मैक्स लाइफ इंश्योरेंस में एक्सिस बैंक की हिस्सेदारी 6-9 महीनों में 20% तक बढ़ने की संभावना है: सीईओ त्रिपाठी - टाइम्स ऑफ इंडिया
मैक्स लाइफ इंश्योरेंस में एक्सिस बैंक की हिस्सेदारी 6-9 महीनों में 20% तक बढ़ने की संभावना है: सीईओ त्रिपाठी – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: एक्सिस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की संभावना है मैक्स लाइफ इंश्योरेंस अगले 6-9 महीनों में लगभग 20 प्रतिशत तक, बीमा कंपनी के सीईओ प्रशांत त्रिपाठी कहा। वर्तमान में, एक्सिस बैंक और उसकी दो सहायक कंपनियां – एक्सिस कैपिटल लिमिटेड और एक्सिस सिक्योरिटीज लिमिटेड – का सामूहिक रूप से 12.99 प्रतिशत हिस्सा है। मैक्स लाइफ बीमा पिछले साल अप्रैल में सौदे की मंजूरी के बाद। त्रिपाठी ने एक…
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3,000 रुपये/माह के लिए लाइफ कवर के साथ 6.1% तक की कर-मुक्त रिटर्न की गारंटी; विवरण जानें
3,000 रुपये/माह के लिए लाइफ कवर के साथ 6.1% तक की कर-मुक्त रिटर्न की गारंटी; विवरण जानें
अग्रणी जीवन बीमा कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने ‘मैक्स लाइफ स्मार्ट फिक्स्ड-रिटर्न डिजिटल प्लान’ पेश किया है, जिसके तहत पॉलिसीधारक कम समय के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सकेंगे। यह योजना एक गैर-लिंक्ड, गैर-भाग लेने वाला, व्यक्ति है जीवन बीमा बचत योजना, और इसकी न्यूनतम पॉलिसी अवधि पांच वर्ष है। पॉलिसीधारक इसका लाभ प्राप्त करने के लिए 3,000 रुपये तक का मासिक प्रीमियम निवेश कर सकेंगे…
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LIC Amritball Plane | LIC का अमृतबाल प्लांन क्या है?
दोस्तों LIC की तरफ से एक नया विमा प्लान लॉन्च किया गया जिसका नाम है अमृतबाल हैं , ये बहुत ही अनोखा प्लान है।
इसके नाम से आप समझ पा रहे होंगे की इसका नाम भी एल आई सी ने इसे अमृतबाल क्यों रखा?
आइए देखते हैं अमृतबाल प्लान में क्या क्या फीचर्स हैं, तथा इसके फायदे क्या हैं? कौन इस प्लान को ले सकता हैं?
LIC Amritball Plane किसके लिए है।
LIC Amritball Plane के फायदें
LIC Amritball Plane कौन ले सकता है
LIC Amritball Plane किसके लिए है।
खास करके मैं आपको बता दूं ये प्लान बच्चों के लिए ध्यान में रखते हुए एलआईसी की तरफ से तैयार किया गया हैं। तो कंप्लीट इन्फॉर्मेशन आपको बताऊँगा।
सरकारी विमा कंपनी है LIC भारतीय जीवन बीमा निगम के तरफ से ये नया बीमा प्लान पेश किया गया जिसका नाम है LIC Amritball Plane है ।
इसे खास तौर पर बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया। ये एक तरह से चाइल्ड इन्श्योरेंस पॉलिसी आप समझ सकते हैं। इस पॉलिसी को आज से ही खरीद पाएंगे।
इसका लॉच कल यानी 17 तारीख को हो चुका है।
LIC Amritball Plane
LIC Amritball Plane के फायदें
आइए अब जानते हैं किस पॉलिसी में आपको फायदे क्या क्या होंगे? ये जो एलआईसी अमृतबाल प्लान है, ये एक इंडीविजुअल सेविंग और लाइफ इन्श्योरेंस प्लान है और इसे खासतौर बच्चों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया।
