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abhinews · 3 years
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अनुराधा नक्षत्र में मनाया जाएगा यम द्वितीया पर्व : ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी
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अनुराधा नक्षत्र में मनाया जाएगा यम द्वितीया पर्व : ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी
अनुराधा नक्षत्र में मनाया जाएगा यम द्वितीया पर्व : ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी -- भविष्य पुराण के अनुसार यम द्वितीया के दिन बहन के हाथ में रहता है अमृत |कार्तिक मास शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को भ्रातृ द्वितीया यम द्वितीया के नाम से जाना जाता है जो कि इस बार 6 नवंबर शनिवार को अनुराधा नक्षत्र एवं शोभन योग में मनाया जाएगा | मथुरा पुरी के तीर्थ राज विश्राम घाट पर सदियों से बहन भाई का यम द्वितीया स्नान चला आ रहा है |इस दिन बहन के हाथ से भोजन करना पुष्टिवर्धनम् भोजन होता है | जाने ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदीजी से कल दीपावली के दिन व्यापारिक संस्थानों में दीवाली पूजन शुभ मुहूर्त से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण जानकारी इस सम्बन्ध में दीपक ज्योतिष भागवत संस्थान मथुरा के निदेशक ज्योतिषाचार्य कामेश्वर नाथ चतुर्वेदीजी ने जानकारी देते हुए बताया कि भविष्य पुराण के अनुसार  स्वयं यम राजा अपनी बहन यमुना के घर आए थे | यमुना जी ने उन्हें स्नान कराया एवं नये वस्त्र पहनने को दिए तथा अपने हाथ से भोजन बनाकर भैया यमराजा को भोजन कराया,टीका एवं अच्छत लगाया पान खिलाया। यमराज ने वरदान दिया जो आज के दिन बहन के हाथ से भोजन करेंगे उनके शरीर की सुरक्षा होगी और वह कभी भी मेरे दरवाजे पर नहीं आएंगे और यम पास से मुक्त हो जाएंगे | तभी से लाखों की संख्या में यात्री बहन-भाई मथुरा पुरी आकर तीर्थराज विश्राम घाट पर स्नान एवं पूजा-पाठ दान और दक्षिणा आदि करते हैं |     Read the full article
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abhinews · 3 years
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जाने ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदीजी से कल दीपावली के दिन व्यापारिक संस्थानों में दीवाली पूजन शुभ मुहूर्त से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण जानकारी
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जाने ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदीजी से कल दीपावली के दिन व्यापारिक संस्थानों में दीवाली पूजन शुभ मुहूर्त से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण जानकारी
  जाने ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदीजी से कल दीपावली के दिन व्यापारिक संस्थानों में दीवाली पूजन शुभ मुहूर्त से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण जानकारी |ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदीजी के अनुसार धर्म ग्रंथों एवं शास्त्रों के अनुसार प्रदोष काल में पूजन करना अत्यंत शुभ फलदायक रहेगा जिसका समय 17: 32 मिनट से 20:12 तक रहेगा शुद्धता स्वच्छता शालीनता एवं नारी सम्मान का पर्व है दीपावली महालक्ष्मी पूजा –ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी -व्यापारिक संस्थान एवं कारखानों के लिए लक्ष्मी पूजन के लिए उत्तम समय धनु लग्न  प्रातः काल 9:51 से 11:50 तक रहेगा। - मध्यान्ह 11:51 बजे  से 13:30 बजे तक शुभ मुहूर्त हैं। (इस दिन 13:30 बजे से 15:00 बजे तक राहुकाल का समय त्यागने योग्य है) - 15:01 बजे से 16:26 तक मीन लग्न 16: 27 से 18: 06 बजे तक मेष लग्न 17:32 से 20:12 तक प्रदोष काल एवं वृषभ लग्न (स्थिर लग्न) महालक्ष्मी पूजन के लिए बहुत ही श्रेष्ठ है। 19:58 बजे 22:11 बजे तक मिथुन लग्न कर्क लग्न रात्रि 22:12 बजे से 24: 31बजे तक शुभ रहेंगी। रात्रि 24: 35 बजे से 2:53 बजे तक सिंह लग्न है इसे निशीथ काल कहते हैं। Read the full article
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abhinews · 3 years
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शुद्धता स्वच्छता शालीनता एवं नारी सम्मान का पर्व है दीपावली महालक्ष्मी पूजा --ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी
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शुद्धता स्वच्छता शालीनता एवं नारी सम्मान का पर्व है दीपावली महालक्ष्मी पूजा -- ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी
शुद्धता स्वच्छता शालीनता एवं नारी सम्मान का पर्व है दीपावली महालक्ष्मी पूजा -- ज्योतिषाचार्य कामेश्वर चतुर्वेदी |कार्तिक मास कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि को महालक्ष्मी जी का जन्मदिन दीपावली महोत्सव के नाम से मनाया जाता है जो इस वर्ष 4 नवंबर गुरुवार को हो रहा है चित्रा नक्षत्र में भगवान भास्कर उदित होंगे और स्वाति नक्षत्र में सारे भारतवर्ष में दीपावली पूजन किया जाएगा | नहीं है ऐसे लोगो को गणेश-लक्ष्मी पूजन का अधिकार साथ में शोभन नाम के योग ने महिमा को बढ़ा दिया है | पंचांग में बताए गए शुभ मुहूर्त के अनुसार गौरी गणेश न���ग्रह कलश, कुबेर देवता एवं कमल के पुष्पों से कमल बासनी महालक्ष्मी जी की पूजा करें |शुद्धता स्वच्छता शालीनता एवं नारी सम्मान का विशेष ध्यान रखें | प्रेषक : सौरभ चतुर्वेदी साहित्याचार्य Read the full article
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abhinews · 3 years
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उ.म.रे. आगरा अधिकारियों की मिलीभगत से प्लांट कराया अपने नाम
उ.म.रे. आगरा अधिकारियों की मिलीभगत से प्लांट कराया अपने नाम
आगरा/संवाददाता/हर्ष श्रीवास्तव -- उ.म.रे. आगरा अधिकारियों की मिलीभगत से प्लांट कराया अपने नाम |उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल में एक अज़ीबोग़रीब / हैरतअंगेज़ मामला सामने आया है जहां एक शक़्श ने दूसरी पार्टी का आर.रो. वाटर प्लांट ही धोखाधड़ी और अधिकारियों की मिलीभगत से अपने नाम करा लिया। वहीं इस मामले में आगरा रेल मंडल के कुछ सीनियर ग्रेड के कर्मचारी और अधिकारियों के लिप्त होने की ख़बर मिल रही है। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय आगरा की नाक के नीचे से इस प्लांट के प्रॉपर्टी और संचालन अधिकार दूसरी पार्टी को दे दिए गए।   पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खारे पानी की वज़ह से यहां के लोगों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता है अब वो चाहे यहां के आम नागरिक हो या फ़िर सेवा कर रहे कर्मचारी। इस चीज़ से निपटने के लिए रेलवे अपनी ज़मीन प्राइवेट संचालकों को दे कर वहां आर.रो. वाटर प्लांट लगवाती है। इसमें आर.रो. की सभी मशीन खुद संचालक के पैसे की होती है और उसका ऱख-रखाव भी ख़ुद ऑपरेटर को ही देखना होता है। रेलवे आर.रो. ऑपरेटर को कम पैसे में ज़मीन और बिजली मुहैय्या कराती है। बाक़ी जो कुछ भी खर्चा होता है वह सभी संचालक को स्वयं वहन करना होता है। संचालक को तय समय पर हर महीने रेलवे को किराया चुकाना होता है। इस से कई फायदे होते हैं जैसे पहला रेलवे के कर्मचारियों को कम पैसे में आर.