तकनीकी खराबी के कारण जेईई एडवांस 2022 में अतिरिक्त प्रयास की मांग करने वाले छात्रों की याचिका पर विचार करें: बॉम्बे एचसी
तकनीकी खराबी के कारण जेईई एडवांस 2022 में अतिरिक्त प्रयास की मांग करने वाले छात्रों की याचिका पर विचार करें: बॉम्बे एचसी
जेईई एडवांस के उम्मीदवारों के एक वर्ग ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर आईआईटी बॉम्बे को फिर से परीक्षा के लिए निर्देश देने की मांग की थी। छात्रों ने आरोप लगाया कि 28 अगस्त को परीक्षा देने की कोशिश के दौरान उन्हें तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा और उन्होंने प्रशासकों को 11 सितंबर को परिणाम जारी करने पर रोक लगाने का निर्देश देने की मांग की.
याचिका पर सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति संजय वी…
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जेईई मेन्स परीक्षा में आरआईएस के होनहार छात्रों ने लहराया परचम
जेईई मेन्स परीक्षा में आरआईएस के होनहार छात्रों ने लहराया परचम
मथुरा। देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिग कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए आयोजित जेईई मेन्स की परीक्षा में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने शानदार सफलता हासिल करते हुए यह साबित किया कि लगन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य सहजता से हासिल किया जा सकता है। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहार मेधावियों अंकुश, गुंजन, दिव्यम, दक्ष, हर्षिल, अमृत, आदित्य, उज्ज्वल और सुष्मित ने जेईई मेन्स परीक्षा में न केवल उच्चतम अंक हासिल किए बल्कि प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश की पात्रता भी हासिल कर ली। विद्यार्थियों की इस शानदार सफलता से उनके परिजन तथा शिक्षकों में खुशी की लहर है।
हाल ही में आईआईटी समेत देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए ली जाने वाली जेईई मेन्स परीक्षा के नतीजे घोषित हुए जिनमें राजीव इंटरनेशनल स्कूल के मेधावी विद्यार्थियों ने धाक जमा दी। इस परीक्षा में अंकुश ने 99.32, गुंजन ने 98.3, दिव्यम ने 98.01, दक्ष ने 97.56, हर्षिल ने 96.71, आदित्य ने 95.91, उज्ज्वल ने 95.09, सुष्मित 94.20 ने अमृत ने 93.47 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सम्पूर्ण मथुरा जनपद में अपने विद्यालय का नाम रोशन किया। शानदार पर्सेंटाइल हासिल करने वाले इन छात्रों ने सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों तथा माता-पिता को दिया है। जेईई मेन्स परीक्षा में पहले ही प्रयास में मिली शानदार सफलता से विद्यार्थियों में खुशी का माहौल है।
इन छात्रों का कहना कि हम लोगों ने ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश करते ही जेईई प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। यद्पि जेईई की तैयारी और स्कूल शेड्यूल के बीच तालमेल बिठाना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हम सभी उस अतिरिक्त मील के पत्थर को छूने को तैयार थे। इन छात्रों का कहना है कि जेईई परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए शिक्षक के निर्देशों का ईमानदारी से पालन करना तथा जितना सम्भव हो सके पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों को हल करना जरूरी है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहार विद्यार्थियों की इस शानदार सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसका श्रेय छात्रों के मेहनती प्रयासों, संकाय सदस्यों तथा माता-पिता के सहयोगात्मक समर्थन को दिया। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आरआईएस का उद्देश्य प्रत्येक छात्र-छात्रा का सम्पूर्ण बौद्धिक विकास, अध्ययन के समय का सदुपयोग तथा प्रमुख विषयों की सम्पूर्ण तैयारी सुनिश्चित करना है। डॉ. अग्रवाल ने जेईई मेन्स में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि लगन और मेहनत से ही किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थी हर क्षेत्र में सफलता हासिल करें इसके प्रयास लगातार किए जाते हैं। विद्यालय के गुरुजनों को पूरा भरोसा है कि जेईई मेन्स परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र जेईई एडवांस में भी शानदार सफलता हासिल करेंगे।
विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा भरोसा जताया कि यह होनहार पूरी तैयारी के साथ एडवांस की परीक्षा में भी सफल होकर दिखाएंगे तथा बोर्ड परीक्षा में भी अपनी सफलता का यही क्रम दोहराएंगे। शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में बेहद अनुभवी शिक्षक, अपडेटेड पाठ्य सामग्री, गुणवत्तापूर्ण माहौल तथा छात्र-छात्राओं की मेहनत पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जाता है, यही वजह है कि यहां के छात्र-छात्राएं लगातार हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर रहे हैं।
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IIT JEE में ग्रेस मार्क्स को लेकर दायर सभी याचिकाएं खारिज, दाखिले की प्रक्रिया से रोक हटी
IIT JEE में ग्रेस मार्क्स को लेकर दायर सभी याचिकाएं खारिज, दाखिले की प्रक्रिया से रोक हटी
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कोर्ट ने इसी के साथ दाखिले से जुड़ी प्रक्रियाओं पर लगी रोक भी हटा दी है.
