धूप से तपे पहाड़ चारों धामों में पारा चढ़ा, बढ़ते तपामान ने किया परेशान, जानें मौसम पूर्वानुमान
धूप से तपे पहाड़ चारों धामों में पारा चढ़ा, बढ़ते तपामान ने किया परेशान, जानें मौसम पूर्वानुमान
उत्तराखंड में लगातार पारा चढ़ रहा है। धूप से अब तो पहाड़ भी तप रहे हैं। चाराें धामों में पारा चढ़ गया है। बढ़ते तापमान ने लोगों को परेशान किया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान, बारिश के आसार नहीं हैं। .
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बिहार में कड़ाके की ठंड, शीतलहर के बीच कई शहरों में घना कोहरा, 8वीं तक के स्कूल बंद
पटना : () ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। सोमवार तड़के घने कोहरे से आम जनजीवन प्रभावित रहा। ज्यादातर इलाकों में सुबह कोहरे की वजह से विजिबिलिटी प्रभावित रही। रविवार को भी कोहरे और कम विजिबिलिटी के चलते पटना एयरपोर्ट पर दो फ्लाइट कैंसिल कर दी गई, वहीं 7 फ्लाइट देरी (Bihar Weather) से पहुंचीं। मौसम विभाग के मुताबिक, पटना शहर में प्रदूषण लेवल उच्च स्तर पर रहा। 5 जनवरी तक ऐसे ही हालात रहने के आसार हैं। वहीं शीतलहर के चलते राज्य में 8वीं तक के स्कूल बंद () कर दिए गए हैं।
शीतलहर के चलते नर्सरी से 8वीं तक के स्कूल 7 तक बंद
बढ़ती ठंड और शीतलहर के चलते राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिलों में नर्सरी से आठवीं क्लास तक के सभी स्कूल 7 जनवरी तक बंद रहेंगे। इस बाबत आदेश जारी कर दिया गया है। पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह के जारी आदेश के अनुसार, सरकारी और प्राइवेट स्कूल, दोनों बंद रहेंगे। पटना समेत पूरे बिहार में पिछले कुछ दिनों से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। यही नहीं, कई जिलों में शीतलहर का भी प्रकोप जारी है। इसी को देखते हुए स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए गए।
अगले तीन दिन घने कोहरे का पूर्वानुमान
पटना मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, सूबे में कड़ाके की ठंड तो पड़ ही रही है। इस बीच अगले तीन दिनों तक घना कोहरा रहेगा। दिन में सूरज निकलेंगे लेकिन उनके दर्शन देर से होंगे। पटना मौसम विभाग ने राज्य में घने कोहरे का अलर्ट है, ऐसे में घर से बाहर निकलने वाले लोगों को खास ध्यान रखने की बात कही गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोहरे और कम विजिबिलिटी की वजह से हादसे की संभावना बनी रहती है।
किशनगंज में रहा सबसे अधिकतम तापमान
बिहार में रविवार को अधिकतम तापमान पर नजर डालें तो किशनगंज में पारा सबसे ज्यादा रहा। यहां अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सिवान में 22, पूर्वी चंपारण 22.5, मुजफ्फरपुर में 20.4 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी पटना में दिन का तापमान 19.2 डिग्री, गया में 22, बेगूसराय में 22.2, नवादा में भी 22.2, रोहतास में 22.8, औरंगाबाद में 18.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। http://dlvr.it/SgFGCs
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Rajasthan Weather update: बारिश का इंतजार, आसमान पर लगी है टकटकी
Rajasthan Weather update: बारिश का इंतजार, आसमान पर लगी है टकटकी
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प्रदेश में पिछले दिनों अच्छी बारिश का दौर हो चुका है. सांकेतिक फोटो प्रदेश में सुस्त हुए मानसून के दो दिन बाद फिर से सक्रिय होने की संभावना है. मानसून की सुस्ती के कारण आज और कल राज्यभर में बारिश की संभावनायें ना के बराबर हैं.
