AAP ने स्वाति मालीवाल के आरोपों पर उठाए सवाल, कहा- बीजेपी उनके संपर्क में
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स्वाति मालीवाल से बदसलूकी पर राजनीति शुरू, BJP और AAP नेताओं के बीच बयानबाजी तेज
आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता स्वाति मालीवाल के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार की घटना ने तूल पकड़ लिया है। Election news एक तरफ विपक्षी दल बीजेपी इस घटना को लेकर केजरीवाल सरकार पर हमलावर रुख अपनाया है तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद संजय सिंह ने दावा किया है कि सीएम केजरीवाल इस घटना को संज्ञान में लिया है और मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे।
पार्टी सांसद संजय सिंह का दावा- सीएम ने इस पर संज्ञान लिया है
आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार ने सीएम आवास पर पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल के साथ "बदसलूकी" की। मालीवाल ने केजरीवाल के निजी स्टाफ के एक सदस्य पर "हमले" का आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आप सुप्रीमो केजरीवाल इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे। बीजेपी ने मांग की है कि सिंह के बयान के आधार पर पुलिस को तत्काल प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए और दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
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हम एकजुट हैं... इस्तीफों के बीच गठबंधन को लेकर कांग्रेस-AAP का क्लीयर मैसेज, जानिए पूरा मामला
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली में गठबंधन किया है। हालांकि, कांग्रेस में इस फैसले को लेकर घमासान थमता नहीं दिख रहा। ने गठबंधन का विरोध दर्ज कराते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद दिल्ली कांग्रेस के दो और नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। बावजूद इसके कांग्रेस नेतृत्व एकजुट नजर आ रहा। ऐसा माना जा रहा कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर दिल्ली कांग्रेस नेताओं की शंकाएं दूर हो गई हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों पार्टियों ने मंगलवार को 'संयुक्त चुनाव अभियान' की समीक्षा के लिए अहम बैठक की। इस दौरान उन्होंने ये साफ संदेश देने की कोशिश की कि हम एकजुट हैं।
दिल्ली में मिले दोनों पार्टियों के नेता
सूत्रों ने बताया कि दोनों पार्टियों की दिल्ली और हरियाणा यूनिट्स के नेता बैठक में मौजूद थे। यह बैठक अरविंदर सिंह लवली के दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद हुई है। कांग्रेस की ओर से इस बैठक में पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया, अंतरिम प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव और दिल्ली-हरियाणा के अन्य नेता मौजूद थे। आप का प्रतिनिधित्व महासचिव संदीप पाठक, पार्टी विधायक और पीएसी सदस्य दुर्गेश पाठक और दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता ने किया।
इस्तीफों के बीच एकजुटता दिखाने की कवायद
बैठक के बाद संदीप पाठक ने कहा कि दोनों दल देश को बीजेपी सरकार की तानाशाही से बचाने के लिए एकजुट हैं। दोनों पार्टियां जमीनी स्तर पर चुनाव प्रचार पूरे समन्वय से शुरू करेंगे। हमने एक प्रणाली बनाई है, जिसमें हम एक-दूसरे के लिए प्रचार में सहयोग करेंगे और साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इसे पहले लोकसभा स्तर पर लागू किया जाएगा, फिर विधानसभा स्तर पर समन्वय किया जाएगा।
लवली ने क्यों छोड़ा दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष का पद
इससे पहले अरविंदर सिंह लवली ने आरोप लगाते हुए कहा था कि दिल्ली में कांग्रेस के लिए संयुक्त अभियान कारगर नहीं हो रहा। गठबंधन के कारण पार्टी को अपनी जमीन गंवानी पड़ रही है। दिल्ली की सातों सीटों में से किसी पर भी कांग्रेस नेताओं के पोस्टर नहीं लगे हैं। आम आदमी पार्टी, दिल्ली की जिन सीटों से चुनाव लड़ रही, वहां कांग्रेस का एक भी पोस्टर नहीं लगा रही। राष्ट्रीय राजधानी की सातों लोकसभा सीटों AAP-कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रही। दिल्ली में आप चार सीटों पर और कांग्रेस तीन सीटों पर दावेदारी कर रही। हालांकि, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की ये एकता दिल्ली और पड़ोसी राज्य हरियाणा के बॉर्डर पर ही रूक जाता है। पंजाब में दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए हैं। http://dlvr.it/T6H8Xw
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Jharkhand ulgulan rally : झारखंड की राजधानी से देश के विपक्षी दलों ने दिखायी ताकत, केंद्र की तानाशाह सरकार को उखाड़ फेकने का सभी ने लिया संकल्प, जाने देश के दिग्गज नेताओं ने क्या कहा
रांची : दिल्ली के रामलीला मैदान के बाद रविवार को झारखंड की राजधानी रांची में इंडिया गठबंधन की उलगुलान न्याय रैली संपन्न हुई. इसमें देशभर से कुल 14 गैर भाजपाई राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इससे पहले आम आदमी पार्टी ने भी दिल्ली के रामलीला मैदान में इस तरह की महारैली आयोजित की थी जिसमें कई राजनीतिक दलों ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ केंद्र सरकार पर हमला बोला था. (नीचे देखे…