रो वाटर मिल जाता है जिसकी प्राइवेट बाज़ार में कीमत दोगुनी से तीन गुना तक होती है। दूसरा रेलवे की बंज़र पड़ी जमीनों का बेहतर उपयोग और उस से राजस्व की प्राप्ति। तीसरा रोजगार सृजन - प्राइवेट लोगों को घर का ख़र्च उठाने में मदद। डेंगू के शुरूआती लक्षणों को पहचानिए ताकि समय रहते मिले इलाज लेकिन कुछ लोग आपदा में अवसर निकाल ही लेते है। देशभर में लगे लॉकडाउन और बढ़ते कोरोना संकट की वज़ह से आगरा रेलवे कॉलोनी के आर.रो. संचालक विनोद कुमार ने अपना वाटर प्लांट अपने किसी जानने वाले को दे दिया था यह कहकर कि कोविड के बाद वो वापस आ जाएगा। लेकिन कुछ ही दिनों बाद राजेश पाल उर्फ़ राजू ने अपने साथी के साथ ग़द्दारी कर दी और जालसाजी से विनोद का पंप अपने नाम करा लिया। राजू आज आगरा रेलवे कॉलोनी आर.रो. प्लांट का मालिक बना बैठा है और विनोद दर-दर की ठोकरें खाकर अधिकारिओं और बाबुओं के आगे पीछे चक्कर काट रहा है। मामला आगरा के डीआरएम आनंद स्वरूप तक पहुंच चुका है जिसको उनके ही द्वारा एडीआरएम एच.एस. राणा को ट्रांसफर कर दिया गया। फ़िलहाल मामले की जांच चल रही है और विनोद दिन पर दिन चिंता में डूबता जा रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ राजेश बेख़ौफ़ और धड़ल्ले से प्लांट चला रहा है।   कोरोना क़हर थमने के बाद जब पंप मालिक विनोद आगरा अपना प्लांट देखने गया तो उसको पता चला की राजेश ने उसका प्लांट रेल अधिकारियों की मिलीभगत से अपने नाम करा लिया है। जब इसकी शिकायत उसने कार्यालय में की तो मामले को गंभीरता से न ल���कर टालने की कोशिश की गयी। जांच और कागज़ी कार्रवाई का हवाला देते हुए विनोद को वहां से जाने को कहा। प्लांट खोलने के अनुबंध और उसमे लिखित क्रमांक 11 के अनुसार विनोद को तीन महीने पहले रेलवे द्वारा एक नोटिस मिलेगा कि रेलवे इस - इस कारण से अब इस अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाएगी। लेकिन विनोद को रेलवे द्वारा कोई सूचना नहीं मिली।   दरअसल, रेलवे की सरकारी ज़मीन पर आर.रो प्लांट खोलना इतना आसान भी नहीं होता है क्योंकि इसमें काफ़ी जटिल प्रक्रिया से होकर गुज़ारना पड़ता है। रेलवे की अपनी महिला समाज कल्याण समिति होती है और सभी रेल समाज से जुड़े कल्याण कार्य यही समिति कराती है। आर.रो. वाटर प्लांट की स्थिति में भी कुछ ऐसा ही होता है। समिति की चेयरमैन आमतौर पर डीआरएम की पत्नी होती हैं और उद्धघाटन कार्य भी उनके ही द्वारा संपन्न कराए जाते हैं। विनोद कुमार के मामले में भी कुछ ऐसा हुआ था। उद्धघाटन के वक़्त महिला समाज कल्याण की चेयरमैन वहां मौज़ूद थी और इसके फ़ोटोग्राफ़ भी विनोद के पास हैं जिसमे विनोद और उनकी पत्नी साफ़ तौर पर देखें जा सकते हैं। यही नहीं (2017) प्लांट खुलने से कोविड तक के सभी बिजली के बिल भी विनोद के ही नाम हैं। इतना ही नहीं रेल भूमि के मासिक किराए के बिल भी विनोद के पास आज भी मौजूद हैं। मामला मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में लंबित है |     Read the full article
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abhinews · 3 years
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नहीं है ऐसे लोगो को गणेश-लक्ष्मी पूजन का अधिकार
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नहीं है ऐसे लोगो को गणेश-लक्ष्मी पूजन का अधिकार
नहीं है ऐसे लोगो को गणेश-लक्ष्मी पूजन का अधिकार |जी हां जैसा कि आप सभी आज की AbhiNews के लेख के शीर्षक से समझ रहे होंगे हमारा ये लेख प्रतिवर्ष की भाति इस वर्ष भी आने वाली दीपवाली से सम्बन्धित है लेकिन आज के इस लेख में हम जो मुद्दा उठाने वाले है वो हमारी हिन्दू आस्था,संस्कार और देवी-देवताओ के सम्मान से जुड़ा हुआ है | ये तो हम सब ही जानते है कि हर वर्ष दीपावली के दिन हम सभी गणेश-लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अपने घरो और दफ्तरों में पूजा अर्चना करते है जिसके लिए हर वर्ष उनकी नई प्रतिमाओ का स्थापन हम सभी के द्वारा पूरी रीत-रिवाज और सम्मानपूर्वक किया जाता है | यहाँ तक सब बाते ठीक है लेकिन असली मुद्दा यहीं से शुरू होता है |ये आप और हम सभी जानते है कि प्रत्येक वर्ष हम गणेश-लक्ष्मी के लिए नहीं प्रतिमाओ का स्थापन करते है और पुरानी प्रतिमाओ को घरो से हटा देते है लेकिन कैसे? उ.म.रे. आगरा अधिकारियों की मिलीभगत से प्लांट कराया अपने नाम लोग घरो से उनकी पुरानी प्रतिमाओ को कूड़े-कचरे में डाल देते है |सड़क किनारे और बीच चौराहों पर रख देते है |नदी किनारे ये पेड़ो के किनारे छोड़ देते है |अब क्या इस प्रकार आप,हम या ऐसा करने वाले लोग हिन्दू आस्था,संस्कार और देवी-देवताओ के सम्मान का अपमान नही करते है | ऐसा करने वाले चाहे आप हो या हम किसी को भी गणेश-लक्ष्मी या किसी भी देवी-देवता के पूजन का अधिकार नहीं होना चाहिये | चाहे आप हो या हम या कोई और भी हमे चाहिये कि हम ऐसी पुरानी देवी-देवताओ की मूर्तियों को अपने घरो या दफ्तरों से हटाकर उन्हें सम्मानपूर्वक नदी में समाहित कर देना चाहिये,अगर वो मिट्टी की बनी हो तो |यदि वो फैंसी हो या किसी धातु से निर्मित हो तो सम्मानपूर्वक हमे उन्हें किसी भी पेड़ या जमीन किनारे मिट्टी में दबा देना चाहिये | जहाँ तक हो हमे मिट्टी से बनी मूर्तियाँ ही अपने घरो में स्थापित करनी चाहिये जो पानी में बहुत ही आसानी से मिल जाती है |ऐसा करने से इनका अनादर भी नहीं होंगा और ना ही हिन्दू आस्था से भी खिलवाड़ नही होंगा | Read the full article
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abhinews · 3 years
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बांग्लादेश में लगातार जारी है अल्पसंख्यक हिन्दुओ पर हमले
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बांग्लादेश में लगातार जारी है अल्पसंख्यक हिन्दुओ पर हमले
ढाका -- बांग्लादेश में लगातार जारी है अल्पसंख्यक हिन्दुओ पर हमले |अभी हाल की ताजा हिंसा में मुस्लिम कट्टरपंथ‍ियों द्वारा देश के 20 जिलों में की गई हिंसक घटनाओ में कम से कम 4 हिन्दुओ को मारा जा चुका है और लगभग 70 के आसपास हिन्दू घायल हो चुके है | यहाँ तक की वहां दंगाईयो ने हिन्दुओ के धर्म स्थल और पंडालो तक को आग के हवाले कर दिया है |वहां पर स्थित एक इस्कॉन के मन्दिर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है और मन्दिर से सम्बन्धित 2 व्यक्तियों की भी हत्या कर दी गई है | लखीमपुर खीरी मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़े पूरी टाइमलाइन ये सारा दंगा बांग्लादेश के चरमपंथी संगठन मुस्लिम संगठन इस्‍लामी आंदोलन या इस्‍लामी शाशोनतंत्रा आंदोलन द्वारा फैलाया जा रहा है जिनके अनुसार दूसरे समुदाय के एक युवक ने मुस्लिम ग्रन्थ कुरान को मन्दिर में पूजा के समय जला दिया था | ये दंगाई वहां पर अभीतक अल्पसंख्यक हिन्दुओ के सैकड़ो घरो और दुकानों को लूटकर आग के हवाले कर चुके है |प्रधानमंत्री शेख हसीना के लाख दावो के बावजूद सरकार और प्रशासन अभीतक इन साम्प्रदायिक घटनाओ को रोक पाने में नाकाम रहा है | भारत की सरकार इस मामले में गंभीरता से नज़र रखते हुए अपना विरोध दर्ज करा चुकी है और भारतीय विदेश मंत्रालय लगातार बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के संपर्क में है |   Read the full article
