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परमात्मा निर्धन को धन, बांझ को पुत्र, कोढ़ी को सुंदर काया, अंधे को आंख, बहरे को कान, गूंगे को जुबान परमात्मा प्रदान कर देता है।
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परमात्मा के गुण:- कबीर पौ फाटी पगड़ा भया, जागी जीया जून। सब काहु कूं देत हैं, प्रभु चौंच समाना चून।। मर्द गर्द में मिल गए, रावण से रणधीर। कंश केशो चाणूर से, हिरणाकुश बलबीर।। तेरी क्या बुनियाद है, जीव जन्म धर लेत। गरीब दास हरि नाम बिना, खाली रह जा खेत।। कबीर, साहिब से सब होत है, बन्दे से कुछ नाहीं। राई से पर्वत करें, पर्वत से फिर राई।। कबीर हरि के नाम बिना, नारि कुतिया होय। गली-गली भौंकत फिरे, टूक ना डाले कोय।। परमात्मा सर्व सुख दाता है। सर्व संकट मोचनहार है। निर्धन को धन, बांझ को पुत्र, कोढ़ी को सुन्दर काया, अन्धे को आँख, बहरे को कान, गूंगे को जुबान परमात्मा प्रदान कर देता है। गरीब भक्ति बिन क्या होत है, भ्रम रहा संसार। रति कंचन पाया नहीं, रावण चलती बार।। ‘‘हवन यज्ञ’’ > गाय या भैंस के घी को अग्नि में स्वाह करना ‘‘हवन यज्ञ’’ कहलाता है। पूर्व के ऋषि तथा वर्तमान में आचार्य तथा ऋषि व सन्त साधक हवन करने के लिए लकड़ी का प्रयोग करते हैं। यह शास्त्रोक्त विधि नहीं है। शास्त्राविधि अनुसार हवन करने के लिए रुई की बाती बनाकर मिट्टी या धातु के बर्तन (कटोरे) में रखकर भैंस या गाय का घी जलाकर मंगलाचरण पढ़कर अग्नि प्रज्वलित की जाती है। यह ‘हवन यज्ञ’ है। इसके साथ वेद मन्त्र या अमृतवाणी का उच्चारण भी किया जा सकता है। वैसे बिना वाणी या मन्त्रोच्चारण के भी शास्त्राविधि अनुसार रुई ज्योति में घी डालकर जलाने से ‘हवन यज्ञ’ हो जाता है क्योंकि घी के जलने से लाभ होता है। > लकड़ी जलाकर यदि हवन किया जाता है तो कार्बन डाई ऑक्साईड अधिक निकलती है। एक क्विन्टल घी को हवन करने के लिए 10 किलो ग्राम लकड़ी जलती है। रुई 100 ग्राम एक क्विन्टल घी को हवन कर देती है। इसमें कार्बन डाई ऑक्साईड नाम मात्र ही बनती है। ज्योति यज्ञ करने का प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 8 सूक्त 46 मन्त्र 10 में है। रुई की बाती बनाकर कटोरे में खड़ा कर दिया जाता है। फिर घी डालकर मंगलाचरण पढ़ते-पढ़ते ज्योति प्रज्वलित की जाती है। यह दो प्रकार की होती है। देवी-देवताओं के उपासक टेढ़ी ज्योति जलाते हैं। गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 तथा 20 से 23 में अन्य देवताओं की पूजा करना व्यर्थ कहा है। 🌹अधिक जानकारी के लिए जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा लिखित पुस्तकें जरूर पढ़ें। • #kabirvani #trueguru #gyan #satsang #sanewschannel #tatvdarshisant #santmat #kabirisalmightygod #bhakti #krishna #guru #bhagwan #santrampaljimaharaj #kabir #hindu #suvichar #hinduism #goodthoughts #mahakal #KabirisGod #bhaktibodh #bhajan https://www.instagram.com/p/CFfA73FFlms/?igshid=1bcujzrbtsqu3
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