Tumgik
#कद्दू की सब्ज़ी
kisanofindia · 10 months
Text
लौकी की खेती (Bottle Gourd Farming): लौकी की उन्नत किस्मों से किसान बढ़ा सकते हैं आमदनी
लौकी की खेती के लिए उपयुक्त है गर्म जलवायु
पेट और स्वास्थ्य के लिए अच्छी माने जाने वाली सब्ज़ियों में लौकी का मुख्य स्थान है। लौकी की खेती (Bottle Gourd Farming) देश के लगभग हर इलाके में होती है। लौकी की कई उन्नत किस्में हैं, जिनसे अच्छी पैदावार करके किसान आमदनी बढ़ा सकते हैं।
Tumblr media
लौकी की खेती (Bottle Gourd Farming): लौकी एक कद्दू वर्गीय सब्ज़ी है। भारत में लौकी को बहुत से नामों से जाना जाता है जैसे घिया, दूधी और कलाबश। लौकी की सिर्फ सब्ज़ी ही नहीं बनती, बल्कि रायते, हलवे से लेकर स्वादिष्ट मिठाई तक बनती है। हरी सब्ज़ियों में लौकी बहुत लोकप्रिय है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर व कई विटामिन्स होते हैं। लौकी की खेती भी बहुत मुश्किल नहीं है। सही जलवायु और उचित मिट्टी मिलने पर यह आसानी से उग जाती है।
अन्य फसलों की तरह ही लौकी की भी कई किस्में हैं जो बाकियों के मुक़ाबले उन्नत मानी जाती हैं, क्योंकि यह अच्छी पैदावार देती हैं। देश के लगभग हर इलाके में लौकी की खेती (Bottle Gourd Farming) बड़े पैमाने पर की जा रही है। यदि आप भी लौकी की खेती करते हैं, तो आपको इन किस्मों (Bottle Gourd Varieties) की जानकारी होनी चाहिए।
लौकी की उन्नत किस्में
अर्का नूतन (Arka Nutan)
लौकी की इस किस्म की पैदावार भी अच्छी होती है। ये हल्के हरे रंग की और लंबी होती है। इस किस्म की प्रति हेक्टेयर 46 टन तक की पैदावार होती है और 56 दिनों में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है।
Tumblr media
अर्का श्रेयस (Arka Shreyas)
प्रति हेक्टेयर 48 टन तक की पैदावार देने वाली लौकी की यह किस्म लंबी नहीं, बल्कि थोड़ी गोलाई में और मोटी होती है। यह खुले परागण वाली किस्म है जो 60 दिनों में तैयार हो जाती है।
और पढ़ें......
0 notes
nishthaskitchen · 11 months
Text
हलवाई स्टाइल कद्दू की सब्जी | Halwai Style Kaddu ki Sabji Recipe in Hindi | कद्दू की सब्जी| कददू की चटपटी सब्ज़ी |Kaddu ki sabzi
हलवाई स्टाइल कद्दू की सब्जी | halwai style kaddu ki sabji recipe in Hindi | कद्दू की सब्जी | Halwai Style Kaddu ki sabzi | कददू की चटपटी सब्ज़ी | Kaddu ki Subzi Title Excerpt:  कद्दू की सब्जी के बारे मे , गुड के साथ बनाए, कद्दू की सब्जी का स्वाद, बनाने मे समय, सर्विनग / SERVING, कद्दू की सब्जी के लिए लगने वाली सामग्री, बनाने की विधि, सुझाव,विडिओ लिंक, FAQ, रिव्यू । कद्दू की सब्जी के बारे…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
blogger-86 · 2 years
Text
How to make pumpkin recipe at home no complications as long if you follow the simple rule, you can make a delicious & tasty pumpkin recipe that the whole family will love! Thanks for reading my blog!