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जानलेवा हुई ठंड: कश्मीर में 2 ने गाड़ी में ही तोड़ दिया दम, दिल्ली-NCR में भी कंपा रहा पारा
नई दिल्ली
देश के उत्तरी हिस्से में घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी का प्रकोप है। दिल्ली-एनसीआर में भी काफी जगहों पर कोहरा छाया रहा। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद वहां से आने वाली ठंडी हवाओं ने दिल्ली-एनसीआर में गलन बढ़ा दी है। जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर क्षेत्रों में बर्फ पड़ी है। हिमाचल प्रदेश में भी एक फरवरी तक मौसम शुष्क रहेगा। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के बनिहाल में भारी बर्फभारी के बीच जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर फंसे वाहन में सवार दो लोगों की मौत हो गई। इन लोगों ने गाड़ी में ठंड से बचने के लिए हीटर लगाया गया था।
इन राज्यों में जारी रहेगा शीत लहर का दौर
मौसम विभाग का कहना है कि 27 जनवरी तक ��त्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में शीतलहर का दौर रहेगा। आज से जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने के कारण होगा। हिमाचल प्रदेश में अधिकतर जगहों में 3 दिनों के दौरान मिनिमम टेंपरेचर 2 से 4 डिग्री तक गिर सकता है।
दिल्ली: अगले कुछ दिन छाया रहेगा कोहरा
दिल्ली में अगले दो-तीन दिन में न्यूनतम तापमान के चार डिग्री सेल्सियस तक गिरने का अनुमान है तथा यहां फिर शीत लहर चल सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अधिकतम तापमान के लगभग 16 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इस दौरान घने से बेहद घना कोहरा भी छा सकता है। उन्होंने कहा, ” बर्फ से ढके पश्चिमी हिमालय से आने वाली बफीर्ली हवाओं से तापमान के चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने और शहर में अगले दो-तीन दिन तक शीत लहर चलने का अनुमान है।’
यूपीः ठंड से राहत की उम्मीद नहीं
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर इलाके इस वक्त जबरदस्त गलन और ठिठुरन भरी सर्दी की चपेट में हैं और ठंड से हाल-फिलहाल राहत की कोई उम्मीद भी नहीं है। चलिक मौसम केंद्र के निदेशक जे. पी. गुप्ता ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद वहां से आ रही बर्फीली हवा से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में गलन हो रही है। राज्य के पश्चिमी हिस्सों में कुछ स्थानों पर शीतलहर चल सकती है। वहीं, पूर्वी इलाकों में कुछ जगहों पर शीतलहर के और प्रचंड रूप लेने की संभावना है।
पंजाब और हरियाणाः ज्यादातर स्थानों पर छाया घना कोहरा
पंजाब और हरियाणा में रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया और दोनों राज्यों में ज्यादातर स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा जिससे दृश्यता कम रही। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के अनुसार चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के अमृसतर में न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि लुधियाना और पटियाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बिहारः कोहरे के बीच कुछ इलाकों में बारिश के आसार
राजधानी पटना समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में कोहरे का कहर जारी है। घने कोहरे की वजह से रात और सुबह के समय विजिबिलिटी काफी कम रहती है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित होता है। सूबे में अगले दो दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहेगी। झारखंड की बात करें तो वहां भी ठंड की वजह से गलन और कंपकंपी बढ़ गई है। इसके साथ ही कुछ इलाकों में बारिश के आसार भी बन रहे हैं।
हिमाचलः लाहौल स्पीति रहा सबसे ठंडा
मौसम विभाग ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुफरी, भरमौर, केलोंग और कल्पा में बर्फबारी हुई जबकि राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में मध्यम स्तर की बारिश हुई है। लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक केन्द्र केलोंग राज्य का सबसे ठंडा इलाका बना हुआ है, जहां तापमान शून्य से 9.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है।
