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headlinesindia · 1 year
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AAP gave tickets to Congress defectors more than BJP
The Aam Aadmi Party (AAP) has given tickets to more than 25 former state-level rebel Congress leaders as candidates for the upcoming assembly elections. As the date of Gujrat elections draws near, the battle between the parties intensifies. Is going Elections in Gujarat are to be held in two phases. Voting for the first phase is to be held on December 1 and second phase on December 5.
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headlinesindia · 1 year
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Abhishek Karishma Kapoor was about to get married once, then why did they separate? After years this director revealed the reason
Abhishek Bachhan and Karishma Kapoor were once about to get married but later something happened that broke their relationship. The reason for their breakup has been disclosed by a director. Forming and breaking up of couples is common in Bollywood. Abhishek Bachchan and Karisma Kapoor were also a very popular couple in the early 2000s.
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headlinesindia · 1 year
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Elon Musk's clear message, if you want to continue Blue Tick, you will have to pay 8$ per month
Elon Musk अपने $ 8 प्रति माह के बारे में गंभीर हैं, क्योंकि उन्होंने एक बार  फिर दोहराया है कि हर कोई जो अपने Twitter Profile पर 'Blue Tick' लगाना चाहता है, उसे इस राशि का भुगतान करना होगा । 
650 रु दो ब्लू टिक लो  Elon Musk ने यह बात तब कही जब उन्होंने घोषणा की कि Twitter Blue Subscription सेवा, जो लोगों को प्रति माह $8 यानि लगभग 650 रु. का भुगतान करके Blue Tick प्राप्त करने की अनुमति देती है, इस महीने के अंत में फिर से शुरू की जाएगी।
जब पिछले महीने Twitter Blue Subscription लॉन्च किया गया था, तो जिन उपयोगकर्ताओं को पहले Twitter द्वारा मशहूर हस्तियों या उल्लेखनीय खातों के लिए 'स्वाभाविक रूप से' सत्यापित किया गया था, उनकी प्रोफ़ाइल पर उनके नीले टिक या नीले चेकमार्क बने रहे। इसने लोगों को यह अनुमान लगाया कि लीगेसी सत्यापित उपयोगकर्ता अपने Blue Tick जारी रख सकते हैं, जबकि अन्य उपयोगकर्ता भुगतान करके ऐसे Blue Tick या चेकमार्क प्राप्त कर सकते हैं। हालाँकि, यह अंतर और 'विशेषाधिकार' कुछ महीनों में गायब हो जाना तय है, जैसा कि ट्विटर पर Elon Musk ने संकेत दिया है। मस्क ने एक ट्वीट में कहा, "सभी अवैतनिक लीगेसी ब्लू चेकमार्क कुछ महीनों में हटा दिए जाएंगे।"
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headlinesindia · 1 year
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Bigg Boss 16 में Sajid Khan चला रहे है दबंगई, उड़ा रहे हैं नियमों की धज्जियां, फैमिली' को मिल रहा वीआईपी ट्रीटमेंट
