कबड्डी संघ के महा संरक्षक बने अम्लान कुसुम सिन्हा, जवाहर सिंह बने अध्यक्ष
फोटो-मंचासीन अतिथि, सोर्स-समाचार चक्र
समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। जिला कबड्डी संघ को भंग करते हुए गुरुवार को नई कमिटि की घोषणा की गई। सूचना भवन में आयोजित पाकुड़ जिला कबड्डी संघ की वार्षिक आम बैठक की गई। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड कबड्डी एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष सह पर्यवेक्षक हैदर हुसैन एवं साहेबगंज कबड्डी संघ के सचिव सह पर्यवेक्षक मनोज कुमार एवं चुनाव अधिकारी अजय कुमार यादव मौजूद थे।…
‘पुलं’ नावाचा अम्लान ठसा साहित्य,संगीत, नाटक, चित्रपट या प्रत्येक क्षेत्रात उमटला आहे. ‘रसिकहो’ ही त्यांची साद प्रत्येक कलाकृतीतून उमटली; जी रसिकांच्या मनात ‘गुण गाईन आवडी’ म्हणत आजही निनादत आहे. प्रसन्न,निखळ विनोदाची पखरण करणाऱ्या ‘हसवणूक’काराचा आज जन्मदिन. अभिवादन!
फूल
अवनी के नक्षत्र! प्रकृति के उज्ज्वल मुक्ताहार!
उपवन-दीप! दिवा के जुगनू! वन के दृग सुकुमार!
मेरी मृदु कल्पना-लहर-से पुलकाकुल, उद्भ्रान्त!
उर में मचल रहे लघु-लघु भावों-से कोमल-कान्त!
वृन्तों के दीपाधारों पर झिलमिल ज्योति पसार,
आलोकित कर रहे आज क्यों अमापूर्ण संसार?
कहो, कहो, किन परियों को मुस्कानों में कर स्नान,
कहाँ चन्द्र किरणों में धुल-धुल बने दिव्य, अम्लान?
किस रुपहरी सरित में धो-धो किया…
अम्लान प्रतिभेचा सजग आविष्कार
अंजली कुलकर्णी
मलिका अमर शेख हे मराठी स्त्रीवादी कवितेतील प्रथम नाव आहे. १९७९ साली आलेला मलिका यांचा ‘वाळूचा प्रियकर’ हा कवितासंग्रह म्हणजे १९७५ साली सुरू झालेल्या स्त्रीवादी चळवळीचा पहिला मराठी काव्यात्म उद्गार. या संग्रहात मलिका यांनी स्त्री म्हणून जाणवणाऱ्या वैयक्तिक आणि सार्वत्रिक पातळीवरील स्त्रीजीवनाच्या कोंडीवर, घुसमटीवर भाष्य करून विद्रोहाचा एक धारदार सूर…
5 प्राचीन सुपरफूड जो एक बैंग के साथ स्वस्थ आधुनिक आहार में एक वापसी करते हैं
5 प्राचीन सुपरफूड जो एक बैंग के साथ स्वस्थ आधुनिक आहार में एक वापसी करते हैं
इन पारंपरिक खाद्य पदार्थों को अपने आहार का हिस्सा बनाएं।
हाइलाइट
कई पारंपरिक खाद्य पदार्थ आधुनिक समय में वापसी कर रहे हैं।
हमारे सलाहकार पोषण विशेषज्ञ ने बहुत से सर्वश्रेष्ठ सुपरफूड को सूचीबद्ध किया।
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पिछले कुछ वर्षों को देखते हुए मुझे पता है कि “भूल” और पारंपरिक का पुनरुत्थान हुआ था। हर किसी को अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक…
अवनी के नक्षत्र! प्रकृति के उज्ज्वल मुक्ताहार!
उपवन-दीप! दिवा के जुगनू! वन के दृग सुकुमार!
मेरी मृदु कल्पना-लहर-से पुलकाकुल, उद्भ्रान्त!
उर में मचल रहे लघु-लघु भावों-से कोमल-कान्त!
