येज्द़ी या बुलेट?
बात उस काल की है, जब बिहार के कुछ ज़िलों में “जबरिया विवाह” की प्रथा थी।सुयोग्य पर महंगे पात्र पर नज़र पड़ते ही कन्या पक्ष वाले जबरिया विवाह निष्पादन करवाने वाले सेवादारों को सुपारी दे देते थे। अब पात्र को समुचित रूप से प्रेरित कर लग्न मंडप तक लाने की तथा विवाहोपरांत कोहबर में शास्त्रोक्त विधि विधान सुचारू रूप से पूर्ण करवाने की ज़िम्मेवारी उनकी होती थी।तदोपरांत वर पक्ष को ख़ुशख़बरी दे दी जाती थी कि उनके पुत्र के हाथ पीले करवा दिए गये हैं और वे आ कर वधू की विदाई करा ख़ुशी ख़ुशी घर जायें।
यही काल एक दिलज़ले की छात्रावस्था का भी था। सौभाग्यवश,उसके विश्वविद्यालय में एक सहपाठिनी भी उसी ज़िले की थीं।कई सहपाठी उसके लिए सहर्ष, स्वयं “उठ” जाने को तैयार थे।पर अनेकों जतनों के बाद भी उसके माता-पिता की नज़र इन सुलभ उपलब्ध सुयोग्यों पर नहीं पड़ी थी ।पर दिलजले अपने प्रयत्न में लगे रहे। इसी बीच एक ख़बरी ने ख़बर दिया कि उसका विवाह तो तय हो गया है और भावी वर Motorcycle भी चलाना सीख रहा क्योंकि दहेज में Yezdi, उस समय की नामचीन Bike, उसे मिलने वाली है। सुन कर दिलज़ले ने आह भर कर कहा “कम्बख़्त को Yezdi तो मिल ही रही, अब क्या हमारी Bullet को भी ले जायेगा?”
पर आख़िर वो घड़ी आ ही गई । विश्वविद्यालय के ग्रीष्मकालीन अवकाश में ही उसकी शादी थी।ज़्यादातर सहपाठी अपने घर जाने की तैयारी में थे।अतः वे अग्रिम शुभकामनाएँ देने उसके घर पर पहुँचे। उसके ज्येष्ठ भ्राता का विवाह कुछ दिन पहले ही हुआ था। उसमें सहपाठियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। जब मालूम हुआ कि ये सभी विवाह में शामिल नहीं होंगे तो उन्होंने कहा ”भाई की शादी में तो आप सभी थे, तो बहन की शादी में नहीं रहेंगे?” चतुर्दिक एक सन्नाटा सा छा गया..उस समय तो सभी माफ़ी माँग निकल पड़े, पर कुछ आगे बढ़ते ही दिलज़ले का ज्वालामुखी फूट पड़ा “****बहन होगी तेरी, अपनी तो **** थी !” (समझदार पाठक Asterisks की जगह अपने संवेदनशीलता के अनुरूप शब्द भर सकते हैं)
फिर ग्रीष्म अवकाश में सब तितर-बितर हो गए।महीने भर के बाद जब सभी मिले तो सावन के रंगों ने पुनः कैंपस को गुलज़ार कर दिया था।दिलज़ले नीड़ के पुनर्निर्माण में लग गए। मौसम बदल चुका था।
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मई में 'लू' से होगा जीना बेहाल, डरा रही 'हीटवेव' को लेकर IMD की ये भविष्यवाणी
नई दिल्ली: दिल्ली हो या यूपी अप्रैल के महीने से ही जो गर्मी पड़नी शुरु हुई उसका असर मई में भी दिख रहा है। भले ही मई का पहला सप्ताह दिल्ली उत्तर प्रदेश के कई शहरों के लिए राहत भरा रहने वाला हो लेकिन आने वाले दिनों में ये गर्मी आपके होश उड़ाने वाली है। हाल ही में IMD ने मई महीने में लू को लेकर ऐसी भविष्यवाणी की है जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। मौसम विभाग के अनुसार इस महीने देश के उत्तर- पश्चिम और पूर्वी क्षेत्रों में इस बार दोगुनी लू चलने की संभावना है।IMD के अनुसार हर साल मई में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में तीन दिन लू चलती थी लेकिन इस साल पांच से सात दिनों तक लू चलने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्र ने कहा बताया कि मई में आमतौर पर औसतन तीन हीटवेव वाले दिन होने की उम्मीद होती है लेकिन इस साल हीटवेव के दिनों की संख्या अधिक हो सकती है।
यहां चलेगी 11 दिन लू
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और गुजरात क्षेत्र में लगभग आठ से 11 दिन लू चलने की संभावना है। आईएमडी ने आगे कहा कि उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर प्रायद्वीपीय भारत के आसपास के क्षेत्रों को छोड़कर भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य अधिकतम तापमान होने की संभावना है।
इन राज्यों में बारिश की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने लू के साथ ही कुछ राज्यों में अधिक बारिश की भी संभावना जारी की है। आईएमडी ने आज नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी प्रमुख मृत्युजंय महापात्र ने बताया कि ओडिशा के कई हिस्से, उत्तर छत्तीसगढ़, झारखंड, दक्षिणी पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर के कुछ हिस्से, आंध्र प्रदेश के रायलसीमा और केरल में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। http://dlvr.it/T6Jt9Y