#foodporn #food #foodlover #foodie #food photography #foodblogger #foodpics #DelightfulRecipe #tasty #delicious #sabji #indianfood
0 notes
ganeshvanijyot1 · 4 years
Photo
Tumblr media
देवी माँ के चतुर्थ रूप का नाम है, देवी कूष्माण्डा। कूष्माण्डा का संस्कृत में अर्थ होता है लौकी,कद्दू। अब अगर आप किसी को मज़ाक में लौकी, कद्दू पुकारेंगे तो वह बुरा मान जाएंगे और आपके प्रति क्रोधित होंगे। Q. कूष्माण्डा का अर्थ क्या है? लौकी, कद्दू गोलाकार है।अतः यहाँ इसका अर्थ प्राणशक्ति से है - वह प्राणशक्ति जो पूर्ण, एक गोलाकार, वृत्त की भांति। भारतीय परंपरा के अनुसार लौकी, कद्दू का सेवन मात्र ब्राह्मण, महा ज्ञानी ही करते थे। अन्य कोई भी वर्ग इसका सेवन नहीं करता था। लौकी, कद्दू आपकी प्राणशक्ति, बुद्धिमत्ता और शक्ति को बढ़ाते है। लौकी, कद्दू के गुण के बारे में ऐसा कहा गया है, कि यह प्राणों को अपने अंदर सोखती है, और साथ ही प्राणों का प्रसार भी करती है। यह इस धरती पर सबसे अधिक प्राणवान और ऊर्जा प्रदान करने वाली शाक, सब्ज़ी है। जिस प्रकार अश्वथ का वृक्ष २४ घंटे ऑक्सीजन देता है उसी प्रकार लौकी, कद्दू ऊर्जा को ग्रहण या अवशोषित कर उसका प्रसार करते है। सम्पूर्ण सृष्टि - प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष , अभिव्यक्त व अनभिव्यक्‍त - एक बड़ी गेंद , गोलाकार कद्दू के समान है। इसमें हर प्रकार की विविधता पाई जाता है - छोटे से बड़े तक। ‘कू’ का अर्थ है छोटा, ‘ष् ’ का अर्थ है ऊर्जा और ‘अंडा’ का अर्थ है ब्रह्मांडीय गोला – सृष्टि या ऊर्जा का छोटे से वृहद ब्रह्मांडीय गोला। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में ऊर्जा का संचार छोटे से बड़े में होता है। यह बड़े से छोटा होता है और छोटे से बड़ा; यह बीज से बढ़ कर फल बनता है और फिर फल से दोबारा बीज हो जाता है। इसी प्रकार, ऊर्जा या चेतना में सूक्ष्म से सूक्ष्मतम होने की और विशाल से विशालतम होने का विशेष गुण है,जिसकी व्याख्या कूष्मांडा करती हैं,देवी माँ को कूष्मांडा के नाम से जाना जाता है। इसका अर्थ यह भी है, कि देवी माँ हमारे अंदर प्राणशक्ति के रूप में प्रकट रहती हैं। कुछ क्षणों के लिए बैठकर अपने आप को एक कद्दू के समान अनुभव करें। इसका यहाँ पर यह तात्पर्य है कि अपने आप को उन्नत करें और अपनी प्रज्ञा, बुद्धि को सर्वोच्च बुद्धिमत्ता जो देवी माँ का रूप है, उसमें समा जाएँ। एक कद्दू के समान आप भी अपने जीवन में प्रचुरता बहुतायत और पूर्णता अनुभव करें। साथ ही सम्पूर्ण जगत के हर कण में ऊर्जा और प्राणशक्ति का अनुभव करें। इस सर्वव्यापी, जागृत, प्रत्यक्ष बुद्धिमत्ता का सृष्टि में अनुभव करना ही कूष्माण्डा है।
0 notes
vijaythakurx · 4 years
Link
The sweet and sour pumpkin recipe is very common in the hilly region where people need medicinal properties of pumpkin and at the same time want instant energy. It gives both. The dish is good for Urinary tract, kidney-related problems and at the same time gives instant energy especially during summer days.
0 notes
abhisheksingh098 · 4 years
Text
पेठा के फायदे HEALTH BENEFITS OF ASH GOURD IN HINDI
पेठा के फायदे HEALTH BENEFITS OF ASH GOURD IN HINDI
Health Benefits of Ash Gourd in Hindi 
ऐश लौकी एक सामान्य सब्जी है जिसका उपयोग दक्षिण पूर्व एशिया में कई व्यंजनों में किया जाता है. यह अद्भुत चिकित्सीय गुणों Health Benefits इसमें भरे पड़े है. Ash Gourd ने दक्षिण पूर्व एशिया में एक आम सब्जी की जगह बनाई है. यह आकार में एक कद्दू जैसा दिखता है और रंग में ग्रे या राख है. इस सब्जी के अन्य नाम सफेद लौकी, सर्दियों के तरबूज और फजी तरबूज हैं. इसमें अद्भुत उपचार गुण हैं और यह अत्यधिक पौष्टिक है. यह सब्जी कई आवश्यक विटामिन और खनिजों में समृद्ध है और फास्फोरस, कैल्शियम, लोहा, राइबोफ्लेविन, थियामिन, नियासिन और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है.