वृन्तों के दीपाधारों पर झिलमिल ज्योति पसार,
आलोकित कर रहे आज क्यों अमापूर्ण संसार?
कहो, कहो, किन परियों को मुस्कानों में कर स्नान,
कहाँ चन्द्र किरणों में धुल-धुल बने दिव्य, अम्लान?
किस रुपहरी सरित में धो-धो किया वस्त्र परिधान
चले ज्योति के किस वन को हे परदेशी अनजान?
मलयानिल के मृदु झोंकों में तनिक सिहर झुक-झूल
मन-ही-मन क्या सोच मौन रह जाते मेरे फूल?
निज सौरभ से सुरभित, अपनी आभा में द्युतिमान,
मुग्धा-से अपनी ही छवि पर भूल पड़े छविमान!
अपनी ही सुन्दरता पर विस्मित नव आँखें खोल,
हँसते झाँक-झाँक सरसी में निज प्रतिछाया लोल।
रच-से रहे स्वर्ग भूतल पर लुटा मुक्त आनन्द,
कवि को स्वप्न, अनिल को सौरभ, अलि को दे मकरन्द।
नभ के तारे दूर, अलभ इस अतल जलधि के सीप,
देव नहीं, हम मनु, इसी से, प्रिय तुम भूमि-प्रदीप।
गत जीवन का व्यथा न भावी का हो चिन्ता-क्लेश,
घाटी में रच दिया तुम्हीं से प्रभु ने मोहक देश।
करो, करो, ऊषा के कंचन-सर में वारि-विहार,
सोओ, रजनी के अंचल में सोओ, हे सुकुमार!
मादक! उफ! कितनी मादक है! ये कड़ियाँ, ये छन्द!
कुसुम, कहाँ जीवन में पाया यह अक्षय आनन्द?
जग के अकरुण आघातों से जर्जर मेरा तन है,
आँसू, दर्द, वेदना से परिपूरित यह जीवन है।
सूख चुका कब का मेरी कलिकाओं का मकरंद,
क्या जानूँ जीवन में कैसा होता है आनन्द?
उर की दैवी व्यथा कहाती जग में आज प्रलाप,
कविता ही बन रही हाय! मेरे जीवन का शाप।
आशा के इंगित पर घुमा दर-दर हाथ पसार,
पर, अंजलि में दिया किसी ने भी न तृप्ति-उपहार।
इस लघु जीवन के कण-कण में लेकर हाहाकार
सुन्दरता पर भूल खड़ा हूँ सुमन! तुम्हारे द्वार।
पल भर तो मधुमय उत्सव में सकूँ वेदना भूल,
ऐसी हँसी हँसो, निशि-दिन हँसनेवाले ओ फूल!
सरस्वती पूजा के बेहतर अयोजन के लिए जलपाईगुड़ी जिला स्कूल को पहला स्थान प्राप्त हुआ है. वहीं मारवाड़ी गर्ल्स स्कूल को दूसरा, सेंट्रल उच्च वालिका विद्यालय को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ. जलपाईगुड़ी प्रेस क्लब की ओर से इन स्कूलों को पुरस्कार प्रदान किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन एसजेडीए चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने किया. इस्व्सर पर जिलाशासक अम्लान ज्योति साहा, पुलिस सुपर अमिताभ माईती, सुचना व संस्कृति अधिकारी सूर्य बनर्जी समेत कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे. इस दौरान राज्य सरकार की ओर से प्रेस क्लब को तीन लाख रूपए देने की घोषणा की गई.
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बैठक में राज्य स्तरीय सीनियर ओपन एथलेटिक्स प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर चर्चा
समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। बैंक कॉलोनी स्थित स्टेडियम में रविवार को जिला एथलेटिक्स संघ की बैठक संघ के अध्यक्ष अम्लान कुसुम सिन्हा उर्फ बुल्टी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें दो जून से शुरू होने वाली तीन दिवसीय राज्य स्तरीय सीनियर ओपन एथलेटिक्स प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर चर्चा हुई। संघ के सचिव रणवीर सिंह ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि झारखंड एथलेटिक्स संघ ने राज्य स्तरीय सीनियर ओपन…