप तिलक लगाए रखते हैं तब अनुभूति होती है कि तिलक के स्थान पर कुछ दबाव है। जब तिलक नहीं लगाते तब ऐसा अनुभव नहीं होता।
३) हमारे मस्तिष्क में एक ग्रंथि होती है जिसका नाम है 'पिनियल ग्लैंड'। यह मस्तिष्क के दोनों हिस्सों के बिल्कुल बीच में ही होती है। इस ग्रंथि से ही सेरोटोनिन से उत्पन्न मेलाटोनिन हार्मोन उत्पन्न होता है। यही हार्मोन हमारे सोने-जागने और सक्रियता क्रियाशीलता को प्रभावित करता है। यही ग्रंथि हमारे दैनिक और आध्यात्मिक ��ीवन को जोड़ने का काम करती है। जब यह सक्रिय होती है तब ही मनुष्यों को अत्यंतिक आनन्द की अनुभूति होती है। तब ऐसा अनुभव होता है कि मनुष्य को सर्व का ज्ञान हो गया। मस्तिष्क स्फूर्तिवान हो जाता है। तिलक लगा कर, योग तथा ध्यान करने से इस ग्रंथि को सक्रिय किया जाता है।
४) वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चंदन का तिलक (Chandan Tilak) लगाने से मस्तिष्क में शांति, सक्रियता तथा शीतलता बनी रहती है। कुमकुम का तिलक लगाने से मस्तिष्क में सेराटोनिन (Serotonin) व बीटाएंडोरफिन (beta-Endorphin) नामक रसायनों का संतुलन होता है। कुमकुम का तिलक आज्ञा चक्र की शुद्धि करते हुए उसे कैल्शियम देते हुए ज्ञान चक्र को प्रज्वलित करता है। केसर ओज को बढ़ाता है। जिस परिस्थिति में तुरन्त निर्णय करने की आवश्यकता हो, वहाँ केसर का तिलक लगाकर जाना चाहिए। भस्म का तिलक वैराग्य की और अग्रसर करते हुए मस्तिष्क के रोम कूपों के विषाणुओं को भी नष्ट करता है।
५) हिन्दू परम्परा में मस्तक पर तिलक लगाना शुभ माना जाता है, इसे सात्विकता का प्रतीक माना जाता है। तिलक लगाने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। यह मन को शांत और शुद्ध रखकर चिंता और तनाव कम करने में सहायता करता है। विशेष तौर पर कुमकुम में पारा होता है, जो माथे पर दबाने पर उस क्षेत्र के तंत्रिका जोड़ पर एक्यूप्रेशर का काम करता है और पूरे तंत्रिका तंत्र को ठंडा करता है। यह अनिद्रा को दूर करता है। यही कारण है कि हमारे पास शिरोधारा जैसी आयुर्वेदिक चिकित्साएँ हैं जो माथे पर तेल टपकाने पर केंद्रित हैं। तिलक लगाने से हमारी मेधाशक्ति भी बढ़ती है।
अगले लेख में मैं तिलक के विधान, प्रकार तथा उनसे संबंधित लाभ को आपके सामने प्रस्तुत करूँगा।
हर हर महादेव
राघवेन्द्र
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मामलों में स्पाइक के बीच पाकिस्तान ने नया एंटी-पोलियो अभियान शुरू किया
मामलों में स्पाइक के बीच पाकिस्तान ने नया एंटी-पोलियो अभियान शुरू किया
द्वारा एसोसिएटेड प्रेस
इस्लामाबाद: बच्चों में नए मामलों में वृद्धि के बीच पाकिस्तानी अधिकारियों ने सोमवार को एक नया देशव्यापी पोलियो रोधी अभियान शुरू किया, स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा। यह इस साल का छठा अभियान है और पांच दिनों तक चलेगा, जिसका लक्ष्य उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को टीका लगाना है।
नवीनतम अभियान इस्लामाबाद और पूर्वी पंजाब और दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान…