मध्य प्रदेशः तीन दिन तक शीतलहर चलने की संभावना
मध्य प्रदेश में उत्तरी क्षेत्रों से आने वाली सर्द हवाओं के कारण तापमान में गिरावट होने से राज्य में अगले तीन दिन तक शीतलहर रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग कार्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी के साहा ने रविवार को बताया कि देश के उत्तर एवं उत्तर-पूर्व इलाकों से अब मध्य प्रदेश की ओर सर्द हवाओं के आने की संभावना है।
मुंबईः ठंडी बयारों से पारे में गिरावट
मुंबई के तापमान में पिछले कुछ दिन से गिरावट देखने को मिल रही है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने मंगलवार से न्यूनतम तापमान के साथ-साथ अधिकतम तापमान गिरने की भविष्यवाणी की है। मौसम का आकलन करनेवाली निजी संस्था के प्रमुख महेश पलावत ने बताया कि उत्तर पूर्वी इलाकों से ठंडी हवा की बयार शुरू हो गई है। इसका असर मुंबई के न्यूनतम और अधिकतम तापमान पर पड़ेगा। इससे तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। लगभग एक सप्ताह तक तापमान में इसी तरह की गिरावट जारी रहेगी।
जम्मू-कश्मीरः वाटर पाइप लाइन में जम गया पानी
कश्मीर में बर्फबारी होने के बाद रविवार को ज्यादातर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई लेकिन सुबह बादल छंटने से धूप खिली। मौसम विभाग के अनुसार इस महीने के अंत तक मौसम शुष्क बना रहेगा। कश्मीर में इस समय 40 दिन तक चलने वाले ‘चिल्लई कलां’ का प्रकोप जारी है। कड़ाके की ठंड में इस दौरान शीतलहर चलने के साथ जलाशय और जल आपूर्ति की पाइपलाइन इत्यादि जम गए हैं।
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दिल्ली में आज हो सकती है बारिश, ठंड बढ़ने के अनुमान
दिल्ली में आज 8 जनवरी को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा!
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में मौसम सर्द बना हुआ है! आने वाले हफ्ते में हल्की बारिश और गहरा कोहरा लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकता है! दिल्ली के कई इलाकों में विजिबिलिटी 300 मीटर तक दर्ज की गई, जो और कम दर्ज की जा सकती है! दिल्ली में आज 8 जनवरी को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा! आज हल्के बादल छाए रहने के साथ सुबह और रात के वक्त हल्की बारिश भी हो सकती है जिसके बाद तेजी से पारा लुढ़क सकता है!
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर में सात जनवरी का न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया! साथ ही हल्के बादल छाए रहने का अनुमान भी जताया गया! पहाड़ी इलाको में हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में महसूस हो रहा है! सर्द हवाओं के साथ सुबह और रात के वक्त विजिबिलिटी बेहद कम होने के चलते लोग सड़कों पर अपनी सुरक्षा के मद्देनजर फॉग लाइट जलाकर सफर कर रहे हैं! मौसम साफ होने के बाद पारे के एक बार फिर से गिरने की संभावना है! ऐसे में ठंड बढ़ सकती है!
एमपी में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक 10 जनवरी तक दिल्लीवासियों को अधिक सर्दी से राहत मिलेगी! वहीं हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के बाद केलांग, कल्पा और मनाली में पारा शून्य से नीचे चला गया है! कल्पा में छह सेमी, पूह और कोठी में पांच-पांच सेमी बर्फबारी दर्ज की गई है! वहीं मध्य प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्र���ार को नए साल की दूसरी बारिश होने की संभावना है!
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के भोपाल केंद्र ने पूर्वानुमान में कहा कि शुक्रवार सुबह तक होशंगाबाद संभाग और सीहोर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, धार, उज्जैन और देवास जिलों के अलग-अलग इलाकों में बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है! इसके अलावा ग्वालियर, चंबल, सागर और उज्जैन संभागों और भोपाल-राजगढ़ जिलों के अलग-अलग जगहों पर शुक्रवार सुबह को मध्यम से भारी कोहरा होने की संभावना है!
