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#कोरना न्यूज
rudrjobdesk · 2 years
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शंघाई के बाद चीन की राजधानी बीजिंग में कोरोना की आफत, घरों में कैद लोग, मेट्रो-बस सेवाएं ठप
शंघाई के बाद चीन की राजधानी बीजिंग में कोरोना की आफत, घरों में कैद लोग, मेट्रो-बस सेवाएं ठप
बीजिंग. पिछले एक महीने से चीन के शंघाई शहर में एक तरह से कर्फ्यू जैसी स्थिति है. सभी सेवाएं बंद हैं और लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है. अब चीन यही काम राजधानी बीजिंग में कर रहा है. बीजिंग में पिछले 24 घंटे के दौरान सिर्फ ओमिक्रॉन के 53 नए मामले सामने आए हैं लेकिन यहां की लगभग सभी सेवाओं को बंद कर दिया है. पहले से ही यहां के स्कूल-कॉलेज बंद थे, अब इसे एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया…
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10 points: Almost entire country Lockdown due to CORONAVIRUS, number of infected people reached 470, 9 deaths – CORONAVIRUS के कारण लगभग पूरा देश लॉकडाउन, संक्रमित लोगों की संख्या पहुंची 470, 9 की मौत: 10 प्वाइंट्स Coronavirus: जारी है कोरोना का कहर नई दिल्ली: सोमवार को कोविड-19 (COVID-19) संक्रमित दो शख्स की मौत हो गई.
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mastereeester · 3 years
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फिर टूटा रिकॉर्ड, आज 9,695 हुए कोरना संक्रमित, सरकार ने दिए यह निर्देश [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
फिर टूटा रिकॉर्ड, आज 9,695 हुए कोरना संक्रमित, सरकार ने दिए यह निर्देश [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
पत्रिका न्यूज नेटवर्क.लखनऊ. कोरोना प्रतिदिन भयावह रूप धारण करता जा रहा है। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को रिकॉर्ड 9695 लोग कोरोना (Coronavirus in UP) संक्रमित पाए गए थे। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद (Amit Mohan Prasad) ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कोविड संक्रमण (deaths by Covid) से अब तक 9,039 लोगों की मृत्यु हो गई है। कल प्रदेश में 1,97,479 सैंपल (Covid test) की…
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chaitanyabharatnews · 4 years
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'प्लाज्मा थेरेपी' कोरोना का पहला मरीज हुआ ठीक, 4 दिन में ही हटाया गया वेंटिलेटर, हालत में तेजी से सुधार!
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. पूरा विश्व इन दिनों कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहा है। इसका इलाज न मिल पाने के कारण लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो रही है। इसी बीच दिल्ली से एक अच्छी खबर आई है। दिल्ली के एक निजी अस्पताल में एक कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी शुरू किया गया था। इससे मरीज की सेहत में सुधार दिख रहा है। इतना ही नहीं बल्कि मरीज को वेंटीलेटर से भी हटाकर नार्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। परिवार ने किया प्लाज्मा थेरेपी का अनुरोध जानकारी के मुताबिक, 49 साल के व्यक्ति को 4 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद दिल्ली के साकेत में मौजूद मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अगले कुछ दिनों में उसकी हालत बिगड़ गई और फिर 8 अप्रैल को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रख दिया गया। जब मरीज में सुधार का कोई संकेत नहीं दिखा तो उनके परिवार ने प्लाज्मा थेरेपी का अनुरोध किया। जिसके बाद अस्पताल ने लाइव सेविंग प्रोटोकॉल के तहत और ऑफ लेवल इंडिकेशन के तहत मरीज को प्लाज्मा थेरेपी देने का फैसला किया। थेरेपी के चौथे दिन हटा वेंटिलेटर प्लाज्मा थेरेपी द्वारा उपचार प्राप्त करने के बाद मरीज की सेहत में सुधार दिखा और चौथे दिन यानी 18 अप्रैल की सुबह उसका वेंटीलेटर सपोर्ट को हटा दिया गया। मरीज अब बेहतर हो रहा है और उसके लगातार दो कोरना टेस्ट निगेटिव आ चुके हैं। मरीज को उसके माता-पिता के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके 80 वर्षीय पिता को भी प्लाज्मा थेरेपी दी गई थी लेकिन 15 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। क्या है प्लाज्मा थेरेपी? प्लाज्मा थेरेपी में किसी बीमारी के संक्रमण से उबर चुके मरीज के खून से प्राप्त होने वाले प्लाज्मा से इलाज किया जाता है। बता दें रक्त चार चीजों से बना होता है- रेड ब्लड सेल, वाइट ब्लड सेल, प्लेट्लेट्स और प्लाज्मा। प्लाज्मा खून का तरल हिस्सा होता है। कोरोना वायरस से लड़ाई हमारा शरीर में मौजूद एंटीबॉडी लड़ती है। यह एंटीबॉडी प्लाज्मा की मदद से ही बनती हैं। मरीज के ठीक होने के बाद भी एंटीबॉडी प्लाज्मा के साथ शरीर में रहती हैं, जिन्हें डोनेट किया जा सकता है। ये भी पढ़े... कोविड-19 के मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के क्लीनिकल ट्रायल को मिली मंजूरी तमिल न्यूज चैनल के पत्रकार समेत 25 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव, रोकना पड़ा लाइव शो रतन टाटा ने कोरोना वायरस फैलने के लिए बिल्डरों को ठहराया जिम्मेदार, कहा- झुग्गियों में कोरोना संकट, शर्म आनी चाहिए  Read the full article
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news4me · 4 years
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कनिका को अस्‍पताल से छुट्टी, कोरोना टेस्ट नेगेटिव
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बॉलिवुड सिंगर कनिका कपूर के हेल्थ से जुड़ी अच्छी खबर सामने आई है, जिसमें उनके छठा टेस्ट नेगेटिव बताया जा रहा है और उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि, इससे पहले कोरोना की जांच की पांचवीं रिपोर्ट में भी रिजल्ट नेगेटिव आया था।
कनिका छठा टेस्ट नेगेटिव न्यूज एजेंसी एएनआई की ट्वीट के मुताबिक, ‘सिंगर कनिका कपूर का छठा कोरना टेस्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें संजय गांधी पोस्ट ग्रैजुएट…
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hindidailynews2020 · 4 years
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नर्सिंग दिवसः इन्होंने कहा- किसी की जिंदगी बचाना ही फ्लोरेंस नाइटिंगेल को सच्ची श्रद्धांजलि
नर्सिंग दिवसः इन्होंने कहा- किसी की जिंदगी बचाना ही फ्लोरेंस नाइटिंगेल को सच्ची श्रद्धांजलि
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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू, Updated Tue, 12 May 2020 12:27 PM IST
आज यानी कि 12 मई को नर्सिंग दिवस मनाया जा रहा है। विश्व की पहली नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म दिवस पर हर साल नर्सिंग दिवस धूमधाम से मनाया जाता है, मेटरन को क्राउन और अन्य दूसरे नर्सिंग स्टाफ को सम्मानित किया जाता है। कोरना महामारी में रीढ़ की हड्डी की तरह सेवा में जुटे नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि किसी की जिंदगी बचाना…
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ivxtimes · 4 years
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Pakistan: Doctor dies in Karachi after not getting ventilator facility for COVID-19 treatment | AP Representational
कराची: बदतर होते जा रहे आर्थिक हालात के साथ-साथ कोरना वायरस से जूझ रहे पाकिस्तान में हालात नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में कोरोना संक्रमित एक डॉक्टर को वेंटिलेटर नहीं मिल सका जिसकी वजह से बेबसी की हालत में उन्होंने दम तोड़ दिया। 'एआरवाई न्यूज' की रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंध प्रांत में सरकारी अस्पतालों की हालत बहुत बुरी है और लोगों को सही इलाज मिलना काफी मुश्किल हो गया है।
खुद को घर में आइसोलेट कर लिया था
रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां के निजी अस्पताल भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों से भर गए हैं। इसी स्थिति के बीच डॉक्टर फुरकान की मौत हो गई। कराची इंस्टीट्यूट आफ हार्ट डिजीज से रिटायर हुए डॉ. फुरकान कोरोना वायरस के शिकार हो गए थे। उन्होंने खुद को घर में आइसोलेट कर लिया था। उनके परिजनों ने बताया कि तबियत बिगड़ने पर फुरकान को पहले शहर के बड़े अस्पतालों, एसआईयूटी और फिर इंडस अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, कहीं भी आईसीयू या कोई वेंटिलेटर खाली नहीं मिला।
