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#दिल्ली में कोरोना की स्थिति
krazyshoppy · 2 years
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दिल्ली में बीते दिन आए कोरोना के 899 केस, जानिए बूस्टर डोज से जुड़ी ये जरूरी बात
दिल्ली में बीते दिन आए कोरोना के 899 केस, जानिए बूस्टर डोज से जुड़ी ये जरूरी बात
Delhi Covid-19 Update: देश भर में एक बार फिर कोरोना (Coroana) के मामले बढ़ने लगे हैं.  अगर पिछले 24 घंटे की बात करें तो 2858 कोरोना के नए मामले सामने आए है जो कि पिछले 24 घंटे की तुलना में 0.6% ज्यादा है.  इस बीच सबसे ज्यादा संक्रमण के नए मामले राजधानी दिल्ली से सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अकेले दिल्ली में कोरोना के 899 नए मामले सामने आए है, इसके अलावा…
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best24news · 2 years
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Post Office ने निकाली बंफर भर्ती, ऐसे करे अप्लाई
Post Office ने निकाली बंफर भर्ती, ऐसे करे अप्लाई
नई दिल्ली: कोरोना काल के चलते कई लोगो की नोकरी चली गई है। कई लोगो को अभी नौकरी की सख्त जरूरत है।आज के समय में अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने व जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजगार बहुत जरूरी है। कोरोना काल से रोजगार की समस्या ज्यादा गंभीर बनी हुई है। अगर आप भी अपने लिए नौकरी की तलाश कर रहे है तो यह खबर आपके लिए खुशी की खबर है। UPSC Success Story: 30 बार फेल होने के बावजूद बने IPS , जानिए सफलता के…
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tvsandeshbharat09 · 2 months
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अब आकाश मार्ग से मिलेगी दवाई, जानिए क्या हैं पुरी ख़बर?
Ambikapur Medicine Delivery by Drone: अंबिकापुर में अब आपात स्थिति में मेडिसिन और सैंपल आकाश मार्ग से पहुंचाएं जाएंगे. इसका सोमवार को ट्रायल किया गया. ड्रोन के जरिए दवाई पहुंचाने की व्यवस्था कैसी होगी इसके बारे में आपको बताते हैं
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अक्सर ऐसा देखने और सुनने को मिलता है कि ट्रैफिक के कारण दवा पहुंचने में देर हो गई. कई बार दवा समय पर न मिलने पर लोगों की जान भी चली जाती है. ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए अंबिकापुर में एक खास टेक्निक डेवलप की गई है. इस टेक्निक से लोगों के पास समय से दवाईयां और सैंपल पहुंचाई जा सकेगी.
ड्रोन के माध्यम से पहुंचायी जाएगी दवा
अम्बिकापुर में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा किया गया है. अब इमरजेंसी में ड्रोन से दवाइयां और सैम्पल पहुंचाए जाने की योजना बनाई जा रही है. सोमवार को इसका सफल ट्रायल किया गया. ट्रायल के दौरान ड्रोन अम्बिकापुर से उदयपुर तक 40 किलोमीटर का सफर तय कर वापस लौटा. ये ड्रोन वापस उदयपुर से अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज तक लाया गया|
अंबिकापुर के राजमाता श्रीमती देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय का चयन ड्रोन टेक्नोलॉजी इन हेल्थ केयर सेक्टर के लिए किया गया था. भारत सरकार ने देश के 25 मेडिकल कॉलेज का चयन इस टेक्नोलॉजी के लिए किया है, इसमें सरगुजा के मेडिकल कॉलेज का नाम भी शामिल हो गया है
Ambikapur Medicine Delivery by Drone: महिला समूहों को दी गई ट्रेनिंग
इस खास टेक्नोलॉजी का उपयोग यातायात बाधित होने, आपदा के दौरान दवा और सैम्पल पहुंचाने के लिए किया जाएगा. इसके पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन महीने के लिए सीएचसी उदयपुर से मेडिकल कॉलेज तक इसका संचालन किया जाना है| इस ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के लिए टीम को विशेष प्रशिक्षण के लिए दिल्ली भेजा गया था. महिला समूहों को ड्रोन चलाने सहित पूरी प्रोसेस की ट्रेनिंग दी गई है|
विषम परिस्थितियों में तकनीक होगी कारगर
भारत सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार नए-नए प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में अब भारत सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए अत्याधुनिक ड्रोन टेक्नोलॉजी को भी इसमें शामिल करने का निर्णय लिया है. इस योजना का उद्देश्य आपदा-विपदा के समय लोगों को समय पर राहत पहुंचाना है. प्रायः यह देखा जाता है कि यातायात बाधित होने, हड़ताल, सड़क दुर्घटना की स्थिति में सैम्पल, दवा, किट्स इत्यादि की सप्लाई बाधित होती है. यह पायलट प्रोजेक्ट उसी दिशा में टेस्टिंग इत्यादि नियंत्रित करने में सार्थक पहल होगी. इसके साथ ही कोरोना जैसी महामारी की स्थिति में यह बहुत कारगर और प्रभावी कदम साबित होगा.