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दिल्ली ने शनिवार शाम को अपना सबसे कम तापमान दर्ज किया। मौसम विभाग ने जानकारी दी कि शनिवार शाम दिल्ली में शीत लहरों ने ठंड को बढ़ा दिया लेकिन दोपहर को निकली धूप से दिल्ली वालों राहत मिली। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शहर के लिए प्रतिनिधि के रूप में लिए गए सफदरजंग वेधशाला का तापमान केवल 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सर्दियों के महीनों में सबसे कम और सामान्य से चार डिग्री कम है।आईएमडी ने कहा कि लोधी रोड और अयानगर स्टेशनों पर पारा 3.3 डिग्री सेल्सियस और 3.4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया, क्योंकि बर्फ से लदी पश्चिमी हिमालय की बर्फीली हवाओं ने शहर को ढक दिया था। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख, कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, “दिल्ली में कुछ दिनों तक शीत लहर की स्थिति बनी रहने की संभावना है।”उन्होंने कहा, “उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति समाप्त हो गई है, जिसका मतलब है कि वहाँ साफ धूप है, जो सतह को गर्म करने में सक्षम है। कोहरे की परत हट गई है। हम 22 दिसंबर के आसपास इस क्षेत्र को प्रभावित करने के लिए एक पश्चिमी विक्षोभ की उम्मीद कर रहे हैं, जब नमी बढ़ेगी और पूरे क्षेत्र में घने कोहरे की संभावना है। शीत लहर की स्थित भी हो सकती है।” ठंडा दिन तब दर्ज किया जाता है जब तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के भीतर हो और न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री होता है। मैदानी भागों में शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे होता है और / या लगातार दो दिनों तक मौसम के सामान्य से 4.5 डिग्री कम होता है। कुछ 48 घंटों के दौरान उत्तराखंड, पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे कुछ स्थानों पर कोल्ड डे / गंभीर ठंड की स्थिति की संभावना है। इन क्षेत्रों में 21 दिसंबर से कोल्ड डे की स्थिति फिर से बढ़ने की संभावना है। वहीं दिल्ली की वायु गुणवत्ता “खराब” श्रेणी में रही, जिसमें औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शनिवार को 290 पर था। वायु प्रदूषण का स्तर 21 दिसंबर से बढ़ना शुरू हो सकता है क्योंकि हवा की गति कम होने की संभावना है और पूरे उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में घने कोहरे का असर पड़ने की संभावना है
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पहाड़ी राज्यों से आने वाली पछुआ हवा ने रांची में बढ़ाई कनकनी, दो दिनों में 6 डिग्री लुढका रांची का न्यूनतम तापमान [Source: Dainik Bhaskar]
पहाड़ी राज्यों से आने वाली पछुआ हवा ने रांची में बढ़ाई कनकनी, दो दिनों में 6 डिग्री लुढका रांची का न्यूनतम तापमान [Source: Dainik Bhaskar]
रांची में सुबह से धूप खिली है लेकिन कश्मीर और हिमाचल से आने वाली पछुआ हवा ने यहां कनकनी बढ़ा दी है। सुबह से ही तेज ठंडी हवा चल रही है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के मुताबिक अरब सागर में बने लो प्रेशर और राजस्थान में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर अभी रांची समेत पूरे राज्य में देखने को मिलेगा।
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पूर्वानुमान के मुताबिक, 20 दिसंबर तक हिमालय के क्षेत्र में एक नया…
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नई दिल्ली
देश में इस सदी के अंत तक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ सकता है। एक सरकारी रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है।जलवायु परिवर्तन का देश पर प्रभाव से संबंधित एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ ही लू की तीव्रता तीन से चार गुना बढ़ जाने का पूर्वानुमान है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इस रिपोर्ट के मुताबिक 1901 से लेकर 2018 के दौरान भारत के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। इसकी मुख्य वजह ग्रीन हाउस गैसों की वजह से बढ़ी गर्मी है। इस रिपोर्ट को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन मंगलवार को प्रकाशित कर सकते हैं। यह रिपोर्ट पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के तहत आने वाले जलवायु परिवर्तन अनुसंधान केंद्र ने तैयार की है।