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रक्षाबंधन का त्योहार 12 August 2022 को मनाया जाएगा-यहां से जानिए रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त | रक्षाबंधन का त्योहार 12 August 2022 को मनाया जाएगा, Raksha Bandhan 2022 इस बार मनाया जाएगा 11 अगस्त और 12 अगस्त 2022 को, इस लेख के माध्यम से हम आपको रक्षा बंधन 2022 के शुभ मुहूर्त और योग के बारे में जानकारी देंगे । भारत एक ऐसा देश , जहां पर हर धर्म के लोग रहते हैं l भारत में सभी धर्मों को समान माना जाता है और इसीलिए हर धर्म के लोग अपने त्योहारों को धूमधाम से मनाते हैं l हर साल की तरह इस वर्ष भी हिंदू धर्म में त्योहारों की शुरुआत हो चुकी है l रक्षाबंधन का त्योहार आने वाला है l रक्षाबंधन का त्योहार पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है l भाई-बहन के इस त्योहार का इंतजार हर भाई-बहन को रहता है l इस वर्ष भी लोग बड़ी धूम-धाम से Raksha Bandhan का त्योहार मनाएंगे l लेकिन इस बार रक्षाबंधन का त्योहार मनाते समय काफी ज्यादा लोगों को कंफ्यूजन हो रहा है I इसलिए क्योंकि इस बार रक्षाबंधन के दो मुहूर्त बताएं जा रहे हैं । कुछ लोग 11 तारीख को रक्षाबंधन मनाएंगे और कुछ लोग 12 तारीख को रक्षाबंधन मनाएंगे । रक्षा बंधन 2022 का शुभ मुहूर्त है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बार रक्षाबंधन का त्योहार अगस्त के महीने में मनाया जा रहा है । वर्ष 2022 में रक्षाबंधन को मनाने के दो मुहूर्त बताए जा रहे हैं। इस दिन पूर्णिमा का मान दिन में 9:35 पर है । लेकिन उसी समय 9:35 दिन में पूर्णिमा के साथ भद्रा का प्रारंभ हो रहा है । जिस वजह से भद्रा का साया रात्रि 8:25 तक है । इसके अलावा 12 अगस्त प्रातः सूर्य उदय 5:31 पर होगा और पूर्णिमा का मांग प्रातः 7:17 तक है । यह है Raksha Bandhan 2022 का शुभ योग ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार रक्षाबंधन में दो योग बन रहे हैं । इस बार रक्षाबंधन के दिन आयुष्मान और सौभाग्य योग बन रहा है । आयुष्मान योग दोपहर 3:32 तक रहेगा और इसके बाद सौभाग्य योग शुरू हो जाएगा । सौभाग्य योग हर शुभ कार्य के लिए मंगलकारी माना जाता है । इसीलिए दोनों ही मुहूर्त शुभ है । इसके इलावा आयुष्मान योग में किया गया कार्य लंबे समय तक फलदाई होता है । इस तरह से मनाए रक्षाबंधन आपको रक्षाबंधन को मनाने का सही तरीका बता रहे हैं । आपको रक्षाबंधन मनाते वक्त अपने भाई का मुंह पूर्व दिशा की ओर करवाना है और बहन का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए । राखी बांधने के लिए सबसे पहले आपको अपने भाई के माथे पर , चंदन और अक्षत का टीका लगाना होगा । उसके बाद दीपक से आरती करनी होगी । आपको अपने भाई की कलाई पर राखी बां https://www.instagram.com/p/ChHpe-jvZ1X/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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कहानी: शराबी का ठप्पा...!
कहानी: शराबी का ठप्पा…!
कहानी: शराबी का ठप्पा…!