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abhinews · 3 years
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लखीमपुर खीरी मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़े पूरी टाइमलाइन
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लखीमपुर खीरी मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़े पूरी टाइमलाइन
लखीमपुर खीरी /संवाददाता/ हर्ष श्रीवास्तव : लखीमपुर खीरी मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़े पूरी टाइमलाइन |उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बीते रविवार को किसानों की गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी गयी जिसमे बड़ी बात रही बीजेपी के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे के नाम आना। लखीमपुर ज़िला मुख्यालय से क़रीब 75 किलोमीट दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गाँव में हुई हिंसा और आगज़नी में अब तक आठ लोगों की मौत हो गई है।  इनमें चार किसान और चार अन्य लोग शामिल हैं। इनके अलावा 12 से 15 लोग घायल भी हैं। मरने वाले किसानों में दलजीत सिंह (35), गुरवेंद्र सिंह (18), लवप्रीत सिंह (20) और नक्षत्र सिंह (55) शामिल हैं। आपको बता दें कि यहां विरोध कर रहे किसानों को जीप से कुचला गया था। जिसमे 04 किसानों की मौत हो गयी थी। माना जा रहा है कि इस गाड़ी को गृह राज्य मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा ही चला रहा था। शनिवार को आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। जब मजिस्ट्रेट के सामने पेशी हुई तो पुलिस ने इनकी कस्टडी मांगी थी, लेकिन मजिस्ट्रेट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। लखीमपुर में 03 अक्टूबर को हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने 12 घंटे की पूछताछ के बाद शनिवार रात आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था। फिर उसे एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हिंसा में 04 किसान और एक पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हुई थी।   लखीमपुर खीरी मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़े पूरी टाइमलाइन शुरू से अभी तक की किसानों की हत्या के बाद देश भर में भरी आक्रोश किसानों को न्याय, गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी को लेकर भारतीय युवा कांग्रेस ने निकाला मशाल आक्रोश जुलूस, इस दौरान सैंकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ता मशाल लेकर और हाथों में तख्ती लेकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए नजर आए। भारतीय युवा कांग्रेस ने मांग रखी  कि, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तुरंत बर्खास्त किया जाए। भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र सरकार की नीति अन्नदाता को थकाने और परेशान करने की है, यह एक ऐसी रणनीति है जो विफल हो चुकी है। देश का अन्नदाता भी भाजपाई नीति और हथकंडों को समझ रहा है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की अक्षम्य और निर्मम हत्या ने भारत की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है। आगे कहते है कि लखीमपुर खीरी कांड में भाजपा सरकार का रवैया शुरू से संदेहास्पद रहा है और आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन सच्चाई क्या है, सभी को मालूम है, सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी किसानों की न्याय की आवाज को न कुचला जा सकता है, ना ही उनका दमन किया जा सकता है। क्या आप लोग केंद्रीय सरकार द्वारा BSF के बढ़ाये गये अधिकार क्षेत्र के फैसले से सहमत है या नहीं ?  लखीमपुर खीरी मामले का अब तक का पूरा घटनाक्रम 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक़ लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे, जहाँ ज़िले के वंदन गार्डन में उन्हें सरकारी योजनाओं का शिलान्यास करना था. इस कार्यक्रम के लिए पहले वो हेलीकॉप्टर से आने वाले थे, लेकिन शनिवार सुबह प्रोटोकॉल बदला और वो सड़क से लखीमपुर पहुंचे. संयुक्त किसान मोर्चा ने उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के विरोध और काफ़िले के घेराव की कॉल दी थी जिसमें लखीमपुर और उत्तर प्रदेश के तराई इलाके के दूसरे ज़िलों से किसानों को शामिल होने आह्वान किया गया था. लगभग एक से डेढ़ बजे के बीच में केशव प्रसाद मौर्य और अजय मिश्र लखीमपुर ज़िला मुख्यालय से योजनाओं का शिलान्यास कार्यक्रम ख़त्म करके नेपाल बॉर्डर पर टेनी के गाँव बनवीरपुर के लिए रवाना हुए जो तिकुनिया से महज़ चार किलोमीटर की दूरी पर है. तिकुनिया के एक प्राइमरी स्कूल में 2 अक्टूबर को हुए दंगल के विजेताओं का पुरस्कार समारोह था. अजय मिश्र को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के सम्मान में इस बार का कार्यक्रम ज़्यादा बड़ा और भव्य था. इसीलिए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उसके मुख्य अतिथि थे. लेकिन स्थानीय किसानों ने मंत्री अजय मिश्र टेनी का विरोध करने की ठान रखी थी | कुछ दिन पहले लखीमपुर के सम्पूर्णानगर के एक किसान सम्मेलन में मंत्री अजय मिश्र मंच से किसानों को धमकाते नज़र आये थे. उन्होंने काले झंडे दिखाने वाले किसानों को चेतावनी देते हुए कहा था, "मैं केवल मंत्री नहीं हूँ या सांसद विधायक नहीं हूँ. जो मेरे सांसद और विधायक बनाने से पहले मेरे विषय में जानते होंगे, उनको यह भी मालूम होगा कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं हूँ." "और जिस दिन मैंने उस चुनौती को स्वीकार करके काम कर लिया, उस दिन पलिया नहीं, लखीमपुर तक छोड़ना पड़ जायेगा, यह याद रखना." इस तरीके के तल्ख़ बयानों के बाद किसानों में ख़ासा गुस्सा था और उन्होंने 29 सितम्बर को लखीमपुर के खैरटिया गांव में एक प्रतिज्ञा समारोह में एलान किया कि वो शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध जताते रहेंगे.   तिकुनिया में रविवार का घटनाक्रम रविवार सुबह से ह��� सैकड़ों किसान तिकुनिया के महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज पहुँच गए और स्कूल में बने हेलीपैड को घेर लिया. वे लोग "भारत माता की जय" के नारे लगाते रहे और काले झंडों के साथ विरोध शुरू कर दिया. बाद में जब ख़बर फैली कि मंत्री सड़क के रास्ते गाँव पहुँच रहे हैं तो किसान तिकुनिया से बनवीरपुर की सरहद पर गाड़ियों से रास्ता रोक कर बैठ गए. तक़रीबन डेढ़ से ढाई बजे के बीच में तीन गाड़ियों का एक छोटा काफ़िला तिकुनिया पहुंचा. अजय मिश्र टेनी और उनके पुत्र आशीष मिश्र के मुताबिक़ ये काफ़िला उप मुख्यमंत्री के बड़े काफ़िले को बनवीरपुर गाँव तक लाने के लिए पास के एक रेलवे फाटक के लिए रवाना हुआ था. और फिर ये तीनों गाड़ियां तिकुनिया जा पहुँचीं जहाँ किसान उप-मुख्यमंत्री के सरकारी ��ाफ़िले का इंतज़ार कर रहे थे.   