Big Boss 16 में इन दिनों उन सामान्य नियमों की धज्जियां उड़ती दिख रही है, शो में लगातार नियमों का उल्लंघन होता हुए देखा जा सकता है। जिन्हें आम तौर पर इस रियलिटी शो में फॉलो किया जाता रहा है,फिर फैमिली सिस्टम तो Big Boss 16 सीजन की खासियत के तौर पर उभरा है। खुले तौर पर देखा जा सकता है कि घर के कुछ सदस्यों को शुरू से खास फायदा मिलता नजर आ रहा है।वैसे Sajid Khan तो बिग बॉस के नियमों को बिल्कुल भी मानते नहीं हैं और बिग बॉस भी उन्हें किसी काम के लिए कहते नजर नहीं आते हैं।
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खुले आम पीते है सिगरेट Sajid Khan इसकी सबसे बड़ी मिसाल साजिद खान का खुले में सिगरेट पीना है. जब सब कोई स्मोकिंग रूम में स्मोक करते हैं, वैसे में साजिद खान स्मोकिंग रूम के बाहर बैठकर अकसर सिगरेट पीते नजर आते हैं. अभी तक किसी भी सीजन में इस तरह खुले तौर पर किसी को स्मोक करते नहीं दिखाया गया है. न तो बिग बॉस साजिद खान को कुछ कहते हैं, और न ही साजिद खान कुछ सुनने के लिए ही तैयार हैं. वो खुद को सारे बिग बॉस कंटेस्टेंट्स का बाप बताते हैं. फिर कई कंटेस्टेंट्स की तो उनके सामने ���ुबान तक नहीं खुलती है।
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headlinesindia · 1 year
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https://www.headlinesindianews.com/shraddha-murder-case--the-same-aftab-who-had-an-unrequited-love-for-shraddha/
Shraddha Murder Case: श्रद्धा को जिससे थी बेपनाह मोहब्‍बत, उसी आफताब ने 35 टुकडों में बोटी-बोटी काट डाला, Google से सीखा खून साफ करने का तरीका
Shraddha Murder Case:  देश की राजधानी में Aftab Amin पूनावाला ने जिस खौफनाक तरीके से अपनी प्रेमिका Shraddha का कत्‍ल किया। उसने देशवासियों को हैरत में डाल दिया है। यही नहीं, उसने श्रद्धा को बोटी बोटी काटने के बाद लाश को ठिकाने के लिए जो तरीके अपनाए उसने देशवासियों को रुला दिया।       
मानव शरीर संरचना के बारे में पढा आरोपी आफताब ने पहले श्रद्धा को 72 टुकडों में बांटा। फिर उसने खून साफ करने के तरीके गूगल पर सर्च किए थे, और मानव शरीर की संरचना के बारे में विस्तार से पढ़ा था। दिल्ली पुलिस की पूछताछ से उजागर हुआ है कि आफताब ने श्रद्धा का कत्ल 18 मई को किया था, और बाद में शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई. आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने मानव शरीर की संरचना के बारे में पढ़ा था, ताकि शव के टुकड़े करने में मदद मिल सके.
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headlinesindia · 1 year
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Shraddha Murder Case: श्रद्धा को जिससे थी बेपनाह मोहब्‍बत, उसी आफताब ने 35 टुकडों में बोटी-बोटी काट डाला, Google से सीखा खून साफ करने का तरीका
https://www.headlinesindianews.com/shraddha-murder-case--the-same-aftab-who-had-an-unrequited-love-for-shraddha/
देश की राजधानी में Aftab Amin पूनावाला ने जिस खौफनाक तरीके से अपनी प्रेमिका Shraddha का कत्‍ल किया। उसने देशवासियों को हैरत में डाल दिया है।
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headlinesindia · 1 year
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headlinesindia · 2 years
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सपा के संस्थापक Mulayam Singh Yadav करोड़ों की संपत्ति छोड़कर गए हैं. साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान मुलायम सिंह यादव की ओर से दाखिल हलफनामे में अपनी संपत्ति की जानकारी दी गई थी. 