गर्म दिन और रातों की आवृत्ति बढ़ने का अनुमान
रिपोर्ट में कहा गया है कि 21वीं सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में करीब 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है। देश में 1986 से 2015 की 30 साल की अवधि के दौरान वर्ष के सबसे गर्म दिन और सबसे ठंडी रात के तापमान में क्रमश: करीब 0.63 डिग्री सेल्सियस और 0.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक सबसे गर्म दिन और सबसे सर्द रात के तापमान में क्रमश: करीब 4.7 डिग्री सेल्सियस और 5.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान है। इसमें कहा गया कि गर्म दिन और गर्म रातों की आवृत्ति के क्रमश: 55 और 70 प्रतिशत बढ़ने का पूर्वानुमान है।
समुद्र का तापमान 1 डिग्री बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक गर्मी (अप्रैल-जून) में भारत में चलने वाली लू की आवृत्ति 21वीं सदी के अंत तक तीन से चार गुना ज्यादा होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया कि उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर की समुद्री सतह का तापमान 1951 से 2015 के बीच औसतन एक डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, जो इस अवधि के वैश्विक औसत 0.7 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है। उत्तरी हिंद महासागर का जलस्तर 1874 से 2004 के बीच प्रतिवर्ष 1.06 से लेकर 1.75 मिलीमीटर की दर से बढ़ा, जबकि बीते ढाई दशक (1993 से 2017) में इसके बढ़ने की दर 3.3 मिलीमीटर प्रतिवर्ष रही, जो वैश्विक माध्य समुद्र तल वृद्धि के बराबर है।
300 मिली बढ़ जाएगा हिंद महासागर के जल स्तर
रिपोर्ट कहती है कि उत्तरी हिंद महासागर में समुद्र तल का स्तर करीब 300 मिलीमीटर बढ़ जाएगा। इसमें बताया गया है कि भारत में मॉनसून के मौसम (जून से सितंबर) में भी 1951 से 2015 के बीच करीब छह प्रतिशत की कमी आई है और सबसे ज्यादा नुकसान गंगा के मैदानी इलाकों और पश्चिमी घाटों को हुआ है।
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Go to Source भारत में 4 डिग्री से ज्यादा बढ़ सकता है तापमान: रिपोर्ट नई दिल्ली देश में इस सदी के अंत तक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ सकता है। एक सरकारी रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है।जलवायु परिवर्तन का देश पर प्रभाव से संबंधित एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ ही लू की तीव्रता तीन से चार गुना बढ़ जाने का पूर्वानुमान है।
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इस सदी के अंत तक भारत में 4 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बढ़ सकता है तापमान: रिपोर्ट
फाइल फोटो
हाइलाइट्स
देश में इस सदी के अंत तक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ सकता है
1901 से लेकर 2018 के दौरान भारत के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई
गर्म दिन और गर्म रातों की आवृत्ति के क्रमश: 55 और 70 प्रतिशत बढ़ने का पूर्वानुमान
उत्तरी हिंद महासागर में समुद्र तल का स्तर करीब 300 मिलीमीटर बढ़ जाएगा
नई दिल्ली
देश में इस सदी के अंत तक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ सकता है। इस सरकारी रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है।जलवायु परिवर्तन का देश पर प्रभाव से संबंधित एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ ही लू की तीव्रता तीन से चार गुना बढ़ जाने का पूर्वानुमान है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इस रिपोर्ट के मुताबिक 1901 से लेकर 2018 के दौरान भारत के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। इसकी मुख्य वजह ग्रीन हाउस गैसों की वजह से बढ़ी गर्मी है। इस रिपोर्ट को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन मंगलवार को प्रकाशित कर सकते हैं। यह रिपोर्ट पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के तहत आने वाले जलवायु परिवर्तन अनुसंधान केंद्र ने तैयार की है।
