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femalelawyerfashion · 4 years
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राहुल गाँधी कोअब कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाल लेना चाहिए: सचिन पायलट ।
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जयपुर में राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गाँधी को कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षता पद की जिम्मेदारी फिर से संभाल लेनी चाहिए । इसको लेकर राजस्थान की प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रस्ताव पारित किया है और मांग की है कि राहुल गाँधी फिर से पार्टी की राष्ट्रीय कमान संभालें ।
      इससे पहले राहुल गांधी ने 2017 में राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाला था और 2019 के लोक सभा चुनावों में कांग्रेस की बुरी तरह हुई हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था । हालांकि तब भी कांग्रेस पर आरोप ही लगे थे कि पार्टी की अध्यक्षता फिर से सोनिया गाँधी ही संभालेंगी क्योंकि आजतक कांग्रेस का राष्ट्र अध्यक्ष गाँधी परिवार से बाहर किसी ने भी लंबे समय के लिए नहीं बनाया गया है ।
      हालांकि यह आरोप बिलकुल सही भी हैं । इससे पहले कांग्रेस की राष्ट्र अध्यक्षता सोनिया गाँधी के पास थी, जिसे बाद में राहुल गाँधी ने संभाल लिया । और जैसे आरोप लगे थे, वैसा ही हुआ भी । जल्दी ही पार्टी की कमान को सोनिया गाँधी ने संभाल लिया, जिससे कांग्रेस की और अधिक किरकिरी हुई ।
      कांग्रेस पार्टी में कई बड़े नाम हैं, जो यदि पार्टी अध्यक्ष बने तो शायद पार्टी की गिरती साख और दोनों सदनों में गिरती संख्या को ऊपर उठा सकते हैं । इतिहास में शायद ऐसा दौर कांग्रेस पर कभी नहीं आया था और राहुल गांधी के कमान संभालने के बाद से हर बार उनका संख्याबल लगातार गिरा ही है । इसीलिए एक समय महाराष्ट्र में अपना मुख्यमंत्री बनाने वाली कांग्रेस आज वहां तीसरे नंबर की पार्टी है जो केवल अपनी साख के लिए वहां की सरकार से जुड़ी हुई है, ताकि उनके पास यह कहने को हो कि उनकी सरकार भी किसी प्रदेश में चल रही है ।
      हालांकि इससे पहले पंजाब और राजस्थान में वे पूर्ण बहुमत से सरकार चला रहे हैं, लेकिन जिस तरह समय उनपर गाज बन कर पहले त्रिपुरा, गोवा, कर्नाटका और फिर इसी साल की शुरूआत में मध्यप्रदेश में बनकर गिरा था, उनके बाकि के प्रदेशों पर भी लगातार खतरा मंडरा रहा है ।
      इससे अच्छा होता कि कांग्रेस गाँधी परिवार के मोह को छोड़ कर पायलट जैसे धुरंधर चेहरों को राष्ट्रीय कमान संभालने को देती तो देश की जनता भी आज एक अच्छे और मजबूत विपक्ष को देख रही होती, जो अपना काम भलिभांति संभालती । राजस्थान चुनाव की जीत में भी पायलट की भूमिका अति महत्वपूर्ण रही थी और इसी तरह मध्यप्रदेश चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी ।
      लेकिन जिस तरह पायलट स्वयं ही राहुल गाँधी के नाम को तरजीह दे रहे हैं, उसे देखते हुए ऐसा लगता तो नहीं कि कांग्रेसी फिलहाल के लिए गाँधी परिवार से बाहर झांक कर देखेंगे । कहीं ऐसा न हो कि समय रहते कदम न उठाने के कारण जिस तरह मध्यप्रदेश में सिंधिया व उनके साथियों न बगावत की, उसी तरह कोई राजस्थान या पंजाब में भी पार्टी को चुनौती दे डाले । इस मामले में कांग्रेस पार्टी को दूर तक सोचने की जरूरत है ।
      पायलट ने चीन को लेकर हो रहे गतिरोध पर भी अपनी टिप्पणी दी । उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के 20 सैनिकों की शहादत आखिर क्यों हुई । केंद्र की ओर से फिलहाल चीन के साथ हो रहे विवाद पर सरकार का कोई सपष्टीकरण नहीं आया है ।