2 घंटे तक एंबुलेंस में रह फुरकान परिजनों ने बताया कि हर तरफ से मायूस होकर उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां कई वेंटिलेटर खराब मिले। उन्होंने बताया कि जो थोड़े-बहुत वेंटिलेटर काम भी कर रहे थे वे खाली नहीं थे। परिजनों ने बताया कि डॉ. फुरकान करीब दो घंटे तक एंबुलेंस में रहे और वे लोग उन्हें लेकर अस्पतालों का चक्कर लगाते रहे। रिपोर्ट के मुताबिक, बड़े अस्पतालों ने वापस भेज दिया जिसके बाद उन्हें एक और अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और फुरकान की मौत हो चुकी थी।
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sachnews · 4 years
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छठे टेस्ट के बाद कनिका कपूर को अस्‍पताल से छुट्टी
बॉलिवुड सिंगर कनिका कपूर के हेल्थ से जुड़ी अच्छी खबर सामने आई है, जिसमें उनके छठा टेस्ट नेगेटिव बताया जा रहा है और उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि, इससे पहले कोरोना की जांच की पांचवीं रिपोर्ट में भी रिजल्ट नेगेटिव आया था।
कनिका छठा टेस्ट नेगेटिव न्यूज एजेंसी एएनआई की ट्वीट के मुताबिक, ‘सिंगर कनिका कपूर का छठा कोरना टेस्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें संजय गांधी पोस्ट ग्रैजुएट…
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topnews24x7 · 4 years
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कोरोना से निपटने को तैयार US, ट्रम्प बोले- बदनामी के लिए फैलाई जा रही फेक न्यूज
अमेरिका भी कोरना वायरस से प्रभावित देशों की सूची में आ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि अमेरिका कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है. अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग बेहतरीन काम कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो-PTI) कोरोना वायरस की वजह से न्यूयॉर्क में इमरजेंसी लागू […] from WordPress https://ift.tt/2TyDMbq via IFTTT
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rudrjobdesk · 2 years
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कोरोना विस्फोट के बीच चीनी राष्ट्रपति ने दिए और सख्ती के संकेत, पहले से ही घरों में बंद हैं लोग
कोरोना विस्फोट के बीच चीनी राष्ट्रपति ने दिए और सख्ती के संकेत, पहले से ही घरों में बंद हैं लोग
नई दिल्ली. चीन में बुधवार को 6000 कोरोना के नए मामले आए हैं. इनमें सबसे ज्यादा मामले राजधानी बीजिंग और वाणिज्यिक राजधानी शंघाई में दर्ज है. लेकिन इतने से मामले के लिए चीनी सरकार का तानाशाह रवैया वहां के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनकर टूट रहा है. दुनिया भर में इसकी आलोचना हो रही है. बीजिंग और शंघाई को एक तरह से नाकेबंदी कर दी गई है लेकिन चीन है कि मानता नहीं. आज चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi…
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Coronavirus: Complete Lockdown in 19 States and Union Territories – कोरोनावायरस: 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया, 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन.
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abhay121996-blog · 3 years
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रेमडेसिविर जादुई नहीं... PM मोदी के वैज्ञानिक सलाहकार की सलाह पर फट पड़े दवा के लिए तड़पते लोग Divya Sandesh
#Divyasandesh
रेमडेसिविर जादुई नहीं... PM मोदी के वैज्ञानिक सलाहकार की सलाह पर फट पड़े दवा के लिए तड़पते लोग