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headlinesindia · 2 years
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समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव गुरुग्राम के Medanta Hospital की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है, और जीवन रक्षक दवाएं दी जा रही हैं।
अस्पताल ने शुक्रवार को अपने स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा कि  मुलायम सिंह जी अभी भी गंभीर है  और जीवन रक्षक दवाओं पर हैं। उनका इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के आईसीयू में विशेषज्ञों की एक व्यापक टीम द्वारा किया जा रहा है।
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headlinesindia · 2 years
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दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejariwal और मंत्री Rajendra Pal Gautam के खिलाफ दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने शिकायत की है. बीजेपी ने शिकायत में उन पर  हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है. आदेश गुप्ता ने  कहा कि चुनाव आते ही अरविंद केजरीवाल हनुमान चालीसा पढऩे लगते हैं और दिल्ली में उनके मंत्री कह रहे हैं कि वे हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानते।
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headlinesindia · 2 years
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 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, भारत में चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की क्षमता है, और देश ने वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के लिए सुधारों पर काम किया है। उन्होंने दावा किया कि नई तकनीक और रचनात्मक सोच चौथी औद्योगिक क्रांति के समान रूप से महत्वपूर्ण घटक हैं।
उन्होंने एक संदेश के माध्यम से कहा कि विभिन्न कारकों के कारण, भारत पहले की औद्योगिक क्रांतियों का हिस्सा बनने से चूक गया होगा। लेकिन भारत में उद्योग 4.0 का नेतृत्व करने की क्षमता है, क्योंकि हाल के इतिहास में पहली बार हमारे पास जनसांख्यिकी, मांग और निर्णायक शासन जैसे कई अलग-अलग कारक हैं।  जो अब एक साथ आ रहे हैं ।
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headlinesindia · 2 years
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Is it a coincidence or experiment in Rajasthan's political drama to make Rahul Gandhi the Congress President? दिल्‍ली। राजस्‍थान में कांग्रेस अपने संकट और मंथन काल में है। अब आने वाले दिनों में कांग्रेस की दशा और दिशा क्‍या होगी यह आने वाला वक्‍त बताएगा। हो कुछ भी, लेकिन एक बात तो साफ है कि 2024 में कांग्रेस की राह अब आसान नहीं है। सबसे पहला सवाल तो पार्टी और संगठन को लेकर है। राहुल गांधी के अध्‍यक्ष न बनने के फैसले के बाद कांग्रेस पार्टी टूटने की कगार पर आ गई। एक ओर राहुल गांधी कन्‍याकुमारी से कश्‍मीर तक भारत जोड़ो कैंपेन चला रहे हैं। तो वहीं कांग्रेस पार्टी के अंदरखाने ही बंटवारे जैसी स्थिति हो गई है।  संकट काल में है कांग्रेस पार्टी  हालत यह है कि राजस्थान में अगले साल चुनाव है, लेकिन गुटबाजी थम नहीं रही है। पंजाब में पहले से ही दुर्गति है। छत्तीसगढ़ में टीएस सिंह देव भी सचिन पायलट के रास्ते पर हैं। कर्नाटक, बिहार, बंगाल में भी पार्टी धरातल खो चुकी है। पूर्वोत्तर हाथ से निकल चुका है। 2024 नजदीक है। राजस्‍थान में गहलोत और सचिन पायलट के बीच जो सियासी नाटक चल रहा है। उसका अंत कैसे होगा, इस पर अटकलें लगाईं जा रही हैं। कहा जा रहा है कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो वो ही सीएम बने रहेंगे। ऐसे में सचिन पायलट के अरमान भी धूमिल हो जाएंगे। वहीं, कांग्रेस अध्‍यक्ष पद का चुनाव तो क्‍या राहुल गांधी ही लड़ेंगे। य���नि इस सियासी नाटक से राहुल गांधी के सामने जो भी विरोध की आवाजें उठ रहीं थी वो थम जाएंगी। और कांग्रेस संगठन एक बार फिर गांधी परिवार की शरण में ही जाएगा। एक्‍सपर्ट की मानें तो हालात तो कुछ ऐसे ही बन रहे हैं।  