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बिहार एनडीए की मौजूदा स्थिति और विपक्ष पर इसका असर
बिहार एनडीए की मौजूदा स्थिति और विपक्ष पर इसका असर...
इस सेगमेंट में हम बिहार चुनाव 2024 के लिए बिगड़ती राजनीति को समझने का प्रयास करेंगे। चुनावी मौसम में चल रही चर्चाएं, चिराग पासवान के अटकलों की विश्लेषण, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान की गहराईयों में हम सबको बताएंगे। इस वीडियो में हम बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत का दावा करने वाली बीजेपी और उनके सहयोगियों की मुश्किलों को भी समझेंगे। लेकिन क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राह में…
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Weather Update: बदलने जा रहा है मौसम का मिजाज! UP-बिहार में अब बारिश, दिल्ली में निकलेगी धूप, IMD का अपडेट - News18 हिंदी
http://dlvr.it/T2b1LC
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नहीं करना था…’ नीतीश कुमार के U-टर्न करने पर ये बोले दिल्ली के CM केजरीवाल!
#NitishKumar #ArvindKejriwal #INDIAAlliance #Jdu #AamAadmiParty #BiharChiefMinister #BiharPolitics
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Michong Syclone: चक्रवात ने बदला मौसम का मिज़ाज़, देश भर में बारिश और बर्फ़बारी
DELHI: स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक आज छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, दक्षिण बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात मिचौंग बना और कल आंध्र तट को पार कर गया. इसके साथ ही आंध्र तट के साथ-साथ तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और यहां तक कि तेलंगाना के कई इलाकों में बारिश तेज हो गई.
कश्मीर में घाटी के ज्यादातर हिस्सों में…
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Bihar Today Weather: बिहार में बड़ी ठंड, इन 22 शहरों के तापमान में आई भारी गिरावट; IMD का अलर्ट जारी
Bihar Today Weather: बिहार में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है| राजधानी पटना समेत 22 शहरी इलाकों में पश्चिम हवा चलने से तापमान में भारी गिरावट आयी है| ऐसे में एक दो दिनों के अंदर बिहार में ठंड बढ़ने के आसार हैं|
पूरे बिहार में चल रही पश्चिम हवा के कारण तापमान में सबसे अधिक गिरावट भागलपुर क्षेत्र के बांका में हुई है| मौसम कार्यालय द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, यहां का आधार तापमान 11.3…
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Bihar Weather : बिहार में बदलने लगा मौसम,पारा लुढ़कने के साथ ही हल्की ठंड का एहसास
Patna: बिहार में जल्द ही मौसम के करवट लेने की संभावना है। दो दिन तीनों से राज्य के कई जिलों में पारा लुढ़कने के साथ ही हल्की ठंड का एहसास लोगों को सुबह शाम होने लगा है।
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। ऐसे में इसके प्रभाव से बिहार का मौसम बदलने की संभावना है।
सोमवार को पटना सहित राज्य के कई जिलों में सुबह के समय हल्का धुंध देखा गया। मौसन विभाग की मानें तो…
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बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़... 8 राज्यों में भारी से अधिक भारी बारिश का अलर्ट, जानें अपने शहर के मौसम का हाल
Delhi: नई दिल्ली : देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में सक्रिय मानसून की स्थिति जारी रहने की संभावना है। वहीं मध्य प्रदेश में मंगलवार से शुक्रवार के दौरान और गुजरात में गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वी भारत में मौसम का पूर्वानुमान हल्की से व्यापक वर्षा की संभावना का संकेत देता है, साथ में आंधी, बिजली और भारी वर्षा की अलग-अलग घटनाएं भी हो सकती हैं। आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा कि मौसम का यह मिजाज सोमवार और मंगलवार को गंगीय पश्चिम बंगाल में, सोमवार से गुरुवार तक ओडिशा में और सोमवार से शुक्रवार तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में होने की उम्मीद है। राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में मौसम साफ बना रहेगा। http://dlvr.it/SvcbHT