साथियों की तसल्ली तब होती थी, जब मैं शराब पी लेता था। इसके लिए चाहे उन्हे कितना भी धन खर्च क्यों न करना पड़े ! शुरुआत में वह इसे ‘टीका लगाना’ कहते थे, बाद में सुकून और फिर सामाजिकता का नाम देने लगे थे।
संपूर्ण जीवन काल में तथा प्रौढ़ावस्था तक केवल एक ही व्यक्ति ऐसे थे जो शराब न पीने का सुझाव देते थे। ऐसे भी लोग थे जिन्होंने कभी शराब छुई तक नहीं लेकिन शराब पिलाने के लिए…
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नितिन पटेल ने सभी लोगों को कोरोनोवायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगाने की अपील की
नितिन पटेल ने सभी लोगों को कोरोनोवायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगाने की अपील की
कोरोना संक्रमण बढ़ने के बीच राज्य में कोरोना टीकाकरण की प्रक्रिया भी तेज गति से चल रही है। स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने तब सभी लोगों से अपील की थी कि वे कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगवाएं। टीकाकरण के बारे में, नितिन पटेल (गुजरात के उप मुख्यमंत्री) ने कहा कि राज्य में सभी कोरोना वारियर्स का टीकाकरण पूरा हो चुका है। वरिष्ठ नागरिकों को भी वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है, जबकि अब 45 वर्ष से…
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वायरस, वैक्लाइन, मेडिसिन और फ़िल्में: अद्भुत संयोग | - हिन्दी में समाचार
वायरस, वैक्लाइन, मेडिसिन और फ़िल्में: अद्भुत संयोग | – हिन्दी में समाचार
मुंबई। पूरी दुनिया इस समय कोरोनावायरस महामारी (कोरोनावायरस एपिडेमिक) के प्रकोप से प्रताप है। कोरोना चीन के वुहान से दुनिया में दाखिल होता है, तेजी से फैलता है। ठंड आती है, फिर फैलता है फिर कमजोर पड़ता है। एक बार फिर नया और जियादा विकराल रूप में सामने आता है। इस बार चीन की जगह लेता है ब्रिटेन। कोरोना का यह नया वेरिएंट पहले ब्रिटेन को अपने आगोश में लेता है और यूरोप में पैर पसारकर पूरी दुनिया को एक…
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COVID-19 रोगियों के होम आइसोलेशन के लिए संशोधित दिशानिर्देश - The hindu news
COVID-19 रोगियों के होम आइसोलेशन के लिए संशोधित दिशानिर्देश – The hindu news
सात-पृष्ठ के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि गंभीर लक्षण या लक्षण होने पर रोगियों को चिकित्सकीय ध्यान देना चाहिए
60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और सह-रुग्णता जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, पुरानी फेफड़े / यकृत / गुर्दे की बीमारी, सेरेब्रोवास्कुलर रोग आदि वाले लोगों को घर में अलगाव की अनुमति दी जाएगी COVID-19 उपचार करने वाले चिकित्सा अधिकारियों द्वारा उचित मूल्यांकन के बाद ही, केंद्रीय…
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Ration Card News: अब आपको कोरोना वैक्सीन का सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही मिलेगा राशन!
Ration Card News: अब आपको कोरोना वैक्सीन का सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही मिलेगा राशन!