      उन्होंने आगे कहा कि लद्दाख में गलवान घाटी में भारतीय जवान शहीद हुए थे, उनकी याद में राजस्थान में ब्लॉक व जिला स्तर पर शुक्रवार यानि 26 जून को “शहीदों को सलाम दिवस” कार्यक्रम किया जाएगा । इसके तहत प्रदेश भर में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 11 बजे से 12 बजे तक विभिन्न क्षेत्रों में शहीदी स्मारक या महात्मा गांधी की प्रतिमा या फिर स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित स्थलों पर बैठकर श्रृद्धांजलि अर्पित करेंगे ।
      उन्होंने लगातार केंद्र सरकार पर कई वार किए और पेट्रोल व डीजल के प्रतिदिन बढ़ रहे दामों पर कहा कि दुनिभर में कच्चे दामों की कीमतें घट रही हैं और मोदी सरकार देशवासियों की कमर लगातार तोड़ रही है, जोकि कोरोना वायरस की चपेट के कारण अर्थव्यवस्था में आई भीषण मंदी से पहले ही जूझ रही है । इससे जनता में आक्रोश है । इसी कारण से उनकी पार्टी जिला स्तर पर प्रदर्शन कर उसका ज्ञापन माननीय राष्ट्रपति महोदय को सौंपेगी ।
      हालांकि उनके इस कदम से लगता नहीं कि सरकार किसी किस्म के दबाव में आएगी । यह तो केवल इसीलिए किया जा रहा है क्योंकि कांग्रेस का केंद्र में कोई अधिक दबदबा नहीं है । और राजस्थान में वे पूर्ण बहुमत में हैं । साथ ही पायलट एक राष्ट्रीय चेहरा है और जो वे कहेंगे, उसकी गूंज न सही, लेकिन उसकी खनक तो दूर तक जाएगी । साथ ही इस तरह के धरने व बैठकें स्थानीय लोगों को प्रभावित करने के लिए होते हैं ।
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femalelawyerfashion · 4 years
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गलवान घाटी विवाद के मास्टरमाइंड का पता लगा, इसी ने करवाया था डोकलाम स्टैंडऑफ भी ।
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15 और 16 जून की रातों को भारत के सैनिकों ने लद्दाख की गलवान घाटी में जिस बहादुरी से चीनी सैनिकों का मुकाबला कर उनको मार भगाया, उसकी चर्चा न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी हो रही है । इन घटनाओं ने यह दिखा दिया है कि भारतीय सैनिकों को दुश्मनों को परास्त करने के लिए हथियारों की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि बहादुरी हथियारों से नहीं, बल्कि जिगर से दिखाई जाती है । और ऐसी ही बहादुरी को आज पूरी दुनिया सलाम कर रही है । अब इसी से संबंधित कई खबरें अब सार्वजनिक होनी शुरू हो गई है ।
      अमरीकी खुफिया विभाग ने नई जानकारी सार्वजिनक की है कि गलवान घाटी में जिस चीनी अधिकारी के आदेशों पर भारतीय सैनिकों पर हमला किया गया था, उसका नाम है जनरल जाउ जोंग सी । यह अधिकारी चीन के पश्चिमी कमांड का हेड है । इसका अर्थ है कि भारत के साथ लगने वाली पूरी सीमा रेखा इसी अधिकारी की देख – रेख में है । दरअसल जिन चीनी सैनिकों को भारतीय सैनिकों ने गलवान घाटी में मौत के घाट उतारा था, उन सैनिकों के लिए एक प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी, और उसी सभा में जनरल जोंग सी को देखा गया था । इसके अलावा कुछ और खुफिया जानकारी के तहत अमरीकी विभाग ने यह जानकारी सार्वजनिक की है । गौरतलब है कि 2016 में जो डोकलाम सीमा विवाद भारत और चीन के बीच हुआ था, उसका मास्टरमाइंड भी यही अधिकारी है ।