Tumblr media
इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है और यह वजन घटाने के लिए आदर्श माना जाता है. भारतीय लोग इसे पेठा के नाम से जानते हैं. हालाँकि यह सब्ज़ी बहुत आम है, लेकिन आप नहीं जानते होंगे कि यह कई बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद करती है और कई और बीमारियों से बचाती है. यह विटामिन बी और सी के साथ-साथ महत्वपूर्ण खनिजों के साथ एक अत्यधिक पोषक सब्जी है जिसे शरीर को कैल्शियम, पोटेशियम, लोहा और फॉस्फोरस और फाइबर की भी आवश्यकता होती है. Ash Gourd  खाने के कुछ फायदे इस प्रकार हैं.
ब्लीडिंग रोकने में मदद करता है
पेठा एक प्राकृतिक एंटी-कौयगुलांट है और जिससे रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. हालांकि यह शायद ही कभी बाहरी रक्तस्राव के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है (समय के अलावा जब पत्तियों को कुचल दिया जाता है और खरोंच पर रगड़ दिया जाता है), यह सब्जी आंतरिक रक्तस्राव के लिए अद्भुत काम करती है. यदि नियमित रूप से लिया जाता है, तो यह गर्मियों में आमतौर पर होने वाली नाक की सूजन को रोकने में मदद करता है. इसके साथ ही हेमटुरिया (किडनी में खून की वजह से पेशाब में खून आना), अल्सर, बवासीर और इस तरह के अन्य आंतरिक रक्तस्राव के कारण ऐश लौकी के रस का सेवन करने से रोका जा सकता है.
उज्जायी प्राणायाम (उज्जायी सांस) के लाभ
पेट और आंतों को परजीवी से मुक्त रखता है
Ash Gourd में प्रकृति के गुण हैं, जो पेट और आंत की झिल्ली पर अल्सर के गठन से निपटने में मदद करता है. यह मसालेदार भोजन या लंबे समय तक उपवास के कारण अम्लता से निपटने में भी मदद करता है. पेठा एंटी-माइक्रोबियल एजेंट के रूप में काम करके पेट और आंत के सभी हानिकारक बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करती है. यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण रखने में मदद करता है और इस तरह पेट में अपच होता है. वजन घटाने में लाभदायक यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो कैलोरी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सबसे अच्छा विकल्प है पेठा का रस या स्टू क्योंकि इसमें बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं और 96% पानी है. यह संभवतः अधिक उपयुक्त होगा यदि हमने कहा कि वजन कम करने के बजाय पेठा संतुलित वजन बनाए रखने ’के लिए उपयोगी है क्योंकि यह आमतौर पर एनोरेक्सिया से निपटने में मदद करता है जिससे कम वजन वाले लोगों को चयापचय को बढ़ावा देकर सामान्य वजन वापस पाने में मदद मिलती है.
चेहरे और बालों के लिए फायदेमंद
हम इसे पेठा की उम्मीद नहीं करेंगे, लेकिन इसके कॉस्मेटिक उपयोग भी हैं. जब रस को नींबू के रस के साथ या किसी अन्य फेस पैक के हिस्से के रूप में त्वचा पर लगाया जाता है, तो यह त्वचा पर काले धब्बे हटाने और त्वचा में प्राकृतिक चमक लाने के लिए जाना जाता है. बालों के लिए, यह सब्जी बेहद फायदेमंद है. Ash Gourd का रस रूसी के लिए सबसे अच्छा और स्थायी उपचार में से एक है. डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए आपको शैम्पू करने से पहले अपने बालों पर रस लगाना होगा. यदि आप अपने बालों के लिए नारियल के तेल का उपयोग करते हैं, तो इसमें Ash Gourd और अदरक के बीज को मिलाएं.
मानसिक बीमारियों से लड़ने में मदद करता है
ऐश लौकी मानसिक बीमारियों से निपटने में मदद करती है क्योंकि यह प्राकृतिक शामक के रूप में काम करती है. इसका नसों और मस्तिष्क पर शांत प्रभाव पड़ता है और इसलिए, इसका उपयोग तंत्रिका तंत्र से जुड़ी स्थितियों जैसे मिर्गी, चिंता, अनिद्रा, न्यूरोसिस और व्यामोह को कम करने के लिए किया जाता है. दिन में एक गिलास पेठा का रस उन सभी तनावों से निपटने में मदद कर सकता है जो दिन हमें देने और हमें शांत रखने में मदद करते हैं.