मेडिकल कॉलेज का चयन ड्रोन टेक्नोलॉजी इन हेल्थ केयर के रूप में होना गर्व की बात है. पायलट प्रोजेक्ट के लिए ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया से एमओयू के बाद महिलाओं को प्रशिक्षण के लिए दिल्ली भेजा गया था. पायलट प्रोजेक्ट के लिए सीएचसी उदयपुर और मेडिकल कॉलेज के बीच इसका संचालन किया जाना है. आज ड्रोन उड़ाकर ट्रायल किया गया है. सफल ट्रायल के बाद उम्मीद है कि जल्द ही हम इसे शुरू कर पाएंग|
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dainiksamachar · 5 months
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ड्रैगन को अपनों ने ही दिया दर्द, अमेरिकी बैंक में खाता, जापान में फ्लैट... क्यों चीन से पैसा निकाल रहे चीनी ?
नई दिल्ली: चीन की खस्ताहाल इकॉनमी खतरनाक स्तर पर पहुंच ���ई है। रियल एस्टेट कंगाली के कगार पर है। रियल एस्टेट की बड़ी-बड़ी कंपनियां दिवालिया हो रही हैं। में रियल एस्टेट की हिस्सेदारी 30 फीसदी से अधिक की है। ऐसे में अगर यह सेक्टर डूबता है तो पूरी इकॉनमी पर असर होगा। ऐसा ही कुछ देखने को भी मिल रहा है। चीन में रियल एस्टेट संकट का असर अब बैंकिंग सेक्टर तक पहुंच गया है। इस संकट ने धीरे-धीरे दूसरे सेक्टर्स को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। वहीं चीन की खस्ताहाल इकॉनमी से डरे लोग अब चीन से बाहर निवेश कर रहे हैं। वो विदेशों में पैसा भेज रहे हैं। चीन के लोग जापान, अमेरिका जैसे देशों में फ्लैट से लेकर स्टॉक्स और गोल्ड में पैसा लगा रहे हैं। चीन को झटका चीन के लोग, खासकर संपन्न लोग चीन के बजाए विदेशों में पैसा निवेश कर रहे हैं। चीनी अपनी बचत का पैसा विदेशों में अपार्टमेंट, स्टॉक में लगा रहे हैं। लोग सोने की बिस्किट खरीद कर सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ रहे हैं। खासकर जापान में उनका निवेश तेजी से बढ़ा है। जापान में चीन के लोग महंगे फ्लैट्स खरीद रहे हैं। वहीं अमेरिकी बैंकों में भी चीन के लोगों की फंड बढ़ रहा है। अमेरिकी बैंकों में चीन के लोग पैसा जमा करवा रहे हैं, क्योंकि वहां उन्हें चीन के मुकाबले वहां ज्यादा ब्याज मिल रहा है। चीन में बैंक ब्याज दरों में लगातार कटौती रहे हैं। वहीं बैंकिंग सेक्टर पर मंदी का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए चीन के लोग देश के बाहर निवेश कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के लोग टोक्यो में अपार्टमेंट खरीदने वालों में सबसे ऊपर हैं। चीनी महंगे और लग्जरी अपार्टमेंट्स खरीद रहे हैं। जापान के टोक्यों जैसे शहर में 30 लाख डॉलर के ऊपर के घर खरीदने वालों में चीन के लोग सबसे आगे हैं। खतरे में चीन की अर्थव्यवस्था न्यूयार्क टाइम्स ने टोक्यो के एक रियल एस्टेट कंपनी के मालिक झाओजी के हवाले से लिखा कि चीन के लोग सूटकेस में पैसा भरकर जापान जाते हैं, और वहां फ्लैट्स, गोल्ड, स्टॉक्स में निवेश करते हैं। पहले जहां ज्यादातर चीनी स्टूडियो अपार्टमेंट खरीदते थे, अब वो महंगे घर खरीद रहे हैं। जापान के अलावा अमेरिका में भी चीन के लोगों क निवेश बढ़ा है। चीन के लोग अमेरिकी बैंकों में पैसा जमा कर रहे है। अमेरिका में स्टॉक्स मार्केट में पैसा लगा रहे हैं। चीन के लोगों का यह कदम वहां की इकॉनमी के लिए बेहद खतरनाक है। अभी यह संख्या छोटी है, लेकिन अगर इसी तरह से रफ्तार जारी रहा तो इकॉनमी पर असर पड़ेगा। निर्यात पर असर कोरोना के बाद से चीन की स्थिति बेहद खराब होती चली जा रही है। बेरोजगारी चरम पर है। विदेशी कंपनियां चीन से कारोबार समेट रही है। चीन की फैक्ट्रियों में उत्पादन सीमित हुए हैं। कंपनियां कर्ज से जुझ रही है। वहीं नियार्त घटता जा रहा है। निर्यात चीन की इकॉनमी का आधार है, लेकिन अमेरिका जैसे देशों के साथ खराब होते रिश्तों का असर निर्यात पर दिखने लगा है। चीन के घटते निर्यात से कंपनियों का घाटा बढ़ता जा रहा है, वहीं चीन की इकॉनमी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। http://dlvr.it/Szc9Kk