      1979 में जब चीन वियतनाम युद्ध हुआ था, तब जनरल जोंग सी एक छोटी सेना के प्रमुख थे, लेकिन उस समय इसके रहते चीनी सेना को भारी नुकसान हुआ था, और स्वयं यह अधिकारी भी घायल हो गया था और बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचा पाया था । उसके बाद से जोंग सी की चीन में कोई पूछ नहीं थी । लेकिन जब से शी जिनपिंग ने राष्ट्रपति पद संभाला है, तब से जनरल जोंग सी उनके लिए सेना में सबसे महत्वपूर्ण हो गए हैं । वे सेना में उनके सबसे करीबी अधिकारी है । लेकिन सेना में महत्वपूर्ण पद पाने के लिए राष्ट्रपति का चहेता होना ही काफी नहीं होता, बल्कि वहां की साम्यवादी पार्टी के सामने भी स्वयं को उपयोगी साबित करना आवश्यक होता है । लेकिन नाम कमाने के इस चक्कर में जनरल जोंग डोकलाम में इस कदर बुरी तरह बदनाम हुए कि चीन की सेना को भारत की सेना के सामने झुकना पड़ा । इसी कारण से इस अधिकारी ने मौका देखते हुए इस बार फिर से डोकलाम जैसी घटना को अंजाम दिया, और भारत को चुनौती पेश की । इसने गलवान घाटी में चीनी सेना को कुछ हद तक भीतर घुसा करा अपनी साम्यवादी पार्टी को यह संदेश दिया कि उसने इस बार भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है व चीन की विस्तारवाद की नीति को सफल बनाया है । हालांकि भारतीय सेना ने मुंह तोड़ जवाब देते हुए चीनी सेना के 45 से अधिक सैनिक मार गिराए और अब चीन पैंगगोंग झील पर अपना कब्जा जमाने की कोशिश में लगा है ।
      इसी कारण से यह अधिकारी भारत के लिए आने वाले दिनों में और भी सिरदर्द पैदा कर संकट का कारण बन सकता है ।  इसमें भारत बिलकुल उसी तरह के प्रतिबंध लगा सकता है, जिस तरह के प्रतिबंध अमरीका ने चीन के उन नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ लगाए हैं, जिन्होंने उईगर मुस्लिमों के खिलाफ अत्याचार किए हैं । भारत भी जनरल जोंग सी के खिलाफ भारत आने पर प्रतिबंध लगा सकता है । इससे इस जनरल की काफी हद तक बदनामी अपने ही देश चीन में हो जाएगी और यह अधिकारी हतोत्साहित भी होगा । साथ ही कोई भी सैन्य बैठक हो तो इस अधिकारी को उसमें न शामिल करने जैसे भारत के निर्णयों से चीन की सरकारी पार्टी भी इसके महत्व को गिराएगी और आने वाले वर्षों में इसे अधिक महत्वपूर्ण स्थान नहीं दिया जाएगा । यदि ऐसा होता है तो भारत के खिलाफ होने वाली उग्र कार्यवाहियों में भारी कमी भी आ सकती है ।
      हालांकि इस जैसे जनरल चीन में और भी होंगे, और शी जिनपिंग उनको भारत के विरुद्ध प्रयोग कर सकते हैं । लेकिन तब शी जिनपिंग के दिमाग में भारत द्वारा की गई सैन्य कार्यवाहियां व कूटनीतिक जवाब हमेशा रहेंगे और कोई भी उग्र कदम उठाने से पहले वे कई बार विचार करेंगे ।
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femalelawyerfashion · 4 years
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Tiktok की जगह Chingari, अब इन भारतीय ऐपों को करें डाउनलोड ।
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मोदी सरकार ने बहुत बड़ी डिजिटल स्ट्राईक करते हुए चीन की बहुचर्चित मोबाईल ऐपों को भारत में बैन करने का निर्णय कर लिया है । इसकी जानकारी सूचना मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट करके भी दी । यह निर्णय चीन के लद्दाख व अन्य इलाकों में बढ़ते दुस्साहस के बाद लिया है । इस निर्णय के तहत कुल 59 चीनी ऐप पर भारत की सुरक्षा व संप्रभुता को खतरा बताते हुए बैन किया गया है । यह करना बहुत आवश्यक भी हो गया था क्योंकि गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद चीन को पूरी तरह बर्बाद करने का मन भारत अब बना चुका है । और वैसे भी ये ऐप भारत का डाटा चुरा कर चीन भेज सकती थी ।
