🎈 17th February is the enlightenment day of the great supreme saint Rampal Ji Maharaj, who incarnated on earth for the welfare of all living souls, who frees the living beings from the bondage of time and provides salvation.
🎈According to Nostradamus, the great poet i.e. the great man who will bring Satyayug in Kalyug is Sant Rampal Ji Maharaj whose Bodh Diwas is being celebrated on 17th February.
On the occasion of Bodh Diwas and Nirvana Day of Kabir Parmeshwar Ji, a huge Bhandara made of pure desi ghee is going on in 10 Satlok Ashrams on 17-20 February. Apart from this, free name initiation is also being given. The whole world is invited on this occasion.
आप सभी शुद्ध देसी घी से निर्मित भंडारे में सह परिवार सादर आमंत्रित हैं। निःशुल्क भंडारे के साथ ही बाहर से आने वाले साधनों के लिये पार्किंग की भी बहुत अच्छी व्यवस्था है, जो निःशुल्क रहेगी।
🎧मनुष्य जिन देवताओं की खोज में मंदिर मंदिर और तीर्थ धाम दौड़ता फिरता है वे उसके भीतर बने कमलों में नियत स्थान पर विराजमान हैं। इसका पूरा विवरण शास्त्रों में है जिनकी जानकारी सन्त रामपाल जी महाराज अपने सत्संगों के माध्यम से देते हैं। संत रामपाल जी महाराज ने कभी नहीं कहा कि इनकी साधना मत करो बल्कि ये बताया कि शास्त्रों में कहे अनुसार साधना करो।
🎧 संत रामपाल जी महाराज ने ही यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15 तथा अध्याय 5 मंत्र 1 को प्रमाण के साथ बताया कि
अग्ने: तनूर असि, विष्णवे त्वा सोमस्य तनूर असि
इस मंत्र में दो बार वेद गवाही दे रहा है कि वह सर्वव्यापक, सर्व का पालनहार परमात्मा सशरीर है, साकार है। जबकि अन्य धर्मगुरुओं ने परमात्मा को आज तक निराकार ही बताया है।
🎧 संत रामपाल जी महाराज ने ही कुरान से प्रमाणित करके बताया कि कबीर साहेब ही अल्लाहु अकबर जो हजरत मुहम्मद जी को जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिले थे, उनको सतलोक दिखाया था।
🎧संत रामपाल जी महाराज ने ही गुरुग्रंथ साहिब से प्रमाणित करके बताया कि नानकदेव जी के गुरु कबीर साहेब ही वास्तव में करतार(श्रष्टि का सृजनहार) है, पूर्ण परमात्मा है।
🎧संत रामपाल जी महाराज के पास ही वह तत्वज्ञान व मोक्ष मंत्र है जिससे समाज नशामुक्त, दहेजमुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त बन सकता है तथा सद्भक्ति करके शास्वत स्थान सतलोक जा सकता है।
🎧अन्य धर्मगुरुओं के लिए परलोक केवल ब्रह्मलोक और विष्णुलोक तक सीमित है वहीं सन्त रामपाल जी महाराज का बताया परलोक वेदों में वर्णित सतलोक है। सतलोक कभी नष्ट नहीं होता अविनाशी है जबकि ब्रह्मा विष्णु महेश समेत काल ब्रह्म और 21 ब्रह्मांड नष्ट होते हैं (गीता अध्याय 8 श्लोक 16)।
🧭The ashrams of Sant Rampal Ji Maharaj set a fine example of equality, where all facilities including food and shelter are provided completely free of cost. No inequality is done on the basis of gender, religion, caste, property etc.