किसानों और सरकार के बीच हुआ समझौता मारे गए किसानों के शवों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और प्रशासन के बीच समझौता हो गया है। दरअसल किसानों ने चार मांगें प्रशासन के आगे रखी थीं जिनमें से कुछ मांगों पर सहमति बनी है। इनमें मृतक किसानों के आश्रितों को नौकरी, 8 दिन में आरोपियों की गिरफ़्तारी, मृतक के परिजनों को 45-45 लाख रुपये और घायलों को 10-10 लाख रुपये का मुआवज़ा और घटना की न्यायिक जांच पर समझौता हो गया है। यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ़्रेंस में ये बातें कही हैं।   देश भर में राजनीतिक पार्टियों का प्रदर्शन लखीमपुर खीरी की हिंसा के बाद विपक्ष के कई नेताओं ने वहाँ जाने की कोशिश की, लेकिन क़ानून व्यवस्था का हवाला देकर उन्हें जाने नहीं दिया गया. जिन नेताओं को वहाँ जाने नहीं दिया गया उनमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश मिश्रा शामिल थे. एक ओर जहाँ बीजेपी इस मामले में निष्पक्ष जाँच और उचित कार्रवाई का भरोसा दिला रही है, वहीं विपक्षी दल इस हिंसा को बीजेपी के नाकाम शासन के तौर पर गिना रहे हैं. किसानों की मौत पर भड़के आक्रोश के कारण बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दबाव बढ़ता दिख रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले में न्यायिक जाँच के आदेश दे दिए हैं. प्रियंका गांधी ने भी इस मामले में अभी तक कोई गिरफ़्तारी न होने पर सवाल उठाते हुए कहा था कि एक औरत को हिरासत में लेने के लिए पूरा पुलिस बल आ गया, लेकिन अपराध करने वाले की अब तक गिरफ़्तारी नहीं हुई है. इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ़ से इस हादसे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इसे लेकर भी विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं. वहीं जानकार मानते हैं कि इस हादसे से बीजेपी को झटका ज़रूर लगा है. राज्य में अगले साल चुनाव हैं और ऐसे में लोगों की नाराज़गी पार्टी को नुक़सान पहुँचा सकती है | बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखीमपुर की हिंसा पर कई ट्वीट ज़रूर किए, लेकिन वहाँ जाने की कोशिश नहीं की. हालाँकि पार्टी के नेता सतीश मिश्रा ने ज़रूर वहाँ जाने की कोशिश की थी |   लखीमपुर पहुंचे जयंत चौधरी पीड़ित परिवार से मिले राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंच गए। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। 13 घंटे के अनवरत संघर्ष के बाद जयंत इस घटना में मारे गए 18 वर्ष के किसान लवप्रीत सिंह के परिवार से चौखड़ा गांव में जाकर मिले और उन्हें ढांढ़स बंधाया। लवप्रीत दो बहनों के अकेले भाई थे। रालोद अध्यक्ष को रास्ते में जगह-जगह रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह बच-बचाकर लखीमपुर खीरी पहुंचने में कामयाब रहे। जयंत चौधरी ने अपने ट्विटर से पोस्ट किया कि अभी रास्ते में हूं। मुंह पर गमछा लपेटे हुए वह लखीमपुर की तरफ बढ़ रहे थे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 13 घंटे, संघर्षमय यात्रा तय कर अपनों के बीच पहुंच सका। जंगल से, नहर, नदी, बांध से, कई बार रास्ते बदले, वाहन बदले। समाज का दुख साझा करना अपराध है? उन्होंने पीडि़त परिवार से मिलने की फोटो भी ट्वीट की है।   अखिलेश यादव और सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा लखीमपुर कांड को लेकर राजधानी में सोमवार को हुए सपा के प्रदर्शन-हंगामे और पुलिस की गाड़ी में आगजनी के मामले में दो मुकदमे गौतमपल्ली थाने में पुलिस की ओर से दर्ज किए गए हैं। यह जानकारी देर रात पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि पुलिस की ओर से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बड़ी संख्या में सड़क जाम कर प्रदर्शन करने वाले सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 144 की कार्रवाई की गई है। दूसरा मुकदमा पुलिस की गाड़ी में आग लगाने वाले अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज किया गया है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसी कैमरों की मदद से गाड़ी में आग लगाने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।   पुलिस तहक़ीक़ात और न्यायालय की कार्रवाई कोर्ट ने मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपित केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के पुत्र आशीष मिश्र की तीन दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली गई है। आशीष मिश्र 12 अक्टूबर सुबह दस बजे से 15 अक्टूबर सुबह दस बजे तक पुलिस कस्टडी में रहेंगे। सोमवार को दोपहर सीजेएम चिंता राम ने अभियोजन पक्ष की पुलिस कस्टडी रिमांड की अर्जी पर दोनों पक्षों की बहस सुनने के दो घंटे बाद फैसला सुनाया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर करने के साथ ही तीन शर्तें भी लगाई हैं। आदेश के मुताबिक आशीष मिश्रा की पुलिस रिमांड के दौरान न तो शारीरिक और न ही मानसिक प्रताड़ना दी जाएगी। पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद जब जेल में दाखिल किया जाएगा तो आशीष मिश्र की मेडिकल कराया जाए। पूछताछ के दौरान अभियुक्त के वकील उचित दूरी पर रह सकते हैं। मजिस्ट्रेट ने कहा कि जेल अधीक्षक लखीमपुर खीरी व विवेचक को एक-एक प्रति भेज दी जाए। कोर्ट ने उसे तीन दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। अब अगले तीन दिनों तक एसआईटी आशीष से और अधिक पूछताछ कर सकेगी। लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू पर पुलिस का शिकंजा काफी कस गया है। लम्बी बहस के बाद पुलिस को आशीष मिश्रा की तीन दिन की पुलिस रिमांड मिली है। अब पुलिस उससे हिंसा में आठ लोगों की मृत्यु के मामले में पूछताछ भी करेगी। लखीमपुर खीरी कांड में सीजेएम कोर्ट ने शाम को करीब 4:15 बजे केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्र मोनू को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर ले जाने की इजाजत दी है। मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा को कोर्ट ने तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। आशीष मिश्रा 12 से 15 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर रहेगा। खीरी हिंसा के मुख्य आरोपित आशीष मिश्र की पुलिस रिमांड पर सुनवाई के लिए वर्चुअल सुनवाई 2:42 पर समाप्त की। तकनीकी खराबी के कारण 2: 27 पर शुरू हुई थी सुनवाई। एसपीओ ने 14 दिनों की रिमांड मांगी। आशीष मिश्रा मोनू के वकीलों ने कहा कि 12 घंटे तो पूछताछ कर चुके है, पुलिस अब क्या पूछताछ करना चाहती है। अभियोजन का तर्क आशीष मिश्रा मोनू में असहयोग करते हुए 12 घंटे में केवल 40 सवालों का ही जवाब दिया है। अदालत में सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया। एसआइटी के इस रवैये से साफ हो गया कि बेगुनाही के जो सबूत आशीष मिश्रा लेकर के आए थे वो काम नहीं आए। अब एसआइटी ने वह सभी साक्ष्य संकलित करने शुरू कर दिए, जिससे यह साबित होगा कि लखीमपुर खीरी कांड में आरोपित आशीष मिश्रा की भूमिका इस मामले में संदिग्ध है और इसके और अधिक साक्ष्य संकलन की जरूरत है। अब यह भी तय है कि इस कांड से जुड़े सभी इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों को एसआइटी फारेंसिक जांच कराए बिना अपना साक्ष्य नहीं बनाएगी।   सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद मामले में आया नया मोड़ लखीमपुर हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट: अब तक कितने गिरफ्तार? किसके खिलाफ FIR दर्ज? यूपी सरकार दाखिल करे स्टेटस रिपोर्ट   लखीमपुर खीरी कांड में खुद से संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह एक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे कि आठ लोगों की हत्या से संबंधित मामले में किसे आरोपी बनाया गया है और क्या उन्हें गिरफ्तार किया गया है या नहीं? चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए यूपी सरकार से शुक्रवार तक इस मामले से संबंधित स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर पूरा ब्यौरा पेश करने के लिए कहा है।   प्रधानमंत्री कार्यालय तक है मामले का हल्ला प्रधानमंत्री मोदी ले सकते हैं बड़ा फैसला, देर-सबेर जा सकती है टेनी की कुर्सी  उत्तर प्रदेश पुलिस के एक आला अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। मुख्यमंत्री ने स्वयं कह दिया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। वह चाहे कितना भी बड़ा चेहरा क्यों न हो? डीएम, एसपी और राज्य सरकार के अधिकारी मामले को लेकर संवेदनशील हैं। सूत्र का कहना है कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आ चुकी है और अब जल्द ही कार्रवाई में तेजी देखने को मिलेगी | कृषि मंत्री तोमर के सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। हालांकि वह कहते हैं कि यह संगठन और उत्तर प्रदेश सरकार से जुड़ा मामला है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के कामकाज से इसका कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन मीडिया और सोशल मीडिया में जो प्रसारित हो रहा है, उस आधार पर इसे अच्छा नहीं कहा जा सकता।   हिंसा को लेकर UP से लेकर दिल्ली तक हलचल, दिन भर चला विरोध प्रदर्शन का दौर दिल्ली के जंतर मंतर पर AAP का प्रदर्शन  लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में आम आदमी पार्टी (AAP) ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. आम आदमी पार्टी के बड़ी संख्या में मौजूद विधायक, पार्षद और कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया और किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. 'आप' ने प्रदर्शन के दौरान मांग की कि किसानों के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. इस दौरान आम आदमी पार्टी  नेता गोपाल राय ने  केंद्र और यूपी सरकार को किसानों की मौत का जिम्मेदार बताया. आम आदमी पार्टी ने हत्यारों को गिरफ्तार किए जाने, भाजपा के मंत्री के खिलाफ कार्रवाई और पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच की मांग की |   धरने पर बैठे पंजाब के डिप्टी सीएम  लखीमपुर खीरी जा रहे पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और आधा दर्जन विधायकों को सहारनपुर पुलिस ने रोक लिया और उनकी गाड़ी को आगे नहीं बढ़ने दिया. इसके बाद सरसावा के शाहजहांपुर चेकपोस्ट पर डिप्टी सीएम रंधावा विधायकों के साथ धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे |   योगी आदित्यनाथ ने बुलाई बड़ी बैठक लखीमपुर खीरी मामले को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बड़ी बैठक बुलाई है. 5 कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हो रही बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और स्वतंत्र देव सिंह के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के आला अधिकारी भी मौजूद हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ लखीमपुर की घटना समेत विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर रहे हैं. सीएम ने पूरे मामले की रिपोर्ट भी तलब की थी |   डीएनडी पर जाम, ट्रैफिक चिल्ला बॉर्डर डायवर्ट  लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) को देखते हुए दिल्ली पुलिस डीएनडी पर सुरक्षात्मक चेकिंग कर रही है. नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि यातायात का दबाव अधिक होने के कारण यातायात को नोएडा-दिल्ली चिल्ला बॉर्डर की ओर डायवर्ट किया जा रहा है. यातायात पुलिसकर्मी यातायात सामान्य बनाने में लगे हैं |   दिल्ली में डीएनडी पर भारी जाम  ��खीमपुर खीरी की घटना का असर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी दिखने लगा है और नोएडा से दिल्ली को जोड़ने वाले डीएनडी पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है. सिर्फ 2 लेन आवाजाही के लिए खुले हैं, इस कारण गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है |   सरकार मानती है कि मामले से आने वाले चुनाव पर पड़ सकता है असर वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का आरोप है कि गाड़ियों ने किसानों को तेज़ी से भीड़ पर चला कर रोंधना शुरू कर दिया जिसमें चार किसान कुचल कर मर गए और लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए | तमाम वायरल वीडियो में एक-दो किसानों के शव सड़क के किनारे दिख रहे हैं. किसान नेताओं का आरोप है कि मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा भी उस वक़्त गाड़ी में मौजूद थे और उन्होंने एक किसान को गोली भी मारी | प्रदर्शन में शामिल और हादसे के चश्मदीद संयुक्त मोर्चा के सदस्य पिंडर सिंह सिद्धू ने बताया, "सब माहौल ठीक था, क़रीब ढाई बजे अजय मिश्र जी का बेटा कुछ गुंडों के साथ आया और जो किसान वहाँ अपने झंडे लेकर घूम रहे थे उन पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी. उनके लड़के ने गोली भी चलाई |" "बहुत दुखद घटना थी. हमारे चार किसान भाई शहीद हो गए हैं. जिन किसानों ने वोट दिया है उनके प्रदर्शन पर गाड़ी चढ़ाना, रौंदना कहां की संस्कृति है, ये सत्ता का नशा है. मंत्री अजय मिश्र ने जो चैलेंज दिया है उसका जवाब लोग हर घर से निकलकर देंगे |" हालांकि अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने इन आरोपों से साफ़ इंकार किया है. उनका कहना है कि अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए वो सबूत पेश करेंगे | लेकिन वायरल वीडियो में किसानों का हिंसात्मक रिएक्शन भी क़ैद हुआ है. वीडियो में आक्रोशित भीड़ एक जीप पर लाठियां बरसा रही है और गाड़ी से बाहर गिरे दो लोगों को भी लाठियों से मार रही है | भीड़ गाड़ी को पलट कर सड़क से नीचे धकेल देती है. इस हिंसा और हमले के बाद का मंज़र कुछ तस्वीरों में क़ैद हुआ जिसमें सड़क के किनारे दो लाशें पड़ी थीं और उसके इर्द-गिर्द किसान खड़े हुए थे | आशा है कि आप सभी को  AbhiNews के संवाददाता हर्ष श्रीवास्तव द्वारा लिखा गया "लखीमपुर खीरी मामले में कब, कैसे, क्या हुआ, पढ़े पूरी टाइमलाइन" सम्बन्धित लेख अवश्य पसंद आयेगा | यदि आप इस लेख से सम्बन्धित अपने कुछ विचार रखना चाहते है तो नीचे कमेंट सेक्शन में दे सकते है |   Read the full article
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abhinews · 3 years
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क्या आप लोग केंद्रीय सरकार द्वारा BSF के बढ़ाये गये अधिकार क्षेत्र के फैसले से सहमत है या नहीं ?