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कजरी तीज, जिसे तीज के नाम से भी जाना जाता है, एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो मुख्य रूप से भारत के उत्तरी राज्यों, विशेष रूप से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में मनाया जाता है। यह आमतौर पर मानसून के मौसम के दौरान श्रावण (जुलाई-अगस्त) के महीने में पड़ता है। यह त्यौहार अत्यधिक सांस्कृतिक महत्व रखता है और विवाहित और अविवाहित महिलाओं द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। कजरी तीज का सार कजरी तीज मानसून के मौसम और कृषि समृद्धि का उत्सव है। शब्द "काजरी" हिंदी शब्द "काजल" से लिया गया है, जिसका अर्थ है कोहल, काले मानसूनी बादलों को दर्शाता है जो खेतों में बहुत जरूरी बारिश लाते हैं। यह त्यौहार प्रकृति को श्रद्धांजलि देने और भरपूर फसल के लिए प्रार्थना करने का एक तरीका है। कजरी तीज का व्रत करना कजरी तीज के उत्सव की विशेषता विभिन्न अनुष्ठानों और रीति-रिवाजों से होती है: उपवास: विवाहित और अविवाहित महिलाएं भगवान शिव और देवी पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए इस दिन उपवास करती हैं। वे दिन के दौरान भोजन या यहां तक कि पानी का सेवन करने से भी परहेज करते हैं।
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चेतावनी: उत्तराखंड-हिमाचल और यूपी में भारी बारिश का अलर्ट, 204.4 मिमी वर्षा का अनुमान; केंद्र की हालात पर नजर
उत्तराखंड-हिमाचल और यूपी में भारी बारिश का अलर्ट
नई दिल्ली। मौसम विभाग ने हिमाचल और उत्तराखंड में 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही कहा है कि इस दौरान प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है। इसके अलावा आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की भी चेतावनी जारी की गई है।
भारी बारिश, भूस्खलन से तबाही झेल रहे हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। भारतीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार,…
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India Top 10 News In Hindi
महाराष्ट्र में सियासी संकट, उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद शिंदे सरकार का गठन. महाराष्ट्र में सियासी संकट के बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. उनके साथ देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.
कश्मीर में आतंकी हमला, 3 जवान शहीद. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया है. इस हमले में 3 जवान शहीद हो गए हैं.
भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला, केरल में एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि. भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है. केरल में एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई है.
भारत में महंगाई से राहत, पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती. केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 5 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है. इस कटौती के बाद पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
भारत में कोरोना के नए मामले घटे, एक दिन में 15,523 नए मामले दर्ज. भारत में कोरोना के नए मामलों में कमी आई है. पिछले 24 घंटों में 15,523 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इस दौरान 25 लोगों की मौत भी हुई है.
भारत ���ौसम विज्ञान विभाग ने अगले 5 दिनों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 5 दिनों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इनमें गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम शामिल हैं.
भारत में बाघों की संख्या में इजाफा, 2022 में 1,285 बाघों की गणना हुई. भारत में बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है. 2022 में 1,285 बाघों की गणना की गई है. यह संख्या 2018 की तुलना में 23% अधिक ��ै.