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stackumbrella1 · 1 year
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कोरोना वायरस: देश में मॉकड्रिल के साथ नए निर्देश जारी, जाने किन-किन राज्यों में मास्क अनिवार्य..
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Corona Virus: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आज देशभर में कोरोना की तैयारियों को लेकर मॉकड्रिल की जा रही है। बता दें कि यह मॉकड्रिल 10 और 11 अप्रैल को सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में होगी।
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देशभर में मॉकड्रिल के निर्देश
Corona Virus: राजधानी दिल्ली में सभी अस्पतालों, पॉ��िक्लीनिक व डिस्पेंसरियों में जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच, कोरोना संक्रमण के चलते किसी भी स्थिति से निपटने के लिए देशभर में सरकारी और निजी अस्पतालों में दो दिन मॉकड्रिल होगी।
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avantimedia · 1 year
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देश में पिछले दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के 3  हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 1 सप्ताह में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी होकर 15 हजार से अधिक हो गई है। देश में शुक्रवार तक कोरोना वायरस के 7,927 एक्टिव केस थे, जो 31 मार्च को बढ़कर 15,208 हो गए है । एक सप्ताह में दैनिक कोविड संक्रमण दर भी बढ़कर 2.61 प्रतिशत हो गई है। हालांकि ठीक होने वाले मरीजों के प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जो अब भी हल्का है और ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। एक दिन पहले कोरोना वायरस के 3,016 नए मामले सामने आए थे और शुक्रवार को 3,095 नए मामले सामने आए हैं। 
जीनोम परीक्षण में ओमिक्रॉन उप-प्रकार की भिन्नता की पुष्टि 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अभी जो जीनोम टेस्ट के नतीजे सामने आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर इस बात की पुष्टि करते हैं कि एक्स-लिंक्ड बी-सेल लिंफोमा जीन का एक ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट है। इस सब-वैरिएंट के 600 से अधिक मामलों की पुष्टि की जा चुकी है, और उनमें से अधिकांश इस प्रकार के हैं। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता का कहना है कि कोविड के मामलों की संख्या जरूर तेजी से बढ़ रही है लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है। 
अधिकांश रोगी घर पर हो रहे ठीक 
स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि वायरस के ज्यादातर मामले हल्के होते हैं और इन्हें घर पर ही ठीक किया जा सकता है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों का प्रतिशत बहुत कम है, और स्थिति की लगातार निगरानी करना महत्वपूर्ण है। अगर अस्पताल में भर्ती बढ़े तो यह चिंताजनक संकेत है। हालांकि, अभी भी लोगों के लिए जरूरी है कि वे घर से बाहर जाने पर सावधानी बरतें और मास्क का इस्तेमाल करें, खासकर बुजुर्ग और अन्य बीमारियों वाले लोग।
XBB 1.16 के कुछ पचास प्रतिशत मामले दर्ज 
इस बीच शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के मुख्य��ंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।  XBB 1.16 वैरिएंट के 48% मामले दिल्ली में आ रहे हैं, लेकिन यह गंभीर नहीं है। हालांकि, यह टीकाकरण के बाद भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है, और इसलिए इन्फ्लुएंजा और सांस की बीमारियों से पीड़ित रोगियों को मास्क पहनना चाहिए। देश में पिछले दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के तीन हजार से अधिक मामले सामने आए हैं और एक सप्ताह में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी होकर 15 हजार से अधिक हो गई है।