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क्या आप लोग केंद्रीय सरकार द्वारा BSF के बढ़ाये गये अधिकार क्षेत्र के फैसले से सहमत है या नहीं ?
  क्या आप लोग केंद्रीय सरकार द्वारा BSF के बढ़ाये गये अधिकार क्षेत्र के फैसले से सहमत है या नहीं?जी हां दर्शको इस मुद्दे पर आप सभी अपनी राय बड़ी बेबाकी से AbhiNews के इस सर्वे में लेख के नीचे कमेंट सेक्शन के जरिये हां या ना और इससे सम्बन्धित अपनी विचार देकर दे सकते है | बुराई कितनी भी बड़ी हो लेकिन अंत में राम नाम सत्य की ही जीत होती है इस सम्बन्ध में केंद्रीय सरकार से सम्बन्धित गृह मंत्रालय (Home Ministry),दिल्ली  द्वारा बुधवार को एक आदेश जारी कर दिया गया जिसके अनुसार अब बार्डर सुरक्षा बल (BSF) जवान अब बांग्लादेश और पाकिस्तान बॉर्डर से सटे देश के 50 किलोमीटर के क्षेत्र में सम्बन्धित राज्यों की पुलिस की तर्ज पर अपराधी को सर्च और अरेस्ट करने की कारवाई कर सकेगी |अब इन राज्यों में सीमा के अंदर भी कार्रवाई कर सकेंगे | गृह मंत्रालय (Home Ministry) के इस आदेश के बाद बार्डर सुरक्षा बल (BSF)  अब अपने इस अधिकार का उपयोग असम, पश्चिम बंगाल,पंजाब, गुजरात,नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर और लद्दाख आदि राज्यों दूसरे देशो से सटे बॉर्डर से 50 किलोमीटर के अंदर कर सकती है | हालांकि गुजरात में पहले बार्डर सुरक्षा बल (BSF) का दायरा 80 किलोमीटर का था, जो अब घटाकर 50 किलोमीटर कर दिया गया है |केंद्रीय सरकार के इस फैसले के बाद विपक्ष और कई सम्बन्धित राज्य सरकारे इस फैसले का एक आवाज में विरोध कर रही है और इस फैसले को केंद्र सरकार की तानाशाही रवैये के तौर पर बता रही है |       Read the full article
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abhinews · 3 years
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बुराई कितनी भी बड़ी हो लेकिन अंत में राम नाम सत्य की ही जीत होती है
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बुराई कितनी भी बड़ी हो लेकिन अंत में राम नाम सत्य की ही जीत होती है
ये कथन बिलकुल सत्य है जिसका उल्लेख रामायण उस हिस्से से भी होता है जिसमे लंकेश रावण की बहन शूर्पणखा प्रभु श्री ��ाम के भाई लक्ष्मणजी से उनके वनवास के दौरान अपनी नाक कटवाकर लंका अपने भ्राता रावण के पास पहुँचती है और प्रभु श्री राम और लक्ष्मण से भेट के दौरान हुई सारी कहानी की व्याख्या करती है | बहन शूर्पणखा की बातो को सुनकर इस बात को लंकेश रावण सोचता है कि प्रभु श्री राम बलशाली राजकुमार हैं या स्वयं नारायण ने पृथ्वी का भार हरण करने के लिए अवतार धारण कर लिया है यदि ऐसा है तो मैं उनसे हर्ष पूर्वक शत्रुता करूंगा और तभी मेरा उद्धार हो पाएगा वह अपनी बहन सूर्पनखा का बदला लेने के लिए वो माँ जानकी का हरण करने की योजना बनाता है और उनका हरण भी कर लेता है | कोई भी व्यक्ति अब घर बैठे ही वोटर लिस्ट में दर्ज करा सकता है अपना नाम प्रभु श्री राम नारायण का ही रूप है जो उसका काल बनकर आये है |इसलिए रावण इस बात को जानता था कि इस पूरी दुनिया में अगर उसे अब इस तामसिक जीवन से कोई मुक्ति दिलवा सकता है तो वो स्वयं नारायण के रूप प्रभु श्री राम है | इसलिए उसने अंत में अपने भाई कुंभकरण के इशारे को भी नहीं समझा और प्रभु श्री राम के द्वारा माता जानकी को बार-बार बिना युद्ध लडे वापिस देने की बात को ना मानकर अंत में उनसे युद्ध लड़ने का ऐलान किया और उनके हाथो चलाये गये बाण को अपने नाभि में लेकर इस तामसिक शरीर और मोह-माया से मुक्ति प्राप्त की | अर्थात कहानी का सारांश यहीं है कि इस बात का ज्ञान लंकेश रावण को अपनी मृत्यु से बहुत पहले ही हो चुका था कि प्रभु श्री राम का नाम ही शुरुआत और अंत है |इस नाम की शक्ति के आगे दुनिया के सारे सुख-दुःख बेमाने है |वहीँ परम सत्य और अटल है बाकी सब असत्य है |इसलिए उसने माता जानकी का हरण करके उस शक्ति से मुक्ति पाने का मार्ग स्वयं चुना और अंत में मोक्ष की प्राप्ति की | इसलिए कहा जाता है कि बुराई कितनी भी बड़ी हो लेकिन अंत में राम नाम सत्य की ही जीत होती है | Read the full article
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abhinews · 3 years
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कोई भी व्यक्ति अब घर बैठे ही वोटर लिस्ट में दर्ज करा सकता है अपना नाम
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कोई भी व्यक्ति अब घर बैठे ही वोटर लिस्ट में दर्ज करा सकता है अपना नाम
कोई भी व्यक्ति अब घर बैठे ही वोटर लिस्ट में दर्ज करा सकता है अपना नाम |जी हां दोस्तों ये बात बिलकुल 100 प्रतिशत सच है जिसकी पुष्टि अब निर्वाचन आयोग के सम्बन्धित अधिकारियो के द्वारा भी कर दी गई है |अब कोई भी व्यक्ति घर से ही अपना नाम क्षेत्रीय मतदाता सूची में जुड़वाँ सकता है | इस कार्य को करने के लिए उसे मात्र www.nvsp.in की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म 6 ऑनलाइन भरना होंगा |ना किसी कार्यालय में जाने की जरुरत है और ना ही बीएलओ को ढूँढने की झंझट |मात्र आप अपने अपने निवास के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र तथा भाग के नाम का पता जरुर जानते हो । फॉर्म 6 ऑनलाइन भरने के बाद जरुरी दस्तावेज की प्रतियां अपलोड करे या फॉर्म  6 डाउनलोड कर लें। ये फॉर्म निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी ईआरओ, एईआरओ या बूथ लेवल अधिकारी के कार्यालय से फ्री में भी प्राप्त कर सकते हैं। पूरा विवरण भरने के बाद इसे कार्यालय में जमा कर दे या डाक से भेज दे | जरुरी बात ध्यान रखने वाली ये है कि  इस फॉर्म को भरते वक्त व्यक्ति भारत का नागरिक होना और कम से कम 18 वर्ष का होना चाहिए और साथ में पंजीकरण वाले क्षेत्र की सामान्य निवासी हो । दूल्हा बने प्रभु श्रीराम फॉर्म 6 के साथ लगाएं ये दस्तावेज  फॉर्म 6 पर अपना रंगीन पासपोर्ट फोटोग्राफ लगाये। आयु और निवास के प्रमाण सम्बन्धित फोटोप्रतियां दें। फॉर्म जमा होने के कुछ दिनों बाद ही बीएलओ दस्तावेज की पुष्टि के लिए रेखांकित पते पर आते है । दस्तावेज का सत्यापन होने के बाद व्यक्ति मतदाता फोटो पहचान पत्र हासिल करने का पात्र हो जाता है ।  बदल लें पता  यदि व्यक्ति का नया पता उसी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में हैं तो वो  222.ठ्ठ1ह्यश्च.द्बठ्ठ पर ऑनलाइन फॉर्म 8 भरें या डाउनलोड कर क्षेत्र के सम्बन्धित ईआरओ या एआरओ के पास जमा करा दे । यदि नया पता दूसरे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद हो तो व्यक्ति को ऑनलाइन फॉर्म 6 भरना चाहिये या डाउनलोड करके नये निवास स्थान क्षेत्र के सम्बन्धित ईआरओ या एईआरओ के पास जमा कराना चाहिये ।   