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AAP सरकार को गिराना चाह रही है भाजपा, अमानतुल्लाह की गिरफ्तारी पर बोले संजय सिंह; विधायक के घर पहुंचे पार्टी नेता
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान को दस घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। विधायक को दिल्ली वक्फ बोर्ड (Delhi Waqf Board) नियुक्ति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत गिरफ्तार है। विधायक सुबह 11 बजे ईडी के ऑफिस पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमानतुल्लाह जांच एजेंसी के सामने पेश हुए थे।
ओखला के विधायक अमानतुल्लाह खान क��� गिरफ्तारी के…
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केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में पीएम आवास का घेराव करेगी आप, 3 मेट्रो स्टेशन के गेट बंद, ट्रैफिक एडवायजरी जारी
शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) और बीजेपी आमने-सामने है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी सड़कों पर है। वो लगातार ईडी और मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।
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अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ ‘आप’ का प्रदर्शन, दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने ” मैं भी केजरीवाल” कैंपेन शुरू किया. इसके तहत बड़े-बड़े बैनर लेकर दिल्ली के अहम चौराहों पर AAP कार्यकर्ताओं ने छोटे-छोटे ग्रुप में विरोध प्रदर्शन किया.‘आप’ ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बृहस्पतिवार को पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ कैंडल मार्च निकालने और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार का पुतला…
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अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची 'आप', तुरंत सुनवाई की मांग
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को गिरफ्तार कर लिया है। आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल को ईडी ने शराब नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है। दिल्ली आप ने SC से इस मामले में रात में तुरंत सुनवाई की मांग की है।
दिल्ली सरकार की मंत्री और आप नेता आतिशी…
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लोकसभा चुनावों से पहले 120 वकीलों ने थामा आप का दामन, जानें मंत्री आतिशी ने क्या कहा
लोकसभा चुनावों से पहले 120 वकीलों ने थामा आप का दामन, जानें मंत्री आतिशी ने क्या कहा
Delhi News: लोक सभा चुनाव से पहले देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी में 120 युवा वकील शामिल हुए। दिल्ली सरकार की मंत्री और आप नेता आतिशी ने दिल्ली के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, हाई कोर्ट और सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन्स के 120 से अधिक युवा वकीलों को आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलाई।
आतिशी ने इस मौके पर कहा संविधान की रक्षा करने और लोगों को न्याय देने में वकील महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। अब दिल्ली…
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BJP-JJP Alliance: JJP की नवसंकल्प रैली पर BJP का गठबंधन टूटा, विधायक से दूरी बनाते हुए हिसार में किया रणनीति का ऐलान
JJP’s New Resolution Rally: हरियाणा में बीजेपी-जजपा गठबंधन के बाद जजपा आज यात्रा में नवसंकल्प रैली आयोजित करेंगी। राजनीतिक गलियारों में इस रैली की खूब चर्चा हो रही है, क्योंकि पूर्व डिप्टी सीएम म्यूजिकल म्यूजिक के सामने आगामी रणनीति का ऐलान कर सकते हैं। वहीं, 5 बालाजी की रैली से दूरी बनाने की चर्चा है। एक दिन पहले दिखाए गए इंटरव्यू के बीच जजपा (JJP) ने दिल्ली (Delhi) में लीडर दल की बैठक की थी। बैठक में अध्यक्ष रामकुमार गौतम, रामनिवास सूरजा, जोगीराम सिंह, ईश्वर सिंह और पूर्व पंचायत मंत्री मंडली बबली शामिल हैं।
JJP’s New Resolution Rally: नवनियुक्त सीएम सोनिया के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भी मौजूद
पांचों विपक्षी दल नाराज हैं। इतना ही नहीं, चार विधायक कल नवनियुक्त सीएम सोनिया के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भी मौजूद थे। ऐसे में उनके बीजेपी के समर्थन की बात सामने आ रही है. उदाहरण के तौर पर, अजय देवगन के अलावा नैना ढोला, अमरजीत ढांडा, रामकरण काला और अनूप धानक मौजूद थे।
बैठक के बाद जेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने कहा- पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने अलग-अलग विषयों पर विचार-विमर्श किया. बैठक में हुई चर्चा की जानकारी अजय देवगन के जन्मदिन पर होने वाली यात्रा, समाजवादी पार्टी के नवसंकल्प रैली में दी जाएगी।
JJP’s New Resolution Rally: नाराज़ जजपा विधायक ने क्या कहा..