नई दिल्ली केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने कोविड-19 महामारी के इलाज में काम आने वाली दवा () की कमी की खबरों के बीच जब कहा कि यह कोई ‘जादुई दवा’ नहीं है तो लोग भड़क गए। राघवन के ट्वीट के नीचे कॉमेंट्स में लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया। किसी ने उन्हें जमीनी हालात से वाकिफ होने की सलाह दी तो किसी ने पूछ डाला कि अगर इससे कोरना का इलाज नहीं होता है तो डॉक्टर इस पर इतना ज्यादा जोर क्यों दे रहे हैं? हालांकि, कुछ लोगों ने राघवन के बयान का समर्थन किया और कुछ ने उनसे रेमडेसिविर का विकल्प पूछा।
क्या कहा है प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने, जानें आइए सबसे पहले जानते हैं कि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा क्या। दरअसल, राघवन ने एक प्राइवेट न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, “रेमडेसिवर एक ड्रग है जिसका ऐक्शन वायरस के जीनोम के खिलाफ लैबरेटरी में टेस्ट किया गया था। उसके बाद जब (कोरोना) मरीज के इलाज में उपयोग किया गया तो रिजल्ट ये है कि वो (मरीजों को) हॉस्पिटल से थोड़ा पहले छुट्टी दिलाने में मदद करता है। यह ऐसी दवा नहीं है जिससे आप कोविड से बच सकते हैं, या यह आपको ठीक कर देगी। आप डॉक्टर की सलाह पर ले सकते हैं। ये कोई जादुई इलाज या दवा नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि इसका उपयोग है, लेकिन घबराहट में इसे खरीदना ठीक नहीं है। जहां तक बात अस्पतालों में रेमडेसिविर के अभाव की है तो उपलब्धता बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया।
राघवन ने की यह अपील राघवन ने न्यूज चैनल के साथ इस बातचीत को ट्वीट किया और नीचे एक अलग ट्वीट में फिर से यही बात दुहराई। उन्होंने लिखा, “मेरा कहना है कि यह ड्रग कोविड-19 का इलाज नहीं करती है। अगर अस्पताल में भर्ती हैं तो सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही इसे लें। अपने डॉक्टर का कहना मानें और इसे लिखने का दबाव उन पर नहीं डालें। यह दवा अगर अच्छे से काम करे तो आपको हॉस्पिटल से कुछ दिन पहले छुट्टी मिल सकती है, लेकिन यह कोई जादुई दवा नहीं है। घबराहट में इसे नहीं खरीदें।”
राघवन के बयान से भड़के लोग राघवन के इन बयानों पर कॉमेंट्स की झड़ी लग गई। मधुरेंद्र कुमार ने कहा, “आपको जमीनी हकीकत जाननी चाहिए, महाशय। जिन सरकारी अस्पतालों में इसे प्रेस्क्राइब किया जा रहा है, वहां भी दवा उपलब्ध नहीं है। खुले बाजार में यह मिल नहीं रही है जिससे मरीजों के तीमारदार परेशान हैं। दिल्ली का भी यही हाल है… आपको दखल देना चाहिए और कम-से-कम जरूरी दवाओं की उपलब्धता तो सुनिश्चित करनी ही चाहिए।”
एक ने पूछा, “तो डॉक्टर इसे लेने का इतना ज्यादा सुझाव क्यों देते हैं? क्या सभी डॉक्टरों पर लोगों का दबाव है?” हालांकि, इसके जवाब में नीचे एक और टिप्पणी आई। डॉक्टर गणेश श्रीनिवास नाम के एक यूजर ने लिखा, “डॉक्टर इसलिए यह दवा लिख रहे हैं क्योंकि लोग यही मांग रहे हैं और इसकी ही उम्मीद करते हैं… अगर हमने उन्हें कुछ समझाने की कोशिश की और इसे नहीं लेने का सुझाव दिया, उसके बाद मरीज को कुछ हो गया तो वो पीट-पीटकर हमारी हत्या कर देंगे। हम रेमडेसिविर लेने का सुझाव अपनी जान बचाने के लिए दे रहे हैं, न कि मरीजों की।”
ट्विटर यूजर्स ने कहा- मर रहे रहें मरीज हालांकि, श्वेता रश्मि ने ऑक्सिजन और दवाओं की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “सर आपको पता है लोग बिना ऑक्सीजन और दवाओं के मर रहे है।” वहीं, कैलाश शाह ने लिखा, “रेमडेसिविर किसी की जान नहीं बचाता है। हां, आपको अस्पताल से जल्दी छुट्टी दिलाने में मददगार बनता है। इस कारण से यह बहुत महत्वपूर्ण है।” उधर, अहमदाबाद के डीडीओ अरुण महेश बाबू ने भी लोगों से घबराहट में आकर रेमडेसिविर नहीं खरीदने की अपील की। उन्होंने लिखा, “जो लोग घर में ही आइसोलेशन में हैं और जिन्हें सांस लेने में तकलीफ नहीं है, उन्हें इसकी जरूरत नहीं है। साथ ही, डॉक्टर की सलाह के बिना रेमडेसिविर लेना वर्जित है। हमें जिम्मेदाराना व्यवहार करना चाहिए।”
देश में रेमडेसिविर की कमी ध्यान रहे कि देश के कोरोना मरीजों की संख्या में तेज वृद्धि के बीच कई राज्यों ने रेमेडेसिवर और ऑक्सिजन की कमी की शिकायत की। महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों से तो रेमडेसिविर की भारी किल्लत की खबरें आईं। इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर चला। इसी बीच प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने एक टीवी डिबेट में रेमडेसिविर को लेकर अपना सुझाव दिया जिस पर बहस छिड़ गई।