अरविंद केजरीवाल - आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के आदेश 
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक निर्देश जारी कर कहा कि बीमारी के इलाज के दौरान अगर कोई मरीज कोरोना पॉजिटिव होता है तो उसे उसी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज दिया ��ाएगा। इससे मरीज को कोरोना और संबंधित बीमारी का इलाज हो सकेगा। सीएम ने इसके लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। अभी तक इलाज के दौरान अगर मरीज को कोरोना होने के बाद तुरंत कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता था, जिससे उनकी अपनी बीमारी का इलाज प्रभावित होता था।
एयरपोर्ट पर चल रही है रैंडम स्क्रीनिंग
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 2 फीसदी यात्रियों की रैंडम स्क्रीनिंग की जा रही है. उनका कहना है कि सरकार की अपनी सुविधाओं पर प्रति दिन 4,000 परीक्षण करने की क्षमता है, जबकि निजी प्रयोगशालाएँ प्रतिदिन एक लाख से अधिक परीक्षण कर सकती हैं। उनका कहना है, 'अस्पताल में आने वाले सभी मरीज जो किसी भी समस्या या सांस की बीमारी के साथ आ रहे हैं, उन्हें मास्क मुहैया कराया जाएगा और उनकी कोविड जांच की जाएगी. साथ ही, अस्पताल में आने वाले इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले सभी रोगियों में से 5% का परीक्षण किया जाएगा।
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दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए आज बैठक करेंगे केजरीवाल
नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल शहर में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को बैठक करेंगे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। भारद्वाज ने बृहस्पतिवार को स्थिति का जायजा लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने…
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webvartanewsagency · 1 year
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‘फ्रेजाइल फाइव’ वाले भारत की पहचान अब एंटी फ्रेजाइल के रूप में : PM मोदी
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार के नये ढंग से सोचने एवं नये तरीके खोजने से ही एक समय विश्व की पांच सबसे नाज़ुक अर्थव्यवस्थाओं में एक आने वाली भारतीय अर्थव्यवस्था आज ऐसी अर्थव्यवस्था मानी जा रही है जो कभी खतरे में नहीं आ सकती है। मोदी ने इकॉनोमिक टाइम्स ग्लोबल बिज़नेस समिट को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि बीते तीन साल में पूरे विश्व ने एक बहुत लंबा सफर तय किया है। कोविड महामारी के बाद कुछ ही समय में पूरी दुनिया ही बदल गई। इन तीन वर्षों में वैश्विक व्यवस्थाएं बदल गई हैं और भारत भी बदल गया है। उन्होंने कहा, “बीते कुछ समय में हम सभी ने ‘एंटी फ्रेजाइल’ के दिलचस्प अवधारणा पर ढेर सारी चर्चाएं सुनी हैं। आप बिजनेस की दुनिया के ग्लोबल लीडर्स हैं। आप ‘एंटी फ्रेजाइल’ का अर्थ और इसकी भावना भलीभांति समझते हैं। एक ऐसा सिस्टम जो ना सिर्फ विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला करे, बल्कि उन परिस्थितियों का ही उपयोग करके और ज्यादा मजबूत हो जाए, विकसित हो जाए।” उन्होंने कहा कि एंटी फ्रेजाइल की अवधारणा के बारे में सुन कर उनके मन में 140 करोड़ भारतीयों की सामूहिक संकल्पशक्ति की छवि उभरी थी। बीते तीन वर्षों में जब विश्व, कभी कोरोना, कभी युद्ध, कभी प्राकृतिक आपदा की चुनौतियों से गुजर रहा था, तो उसी समय भारत ने और भारत के लोगों एक अभूतपूर्व शक्ति का प्रदर्शन किया। भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि एंटी फ्रेजाइल होने का असली मतलब क्या होता है। सोचने वाली बात है कि कहां पहले फ्रेजाइल फाइव की बात होती थी, वहीं अब भारत की पहचान एंटी फ्रेजाइल से होने लगी है। भारत ने दुनिया को पूरे विश्वास से दिखाया है कि आपदा को अवसरों में कैसे बदला जाता है। उन्होंने कहा कि सौ साल में आए सबसे बड़े संकट के समय भारत ने जो सामर्थ्य दिखाया, उसका अध्ययन करके सौ साल बाद मानवता भी खुद पर गर्व करेगी। आज इस सामर्थ्य पर विश्वास करते हुए भारत ने 21वीं सदी के तीसरे दशक की बुनियाद बनाई है। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष के ईटी ग्लोबल बिज़नेस समिट की थीम ‘रिइमेजिन बिज़नेस, रिइमेजिन दि वर्ल्ड’ की सराहना करते हुए कहा, “वैसे मुझे नहीं पता कि ये रिइमेजिन वाली थीम सिर्फ दूसरों के लिए ही है या फिर विचारकों के लिए भी है वो भी क्या लागू करेंगे?” उन्होंने कहा कि रिइमेजिन आज के समय के लिए बहुत ही प्रासंगिक थीम है। क्योंकि जब देश ने हमें सेवा का अवसर दिया, तो हमने पहला काम यही किया, रिइमेजिन करने का। 2014 में स्थिति ये थी कि लाखों करोड़ के घोटालों की वजह से देश की साख दांव पर लगी हुई थी। भ्रष्टाचार की वजह से गरीब, अपने हक की चीजों के लिए भी तरस रहा था। युवाओं की आकांक्षाएं परिवारवाद और भाई-भतीजावाद की बलि चढ़ रही थीं। पॉलिसी पैरालिसिस की वजह से अवसंरचना परियोजनाओं में बरसों की देरी हो रही थी। ऐसे सोच और रवैये के साथ देश का तेजी से आगे बढ़ना मुश्किल था। इसलिए हमने तय किया कि शासन के हर एक तत्व को रिइमेजिन करेंगे, रिइन्वेंट करेंगे। सरकार, गरीबों को सशक्त करने के लिए कल्याण कार्यक्रमों का क्रियान्वयन कैसे सुधारें, हमने ये रिइमेजिन किया। सरकार अधिक दक्षता से कैसे अवसंरचना बना सके, हमने ये रिइमेजिन किया। सरकार का देश के नागरिकों के साथ कैसा संबंध हो, हमने ये रिइमेजिन किया। मोदी ने रिइमेजिन के बिन्दु पर अपने शासनकाल की पहलों का विस्तार से वर्णन किया और कहा कि हमारे देश में लंबे समय तक जो सरकारें रहीं या जो सरकार चलाने वाले रहे, उन्हें माई-बाप कल्चर बहुत पसंद आता था जो परिवारवाद और भाई-भतीजावाद से अलग है। ये एक अलग ही मनोभाव था। इसमें सरकार अपने ही देश के नागरिकों के बीच मालिक जैसा व्यवहार करती थी। हाल ये था कि देश का नागरिक भले कुछ भी करे, सरकार उसे शक की नजर से ही देखती थी। और नागरिक कुछ भी करना चाहे, उसे सरकार की अनुमति लेनी पड़ती थी। इस कारण, पहले के समय, सरकार और नागरिकों के बीच परस्पर अविश्वास और संदेह का माहौल बना रहता था। उन्होंने कहा कि एक जमाने में टीवी और रेडियो के लिए भी लाइसेंस लेना पड़ता था। इतना ही नहीं, इसे ड्राइविंग लाइसेंस की तरह ही बार-बार रीन्यू भी करना पड़ता था। और ये किसी एक सेक्टर में नहीं बल्कि लगभग हर सेक्टर में था। तब बिजनेस करना कितना मुश्किल था, लोगों को तब कैसे ठेके मिलते थे, ये आप भलीभांति जानते हैं। 90s में मजबूरी के कारण कुछ पुरानी गलतियां सुधारी गईं, और उन्हें सुधारों का नाम दिया गया, लेकिन ये माई-बाप वाली पुरानी मानसिकता पूरी तरह से गई नहीं। 2014 के बाद हमने इस सरकार प्रथम वाली मानसिकता को जनता प्रथम वाले रुख की तरफ मोड़ा। हमने नागरिकों पर भरोसा के सिद्धांत पर काम किया। मोदी ने कहा कि 2013-14 में देश का सकल कर राजस्व लगभग 11 लाख करोड़ रुपए था। जबकि 2023-24 में ये 33 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहने का अनुमान है। यानि 9 सालों में सकल कर राजस्व में 3 गुना की वृद्धि हुई है। और ये तब हुआ है, जब हमने कर की दरें कम की हैं। इसके बाद भी करदाताओं की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि सीधी सी बात है कि लोग आप पर तब भरोसा करते हैं, जब आप उन पर भरोसा करते हैं। भारत की कर प्रणाली में आज जो बदलाव आया है, वो इसी वजह से आया है। कर रिटर्न के लिए हमने प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए भरोसे के आधार पर ही प्रयास किए। आयकर विभाग ने इस साल साढ़े 6 करोड़ से अधिक रिटर्न्स को प्रोसेस किया है। इनमें से करीब-करीब 3 करोड़ रिटर्न्स चौबीस घंटे के भीतर