दो स्थान पर नाम गैरकानूनी  कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं किया जा सकता है।इसलिए कानून के अनुसार व्यक्ति को नये निवास की मतदाता सूची में पंजीकरण कराने के साथ ही पर पुराने निवास की मतदाता सूची से अपना नाम हटवाना अनिवार्य है ।   कर सकते हैं आपत्ति  व्यक्ति फॉर्म 7 के द्वारा अपनी किसी भी प्रकार की नाम जोडऩे या हटाने सम्बन्धित आपत्ति दर्ज करा सकता हैं। कोई भी व्यक्ति जिसने अपना आवास बदल लिया हो, किसी की मृत्यु हो गई हो या अन्य कारणों से पात्र नहीं है तो सम्बन्धित निर्वाचन क्षेत्र के सहायक निर्वाचन पदाधिकारी के यहां फॉर्म 7 भरकर आवेदन कर सकते है | इसे ऑनलाइन भी भरकर जमा कर सकते हैं। फॉर्म भरते समय नाम जोडऩे या हटाये जाने पर आपत्ति से जुड़े सम्बन्धित व्यक्ति की पूरी जानकारी देना आवश्यक है   बदलवा सकते हैं इपिक  यदि व्यक्ति पुराने इपिक में पता बदलवाना चाहता हैं तो उसे नये निर्वाचन क्षेत्र के ईआरओ या एईआरओ को आवेदन सहित 25 रुपये का भुगतान करना होंगा जिससे उसे नये इपिक का नंबर पुराना वाला ही दिया जायेंगा ।   वोटर आइडी होने से सिर्फ नहीं दे सकते हैं वोट  कोई भी व्यक्ति मात्र वोटर आइडी के सहारे अपना वोट नहीं डाल सकता हैं। सम्बन्धित निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में उसका नाम होना आवश्यक है | इसलिए चुनाव में वोट डालने से पहले मुख्य निर्वाचन वेबसाइट पर अपने क्षेत्र की मतदाता सूची में अपने नाम की जांच कर ले या चुनाव के समय नामांकन और मतदान से संबंधित जानकारी के लिए 1950 पर भी कॉल कर सकते हैं।     Read the full article
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abhinews · 3 years
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दूल्हा बने प्रभु श्रीराम
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जन्म पर गूंजी प्रभु श्रीराम की किलकारियाँ
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abhinews · 3 years
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जन्म पर गूंजी प्रभु श्रीराम की किलकारियाँ
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जन्म पर गूंजी प्रभु श्रीराम की किलकारियाँ
कानपुर -- जन्म पर गूंजी प्रभु श्रीराम की किलकारियाँ |रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण को निकले भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी |
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                                          कानपुर में श्रीरामलीला सोसायटी परेड के 145 वें. विजया-दशमी महोत्सव का शुभारंभ मेस्टन रोड स्थित रामलीला भवन में संस्था के अध्यक्ष महेंद्र मोहन गुप्त एवं सांसद सत्यदेव पचौरी ने भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी की आरती उतार कर किया।
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                    इसके उपरांत रथ पर सवार होकर भगवान विष्णु एवं ���क्ष्मी जी नगर भ्रमण को निकले। भवन में व्यास महेश दत्त चतुर्वेदी के संरक्षण निर्देशन में हुए रामलीला मंचन में नारद मोह के प्रसंग के साथ भगवान श्रीराम का जन्म हुआ तो अयोध्या नगरी ( कानपुर) में गूंज उठी किलकारियाँ Read the full article
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abhinews · 3 years
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जाने श्री शरद चतुर्वेदी साहित्याचार्यजी से नवरात्रि में पूजन कैसे करना चाहिए ?
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जाने श्री शरद चतुर्वेदी साहित्याचार्यजी से नवरात्रि में पूजन कैसे करना चाहिए ?
मथुरा -- जाने श्री शरद चतुर्वेदी साहित्याचार्यजी से नवरात्रि में पूजन कैसे करना चाहिए ?इस सम्बन्ध में श्री शरद चतुर्वेदी साहित्याचार्यजी ने AbhiNews के पत्रकार को जानकारी देते हुए बताया कि 7 अक्टूबर गुरुवार से शुरू हो रहे नवरात्रि की पूजा विधान पंचांग में दिए गए शुभ मुहूर्त के अनुसार घटस्थापन करें | प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि तक प्रतिदिन व्रत एवं पूजा अर्चना की जाती है | आश्विन शुक्ल प्रतिपदा को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें तथा पूजा की व्यवस्था में लग जाये | घर के ही किसी पवित्र स्थान पर  चौकी या पटा पर लाल कपड़ा बिछाकर वेदी बनाएं। जाने श्री जी पीठ मनीष बाबाजी से आज 7 अक्टूबर को शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र घटस्थापन के शुभ मुहूर्त  के विषय में वेदी पर या समीप के ही पवित्र स्थान पर पृथ्वी का पूजन कर वहां सोने, चांदी, तांबे या मिट्टी का कलशों स्थापित करें।  इसके बाद कलश में आम के हरे पत्ते, दूर्वा, पंचामृत डालकर उसके मुंह पर सूत्र बाधें। नारियल आदि पूर्ण पात्र रखें | कलश स्थापना के बाद गणेश पूजन करें। इसके बाद वेदी  पर देवी की किसी धातु, पाषाण, मिट्टी व चित्रमय मूर्ति विधि-विधान से विराजमान करें। तत्पश्चात मूर्तिका आसन, पाद्य, अर्ध, आचमन, स्नान, वस्त्र, गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, आचमन, पुष्पांजलि, नमस्कार, प्रार्थना आदि से पूजन करें। इसके पश्चात दुर्गा चालीसादुर्गा सप्तशती का पाठ, दुर्गा स्तुति किसी भी धार्मिक ग्रंथ को पढ़ें |नवमी तिथि तक करना है | पाठ स्तुति करने के बाद दुर्गाजी की आरती, पुष्पांजलि करके प्रसाद वितरित करें। प्रतिदिन कुमारी पूजन करना चाहिए | फिर स्वयं फलाहार ग्रहण करें। प्रतिपदा के दिन घर में ही जवारे बोने का भी विधान है। Read the full article
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abhinews · 3 years
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जाने श्री जी पीठ मनीष बाबाजी से आज 7 अक्टूबर को शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र घटस्थापन के शुभ मुहूर्त  के विषय में
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जाने श्री जी पीठ मनीष बाबाजी से आज 7 अक्टूबर को शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र घटस्थापन के शुभ मुहूर्त  के विषय में
मथुरा -- जाने श्री जी पीठ मनीष बाबाजी से आज 7 अक्टूबर को शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र घटस्थापन के शुभ मुहूर्त  के विषय में  | इस सम्बन्ध में  श्री जी पीठ मनीष बाबाजी ने AbhiNews के पत्रकार को  जानकारी देते हुए बताया कि 7 अक्टूबर 2021 को शारदीय नवरात्रि का आरम्भ हो रहा है ।