रामकुमार गौतम : नारनौंद विधानसभा सीट से विधायक रामकुमार गौतम ने गठबंधन टूटने से पहले कहा कि दुष्यंत का इलाज कर दो, मुझे मंत्री पद नहीं चाहिए।
रामनिवास सुरजाखेड़ा : नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने कहा कि गठबंधन टूटना हरियाणा के हित में है। भाजपा को अलग राह अपनाना ही हरियाणा के हित में होगा।
ईश्वर सिंह : गुहला से विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि सोमवार को उनकी तबीयत खराब थी, इसलिए वह दिल्ली वाली जगह में शामिल नहीं हो पाए।
दुष्यंत बोले- हरियाणा के हित के लिए दिन-रात में समय
एलायंस टीम के बाद मजबूत समर्थकों ने एक्स पर लिखा- “आपने मुझे हरियाणा के आधार के रूप में प्रदेश की सेवा करने का अवसर दिया है, मैं अपना स्वर रखता हूं समय और सीमित संख्या के साथ हम दिन रात हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए जगह बनाते हैं। हम हरियाणा (Haryana) के हर वर्ग और हर क्षेत्र के काम सरकार में शामिल हैं।
हमारे कठिन और संघर्ष के दौर में आपने हम पर जो भरोसेमंद भरोसेमंद साथी है और जो हमेशा साथ देता है उसके लिए मैं आपका हमेशा के लिए भरोसेमंद साथी हूं। मुझे विश्वास है कि जननायक चौधरी देवीलाल जी के कदमों पर चलते हुए, मैं हरियाणा और हरियाणा के लोगों के हितों की रक्षा के लिए हमेशा समर्पित रहा हूं। हरियाणा के लोगों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए हमारा प्रयास निरंतर जारी है। प्रत्येक हरियाणावासी का सहयोग और सहयोग के लिए योगदान देता हूँ।”
जानिए, गठबंधन क्यों…
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जजपा (BJP-JJP) ने अलग-अलग मुकाबला किया। बहुमत के लिए बहुमत का गठबंधन हो गया। पांचवां 4 साल का एलायंसमेंट जारी। जैसे ही 2024 नॉमिनल इलेक्शन क्लोज आने लगे तो जजपा 10 में से 2-3 वीकेंड पर अपनी तयशुदा जात रही थी। बीजेपी नेता इसके पक्ष में नहीं थे. वे अकेले लोकसभा चुनाव चाहते थे।
इसके बाद दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जापान के राष्ट्रपति से मुलाकात हुई। मीटिंग में सकारात्मक जवाब न मिलने के बाद पर्यटक वहां से चले गए। इसके बाद मनोहर लाल (Manohar lal) ने ग्रैजुएट को स्थिति से अवगत कराया। मंगलवार की सुबह अचानक स्टूडियो और लीडरशिप टीमों की तैनाती की गई। इसके बाद गठबंधन टूटने का फैसला हुआ और आम आदमी पार्टी का नेता ���ुना गया।
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स्वाति मालीवाल के आरोपों को AAP ने बताया झूठा, BJP पर लगाया साजिश का आरोप
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रायपुर: (INDIA Allaince) बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए एकजुट हुए विपक्षी दल, एक-एक कर बिखरते जा रहे हैं। कुछ बीजेपी की ही गोद में जाकर बैठ गए तो कुछ ‘एकला चलो रे’ की राह पर आगे बढ़ रहे है तो सवाल ये है कि जब कुछ महीने बाद लोकसभा चुनाव होने हैं..क्या तब तक बचा हुआ विपक्ष एकजुट रह पाएगा l
INDIA Allaince आज पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को मोदी सरकार ने भारत रत्न देने का ऐलान किया और इसके साथ ही ये अटकलें भी तेज हो गई कि जयंत चौधरी की RLD अब विपक्षी गठबंधन INDIA का साथ छोड़कर NDA में शामिल हो सकती हैं। जाट वोटर्स को अपने पाले में लाकर बीजेपी न सिर्फ पश्चिमी उत्तरप्रदेश की 27 सीटें बल्कि पंजाब और हरियाणा के जाट वोटर्स को प्रभावित कर सकती है l लेकिन जयंत चौधरी के किस मुंह से मना करूं वाले बयान के बाद अब उनके पुराने बयान भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