अलीगढ़. देश में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) को बढ़ावा देने के लिए अब सख्त कदम उठाने की शुरुआत हो गई है. देश के कई राज्यों में सभी नागरिकों को कोविड-19 टीकाकरण (Covid- 19 Vaccination) लगवाने के लिए अब केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकारों ने भी सख्त कदम उठाने की शुरुआत कर दी है. देश के कई राज्यों में ड्राइविंग लाइसेंस (DL), आधार कार्ड (Aadhaar Card), पैन कार्ड (Pan Card), पासपोर्ट…
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तुम कहते हो मोहब्बत मेरे बालों से तुम्हें बेशुमार है,
हवाओं से तुम लड़ जाते हो जब छेड़ ये जाती हैं इन्हें,
रुसवा तुम हर उस शख्स से हो जाते हो गर कोई इन्हें छूने की जुर्रत करे,
काला टीका हर रोज़ मेरे कान के पीछे लगाना भूलते नहीं तुम,
डरते हो नज़र कहीं लग न जाए इसिलिए इन्हें समेटने की ज़िद भी करते हो,
खेलते भी हो इनसे, और संवारते भी तुम ही हो,
नाई का ज़िक्र भी करूं तो खफा भी हो जाते हो,
तुम ही बताओ, कितनी दफा इज़हार करूं के,
मैं तो कबसे तुम्हारी हूं,
और ये जुल्फ़ें भी तोह सिर्फ तुम्हारे लिए ही हरक़त में आती हैं,
तोह अब समेट देना इन जुल्फ़ों को तुम कुछ इस तरह के,
फिसले जितनी दफा ये,
कानो में शोर तुम्हारे नाम का हो,
और गर आंखों पर परदा ये कर दें तो तलब तुम्हारे दीदार की हो ।
—J
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भाजपा का लक्ष्य पीएम मोदी के 71वें जन्मदिन पर रिकॉर्ड संख्या में लोगों को टीका लगाना
भाजपा का लक्ष्य पीएम मोदी के 71वें जन्मदिन पर रिकॉर्ड संख्या में लोगों को टीका लगाना
#pmmodi #BJP #covidvaccine
शुक्रवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का 71 वां जन्मदिन है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का लक्ष्य 20-दिवसीय सार्वजनिक आउटरीच कार्यक्रम के माध्यम से कोविड -19 के खिलाफ अधिकतम टीकाकरण का रिकॉर्ड बनाना है। यह शुक्रवार से शुरू होकर 7 अक्टूबर तक चलेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि यह “पीएम मोदी के जन्मदिन पर उनके लिए…
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फ्रंटलाइन कोरोना वारियर का टीकाकरण करने वाला गुजरात पहला राज्य बना
फ्रंटलाइन कोरोना वारियर का टीकाकरण करने वाला गुजरात पहला राज्य बना
गुजरात फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। 23 मार्च 2021 तक, राज्य में 60 वर्ष से अधिक आयु के 4.2 मिलियन से अधिक वयस्कों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाया गया है। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने ट्वीट किया और टीकाकरण के बारे में लोगों की जागरूकता की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीकाकरण में देरी न करें। 60 वर्ष से अधिक आयु…
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प्रधानमंत्री ने सभी पात्र लोगों से कोविड प्रीकॉशन डोज लगवाने का आग्रह किया
प्रधानमंत्री ने सभी प��त्र लोगों से कोविड प्रीकॉशन डोज लगवाने का आग्रह किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन सभी लोगों से कोविड प्रीकॉशन डोज लगवाने का आग्रह किया है, जो इसके पात्र हैं। उल्लेखनीय है कि भारत ने प्रीकॉशन डोज लगाना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने उन सभी की सराहना की, जिन्होंने आज टीके लगवाये।
एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा हैः
“भारत ने प्रीकॉशन डोज लगाना शुरू कर दिया है। उन सबको साधुवाद, जिन्होंने आज टीका लगवाया है। मैं टीका लगवाने के पात्र लोगों से आग्रह…
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प्रधानमंत्री ने सभी पात्र लोगों से कोविड प्रीकॉशन डोज लगवाने का आग्रह किया
प्रधानमंत्री ने सभी पात्र लोगों से कोविड प्रीकॉशन डोज लगवाने का आग्रह किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उन सभी लोगों से कोविड प्रीकॉशन डोज लगवाने का आग्रह किया है, जो इसके पात्र हैं। उल्लेखनीय है कि भारत ने प्रीकॉशन डोज लगाना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने उन सभी की सराहना की, जिन्होंने आज टीके लगवाये।
एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा हैः
“भारत ने प्रीकॉशन डोज लगाना शुरू कर दिया है। उन सबको साधुवाद, जिन्होंने आज टीका लगवाया है। मैं टीका लगवाने के पात्र लोगों से…
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