नई दिल्ली: आईआईटी और एनआईटी में होने वाले दाखिले और काउंसलिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई हुई. कोर्ट ने दाखिले में ग्रेस मार्क्स को लेकर दायर सभी याचिकाएं खारिज कर दीं. कोर्ट ने इसी के साथ दाखिले से जुड़ी प्रक्रियाओं पर लगी रोक भी हटा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि IIT से ��सी प्रिटिगं की कोई भी गलती भविष्य में ना हो.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोई भी हाईकोर्ट मामलों को नहीं सुनेगा. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि इस तरह की गलती फिर से ना हो. कोर्ट ने कहा कि परीक्षा में फूलप्रूफ मैकेनिज्म बनाएं कि गलत प्रश्न ना हो और बोनस अंक देने की नौबत ना आए. इस पूरे मामले में कोर्ट ने केंद्र से एक हलफनामा दाखिल करने को भी कहा. अब केस में 10 अक्तूबर को अगली सुनवाई होगी.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बोनस अंक देने के विवाद पर सुनवाई करते हुए शुक्रवार को आईआईटी और एनआईटी में होने वाली काउंसलिंग पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी.
सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश से इन संस्थानों में दाखिला ले चुके 23,000 छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया था. कोर्ट ने आईआईटी में काउंसलिंग और दाखिले के संबंध में दायर होने वाली किसी भी रिट याचिका को स्वीकार करने पर भी सभी उच्च न्यायालयों पर प्रतिबंध लगा दिया था. कोर्ट ने कहा था कि जब तक बोनस अंक देने की वैधता के बारे में फैसला नहीं होता तब तक दाखिला ले चुके छात्रों का भविष्य अधर में रहेगा.
कोर्ट ने सभी उच्च न्यायालयों के समक्ष लंबित याचिकाओं और आईआईटी-जेईई, 2017 की रैंक लिस्ट तथा परीक्षा में शामिल होने वाले सभी अभ्यथिर्यों को अतिरिक्त अंक देने को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं की जानकारी मांगी थी.
आईआईटी-जेईई, 2017 की रैंक सूची रद्द करने संबंधी अर्जी पर न्यायालय ने 30 जून को मानव संसाधन विकास मंत्रालय को नोटिस जारी किया था. आईआईटी में दाखिले की इच्छुक ऐश्वर्या अग्रवाल ने न्यायालय से इस पर निर्देश देने का आग्रह करते हुए कहा था कि जेईई (एडवांस) 2017 में शामिल विद्यार्थियों को बोनस अंक देने का फैसला उसके और अन्य छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन है.
पिछली सुनवाई में IIT में दाखिले के लिए JEE परीक्षा का मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और IIT को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. दरअसल IIT ने कैमिस्ट्री के एक गलत सवाल के लिए 3 ग्रेस अंक और गणित के एक गलत सवाल के लिए 4 ग्रेस अंक दिए हैं जो सभी को दिए गए हैं. तमिलनाडू के वेल्लोर इलाके के एक छात्र ने सुप्रीम कोर्ट में ग्रेस अंक को चुनौती दी है और मांग की है कि मेरिट लिस्ट फिर से तैयार की जाए.
याचिका में कहा गया है कि IIT ने उन छात्रों को भी ग्रेस अंक दिए हैं जिन्होंने उन सवालों को हल करने का प्रयास ही नहीं किया जबकि ग्रेस अंक सिर्फ उन्हें मिलने चाहिए जिन्होंने इन सवालों को छोडने की बजाए हल करने की कोशिश की छात्र के मुताबिक इस ग्रेस अंकों की वजह से मेरिट लिस्ट प्रभावित हुई है और बहुत छात्रों को फर्क पडा है. इसलिए दोबारा से मेरिट लिस्ट तैयार की जाए.
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