      फिलहाल इन 59 ऐपों को कुछ दिन पहले ही भारत सरकार ने देश के लिए खतरा बताया था, जिसपर इस वेबसाईट पर टिकटॉक समेत इन 52 apps को बताया सुरक्षा ऐजंसियों ने खतरा । जल्दी से हटा कर करें अपना फोन सुरक्षित नाम से लेख भी लिखा गया था । इन ऐपों के भारत में करोड़ों यूजर्स हैं, इसीलिए अब इनके विकल्प की भी आवश्यकता आन पड़ी है । ऐसे में इनके बेहतरीन भारतीय ऐप उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग किया जा सकता है ।
      Tiktok की जगह Chingari: Chingari ऐप में लोग वीडियो व फोटो को साझा कर सकते हैं । यह Tiktok का एक बेहतर विकल्प है और यह Android व iOS दोनों के लिए भारत में उपलब्ध है । यह शुरू से ही Tiktok का बेहतर विकल्प रहा है । गूगल प्ले स्टोर में इसे 10 लाख से भी अधिक बार डाउनलोड किया गया है । इसमें भी पैसे कमाया जा सकता है, ठीक उसी तरह जिस तरह Tiktok में कमा सकते हैं । प्ले स्टोर पर इसकी शानदार 4.7 रेटिंग है ।  टिकटॉक के दस करोड़ से अधिक यूजर्स हैं, जिनका सीधा फायदा Chingari ऐप को मिल सकता है । 
      इसके अलावा मित्रों ऐप भी Tiktok अच्छा विकल्प है, किंतु इसमें डाटा की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे हैं । ऐसी खबरें आई हैं कि इसे बनाया तो भारत में गया है, किंतु इसका सोर्स कोड पाकिस्तान से खरीदा गया है ।
      UC Browser का विकल्प Jio Browser: UC Browser बहुत ही अधिक उपयोग किया जाने वाला Browser है । हालांकि इसकी डाटा सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं और एक बार यह कुछ माह के लिए प्ले स्टोर से भी बैन हो गया था । Jio Browser इसका बेहतर विकल्प हो सकता है, जिसमें मनोरंजन के बेहतरीन सामग्री मौजूद हैं । साथ ही कई अच्छे Browser भी प्ले स्टोर पर हैं, जो UC Browser की जगह ले सकते हैं ।
      CamScanner की जगह Adobe Scan: Adobe Scan भारत का ऐप नहीं, किंतु यह CamScanner का अच्छा विकल्प हो सकता है । प्ले स्टोर पर यह मुफ्त में उपलब्ध है । इस ऐप में दस्तावेज स्कैन किए जा सकते हैं । इसके अलावा Document Scanner भी अच्छा ऐप है, जिसकी प्ले स्टोर पर रेंटिग 4.6 है । यह भी CamScanner जैसी ही सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध करवाता है । इसके अलावा स्पेन की Notebloc Scanner भी अच्छा विकल्प हो सकता है ।
      Club Factory, Shein की जगह Tata CliQ, Myntra: Club Factory नकली ब्रैंड के कपड़े बेचने के लिए मशहूर है । इसकी जगह Tata CliQ, Flipkart, Amazon, Myntra  ले सकते हैं, जहाँ अच्छे ब्रैंड के कपड़े ठीक दामों पर मिल जाते हैं । इसमें से Myntra व Tata Cliq भारतीय ऐप हैं और Flipkart व Amazon अमरीकी ऐप ।
      ShareIt की जगह Z Share: Z Share पूरी तरह भारतीय ऐप है, जिसे कर्नाटक विश्वविद्धाय के 21 वर्षीय छात्र श्रवण हेगड़े द्वारा बनाया गया है । इस ऐप में आप बेहद ही आसान तरीके से गाने, तस्वीरें, दस्तावेज़ वीडियो आदि जैसी चीज़ें मोबाईल या कंप्यूटर में भेज सकते हैं । यह ऐप जून के महीने में ही बनाया गया है । यह अब तक 50 हजार से भी अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है और प्ले स्टोर पर इसकी रेटिंग 4.9 है ।
      BeautyPlus का विकल्प है Indian Selfie Camera: Indian Selfie Camera भारत का ऐप है । इसमें यूजर अपनी तस्वीरें एडिट कर अपने साथियों के साथ साझा कर सकते हैं । इसके अलावा एक अन्य चीनी ऐप YouCam Perfect की भी जगह आसानी से प्रयोग किया जा सकता है ।
      Photo Video Maker है VivaVideo का विकल्प: VivaVideo एक चीन का ऐप है और यह भारतीय लोगों के बीच काफी पसंद किया जाता रहा है । इसके स्थान पर लोग Photo Video Maker का उपयोग कर अपनी वीडियो को एडिट कर सकते हैं ।