प्रोसेस हुए हैं। बाकी जो रिटर्न्स थे, वो भी कुछ ही दिन में प्रोसेस हो गए, और पैसा भी री-फंड हो गया। जबकि इसी काम में पहले औसतन 90 दिन लग जाते थे। और लोगों के पैसे 90 दिन पड़े रहते थे। आज वो घंटों में किया जाता है। कुछ साल पहले तक ये अकल्पनीय था। लेकिन इसे भी रिइमेजिनेशन की ताकत ने सच कर दिखाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत की समृद्धि में दुनिया की समृद्धि है, भारत की प्रगति में दुनिया की प्रगति है। भारत ने जी-20 की जो थीम तय की है -एक विश्व एक परिवार एक भविष्य, दुनिया की अनेक चुनौतियों का समाधान इसी मंत्र में है। साझा संकल्पों से, सबके हित की रक्षा से ही ये दुनिया और बेहतर हो सकती है। ये दशक और आने वाले 25 साल भारत को लेकर अभूतपूर्व विश्वास के हैं। सबके प्रयास से ही भारत अपने लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी का आह्वान करूंगा कि भारत की विकास यात्रा से ज्यादा से ज्यादा जुड़ें। और जब आप भारत की विकास यात्रा से जुड़ते हैं तो भारत आपकी विकास की गारंटी देता है, आज ये भारत का सामर्थ्य है। Read the full article
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sharpbharat · 1 year
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New delhi corona ima advisory : कई देशों में कोरोना के संक्रमण से अचानक तेजी से मचा हड़कंप, 24 घंटे में विश्व में 5.37 लाख नये कोरोना संक्रमित आये सामने, भारत में भी 157 नये संक्रमित मिले, आइएमए ने आगे बढ़ कर जारी की एडवाइजरी, देशवासियों को अभी से एहतियात शुरू करने के निर्देश  
नयी दिल्ली : विश्व के कई बड़े देशों में कोरोना के संक्रमण में अचानक आई तेजी के मद्देनजर आइएमए ने आम लोगों से अभी से जरूरी एहतियात बरतने का आग्रह किया है. आइएमए ने केंद्र एवं राज्य सरकारों से भी चौकसी बढ़ाने एवं हर स्थिति से निपटने की तैयारी करने का आग्रह किया है. आइएमए ने देश भर में फैले अपने सदस्यों से भी इस स्थिति के मद्देनजर तैयार रहने का आग्रह किया है. (नीचे भी पढ़ें) बता दें कि चीन के अलावा…
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breakingnewswala · 1 year
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कोरोना वायरस के नए वैरिएंट BF.7को लेकर केंद्र अलर्ट, पीएम मोदी की अध्यक्षता में हु��� उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट BF.7को लेकर केंद्र अलर्ट, पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और इससे संबंधित पहलुओं को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया की बुधवार (21 दिसंबर) को ली गई उच्च स्तरीय बैठक के ठीक दूसरे दिन हुई है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस उच्च स्तरीय वर्चुअल समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख…
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navabharat · 1 year
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कठिन भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था ने फिर रफ्तार पकड़ी : भाजपा
कठिन भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था ने फिर रफ्तार पकड़ी : भाजपा
नयी दिल्ली. आर्थिक स्थिति को लेकर विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को कहा कि कोरोना महामारी और इसके बाद की कठिन भू-राजनीतिक परिस्थिति से मुकाबला करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है, जबकि चीन और यूरोप समेत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अभी इससे जूझ रही हैं. लोकसभा में 2022-23 के लिये अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और…
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sabkuchgyan · 1 year
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डेंगू और कोविड के कई लक्षण एक जैसे होते हैं, तो कैसे बताएं अंतर?