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            देवीपुराण में द्विस्वभावलाग्न युक्त प्रात: काल में देवी का अहवाह्न एवम घटस्थापना पूजन करने का विधान है ।घटस्थापना हेतु चित्रा नक्षत्र और बैधृति योग दोनो के योग में घटस्थापन नहीं हो सकता है । 7 अक्टूबर 2021  गुरुबार को दोपहर 1:46 मिनट तक प्रतिपदा है | जाने अब तक क्या हुआ है उत्तर प्रदेश के चर्चित मनीष गुप्ता हत्याकांड में इसी दिन चित्रा नक्षत्र रात्रि 9:12 मिनट तक है जो कि घटस्थापना के लिए वर्जित बताए गए है परंतु दोनो के आदि के 2 चरणों का त्यागकर घटस्थापना की अनुमति प्रदान की जाती है । चित्रा के आदि 2 चरण प्रात: 10:16 पर समाप्त होंगे और वैधृति के आदि 2 चरण दोपहर 3:17 पर समाप्त होंगे घटस्थापन हेतु अभिजित मुहूर्त प्रात: 11:52 से दोपहर 12:38 तक रहेगा ।   Read the full article
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abhinews · 3 years
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जाने अब तक क्या हुआ है उत्तर प्रदेश के चर्चित मनीष गुप्ता हत्याकांड में
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जाने अब तक क्या हुआ है उत्तर प्रदेश के चर्चित मनीष गुप्ता हत्याकांड में
लखनऊ -- जाने अब तक क्या हुआ है उत्तर प्रदेश के चर्चित मनीष गुप्ता हत्याकांड में | अभी कुछ दिन पूर्व ही उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कुछ पुलिसवालों पर कानपुर के एक व्यापारी मनीष गुप्ता के साथ मारपीट कर उसकी हत्या करने का गंभीर आरोप लगा था | उनके परिवार द्वारा ये भी आरोप लगाये गये है कि पुलिसवालों ने उनकी हत्या से सम्बन्धित साक्ष्यो को मिटाने की कोशिश भी की जिसकी पुष्टि ��स होटल जहाँ ये ��ूरा प्रकरण हुआ,वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड फुटेज भी कर रही है | पंजाब कांग्रेस में राजनैतिक उठापटक का दौर लगातार है जारी कुछ वायरल विडियो के अनुसार गोरखपुर प्रशासन के अधिकारियो ने भी परिवारवालो पर दबाव बनाकर इस मामले को दबाने की कोशिश की |अब जब मामला मीडिया में आने लगा तो प्रशासन भी हरकत में आया और सभी दोषी पुलिसवालों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच की जा रही है | पीड़ित परिवार के लोग इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने,आर्थिक सहायता और मनीष गुप्ता की पत्नी को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग कर रहे है जिसके सिलसिले में स्वयं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगीजी से उनकी मुलाकात हो चुकी है और योगीजी ने उनकी सभी मांगो को जल्द से जल्द पूरा करने और दोषियों को सजा दिलाने का भरोसा दिया है | उधर विपक्ष भी पूरे मुद्दे को भुनाने में लगा है |एक ओर जहाँ समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने स्वयं पीड़ित परिवार से मुलाकात की है और सरकार से जल्द जल्द परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है वहीँ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधीजी भी पीड़ित परिवार से बात कर चुकी है और सभी ने परिवार की हरसंभव मदद का भरोसा दिया है | उधर प्रशासन ने भी दोषी पुलिसवालों को बर्खास्त करते हुए मामले की जांच तेज कर दी है |     Read the full article
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abhinews · 3 years
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पंजाब कांग्रेस में राजनैतिक उठापटक का दौर लगातार है जारी
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पंजाब कांग्रेस में राजनैतिक उठापटक का दौर लगातार है जारी
चंडीगढ़ --  पंजाब कांग्रेस में राजनैतिक उठापटक का दौर लगातार है जारी |एक और कल जहाँ चड़ीगढ़ के पंजाब भवन में तत्कालीन पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी और सिद्धू के बीच 2 घंटे की मुलाकात के बाद आपसी विवाद सुलझता नज़र आया वही दूसरी और शाम तक अमरिंदर सिंह ने दिल्ली से वापस लौटकर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया | यूपी सरकार IAS इफ्तिखारुद्दीन से सम्बन्धित धर्म परिवर्तन की वायरल वीडियो की करा रही है जांच उनके इस ऐलान के कयास पहले ही लगाये जा रहे थे हालांकि उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि वो बीजेपी में भी नहीं जाने वाले और खुद की पार्टी बना सकते है | वहीँ मुख्यमंत्री चन्नी और सिद्धू की इस मीटिंग के दौरान और भी कई पंजाब कांग्रेस के नेता वहां मौजूद थे |सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग के दौरान सभी पक्षों के बीच कुछ मुद्दों पर बात बन चुकी है |बाकी कांग्रेस द्वारा आज इस मुद्दे पर मीडिया को पूरी जानकारी देने के कयास लगाये जा रहे है | Read the full article
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abhinews · 3 years
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यूपी सरकार IAS इफ्तिखारुद्दीन से सम्बन्धित धर्म परिवर्तन की वायरल वीडियो की करा रही है जांच
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यूपी सरकार IAS इफ्तिखारुद्दीन से सम्बन्धित धर्म परिवर्तन की वायरल वीडियो की करा रही है जांच
लखनऊ -- यूपी सरकार IAS इफ्तिखारुद्दीन से सम्बन्धित धर्म परिवर्तन की वायरल वीडियो की करा रही है जांच |इस समय जहाँ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार धर्म परिवर्तन से सम्बन्धित गिरोहों के खिलाफ मुहिम चला रही है |ऐसे में एक हैरान करने वाला विडियो वायरल हो रहा है जिसमे यूपी में IAS अफसर इफ्तिखारुद्दीन के सामने एक वक्ता धर्म परिवर्तन के कथित फायदे गिनाकर लोगो को गुमराह करता दिख रहा है | विडियो में IAS इफ्तिखारुद्दीन कुछ मुस्लिम समाज के लोगों के साथ बैठकर उस वक्ता की  धर्म परिवर्तन सम्बन्धित बातो को सुन रहे है और उससे सम्बन्धित बाते करते भी दिखाई दे रहे है | नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के साथ ही फिर से पंजाब कांग्रेस में मची हलचल इस वीडियो के वायरल होने के बाद से योगीजी की सरकार सकते में आ गई है और एक्शन में दिखाई देते हुए पूरे मामले की जांच SIT से करवा रही है | में आईएएस इफ्तिखारुद्दीन इस्लाम धर्म के प्रचार की बातें भी कर रहे हैं. बवाल होने के बाद अब यूपी सरकार ने मामले की जांच SIT से कराने का ऐलान किया है | हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नही हुई है कि ये कब,कहाँ और किसने शूट किया है |इस सब बातो की अभी जांच चल रही है |इस वक्त उत्तर प्रदेश सरकार ने गैर-कानूनी रूप से लोगो के धर्म परिवर्तन कराने वालो के विरूद्ध बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ रखा है जिसमे अभी तक कई लोगो को गिरफ्तार किया जा चुका है |   Read the full article
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