गर्म दिन और रातों की आवृत्ति बढ़ने का अनुमान
रिपोर्ट में कहा गया है कि 21वीं सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में करीब 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है। देश में 1986 से 2015 की 30 साल की अवधि के दौरान वर्ष के सबसे गर्म दिन और सबसे ठंडी रात के तापमान में क्रमश: करीब 0.63 डिग्री सेल्सियस और 0.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक सबसे गर्म दिन और सबसे सर्द रात के तापमान में क्रमश: करीब 4.7 डिग्री सेल्सियस और 5.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान है। इसमें कहा गया कि गर्म दिन और गर्म रातों की आवृत्ति के क्रमश: 55 और 70 प्रतिशत बढ़ने का पूर्वानुमान है।
समुद्र का तापमान 1 डिग्री बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक गर्मी (अप्रैल-जून) में भारत में चलने वाली लू की आवृत्ति 21वीं सदी के अंत तक तीन से चार गुना ज्यादा होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया कि उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर की समुद्री सतह का तापमान 1951 से 2015 के बीच औसतन एक डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, जो इस अवधि के वैश्विक औसत 0.7 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है। उत्तरी हिंद महासागर का जलस्तर 1874 से 2004 के बीच प्रतिवर्ष 1.06 से लेकर 1.75 मिलीमीटर की दर से बढ़ा, जबकि बीते ढाई दशक (1993 से 2017) में इसके बढ़ने की दर 3.3 मिलीमीटर प्रतिवर्ष रही, जो वैश्विक माध्य समुद्र तल वृद्धि के बराबर है।
300 मिली बढ़ जाएगा हिंद महासागर के जल स्तर
रिपोर्ट कहती है कि उत्तरी हिंद महासागर में समुद्र तल का स्तर करीब 300 मिलीमीटर बढ़ जाएगा। इसमें बताया गया है कि भारत में मॉनसून के मौसम (जून से सितंबर) में भी 1951 से 2015 के बीच करीब छह प्रतिशत की कमी आई है और सबसे ज्यादा नुकसान गंगा के मैदानी इलाकों और पश्चिमी घाटों को हुआ है।
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यहाँ है 28 मई के बाद अधिकतम तापमान के कम होने का अनुमान
यहाँ है 28 मई के बाद अधिकतम तापमान के कम होने का अनुमान
देखिये क्या है दक्षिण पश्चिम मानसून की स्थिति
नई दिल्ली, 28 मई/ एग्रोमीडिया
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान के अनुसार बढ़े हुए घने बादलों तथा मध्य क्षोभमंडलीय स्तरों तक दक्षिण पश्चिमी हवा के गहराने को देखते हुए दक्षिण पश्चिम मानसून दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, अंडमान सागर तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के ज्यादातर हिस्सों की ओर बुधवार को और बढ़ा है।
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बारिश से बढ़ी ठंड, जनजीवन अस्त-व्यस्त
बारिश से बढ़ी ठंड, जनजीवन अस्त-व्यस्त
दिसंबर माह में ठंड की शुरुआत में ही मौसम के करवट बदलते ही जनजीवन अस्त व्यस्त और बदहाल हो गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पछुआ हवा के झमाझम बारिश ने तापमान में गिरावट के साथ कंपकपी वाली ठंड को बढ़ा दिया है। जिससे आमजनों की दिनचर्या पर अप्रतिकूल असल पड़ा है। बच्चे व बूढ़े ठंड से कांपते व ठिठुरने नजर आ रहें हैं।
गर्मिले कपड़े नहीं निकाल पाने के दैनिक कर्मी, शिक्षक, यात्री आदि यत्र…
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जम्मू एवं कश्मीर में शीतलहर जारी, कारगिल में पारा शून्य से 19 डिग्री नीचे has been published on PRAGATI TIMES
जम्मू एवं कश्मीर में शीतलहर जारी, कारगिल में पारा शून्य से 19 डिग्री नीचे