2024 में प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दल जून के महीने में बिहार के पटना में एकजुट हुए थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आमंत्रण पर 28 विपक्षी दल के नेता एक साथ बैठे और एक साथ चुनाव लड़ने का प्लान बनाया, लेकिन जून 2023 से फरवरी 2024 तक यानी 8 महीने में इस विपक्षी गठबंधन के कई धागे खुलते जा रहे हैं। हर राज्य के चक्कर लगाकर विपक्षी दल के नेताओं को एकजुट करने वाले JDU के नीतीश कुमार अब खुद पाला बदलकर बीजेपी के साथ बिहार में सरकार चला रहे हैं। बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर विवाद के बाद ममता बनर्जी की TMC अलग चुनाव लड़ने जा रही है। इधर बंगाल में CPI(M) भी अलग चुनाव लड़ने के मूड में है l
इंडिया गठबंधन का हाल पश्चिम बंगाल सरीखा होता दिख रहा है। भाजपा और जयंत चौधरी की पार्टी RLD के बीच खिचड़ी पक रही है। गठबंधन के तहत सात लोकसभा सीटें मिलने के बावजूद सत्ता के समीकरण के लिए RLD पलटी मार सकता है। क्योंकि साल 2014 और साल 2019 में RJD एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
हालांकि यूपी में अखिलेश यादव ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की सूचना देकर यूपी में कांग्रेस को थोड़ी राहत दी है। बात करें दिल्ली और पंजाब की तो वहां आम आदमी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में है। महाराष्ट्र में उद्धव गुट के हाथों से शिवसेना और शरद पवार के हाथों से NCP जा चुकी है। जिसका नुकसान चुनाव में विपक्षी गठबंधन को हो सकता है।
यानी बंगाल की 42 सीट पश्चिम यूपी की 27 सीट, दिल्ली और पंजाब को मिलाकर 19 सीट और बिहार की 40 सीट यानी इन 128 सीटों पर विपक्ष का नुकसान तय माना जा रहा है। तो कुल मिलाकर जिस 24 की तैयारी के लिए 23 में 28 दल एकजुट हुए थे। उसकी एक-एक कड़ी धीरे धीरे बिखरती जा रही है l
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जेल से कैसे सरकार चलाएं केजरीवाल? आप के वकीलों ने आखिर ढूंढ लिया कानून का वो नुक्स
निधि शर्मा, नई दिल्ली: ने जेल जाकर भी दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ा है। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) केजरीवाल को उनके ही पुराने बयानों की याद दिलाकर नैतिकता की दुहाई दे रही है, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) का कहना है कि दिल्ली की जनता जो चाहती है, वही होगा। आप के मुताबिक, उसकी तरफ से कराए गए सर्वे में जनता के बहुमत ने राय दी थी कि केजरीवाल अगर जेल जाएं तो उन्हें वहीं से दिल्ली की सरकार चलानी चाहिए, इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन यह पार्टी को अच्छे से पता है कि इस्तीफे का मुद्दा अगर अदालत में उठा तो फिर यह सर्वे रिजल्ट किसी काम का नहीं होगा। वहां तो वही दलीलें चलेंगी जो कानूनी पैमाने पर खरा उतरे। इसलिए पार्टी के वकील ऐसे ठोस दलील गढ़ने में जुट गए जो अदालत को संतुष्ट कर सके कि केजरीवाल चला सकते हैं।
जानिए अदालत में कौन सी दलील देगी आप
आप के वकील अदालत में यह दलील देने की योजना बना रहे हैं कि तिहाड़ सेंट्रल जेल परिसर के एक हिस्से को 'प्रिजन' घोषित किया जाए ताकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और चलाने के लिए दफ्तर जैसी अन्य आवश्यक सुविधाएं मिल सकें। आप के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी की कानूनी टीम अदालत में याचिका दायर करने के लिए जमीनी कार्य कर रही है, जिसमें उन मिसालों का हवाला दिया जाएगा जब विचाराधीन कैदियों को तिहाड़ जेल के अंदर से अपने ऑफिस रन करने की अनुमति दी गई थी।आप के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार द इकनॉमिक टाइम्स (ET) को नाम गुप्त रखने की शर्त पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'सबसे हाई-प्रोफाइल मिसाल सहारा समूह के सुब्रत रॉय की है, जिन्हें अदालत से तिहाड़ जेल के अंदर ऑफिस की सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति मिली थी ताकि अपनी जमानत राशि जुटाने के लिए न्यूयॉर्क और लंदन में अपने लग्जरी होटलों की बिक्री को लेकर बातचीत की जा सके। तिहाड़ जेल के महानिदेशक ने 2014 में विशेष अदालत परिसर को कैदखाना (प्रिजन) घोषित किया था।'