ये बच्चों की उच्च एजुकेशन के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए बहुत ही अच्छा प्लॉन हैं और बच्चों की अन्य जरूरतों को भी पूरा करता है।
अब इसके बेनिफिट की बात करें तो इसमें आपको ₹1000 पर 80 का फायदा मिलता है। अनुपात के हिसाब से ये गैरॅन्टी रिटर्न बता रहा हूँ। आपको इस प्लान में एलआईसी प्रत्येक ₹1000 की बीमा राशि पर ₹80 के अनुपात के हिसाब से गारंटी रिटर्न्स देती है, यानी 8% के लगभग आप समझ पा रहे होंगे मतलब 100 रुपयें पर 8 रुपया मिलता है ।
अच्छा इसके खास बात ये भी है की ₹80 का ये रिटर्न बीमा पॉलिसी में बीमा राशि में जुड़ता चला जाता है। इसे आप ऐसे समझ सकते है की आप आपने अपने बच्चे के नाम पर ₹1,00,000 अमृतबाल प्लान के तहत इन्श्योरेंस लिया है तो ऐसे में एलआईसी आपकी बीमा राशि में ₹8000 गारंटी जोड़ देगी
ये गारंटी रिटर्न हर साल पॉलिसी ईयर के अंत में मूल राशि यानी 1,00,000 रुपयें में जोड़ देगी और पॉलिसी की पूरी अवधि खत्म होने तक जुड़ता रहेगा इसमें आपकों चक्रवर्ती ब्याज यानी कम्पाउंडिंग इन्ट्रेस्ट का आपको फायदा मिलता है।
अगले साल आपकी प्रीमियम ऑटोमेटिकली ₹1,08,000 हो जाएगी। फिर उसके अगले साल फिर 8% के रिटर्न के हिसाब से नेक्स्ट टु नेक्स्ट जुड़ता जाएगा।
LIC Amritball Plane कौन ले सकता है
अब समझिए किसके लिए आप इस पॉलिसी को ले सकते हैं। इस पॉलिसी को आप 30 दिन के बच्चे से लेकर 13 साल तक के बच्चे के लिए बुक कर सकते हैं और इस पॉलिसी की न्यूनतम मेच्युरिटी आयु 18 साल है और अधिकतम 25 साल।
यानी कम से कम आपका बच्चा 18 साल का होगा तब आप उस पॉलिसी को ब्रेक डाउन कर सकते हैं या उसका फायदा ले सकते हैं। बाकी इस पॉलिसी के लिए 100 टर्म में पांच, छह या 7 साल का प्रीमियम पेमेंट टर्म मौजूद होता है ।
जबकि अधिकतम प्रीमियम पेमेंट टर्म 10 साल का भी अवेलेबल है। अगर आप सिंगल प्रीमियम पेमेंट ऑप्शन चुनना चाहते हैं तो वो भी अवेलेबल है।
हालांकि प्लान के तहत आपको न्यूनतम बीमा ₹2,00,000 की राशि का लेना होगा और मेच्युरिटी सेट्लमेंट को आप अपनी मनी बेक प्लान की तरह 510 या 15 साल में ले सकते हैं।
एक किश्त ₹2,00,000, ₹4,00,000, ₹3,00,000 में अवेलेबल हैं , आप अपने बच्चे के लिए जो भी प्लान लेना चाहते हैं उसे बुक कर सकते हैं।
अच्छा इस प्लान की क्या क्या खासियत हैं
LIC की तरफ से 16 तारीख को ही इस प्लान को लेकर लेटेस्ट प्रेस नोट रिलीज़ किया गया
प्रवेश के समय न्यूनतम आयु 30 दिन पूर्ण होनी चाहिए। अधिकतम आयु 13 साल हो गई। 567 साल की लघु प्रीमियम पर आप ये प्लान ले सकते हैं।
वो सारे यहाँ एलआईसी के ऑफिसियल प्रेस नोट में लिखे हुए हैं। प्रस्तावक के पास एकल प्रीमियम और सीमित प्रीमियम भुगतान में से प्रत्येक के तहत दो विकल्पों के अनुसार मृत्यु पर बीमा राशि चुनने का विकल्प भी होगा।
सीधे शब्दों में कहें तो LIC का अमृतबाल प्लांन बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद है
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रिलायबल लाइफले घोषणा गर्यो नयाँ बोनसदर, बीमितले अधिकतम ७५ रुपैयाँ पाउँदा कुन योजनामा कति ?