youtube
https://bit.ly/2Vg7yBA from Blogger https://bit.ly/3e4q48z
0 notes
lifeatexp · 4 years
Quote
उपवास एक ऐसा समय होता है जब आपको अपने आप को पोषण की जांच में भी रखने की आवश्यकता होती है।  सुनिश्चित करें कि आप अपने दैनिक पोषक तत्वों को विभिन्न स्रोतों से प्राप्त कर रहे हैं उपवास किस आधार पर है? उपवास, विशेष रूप से धार्मिक उद्देश्यों के लिए, सदियों से एक सामान्य घटना रही है। और आम तौर पर, पूरे मानव इतिहास में, व्रत तोड़ने के तरीके के बारे में ज्यादा चिंता नहीं की गई। हालांकि, खराब आहार सलाह के युग में, जब हमें पूरे दिन खाने के लिए कहा जाता है -  उच्च भोजन का उल्लंघन होता है - यह खाने को फिर से शुरू करने के लिए थोड़ी अधिक योजना बना सकता है जो सबसे अधिक शारीरिक आराम और आराम को प्राप्त करता है आपके दीर्घकालिक स्वास्थ्य और वजन घटाने के लक्ष्यों के लिए सबसे प्रभावी परिणाम। यह भी पढ़ें - वजन कम करने के लिए जरूरी सलाह उपवास करने वाले सभी लोग अपनी आध्यात्मिकता के साथ प्रार्थना, ध्यान और फिर बहुत उत्साह और श्रद्धालु मंदिरों में प्रार्थना करने और दिव्य आशीर्वाद लेने के लिये जाते हैं। खानपान  उपवास नियमों से लोग कई तरह के फल और सब्जियां खा सकते हैं। अनाज से परहेज किया जाता है।  किसी भी लहसुन या प्याज के बिना कड़ाई से शाकाहारी भोजन तैयार किया जाता है और लोग मादक पेय से साफ होते हैं।  हालांकि, उपवास का मतलब यह नहीं है कि आपको हर दिन एक ही भोजन खाना होगा।  हर दिन कुट्टू-की-पूड़ी, आलू सब्जी और साबूदाना खिचड़ी से चिपके रहने की जरूरत नहीं है।  यहां उन सभी खाद्य पदार्थों की याद दिलाई जाती है, जिन्हें आप उपवास के दौरान भी खा सकते हैं। १. दूध और दुग्ध उत्पाद दूध और दूध से बने कई पदाथों का प्रयोग कर सकते हैं।  स्ट्रॉबेरी, खरबूजे और केले जैसे फलों से बने मिल्कशेक आपको हाइड्रेट रखते हुए भर सकते हैं।  शाम के नाश्ते के लिए दही को बेस के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।  कुछ चम्मच गढ़ा दही का प्रयोग करें और उसमें कटे हुए फल जैसे सेब, नाशपाती और अंगूर डालें।  इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और आपकी कटोरी भर कर खा सकते है। २. नारियल और नारियल का दूध तैयार करना नारियल के फ्लेक्स, नारियल का आटा और नारियल का दूध आपके उपवास की दिनचर्या के माध्यम से अच्छे साथी हो सकते हैं।  एक बहुमुखी फल होने के नाते, नारियल का उपयोग विभिन्न व्यंजनों, विशेष रूप से डेसर्ट बनाने में किया जा सकता है।  नारियल के आटे का उपयोग करके नारियल की खीर या क्रेप्स और पेनकेक्स बनाएं।  अपने पकवान को स्वादिष्ट करने के लिए शहद और ताजे फलों साथ में लेलीजिये यह भी पढ़ें - योग के कितने प्रकार हैं? ३. कच्चा केला भोजन के लिए कच्चे केले के साथ एक सब्ज़ी बनाएं।  फ्राई और कच्चे केले के कटलेट भी ट्राई करने का एक अच्छा विकल्प है।  कटलेट बनाने के लिए अरबी, शकरकंदी, कद्दू और कटहल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
http://www.lifeatexp.site/2020/06/fast.html
0 notes
epichow · 6 years
Text
indian morning breakfast routine 2017/indian healthy breakfast recipes/quick & easy breakfast recipe
Please watch: “लौकी/घीया /कद्दू की मीठी वाली सब्ज़ी क्या आपने खाया है जरूर try करे/Bottle Gourd… Special Indian morning lunch routine 2017 in hindi / lunch recipes india / Daily … http://dlvr.it/QQnlWh
0 notes
mamaktreats · 7 years
Photo
Tumblr media
पेठे की सब्ज़ी/ कद्दू की खट्टी मीठी सब्ज़ी (at New Delhi, India)
0 notes