भारत में अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या में 2022 में 256% की बढ़ोतरी. भारत में अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या में 2022 में 256% की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल 2021 में 1.43 करोड़ यात्री अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर गए थे, जबकि 2022 में यह संख्या बढ़कर 2.36 करोड़ हो गई है.
भारत में वन क्षेत्र में इजाफा, 2021 में 2.31 करोड़ हेक्टेयर वन क्षेत्र का इजाफा हुआ. भारत में वन क्षेत्र में इजाफा हुआ है. 2021 में 2.31 करोड़ हेक्टेयर वन क्षेत्र का इजाफा हुआ है. यह 2019 की तुलना में 5.9% अधिक है.
भारत में कृषि निर्यात में इजाफा, 2021-22 में 33.54 अरब डॉलर का कृषि निर्यात हुआ. भारत में कृषि निर्यात में इजाफा हुआ है. 2021-22 में 33.54 अरब डॉलर का कृषि निर्यात हुआ. यह 2020-21 की तुलना में 15.7% अधिक है.
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पहाड़ों की बर्फबारी से 'कूल' हो रही राजधानी, जानिए कब होगी दिल्ली-यूपी में बारिश
नई दिल्ली: गर्मी का सितम सहते- सहते अप्रैल गुजर गया लेकिन मई की शुरुआत राहत के साथ हुई है। दिल्ली यूपी समेत कुछ राज्यों में मई का पहला सप्ताह गर्मी से राहत देने वाला है। IMD के अनुसार मई की शुरुआती तीन दिन दिल्ली के लोगों को ज्यादा गर्मी नहीं झेलनी पड़ेगी। इसके साथ ही इंद्रदेव की मेहरबानी रही तो आसमान में छाए बादल बरस भी सकते हैं। ऐसे में दिल्लीवासियों के लिए मई का पहला सप्ताह का गर्मी के सितम से राहत दिलाने वाला है।
दिल्ली में किस दिन बारिश की संभावना
दिल्ली में गर्मी से राहत का दौर बुधवार से ही शुरू हो गया है। आज भी दिल्ली गर्मी से थोड़ी कम तपेगी। आज दिल्ली का अधिकतम तापमान 37 रहने का अनुमान है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में 4 से 7 मई आसमान में बादल छाए रहेंगे और साथ ही गरज और चमक के साथ बारिश भी पड़ने की संभावना है। जिसके कारण दिल्ली का न्यूनतम तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
पहाड़ों में हो रही बर्फबारी
बीते कुछ दिनों से हिमाचल प्रदेश, जम्मू- कश्मीर और उत्तराखंड के काफी इलाकों में बारिश हो रही है। वहीं ऊंचाइयों वाले इलाकों में बर्फबारी पड़ रही है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। जिसके कारण दिल्ली समेत अन्य मैदानी इलाकों में गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। बता दें कि चार मई से पहाड़ों के अन्य इलाकों में भी बारिश पड़ सकती है। जिसके कारण वहां पर मौसम ठंडा बना रहेगा।
पांच - सात मई को यूपी में बारिश
उत्तर प्रदेश में भले ही अभी भीषण गर्मी पड़ रही हो लेकिन आने वाले कुछ दिनों में यहां बारिश होने वाली है। लखनऊ में बुधवार को लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली। इससे पहले न्यूनतम तापमान में साढ़े तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने से मंगलवार रात भी गर्मी का असर कम रहा। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एम दानिश के मुताबिक, आज और कल दिन रात के तापमान में बदलाव के आसार नहीं हैं। इसके बाद पांच से सात मई के बीच बारिश की संभावना है।
इन राज्यों में लू का खतरा
मई के पहले सप्ताह में भले ही गर्मी से थोड़ी राहल मिले लेकिन बचे हुए मई में भयंकर गर्मी पड़ने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी समेत उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में मई के महीने में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा रह सकता है और दो से चार दिन लू चल सकती है। आईएमडी प्रमुख मृत्युजंय महापात्र ने डिजिटल माध्यम से संवाददाता सम्मेलन में बताया कि केवल पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर भागों और उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कुछ हिस्सों तथा पूर्वोत्तर प्रायद्वीप भारत को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।महापात्र ने बताया कि पूर्वी मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ भागों, आंतरिक ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और बिहार समेत अन्य इलाकों में लगभग दो से चार दिन लू चल सकती है जो सामान्य से अधिक है। http://dlvr.it/T6Hx3F