जम्मू/श्रीनगर,(आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर में रातभर छाए बादलों और शीतलहर के कारण मंगलवार को राज्य के न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट दर्ज हुई।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “शून्य से 19 डिग्री सेल्सियस कम तापमान के साथ मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर में कारगिल सबसे ठंडा रहा, जबकि लेह में शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज हुआ।”
बर्फ से ढकी पहाड़ियों से कश्मीर घाटी में आ रही ठंडी हवाओं ने यहां की कड़ाके की ठंड वाली 40 दिवसीय अवधि ‘चिल्लई कलां’ की तीव्रता को और बढ़ा दिया है। यह अवधि 30 जनवरी को समाप्त होगी।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में अगले दो-तीन दिनों में जम्मू क्षेत्र, कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में रात के तापामन में और गिरावट आने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “जम्मू शहर में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि श्रीनगर में शून्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।”
कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र के मैदानी इलाकों में चल रही ठंडी हवाओं ने रात में ठिठुरन और बढ़ा दी है, जबकि धूप निकलने के चलते जम्मू में दिन के समय थोड़ी गर्माहट महसूस होती है।
पहलगाम में तापमान शून्य से 6.6 डिग्री नीचे और गुलमर्ग में शून्य से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ।
कटरा में मंगलवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री, बटोटे में 3.8 डिग्री, बनिहाल में शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि भदरवाह और उधमपुर दोनों जगहों पर 0.6डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
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Rajasthan weather update: सावन के अंतिम सोमवार को जयपुर में झमाझम बारिश, 5 अगस्त से फिर सक्रिय हो सकता है मानसून
Rajasthan weather update: सावन के अंतिम सोमवार को जयपुर में झमाझम बारिश, 5 अगस्त से फिर सक्रिय हो सकता है मानसून
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राजस्थान में 5-6 अगस्त से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है. (सांकेतिक तस्वीर) कमजोर पड़े मानसून के बीच सावन के आखिरी सोमवार को राजधानी जयपुर में अलसुबह हुई झमाझम बारिश ने लोगों को खुश कर दिया. भारतीय मौसम विभाग ने मानसून को…
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हल्के कोहरे के साथ ही एक बार फिर बढ़ा ठंड का असर, भोपाल 11.4 डिग्री पर - दैनिक भास्कर
दैनिक भास्कर हल्के कोहरे के साथ ही एक बार फिर बढ़ा ठंड का असर, भोपाल 11.4 डिग्री पर दैनिक भास्कर भोपाल। राज्य में गुरुवार की सुबह हल्का कोहरा छाने के साथ सर्द हवाओं का दौर चला, जिससे ठिठुरन बनी रही। मौसम विभाग के मुताबिक, हवाओं का रुख उत्तर-पूर्वी होने से राज्य में एक बार फिर ठंड का असर बढ़ा है। इस दौरान भोपाल का न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले 24 घंटे में इस तरह रहेगा मौसम... इन जिलों में छा सकता है कोहरा... मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी 24 घंटों में चंबल संभाग के अलावा ग्वालियर व दतिया में शीतलहर का असर बना रह सकता है। इसके अलावा अन्य स्थानों का मौसम शुष्क रहेगा। इसके साथ ही मुरैना, भिंड, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, टीकमगढ़, छतरपुर, ... यूएन मौसम एजेंसी ने कहा, 2016 रहा सबसे गर्म वर्षदैनिक जागरण तापमान बढ़ा मगर ठंडी हवाओं की सनसनी जारी रहेगीआज तक मौसम में आज अचानक हो सकता है बदलाव, तापमान में होगी गिरावटप्रभात खबर Bhasha-PTI -पलपल इंडिया -Samay Live (पंजीकरण) -देशबन्धु सभी १५६ समाचार लेख » http://dlvr.it/N8SZj3
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Rajasthan weather update: मानसून की चाल सुस्त, गर्मी के तेवर हुए तीखे, पारा चढ़ा
Rajasthan weather update: मानसून की चाल सुस्त, गर्मी के तेवर हुए तीखे, पारा चढ़ा