आप ने उदाहरण देकर उठाया सवाल
पदाधिकारी ने कहा कि यूनिटेक के प्रमोटर संजय चंद्रा और अजय चंद्रा भी तिहाड़ जेल से अवैध रूप से कार्यालय संचालित करते पाए गए थे। उन्होंने कहा, 'अगर वे लोग जिन्होंने लोगों का पैसा हड़पा है, अपने कार्यालय चला सकते हैं, तो अदालत को एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के समान सुविधाओं के अनुरोध को स्वीकार करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।' जेल अधिनियम के तहत, महानिदेशक (जेल) या उपराज्यपाल के पास सुरक्षा कारणों या संचालन में आसानी के लिए किसी भी जगह को 'कैदखाना' (प्रिजन) घोषित करने की शक्ति होती है।
जेल में कैदियों को मिलते हैं सिर्फ ये 10 अधिकार
जेल जाकर भी पद छोड़ने से इनकार के कारण इतिहास में पहली बार एक अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई है, जहां एक सीएम सलाखों के पीछे से सरकार चलाने पर जोर दे रहा है। जेल मैनुअल के नियम 1349 के अनुसार, एक विचाराधीन कैदी को केवल 10 सुविधाएं दी जाती हैं - कानूनी बचाव, वकीलों या परिवार के सदस्यों के साथ मुलाकात (कानूनी उद्देश्यों के लिए), वकालतनामा पर हस्ताक्षर करना, पावर ऑफ अटॉर्नी का देना, वसीयत का काम निपटाना, नियमों के अनुसार आवश्यक धार्मिक आवश्यकताएं, कानून के प्रावधानों के अनुसार सरकारी खर्च पर कानूनी सहायता के लिए अदालतों में आवेदन, अदालतों में अन्य आवेदन, मुफ्त कानूनी सहायता के लिए कानूनी सहायता देने वाली संस्थाओं में आवेदन और ऐसी अन्य सुविधाएं जो सरकार से स्वीकृत हैं। इनमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं या फाइलों पर हस्ताक्षर करने की छूट जैसी सुविधाएं शामिल नहीं हैं। http://dlvr.it/T4xp7f
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Delhi News : #ED की रेड पर मंत्री आतिशी ने कहा- ‘ये CM केजरीवाल को कुचलने की साजिश है…’ बताया छापेमारी में क्या हुआ…
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केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में इंडिया गठबंधन के सहयोग से आम आदमी पार्टी ने किया जंगी प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ईडी द्वारा गिरफ्तारी होने पर पूरे देश भर में आप कार्यकर्ता और INDI गठबंधन सड़कों पर उतर आया है। ग्वालियर में भी केंद्र की भाजपा सरकार का विरोध प्रदर्शन करते हुए अरविंद केजरीवाल के समर्थन में आप कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया।
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अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ ‘आप’ का प्रदर्शन, दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने ” मैं भी केजरीवाल” कैंपेन शुरू किया. इसके तहत बड़े-बड़े बैनर लेकर दिल्ली के अहम चौराहों पर AAP कार्यकर्ताओं ने छोटे-छोटे ग्रुप में विरोध प्रदर्शन किया.‘आप’ ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बृहस्पतिवार को पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ कैंडल मार्च निकालने और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार का पुतला…
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