काठमाडौं । रिलायबल नेपाल लाइफ इन्स्योरेन्स कम्पनीले आर्थिक वर्ष २०७९/८० को लागि नयाँ बोनसदर घोषणा गरेको छ । कम्पनीको आर्थिक वर्ष २०७९/२०८० को आर्थिक लेखाजोखा र दायित्वको मुल्याङकन सम्बन्धी बीमाङकीय प्रतिवेदन बीमा प्राधिकरणको मंसिर २२ गतेको पत्र मार्फत स्वीकृत भई कम्पनीले संचालनमा ल्याएको मुनाफामा सरिक हुने (बोनस आर्जित गर्ने) गरी जारी गरिएको जीवन बीमा लेखहरुमा उक्त बोनसदर कायम हुने गरी सार्वजनिक…
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विदेश में अध्ययन
विदेश में अध्ययन: अपने अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा अनुभव का अधिकतम लाभ कैसे उठाएं
विदेश में अध्ययन करना एक जीवन बदलने वाला अनुभव है जो व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास के लिए अनगिनत लाभ और अवसर प्रदान करता है। यह छात्रों को एक अलग संस्कृति में डूबने, प्रसिद्ध प्रोफेसरों और शोधकर्ताओं से सीखने और वैश्विक परिप्रेक्ष्य हासिल करने का मौका प्रदान करता है। चाहे आप किसी विदेशी देश में डिग्री हासिल करने या किसी विनिमय कार्यक्रम में भाग लेने पर विचार कर रहे हों, विदेश में अध्ययन करना एक परिवर्तनकारी अनुभव हो सकता है जो आपकी शैक्षिक यात्रा को बढ़ाएगा।
विदेश से पढ़ाई करने से छात्रों को अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलने और नई चुनौतियों को स्वीकार करने का मौका मिलता है। यह स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और अनुकूलनशीलता विकसित करने का अवसर प्रदान करता है। किसी विदेशी देश में रहकर, छात्र अपरिचित वातावरण में घूमना, संस्कृतियों के बीच संवाद करना और अधिक खुले विचारों वाले बनना सीखते हैं। आज की वैश्वीकृत दुनिया में नियोक्ताओं द्वारा इन कौशलों को अत्यधिक महत्व दिया जाता है, जिससे विदेश में अध्ययन करना भविष्य की कैरियर संभावनाओं के लिए एक मूल्यवान संपत्ति बन जाता है।
विदेश में पढ़ाई के फायदे
विदेश में पढ़ाई के लाभ प्रचुर और विविध हैं। सबसे पहले, किसी विदेशी देश में अध्ययन करने से छात्रों को विभिन्न शिक्षण विधियों और दृष्टिकोणों का पता चलता है जो उनके क्षितिज को व्यापक बना सकते हैं। नए विचारों और दृष्टिकोणों के संपर्क से उनके शैक्षणिक अनुभव में काफी वृद्धि हो सकती है और महत्वपूर्ण सोच कौशल को बढ़ावा मिल सकता है। इसके अतिरिक्त, विदेश में अध्ययन अक्सर उन संसाधनों और सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करता है जो किसी के अपने देश में उपलब्ध नहीं हो सकते हैं, जिससे सीखने का एक अनूठा माहौल मिलता है।
इसके अलावा, विदेश में अध्ययन करने से छात्रों को विभिन्न पृष्ठभूमियों के मित्रों और पेशेवरों का एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बनाने का मौका मिलता है। यह वैश्विक नेटवर्क भविष्य में सहयोग और कैरियर के अवसरों में सहायक हो सकता है। विभिन्न संस्कृतियों के व्यक्तियों के साथ बातचीत करने से अंतर-सांस्कृतिक समझ और सहिष्णुता को भी बढ़ावा मिलता है, जिससे एक अधिक समावेशी और परस्पर जुड़ी दुनिया को बढ़ावा मिलता है।
अपनी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के लिए सही देश और विश्वविद्यालय का चयन करना
विदेश में अध्ययन करने पर विचार करते समय, सावधानीपूर्वक शोध करना और अपनी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के लिए सही देश और विश्वविद्यालय का चयन करना महत्वपूर्ण है। शिक्षा की गुणवत्ता, विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा, रहने की लागत, सुरक्षा और सांस्कृतिक अनुकूलता जैसे कारकों को ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों की उपलब्धता पर विचार करना भी आवश्यक है जो आपके शैक्षणिक और करियर लक्ष्यों के अनुरूप हों।
गहन शोध करने और शिक्षा सलाहकारों या पूर्व छात्रों से मार्गदर्शन लेने से एक सूचित निर्णय लेने में काफी मदद मिल सकती है। यह सलाह दी जाती है कि आप विश्वविद्यालय की वेबसाइटों पर जाएँ, शिक्षा मेलों में भाग लें और विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी इकट्ठा करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप विदेश में अपनी शैक्षिक यात्रा के लिए सर्वोत्तम विकल्प चुन सकें।