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जयपुर.प्रदेश में मानसून (Monsoon) के कमजोर पड़ने के साथ ही सूर्यदेव ने अपने तेवर फिर तीखे कर लिए हैं. प्रदेश के कुछ इलाकों के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. मंगलवार को श्रीगंगानगर में पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया तो चूरू में भी 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. मौसम विभाग…
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इस सदी के अंत तक भारत में 4 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बढ़ सकता है तापमान: रिपोर्ट
फाइल फोटो
हाइलाइट्स
देश में इस सदी के अंत तक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ सकता है
1901 से लेकर 2018 के दौरान भारत के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई
गर्म दिन और गर्म रातों की आवृत्ति के क्रमश: 55 और 70 प्रतिशत बढ़ने का पूर्वानुमान
उत्तरी हिंद महासागर में समुद्र तल का स्तर करीब 300 मिलीमीटर बढ़ जाएगा
नई दिल्ली
देश में इस सदी के अंत तक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ सकता है। इस सरकारी रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है।जलवायु परिवर्तन का देश पर प्रभाव से संबंधित एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ ही लू की तीव्रता तीन से चार गुना बढ़ जाने का पूर्वानुमान है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इस रिपोर्ट के मुताबिक 1901 से लेकर 2018 के दौरान भारत के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। इसकी मुख्य वजह ग्रीन हाउस गैसों की वजह से बढ़ी गर्मी है। इस रिपोर्ट को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन मंगलवार को प्रकाशित कर सकते हैं। यह रिपोर्ट पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के तहत आने वाले जलवायु परिवर्तन अनुसंधान केंद्र ने तैयार की है।
गर्म दिन और रातों की आवृत्ति बढ़ने का अनुमान
रिपोर्ट में कहा गया है कि 21वीं सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में करीब 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है। देश में 1986 से 2015 की 30 साल की अवधि के दौरान वर्ष के सबसे गर्म दिन और सबसे ठंडी रात के तापमान में क्रमश: करीब 0.63 डिग्री सेल्सियस और 0.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक सबसे गर्म दिन और सबसे सर्द रात के तापमान में क्रमश: करीब 4.7 डिग्री सेल्सियस और 5.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान है। इसमें कहा गया कि गर्म दिन और गर्म रातों की आवृत्ति के क्रमश: 55 और 70 प्रतिशत बढ़ने का पूर्वानुमान है।
समुद्र का तापमान 1 डिग्री बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक गर्मी (अप्रैल-जून) में भारत में चलने वाली लू की आवृत्ति 21वीं सदी के अंत तक तीन से चार गुना ज्यादा होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया कि उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर की समुद्री सतह का तापमान 1951 से 2015 के बीच औसतन एक डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, जो इस अवधि के वैश्विक औसत 0.7 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है। उत्तरी हिंद महासागर का जलस्तर 1874 से 2004 के बीच प्रतिवर्ष 1.06 से लेकर 1.75 मिलीमीटर की दर से बढ़ा, जबकि बीते ढाई दशक (1993 से 2017) में इसके बढ़ने की दर 3.3 मिलीमीटर प्रतिवर्ष रही, जो वैश्विक माध्य समुद्र तल वृद्धि के बराबर है।
300 मिली बढ़ जाएगा हिंद महासागर के जल स्तर
रिपोर्ट कहती है कि उत्तरी हिंद महासागर में समुद्र तल का स्तर करीब 300 मिलीमीटर बढ़ जाएगा। इसमें बताया गया है कि भारत में मॉनसून के मौसम (जून से सितंबर) में भी 1951 से 2015 के बीच करीब छह प्रतिशत की कमी आई है और सबसे ज्यादा नुकसान गंगा के मैदानी इलाकों और पश्चिमी घाटों को हुआ है।
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