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कम उपजाऊ भूमि में सरगुजा की खेती कैसे करें? जानिए किन बातों का रखें ध्यान
सरगुजा की खेती बरसात के मौसम में ही की जाती है
मूंगफली, तिल, असली की तरह ही सरगुजा भी एक तिलहनी फसल है, जो मुख्य रूप से झारखंड के आदिवासी किसानों द्वारा उगाई जाती है। इसका तेल बहुत फ़ायदेमंदहोता है जिसे खाने से लेकर दवा बनाने तक में इस्तेमाल किया जाता है। जानिए सरगुजा की खेती से जुड़ी अहम बातें।
सरगुजा की खेती: मूंगफली, तिल, सूरजमुखी, सोयाबीन, सरसों और असली के तेल के बारे में तो आपने सुना ही होगा और खाते भी होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सरगुजा के बारे में सुना है? दरअसल, ये झारखंड के आदिवासी समुदाय की प्रमुख तिलहनी फसल है, जिसका इस्तेमाल वो खाद्य तेल के रूप में करते हैं।
सरगुजा का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड और लिनेलोइक एसिड से भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। खाने के अलावा, इस तेल का इस्तेमाल दवा बनाने के लिए भी किया जाता है। मगर इतना फ़ायदेमंद होने के बाद भी इसका तेल बाकी तेल की तरह लोकप्रिय नहीं है। भारत के तिलहन उत्पादन में सरगुजा तेल का योगदान सिर्फ़ 3 प्रतिशत ही है और इसकी वजह है जानकारी का अभाव।
सरगुजा के बारे में जागरुकता फैलाकर और किसानों को सरगुजा की खेती के लिए प्रेरित करके उनकी आमदनी में इज़ाफ़ा किया जा सकता है, क्योंकि सरगुजा कीखेती विपरित परिस्थितियों में भी की जा सकती है। इसलिए कम उपजाऊ और पानी वाले इलाकों के लिए भी ये फसल उपयुक्त है।
कहां होती है सरगुजा की खेती
सरगुजा की खेती झारखंड के साथ ही राजस्थान, महाराष्ट्रस मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, कर्नाटक, गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और पूर्वोत्तर राज्यों में की जाती है। इसकी खेती मुख्य रूप से झारखंड के जनजातीय समुदाय द्वारा की जाती है। वो इसे आमतौर पर कम उपजाऊ भूमि में लगाते हैं और खाद व उर्वरकों का भी सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करते हैं जिससे उपज कम होती है। अगर वैज्ञानिक पद्धति से इसकी खेती की जाए, तो किसानों को अच्छी उपज प्राप्त हो सकती है।
जलवायु और मिट्टी
सरगुजा की खेती 13 से 23 डिग्री तापमान में की जा सकती है। सरगुजा के लिए हल्की बलुई मिट्टी से लेकर भारी काली मिट्टी जिसका पी.एच. मान 5.2 से 7.3 तक हो अच्छी मानी जाती है। इसकी खेती लवणीय मिट्टी में भी की जा सकती है, इसमें पौधों का विकास अच्छी तरह होता है।
खेत की तैयारी
इसकी खेती के लिए पहले देसी हल से खेत में दो बार गहरी जुताई कर पाटा लगा दें। अंतिम जुताई के समय 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से 5% एल्ड्रिन धूल या 10% बी.एच.सी. मिट्टी में मिला दें। इससे दीमक का असर कम हो जाता है।
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5 Amazing Benefits of Bihar Rajya Fasal Sahayata Yojana
Bihar Rajya Fasal Sahayata Yojana – ये योजना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बिहार राज्य में किसानों की सहायता के लिए शुरू की गयी थी। इस योजना के तहत किसानों को सरकार के द्वारा खराब मौसम की वहज से फसल का नुक्सान होने पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। सरकार Threshold Yield Rate के आधार पर 7,500 रु से 10,000 रु प्रति हेक्टर मुआवजा किसानो को प्रदान करेगी।
Natural Disasters जैसे की…
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