विदेश में शिक्षा प्रणाली को समझना
अपनी अंतरराष्ट्रीय शिक्षा यात्रा शुरू करने से पहले, जिस देश में आप पढ़ रहे हैं, उस देश की शिक्षा प्रणाली से खुद को परिचित करना महत्वपूर्ण है। प्रत्येक देश की अपनी अनूठी संरचना और आवश्यकताएं हो सकती हैं, इसलिए अकादमिक ढांचे को समझने से आपको अपनी पढ़ाई में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। अधिक प्रभावशाली रुप से।
ग्रेडिंग सिस्टम, क्रेडिट ट्रांसफर नीतियों, परीक्षा प्रारूपों और शैक्षणिक अपेक्षाओं पर शोध करने से विदेशी शिक्षा प्रणाली में एक सुचारु परिवर्तन सुनिश्चित होगा। किसी भी भाषा की आवश्यकता या अतिरिक्त योग्यता के बारे में जागरूक होना भी महत्वपूर्ण है जो आपके वांछित अध्ययन पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक हो सकता है।
विदेश में अध्ययन और वित्त प्रबंधन की कुल लागत
विदेश में अध्ययन करना एक महत्वपूर्ण वित��तीय निवेश हो सकता है, और तदनुसार अपने वित्त की योजना बनाना और प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। विदेश में अध्ययन करने की कुल लागत में ट्यूशन फीस, रहने का खर्च, आवास लागत, यात्रा खर्च, स्वास्थ्य बीमा और वीजा शुल्क शामिल हैं। ये खर्च आपके द्वारा चुने गए देश और विश्वविद्यालय के आधार पर काफी भिन्न हो सकते हैं।
अपने वित्त को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए, एक बजट बनाने और छात्रवृत्ति और अनुदान के अवसरों का पता लगाने की सलाह दी जाती है। कई विश्वविद्यालय और संगठन अंतरराष्ट्रीय छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं, इसलिए इन विकल्पों पर शोध और आवेदन करने से वित्तीय बोझ को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त, छात्रों के लिए अंशकालिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकते हैं, लेकिन जिस देश में आप पढ़ रहे होंगे, वहां के कार्य प्रतिबंधों और नियमों को समझना महत्वपूर्ण है।
विदेश में अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति और अनुदान
विदेश में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और अनुदान वित्तीय सहायता के मूल्यवान स्रोत हैं। ये अवसर विभिन्न क्षेत्रों में शैक्षणिक उत्कृष्टता, नेतृत्व कौशल और प्रतिभा के लिए वित्तीय सहायता और मान्यता प्रदान करते हैं। कई विश्वविद्यालय, सरकारी संगठन और निजी फाउंडेशन विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और अनुदान प्रदान करते हैं।
छात्रवृत्ति या अनुदान हासिल करने की संभावना बढ़ाने के लिए, आवेदन प्रक्रिया जल्दी शुरू करना और सभी आवश्यक दस्तावेजों को अत्यंत सावधानी से जमा करना महत्वपूर्ण है। उपलब्ध छात्रवृत्तियों और अनुदानों पर शोध करना, पात्रता मानदंडों को पूरा करना, और एक अच्छी तरह से लिखित आवेदन के माध्यम से अपनी उपलब्धियों और आकांक्षाओं को प्रदर्शित करना विचार करने के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं।
विदेश में अपनी अध्ययन फीस की योजना बनाना
आपकी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा यात्रा के दौरान किसी भी वित्तीय चुनौती से बचने के लिए विदेश में अपनी अध्ययन फीस की योजना बनाना आवश्यक है। आपके द्वारा चुने गए देश और विश्वविद्यालय की ट्यूशन फीस और रहने के खर्च पर शोध करके शुरुआत करें। मुद्रा विनिमय दरों, आवास की लागत, परिवहन, भोजन और अन्य दैनिक आवश्यकताओं पर विचार करें।
एक विस्तृत बजट बनाएं जिसमें सभी खर्चों को ध्यान में रखा जाए और अंशकालिक काम या इंटर्नशिप के विकल्प तलाशें जो आपकी आय को बढ़ाने में मदद कर सकें। अप्रत्याशित परिस्थितियों या आपात स्थिति के लिए कुछ धनराशि अलग रखने की भी सलाह दी जाती है। प्रभावी ढंग से योजना बनाकर और बजट बनाकर, आप विदेश में पढ़ाई के दौरान तनाव मुक्त वित्तीय अनुभव सुनिश्चित कर सकते हैं।
विदेश में चिकित्सा की पढ़ाई - विदेश में एमबीबीएस
