Lala Hansraj also known as Mahatama Hansraj, was an Indian educationist and a follower of Arya Samaj movement founder, Swami Dayanand. Remembering the founder of Dayanand Anglo Vedic (DAV) School #LalaHansraj on his birth anniversary.
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Tributes to the great Freedom Fighter Tatya Tope on his death anniversary. He was one of the foremost leaders of the Revolt of 1857 whose valour and courage continue to inspire generations.
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ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सिद्धिदात्र्यै नम:।
या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।
माँ सिद्धिदात्री को मां दुर्गा का नौवां स्वरूप माना जाता है। माँ सिद्धिदात्री की नवरात्रि के आखिरी दिन यानी नौवें दिन पूजा होती है।
मां सिद्धिदात्री सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। इस दिन माँ के इस स्वरूप की पूजा करने से साधक को सभी सिद्धियां प्राप्ति होती है।
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🌟 Wishing everyone a blessed Ram Navami! 🙏 May the divine blessings of Lord Rama bring joy, peace, and prosperity into your lives. Let's celebrate this auspicious occasion with devotion, righteousness, and harmony. Jai Shree Ram
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अष्टम नवरात्र मां महागौरी
श्वेते वृषे समारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥
या देवी सर्वभूतेषु माँ महागौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
मां दुर्गा का आठवां स्वरूप है महागौरी का। देवी महागौरी का अत्यंत गौर वर्ण हैं। इनके वस्त्र और आभूषण आदि भी सफेद ही हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। महागौरी का वाहन बैल है। देवी के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है। इनका स्वभाव अति शांत है।इनकी आयु आठ वर्ष की मानी हुई है।
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सप्तम नवरात्री मां कालरात्रि
या देवी सर्वभूतेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
नवरात्रि के सातवें दिन मां भगवती के दिन कालरात्रि स्वरूप का पूजन किया जाता है. कहते हैं कि मां कालरात्रि की कृपा से व्यक्ति को रोग, दोष, भय व कष्टों से मुक्ति मिलती है.
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या देवी सर्वभूतेषु कात्यायनी रुपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। मां कात्यायनी को मां दुर्गा का ज्वलंत स्वरूप कहा गया है। शेर पर सवार रहने वाली एवं चार भुजाओं वाली मां कात्यायनी की कृपा से व्यक्ति शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है और उसे जग में शक्ति, यश और सफलता का आशीष भी प्राप्त होता है।
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The best tribute to the legacy of visionary Babasaheb Ambedkar would be committing ourselves to the cause of social justice, equality, and dignity for all. We wish you a very Happy Ambedkar Jayanti!
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In remembrance of the Jallianwala Bagh tragedy, let us pledge to build a world where violence has no place.
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या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
मां स्कंदमाता (Maa Skandmata) की पूजा की जाती है. स्कंद यानी कार्तिकेय की माता होने के कारण देवी को स्कंदमाता का नाम मिला है. माता के इस रूप में उनके गोद में कार्तिकेय विराजमान रहते हैं. माना जाता है कि माता के इस ममतामयी रूप की पूजा अर्चना से बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है.
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या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
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Sow the seeds of prosperity this #Baisakhi! Invest in fractional ownership and upgrade your portfolio to grow with a piece of paradise. Happy Baisakhi!
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Without education, wisdom was lost; without wisdom , morals were lost; without morals, development was lost…" - Mahatma Jyotirao Phule
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या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:.. दधाना कर पद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू.देवी प्रसीदतु मई ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा..ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥
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Maa Chandraghanta
तृतीय नवरात्रि - माता चंद्रघंटा
ऊँ देवी चन्द्रघण्टायै नम: या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ।।
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि शुक्र ग्रह देवी चंद्रघंटा द्वारा शासित है। Maa Chandraghanta देवी पार्वती का विवाहित रूप हैं। भगवान शिव से विवाह के बाद देवी महागौरी ने अपने माथे को आधा चंद्र से सजाना शुरू किया और जिसके कारण देवी पार्वती को देवी चंद्रघंटा के नाम से जाना जाने लगा।
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Fractional Ownership Vs Physical Ownership
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