डेंगू और कोविड के कई लक्षण एक जैसे होते हैं, तो कैसे बताएं अंतर?
इस समय कोरोना वायरस, डेंगू और वायु प्रदूषण ने मिलकर हम सभी के स्वास्थ्य के लिए घातक स्थिति पैदा कर दी है। खासकर दिल्ली और आसपास के इलाकों में, जहां हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है और नवंबर में डेंगू के 295 मामले सामने आए। डेंगू और कोविड के कई समान लक्षण हैं, जैसे बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द और शरीर में दर्द। तो उनके बीच के अंतर को कैसे समझें? ड���ंगू के चेतावनी संकेत यूएस सीडीसी के अनुसार डेंगू के…
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telnews-in · 2 years
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Delhi Disaster Agency May Lift Mask Fine As Covid Cases Drop
Delhi Disaster Agency May Lift Mask Fine As Covid Cases Drop
नई दिल्ली: अधिकारियों ने कहा कि डीडीएमए सार्वजनिक रूप से मास्क नहीं पहनने और अस्पताल के कर्मचारियों और उपकरणों को चरणबद्ध तरीके से तैनात करने के लिए 500 रुपये का जुर्माना लगा सकता है क्योंकि शहर में कोविड -19 मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, अधिकारियों ने कहा। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड की स्थिति का जायजा लेने और कोरोना वायरस से निपटने के लिए…
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dainiksamachar · 1 year
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अग्निपथ स्कीम के बाद अब सपोर्ट स्टाफ की कटौती करेगी सेना, मकसद भविष्य की जंग से जुड़ा है
नई दिल्ली: भारतीय सेना को 24 घंटे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होता है। पिछले करीब तीन साल से चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव बरकरार है। पड़ोसी पाकिस्तान से भी अलर्ट रहने की जरूरत है। ऐसे में हाईटेक हथियारों की खरीद के साथ आधुनिकीकरण पर जोर दिया जा रहा है। 12 लाख जवानों वाली ताकतवर फौज अब अपने टूथ-टेल रेशियो (Tooth To Tail Ratio) को सुधारने के लिए कई प्रस्तावों पर काम कर रही है। सेना में T3R रेशियो दरअसल, जंग लड़ने वाली यूनिटों जैसे- सैनिक, बख्तरबंद विंग और सपोर्ट सेवाओं जैसे- लॉजिस्टिक्स, सिंग्नल्स का अनुपात होता है। सेना अपने सपोर्ट मैनपावर में कटौती की दिशा में बढ़ रहा है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब पिछले साल अग्निपथ योजना शुरू होने से पहले दो साल तक सेना में भर्ती प्रक्रिया बंद थी। सेना के इस फैसले का मकसद भविष्य की जंग से जुड़ा है। राष्ट्रीय राइफल्स में भी कटौती! इन प्रस्तावों में कुछ पुरानी लीगेसी यूनिटों में कटौती और लॉजिस्टिक्स सेवाओं को आउटसोर्स करने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में तैनात स्पेशल राष्ट्रीय राइफल्स का पुनर्गठन शामिल है। दरअसल, सैलरी और पेंशन पर खर्च बढ़ने के कारण सेना को अपने आधुनिकीकरण के लिए बहुत कम फंड बच पाता है जिससे अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल किया जा सके। पिछले साल जून में बिना पेंशन और अन्य लाभ के अग्निपथ स्कीम के तहत सैनिकों की भर्ती की घोषणा की गई थी। इससे पहले सेना ने कोरोना महामारी के कारण 2020-21 और 2021-22 के दौरान भर्ती प्रक्रिया बंद रखी थी। सैनिकों की उम्र एक अधिकारी ने कहा, 'इससे 1.2 लाख सैनिक घटे हैं। अग्निपथ के पहले साल में, हम दो बैच में केवल 40,000 अग्निवीरों को शामिल कर रहे हैं।' प्लान के अनुसार सैनिकों की औसत उम्र को वर्तमान में 32 साल से घटाकर अगले छह-सात साल में 24-26 साल करना है और भविष्य की जंग के लिए तकनीक में दक्ष युवाओं को शामिल करना है। 2032 तक सेना में 50% अग्निवीर होंगे। एक अधिकारी ने कहा कि ऐसे में खाना बनाने वाले, नाई, धोबी और सफाईवाले जैसे 'ट्रेड्समैन' मैनपावर को कम करने की भी पर्याप्त संभावना बनती है। सेना में इस समय इनकी संख्या करीब 80,000 है। ... क्योंकि आतंकवाद घटा है जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद घटा है। 