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abhay121996-blog · 3 years
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रेमडेसिविर जादुई नहीं... PM मोदी के वैज्ञानिक सलाहकार की सलाह पर फट पड़े दवा के लिए तड़पते लोग Divya Sandesh
#Divyasandesh
रेमडेसिविर जादुई नहीं... PM मोदी के वैज्ञानिक सलाहकार की सलाह पर फट पड़े दवा के लिए तड़पते लोग
नई दिल्ली केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने कोविड-19 महामारी के इलाज में काम आने वाली दवा () की कमी की खबरों के बीच जब कहा कि यह कोई ‘जादुई दवा’ नहीं है तो लोग भड़क गए। राघवन के ट्वीट के नीचे कॉमेंट्स में लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया। किसी ने उन्हें जमीनी हालात से वाकिफ होने की सलाह दी तो किसी ने पूछ डाला कि अगर इससे कोरना का इलाज नहीं होता है तो डॉक्टर इस पर इतना ज्यादा जोर क्यों दे रहे हैं? हालांकि, कुछ लोगों ने राघवन के बयान का समर्थन किया और कुछ ने उनसे रेमडेसिविर का विकल्प पूछा।
क्या कहा है प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने, जानें आइए सबसे पहले जानते हैं कि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा क्या। दरअसल, राघवन ने एक प्राइवेट न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, “रेमडेसिवर एक ड्रग है जिसका ऐक्शन वायरस के जीनोम के खिलाफ लैबरेटरी में टेस्ट किया गया था। उसके बाद जब (कोरोना) मरीज के इलाज में उपयोग किया गया तो रिजल्ट ये है कि वो (मरीजों को) हॉस्पिटल से थोड़ा पहले छुट्टी दिलाने में मदद करता है। यह ऐसी दवा नहीं है जिससे आप कोविड से बच सकते हैं, या यह आपको ठीक कर देगी। आप डॉक्टर की सलाह पर ले सकते हैं। ये कोई जादुई इलाज या दवा नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि इसका उपयोग है, लेकिन घबराहट में इसे खरीदना ठीक नहीं है। जहां तक बात अस्पतालों में रेमडेसिविर के अभाव की है तो उपलब्धता बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया।
राघवन ने की यह अपील राघवन ने न्यूज चैनल के साथ इस बातचीत को ट्वीट किया और नीचे एक अलग ट्वीट में फिर से यही बात दुहराई। उन्होंने लिखा, “मेरा कहना है कि यह ड्रग कोविड-19 का इलाज नहीं करती है। अगर अस्पताल में भर्ती हैं तो सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही इसे लें। अपने डॉक्टर का कहना मानें और इसे लिखने का दबाव उन पर नहीं डालें। यह दवा अगर अच्छे से काम करे तो आपको हॉस्पिटल से कुछ दिन पहले छुट्टी मिल सकती है, लेकिन यह कोई जादुई दवा नहीं है। घबराहट में इसे नहीं खरीदें।”
राघवन के बयान से भड़के लोग राघवन के इन बयानों पर कॉमेंट्स की झड़ी लग गई। मधुरेंद्र कुमार ने कहा, “आपको जमीनी हकीकत जाननी चाहिए, महाशय। जिन सरकारी अस्पतालों में इसे प्रेस्क्राइब किया जा रहा है, वहां भी दवा उपलब्ध नहीं है। खुले बाजार में यह मिल नहीं रही है जिससे मरीजों के तीमारदार परेशान हैं। दिल्ली का भी यही हाल है… आपको दखल देना चाहिए और कम-से-कम जरूरी दवाओं की उपलब्धता तो सुनिश्चित करनी ही चाहिए।”
एक ने पूछा, “तो डॉक्टर इसे लेने का इतना ज्यादा सुझाव क्यों देते हैं? क्या सभी डॉक्टरों पर लोगों का दबाव है?” हालांकि, इसके जवाब में नीचे एक और टिप्पणी आई। डॉक्टर गणेश श्रीनिवास नाम के एक यूजर ने लिखा, “डॉक्टर इसलिए यह दवा लिख रहे हैं क्योंकि लोग यही मांग रहे हैं और इसकी ही उम्मीद करते हैं… अगर हमने उन्हें कुछ समझाने की कोशिश की और इसे नहीं लेने का सुझाव दिया, उसके बाद मरीज को कुछ हो गया तो वो पीट-पीटकर हमारी हत्या कर देंगे। हम रेमडेसिविर लेने का सुझाव अपनी जान बचाने के लिए दे रहे हैं, न कि मरीजों की।”