http://headlinesindia.in/EXPLAINED--The-story-of-the-dominance-of-the-Gandhi-family-on-the-post-of-Congress-President गांधी परिवार के इतर कुछ नहीं  कांग्रेस पार्टी के टूटने और फिर गांधी परिवार की शरण जाने का इतिहास पुराना  है। कांग्रेस में जब गांधी परिवार के इतर सियासी समीकरण बने तब ऐसे हालात जरूर बने। पहली बार 1969 में जब निजलिंगप्पा ने इंदिरा गांधी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। तब इंदिरा ने कांग्रेस (आर) बना लिया और 1971 की जीत के बाद कांग्रेस (ओ) खत्म हो गई। दूसरी बार 1978 में जब इमरजेंसी और संजय गांधी के हस्तक्षेप से आहत होकर पार्टी प्रेसिडेंट कासु ब्रह्मानंद रेड्डी ने इंदिरा को बाहर का रास्ता दिखाया। इंदिरा ने कांग्रेस (आई) बनाई और बाद में फिर वही हुआ। दूसरा वापस आ गया। और विरोध खत्‍म हो गया।  कई बार टूट चुकी है कांग्रेस  इतिहास को देखे तो कांग्रेस में संगठन और सरकार की जिम्‍मेदारी गांधी परिवार के आसपास ही रही है। जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री भी रहीं और पार्टी प्रेसिडेंट भी। गांधी परिवार के अलावा पट्टाभि सितारमैया (1948-49), पुरुषोत्तम दास टंडन (1950), यूएन धेबर (1955-59), नीलम संजीव रेड्डी (1960-63), के कामराज (1964-67(, एस निजलिंगप्पा (1968-69), जगजीवन राम (1970-71), शंकर दयाल शर्मा (1972-74), देवकांत बरूआ (1975-77), पीवी नरसिंह राव (1992-94) और सीताराम केसरी (1996-98) भी पार्टी अध्यक्ष रहे लेकिन नरसिंह राव को छोड़ बाकियों के समय बतौर पीएम गांधी परिवार की पकड़ मजबूत रही।  फिर 360 डिग्री घूमे समीकरण  हालांकि, लाल बहादुर शास्त्री के समय कामराज अध्यक्ष थे। नरसिंह राव और केसरी के साथ कैसे पार्टी गुटबाजी की शिकार हुई यह किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में अध्‍यक्ष पद की सुई फिर गांधी परिवार के पास जाकर ही ठहर जा रही है। यानि हो सकता है कि भारत जोड़ो यात्रा के बीच में राहुल गांधी अपना फैसला बदल सकते हैं। अब प्‍लानिंग का हिस्‍सा है या फिर हालात कुछ ऐसे बन रहे हैं कि कांग्रेस फिर 360 डिग्री घूमकर उसकी मुहाने पर आ गई है। जहां से वह चली थी।  दोनों दिग्‍गज आ गए दिल्‍ली  अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच आर-पार की लड़ाई ठन गई है। पर सूत्रधार कौन है? राजस्‍थान में विधायक दल की बैठक न होना, फिर उसे पायलट के बगावती तेवर कुछ अलग कहानी कह रहे हैं। ऐसे में किरकिरी के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट को दिल्‍ली बुलाया गया है। वहीं, कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के चुनाव के लिए 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल करने की तारीख है। 17 अक्टूबर को चुनाव होने हैं और 19 को रिजल्ट आएगा। अब कांग्रेस में आने वाला कैनवास होगा यह देखने वाली बात होगी।
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headlinesindia · 2 years
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headlinesindia · 2 years
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headlinesindia · 2 years
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Rebellion in Rajasthan Congress against Sachin Pilot, Gehlot played this trick, BJP said all drama
 राजस्थान में सचिन पायलट के खिलाफ कांग्रेंस की बगावत शुरू हो गई है, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने कहा कांग्रेस का नाटक चल रहा है, यह खत्म होना चाहिए,सरकार अब आंतरिक विवादों में फंस गई है.अशोक गहलोत को चाहिए कि वे आपात कैबिनेट बैठक बुलाये और विधानसभा को भंग कर दे. अशोक गहलोत के बाद राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर राजस्थान कांग्रेस उलझ गई है. देर रात तक चले सियासी घमासान में 90 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफे दे दिए हैं, जैसे ही सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की बात सामने आई, अशोक गहलोत खेमा सक्रिय हो गया.विधायक दल की बैठक तो नहीं हुई, लेकिन अशोक गहलोत समर्थक विधायकों ने बैठक कर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने का विरोध किया.इन विधायकों ने पार्टी आलाकमान के सामने कुछ शर्तें भी रख दीं।