      जब से भारत – चीन का विवाद शुरु हुआ है, तब से भारतीय कंपनियों ने चीनी ऐपों का विकल्प बनाना शुरू कर दिया था । अब प्ले स्टोर पर सभी चीनी ऐपों के बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं, जिससे डाटा सुरक्षा का भी कोई खतरा नहीं है । और यदि ऐसा होता भी है तो भारत की सुरक्षा ऐजंसिया उनसे आसानी से निपट सकती हैं ।
      भारत सरकार का यह कदम सहरानीय है, किंतु जो लोग इस ऐपों को बहुत अधिक उपयोग करते थे, उनके लिए जरूर ये दुखद खबर है क्योंकि कई लोग उपरोक्त कई ऐपों से ढरों पैसा भी कमा चुके हैं । हालांकि उन्हें यह भी समझना चाहिए कि जब भारतीय सुरक्षा ऐजंसियों ने चीनी ऐपों को खतरा बताया है तो उन्हें स्वयं ही इनका प्रयोग करना बंद कर देना चाहिए । फिलहाल के लिए सरकार का यह अच्छा कदम है और चीनी कंपनियां जो भारत से भर – भर के पैसा कमाती थी, उनके लिए तगड़ा झटका है । इससे भारत की कंपनियां  और भारत के लोग ही पैसा कमाएंगे। आशा है इससे चीन को सबक मिलेगा और चीनी कंपनियां भी चीनी सरकार का गला पकड़ेंगी, जिससे चीन पर दबाव अधिक से अधिक होता जाएगा ।
वैसे भी CamScanner के अलावा सभी ऐप बेकार थी, और किसी को इन्हें अपने फोन में रखनी भी नहीं चाहिए थी । लेकिन इनमें भी कुछ बड़े नाम अब भी गायब हैं, जैसे कि PUBG, ZOOM, आदि । ZOOM ऐप के खिलाफ तो भारत की सुप्रीम कोर्ट में भी केस चल रहा है और सभी सरकारी कामों के लिए इसका प्रयोग बैन है । ध्यान रहे कि Apple कंपनी के सुरक्षा प्रणाली ने हालिया दिनों में यह चेतावनी भी दी थी कि लाखों आईफोन यूजर्स का डाटा टिकटॉक चुराकर चीन भेज रही है । इसीलिए भारत की देखादेखी अन्य देश जैसे अमरीका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप में भी ये ऐप बैन होने शुरू हो सकते हैं ।
      निम्नलिखित उन 59 चीनी ऐपों की सूची है, जो भारत सरकार द्वारा बैन किए गए हैं:
      1. TikTok
      2. Shareit
      3. Kwai
      4. UC Browser
      5. Baidu map
      6. Shein
      7. Clash of Kings
      8. DU battery saver
      9. Helo
      10. Likee
      11. YouCam makeup
      12. Mi Community
      13. CM Browers
      14. Virus Cleaner
      15. APUS Browser
      16. ROMWE
      17. Club Factory
      18. Newsdog
      19. Beutry Plus
      20. WeChat
      21. UC News
      22. QQ Mail
      23. Weibo
      24. Xender
      25. QQ Music
      26. QQ Newsfeed     
      27. Bigo Live
      28. SelfieCity
      29. Mail Mast ..
      30. Parallel Space
      31. Mi Video Call – Xiaomi
      32. WeSync
      33. ES File Explorer
      34. Viva Video – QU Video Inc
      35. Meitu
      36. Vigo Video
      37. New Video Status
      38. DU Recorder
      39. Vault- Hide
      40. Cache Cleaner DU App studio
      41. DU Cleaner
      42. DU Browser
      43. Hago Play With New Friends
      44. Cam Scanner
      45. Clean Master – Cheetah Mobile
      46. Wonder Camera
      47. Photo Wonder
      48. QQ Player
      49. We Meet
      50. Sweet Selfie
      51. Baidu Translate
      52. Vmate
      53. QQ International
      54. QQ Security Center
      55. QQ Launcher
      56. U Video
      57. V fly Status Video
      58. Mobile Legends
      59. DU Privacy
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