ट्विटर यूजर्स ने कहा- मर रहे रहें मरीज हालांकि, श्वेता रश्मि ने ऑक्सिजन और दवाओं की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “सर आपको पता है लोग बिना ऑक्सीजन और दवाओं के मर रहे है।” वहीं, कैलाश शाह ने लिखा, “रेमडेसिविर किसी की जान नहीं बचाता है। हां, आपको अस्पताल से जल्दी छुट्टी दिलाने में मददगार बनता है। इस कारण से यह बहुत महत्वपूर्ण है।” उधर, अहमदाबाद के डीडीओ अरुण महेश बाबू ने भी लोगों से घबराहट में आकर रेमडेसिविर नहीं खरीदने की अपील की। उन्होंने लिखा, “जो लोग घर में ही आइसोलेशन में हैं और जिन्हें सांस लेने में तकलीफ नहीं है, उन्हें इसकी जरूरत नहीं है। साथ ही, डॉक्टर की सलाह के बिना रेमडेसिविर लेना वर्जित है। हमें जिम्मेदाराना व्यवहार करना चाहिए।”
देश में रेमडेसिविर की कमी ध्यान रहे कि देश के कोरोना मरीजों की संख्या में तेज वृद्धि के बीच कई राज्यों ने रेमेडेसिवर और ऑक्सिजन की कमी की शिकायत की। महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों से तो रेमडेसिविर की भारी किल्लत की खबरें आईं। इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर चला। इसी बीच प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने एक टीवी डिबेट में रेमडेसिविर को लेकर अपना सुझाव दिया जिस पर बहस छिड़ गई।
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mastereeester · 3 years
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खुल गए स्कूल : अब रोजाना 15 मिनट बच्चे करेंगे स्कूल की सफाई, अभिभावक नाराज [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
खुल गए स्कूल : अब रोजाना 15 मिनट बच्चे करेंगे स्कूल की सफाई, अभिभावक नाराज [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
पत्रिका न्यूज नेटवर्कलखनऊ. उत्तर प्रदेश में कक्षा छह से आठ तक के सभी स्कूल 10 फरवरी से खुल गए हैं। कोरोनाकाल के लंबे समय से बंद रहे कक्षा 6 से 8 तक के सभी स्कूल इस साल 2021 में पहली बार खुले हैं। एक मार्च से कक्षा 1 से लेकर पांचवी तक के सभी प्राइमरी स्कूल खोल दिए जाएंगे। बीते कुछ महीनों से कोरना संक्रमण के मामलों में कमी देखी जा रही है। इसीलिए यूपी की योगी सरकार ने स्कूलों को खोलने का फैसला किया…
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Uttar Pradesh Health Minister Jai Pratap Singh goes under Coronavirus test, 3 MLAs isolate themselves - उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने कराया कोरोनावायरस का टेस्ट, तीन विधायक खुद हुए आइसोलेट
Uttar Pradesh Health Minister Jai Pratap Singh goes under Coronavirus test, 3 MLAs isolate themselves – उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने कराया कोरोनावायरस का टेस्ट, तीन विधायक खुद हुए आइसोलेट
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नोएडा:
कोविड-19 से ग्रस्त सिंगर कनिका कपूर की पार्टी में शामिल होने की खबर सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कोरोना वायरस को लेकर अपना टेस्ट कराया जबकि गुरुवार को उनसे मुलाकात करने वाले बीजेपी के तीन विधायकों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. नोएडा के विधायक और बीजेपी के प्रदेश महासचिव पंकज सिंह, जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह और…
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Corona virus: All markets in Delhi will remain closed for 3 days from tomorrow - कोरोना वायरस का कहर: दिल्ली के सभी बाज़ार कल से 3 दिन के लिए रहेंगे बंद
Corona virus: All markets in Delhi will remain closed for 3 days from tomorrow – कोरोना वायरस का कहर: दिल्ली के सभी बाज़ार कल से 3 दिन के लिए रहेंगे बंद
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खास बातें
दिल्ली में सभी बाजार भी रहेंगे अगले तीन दिनों तक बंद
CAT ने व्यापारी संगठन से साथ बैठक में लिया फैसला
समीक्षा के बाद आगे की स्थिति का लिया जाएगा फैसला
नई दिल्ली:
कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज (CAT) ने दिल्ली के व्यापारी संगठनों के साथ हुई एक बैठक में फैसला लिया है कि कल से तीन दिन तक दिल्ली के सभी बाजार बंद रहेंगे. बैठक में कहा गया कि जिस तरह तेज़ी से कोरोना वायरस…
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