1990 में राष्ट्रीय राइफल्स एक छोटी फोर्स के तौर पर खड़ी की गई थी लेकिन अब इसकी 63 बटालियन हो चुकी है। सेना महसूस कर रही है कि इसका पुनर्गठन करने की जरूरत है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने TOI को बताया, '2020 में चीन की घुसपैठ के बाद पूर्वी लद्दाख में RR की एक डिविजनल लेवल फोर्स को तैनात किया गया। हम इस बात का आकलन कर रहे हैं कि अगर आतंकवाद फिर से नहीं बढ़ता है तो क्या आरआर बटालियन की संख्या या हर बटालियन में कंपनियों की संख्या को घटाया जा सकता है।' एनिमल की जगह ड्रोन एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सेना ने धीरे-धीरे 'एनिमल ट्रांसपोर्ट कंपनियों' को बंद करने का फैसला किया है। 2030 तक इनकी संख्या को 70 प्रतिशत तक घटाया जाएगा। इसकी जगह लॉजिस्टिक्स ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकता है। सेना ने पिछले महीने 570 लॉजिस्टिक्स ड्रोन खरीदने के लिए RFI (सूचना के लिए अनुरोध) जारी किया है। इसमें 12,000 फीट की ऊंचाई पर तैनाती के लिए डिजाइन किए गए ड्रोन भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने कहा कि इन ड्रोन की मदद से बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए डिलिवरी भी की जा सकती है। इससे पहले सेना चीन बॉर्डर पर ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स को बढ़ाने के लिए सैनिकों के लिए 363 ड्रोन की जल्द खरीद के लिए आरएफआई जारी कर चुकी है। एक अधिकारी ने बताया कि ये ड्रोन आपूर्ति और हथियार पहुंचाने में जवानों या पोर्टर्स और एनिमल ट्रांसपोर्ट की जरूरत कम करेंगे। शेकतकर समिति ने दिसंबर 2019 में रक्षा खर्च का फिर से बैलेंस बनाने के साथ युद्धक क्षमता बढ़ाने और नॉन-ऑपरेशनल कटौती का सुझाव दिया था। इसके तहत सेना ने आगे कदम बढ़ा दिया है। http://dlvr.it/SgFGDB
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hindimaster · 2 years
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Delhi Corona Cases Increased Every Day, Manish Sisodia And Doctor Said
Delhi Corona Cases Increased Every Day, Manish Sisodia And Doctor Said
Corona Case Increase in Delhi: दिल्ली (Delhi) में कोरोना (Corona) के मामलों में वृद्धि के बीच अस्पतालों में भर्ती किये जाने वाले मरीजों की संख्या में करीब दोगुना बढ़ी है और इसको लेकर अधिकारियों का कहना है कि अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोग भी भर्ती किये जा रहे हैं. वैसे तो कोविड-19 संक्रमण में बढ़ोतरी और हॉस्पिटल में मरीजों की भर्ती की संख्या डरावनी स्थिति में नहीं है लेकिन विशेषज्ञों ने मास्क…
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joinnoukri · 2 years
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CJI N V Ramanna Appeals To Lawyers After Rising Cases Of Corona Please Wear A Mask - कृपया मास्क पहनें, CJI एन वी रमन्ना ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वकीलों से की अपील
CJI N V Ramanna Appeals To Lawyers After Rising Cases Of Corona Please Wear A Mask – कृपया मास्क पहनें, CJI एन वी रमन्ना ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वकीलों से की अपील
️️️️️️️️️️️️️️️” नई दिल्ली: भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एन. वी. . अदालती कार्य शुरू होने पर प्रधानाध्यापक ने कहा, ” हमारे स्टाफ़ के संपर्क में आने से संक्रमण की स्थिति खराब हो जाती है। जम्मू भी हैं।” यह भी आगे संचार में संचार के लिए आवश्यक होने पर संचार के लिए आवश्यक होने पर एक संचार वाले व्यक्ति को संचार के लिए कहा जाता है। इस तरह की लंबी उम्र के होने की दृष्टि से… एम. सिंघवी जांच के…
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