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गहलोत समर्थक विधायक हुए बागी, रखी यह शर्त सचिन पायलट के खिलाफ गहलोत समर्थक विधायक बागी हो गए हैं.उन्होंने एक तरह से पार्टी आलाकमान के खिलाफ जाते हुए कुछ शर्ते रखी है. पहली यही कि सचिन पायलट को सीएम न बनाया जाए. दूसरी कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर ही अशोक गहलोत इस्तीफा दें और तीसरी - नई सरकार में अशोक गहलोत समर्थकों को तवज्जो दी जाए.वहीं सचिन पायलट समर्थक भी खुलकर अशोक गहलोत के खिलाफ सामने आए गए हैं.कुल मिलाकर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार संकट में है. गहलोत समर्थक विधायक यह भी चाहते हैं कि उनका नेता कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष ना बने और राजस्थान में ही सक्रिय रहे।
भाजपा की प्रतिक्रिया विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने कहा, कांग्रेस का नाटक चल रहा है, यह खत्म होना चाहिए. सरकार अब आंतरिक विवादों में फंस गई है.अशोक गहलोत को चाहिए कि वे आपात कैबिनेट बैठक बुलाई और विधानसभा को भंग कर दे।
जानिए आगे क्या होगा एक समाचार एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि दोनों एआईसीसी पर्यवेक्षक, मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन आज दिल्ली आएंगे और शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट सौंपेंगे। नाराज विधायक पर्यवेक्षकों से मिलने को तैयार नहीं हैं.हाईकमान से चर्चा के बाद आगे की रणनीति तैयार होगी।
आधी रात तक चला ड्रामा राजस्थान में आधी रात तक सियासी ड्रामा चलता रहा.विधायक दल की बैठक तो नहीं हुई, लेकिन गहलोत गुट के विधायक रविवार शाम से ही कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर जुटने लगे. यहां तय हुआ कि सचिन पायलट को सीएम नहीं बनने दिया जाएगा.गहलोत के वफादार चाहते हैं कि अगला सीएम कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसने 2020 में पायलट द्वारा खुले विद्रोह के दौरान सरकार का समर्थन किया था.इसके बाद खबर आई कि करीब 90 कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा ���ध्यक्ष सीपी जोशी को उनके आवास पर जाकर अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं।
अशोक गहलोत ने चली चाल, उठे सवाल इस पूरे घटनाक्रम के पीछे अशोक गहलोत का दिमाग बताया जा रहा है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि खुद अशोक गहलोत नहीं चाहते कि सचिन पायलट सीएम बने, वे अपने किसी खास को कुर्सी पर बैठाना चाहते हैं.शांति धारीवाल के निवास पर हुए घटनाक्रम के बाद जब अशोक गहलोत से पूछा गया तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ते हुए कहा कि अब मेरे हाथ में कुछ नहीं है.इस बीच, अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर भी सवाल उठने लगे हैं.कहा जा रहा है कि यदि गहलोत अपने ही राज्य में विवाद पैदा कर रहे हैं तो कांग्रेस को कैसे चलाएंगे।
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headlinesindia · 2 years
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नेशनल इंन्‍वेस्टिेगेशन एजेंसी यानि एनआईए ने पीएफआई के आतंकी कनेक्‍शन को लेकर छापेमारी शुरू कर दी है। NIA और ED ने केरल और तमिलनाडु में छापेमारी की बडी कार्रवाई की है। इसके तहत PFI के करीब 50 ठिकानों  को खंगाला जा रहा है। आरोप है कि भारत में साम्प्रदायिक मुद्दों को मुस्लिम संगठन PFI( पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) हवा देता है। यही नहीं, इस संगठन के आतंकी कनेक्‍शन भी सामने आए हैं। 
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headlinesindia · 2 years
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टिकटॉक स्टार और बीजेपी लीडर सोनाली फोगाट की मौत के मामला अब नया मोड़ लेने लगा है. सोनाली के भाई रिंकू ढाका ने उनकी मौत के सिलसिले में पुलिस को जो तहरीर दी है, अगर उसमें लिखे हर शब्दों पर गौर किया जाए तो सोनाली की मौत कोई मामूली मौत नहीं हुई है, बल्कि इसके पीछे एक गहरी  साजिश है जिसका यह हिस्सा है. जिसमें सोनाली के साथ सालों से चल रहे रेप, ब्लैकमेलिंग और स्लो प्वाइजनिंगयानी धीमे ज़हर की साजिश की दर्दनाक कहानी सामने आ रही है।
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