Tumgik
vediclyfe · 2 years
Video
youtube
सावन के चमत्कारी उपाय | सावन में शिव कृपा प्राप्ति के सरल उपाय | Savan m...
1 note · View note
vediclyfe · 2 years
Text
1 note · View note
vediclyfe · 2 years
Text
1 note · View note
vediclyfe · 2 years
Text
Tumblr media
3 notes · View notes
vediclyfe · 2 years
Text
अगर बहुत मेहनत करने के बाद भी  आपका व्यापार या दुकान ठीक से नहीं चल रहा और अपेक्षित लाभ नहीं दे रहा तो वास्तु एवं ज्योतिष अनुसार कुछ छोटे छोटे उपायों को करने से आपका व्यापार उन्नति करना शुरू कर देगा।  तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में। 
1. दुकान में काउंटर या गल्ला इस प्रकार से रखना चाहिए की दुकान के मालिक का मुँह हमेश पूर्व या उत्तर दिशा में हो। 
2. दुकान का प्रवेश द्वार हमेशा साफ और आकर्षक होना चाहिए। 
3. दुकान में एक लक्ष्मी-गणेश जी की प्रतिमा या चित्र इस प्रकार से रखे की उनका मुख पूर्व या उत्तर डिश में हो। 
4. दुकान के मुख्या द्वार पर काळा धागे में एक निम्बू और ७ मिर्ची पिरो कर लटका दें और इसे शनिवार के दिन बदले। 
1 note · View note
vediclyfe · 2 years
Video
youtube
सोलह सोमवार व्रत करने की पूरी जानकारी पूजा विधि, नियम, मंत्र, प्रशाद, उद...
2 notes · View notes
vediclyfe · 2 years
Video
youtube
बृहस्पतिवार व्रत प्रश्ना उत्तर, गुरुवार का व्रत कब शुरू करें, पीरियड में...
1 note · View note
vediclyfe · 2 years
Text
भगवान भोलेनाथ का प्रिय मास सावन (Savan 2022) इस वर्ष गुरुवार 14 जुलाई 2022 से शुरू होगी। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह साल का पांचवा महीना माना जाता है। ऐसी मान्यता है की जो भी भक्त श्रावण माह में भगवान शिव की आराधन करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इस वर्ष सावन का महीना गुरुवार, 14 जुलाई से शुक्रवार, 12 अगस्त तक रहेगा। इस एक महीने में कुल 4 सोमवार के व्रत पड़ेंगे। 18 जुलाई 2022 को सावन का पहला सोमवार का व्रत किया जायेगा। इसके बाद दूसरा सोमवार का व्रत 25 जुलाई, तीसरा  व्रत 01 अगस्त और चौथा सोमवार का व्रत 08  अगस्त को किया जायेगा। 
Tumblr media
3 notes · View notes
vediclyfe · 2 years
Text
आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी (Devshayni Ekadashi) का व्रत किया जाता है। इस वर्ष यह व्रत 10 जुलाई 2022, रविवार के दिन किया जायेगा। पौरा���िक मान्यताओं के अनुसार देवशयनी एकादशी के दिन श्री हरी भगवन विष्णु ४ महीने के लिए योग निंद्रा में चले जाते है। इसी कारण हिन्दू धर्म में इन चार महीनो में सरे मांगलिक कार्य जैसे गृह प्रवेश, विवाह, जनेऊ संस्कार, मुंडन, उपनयन संस्कार, यज्ञोपवीत आदि निषिद्ध बताये गए है। 4 महीने बाद कार्तिक एकादशी को देव उठनी एकादशी के दिन जब देव जागते है तो उसके बाद ही सरे मांगलिक कार्य प्रारम्भ होते है। इन ४ माह को चातुर्मास कहते है।
Tumblr media
2 notes · View notes