विदेश में चिकित्सा का अध्ययन करना, विशेष रूप से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करना, इच्छुक चिकित्सा पेशेवरों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है। कई देश विश्व स्तरीय चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम पेश करते हैं जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हैं और उत्कृष्ट कैरियर संभावनाएं प्रदान करते हैं। विदेश में एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने से प्रसिद्ध चिकित्सा विशेषज्ञों से सीखने और उन्नत चिकित्सा प्रौद्योगिकियों और प्रथाओं से परिचित होने का अवसर मिलता है।
विदेश में चिकित्सा का अध्ययन करने पर विचार करते समय, उन मेडिकल स्कूलों और कार्यक्रमों की मान्यता और मान्यता पर शोध करना महत्वपूर्ण है जिनमें आप रुचि रखते हैं। इसके अतिरिक्त, शिक्षा की भाषा, नैदानिक प्रशिक्षण के अवसर, और अपने में चिकित्सा लाइसेंस और अभ्यास के लिए पात्रता जैसे कारकों पर विचार करें। स्वदेश। इन पहलुओं को समझने से आपको एक सूचित निर्णय लेने और विदेश में एक सफल चिकित्सा शिक्षा यात्रा शुरू करने में मदद मिलेगी।
विदेश में पढ़ाई के बाद नौकरी के अवसर
विदेश में पढ़ाई का एक बड़ा फायदा यह है कि इसमें करियर की बेहतर संभावनाएं मिलती हैं। नियोक्ता अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के माध्यम से प्राप्त कौशल और अनुभवों को महत्व देते हैं, जैसे अनुकूलन क्षमता, अंतर-सांस्कृतिक संचार और वैश्विक परिप्रेक्ष्य। विदेश में अध्ययन करने से आपका बायोडाटा अलग दिख सकता है और प्रतिस्पर्धी नौकरी बाजार में रोजगार हासिल करने की संभावना बढ़ सकती है।
इसके अलावा, विदेश में अध्ययन अक्सर इंटर्नशिप, अनुसंधान परियोजनाओं और आपकी रुचि के क्षेत्र में पेशेवरों के साथ नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करता है। ये अनुभव नौकरी के अवसरों के द्वार खोल सकते हैं और आपके चुने हुए उद्योग में मूल्यवान संबंध स्थापित करने में आपकी मदद कर सकते हैं। अपनी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा यात्रा के दौरान इन अवसरों का लाभ उठाना और कैरियर विकास गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होना महत्वपूर्ण है।
विदेश में पढ़ाई के दौरान सांस्कृतिक विसर्जन और व्यक्तिगत विकास
विदेश में अध्ययन करना केवल शिक्षा के बारे में नहीं है; यह व्यक्तिगत विकास और सांस्कृतिक विसर्जन की भी यात्रा है। किसी विदेशी देश में रहने से विभिन्न परंपराओं, रीति-रिवाजों और जीवन के तरीकों का अनुभव करने का अवसर मिलता है। विविध संस्कृतियों का यह प्रदर्शन वैश्विक विविधता की अधिक समझ और सराहना को बढ़ावा देता है।
सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेना, छात्र क्लबों और संगठनों में शामिल होना और स्थानीय समुदायों के साथ बातचीत करना मेजबान देश की संस्कृति में खुद को डुबोने के उत्कृष्ट तरीके हैं। नए अनुभवों को अपनाएं, स्थानीय व्यंजनों को आज़माएं और अपनी सांस्कृतिक तल्लीनता का अधिकतम लाभ उठाने के लिए ऐतिहासिक स्थलों का पता लगाएं। यह न केवल विदेश में आपके अध्ययन के अनुभव को समृद्ध करेगा बल्कि आपके व्यक्तिगत विकास में भी योगदान देगा।
विदेश से पढ़ाई के दौरान चुनौतियों और घर की याद पर काबू पाना
विदेश से अध्ययन करना घर की याद, भाषा संबंधी बाधाओं और सांस्कृतिक समायोजन सहित चुनौतियों का उचित हिस्सा पेश कर सकता है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ये चुनौतियाँ सामान्य हैं और समय और समर्थन से इन्हें दूर किया जा सकता है। मेज़बान देश और घर दोनों में एक मजबूत सहायता प्रणाली का निर्माण, इन कठिनाइयों से निपटने में काफी मदद कर सकता है।
साथी अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के साथ संबंध स्थापित करना, ओरिएंटेशन कार्यक्रमों में भाग लेना, और विश्वविद्यालय सलाहकारों या ��काओं से मार्गदर्शन प्राप्त करना आपकी विदेश यात्रा के दौरान मूल्यवान सहायता प्रदान कर सकता है। इसके अतिरिक्त, नियमित संचार के माध्यम से घर पर परिवार और दोस्तों के साथ जुड़े रहने से होमसिकनेस को कम करने में मदद मिल सकती है।
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बेस्ट चाइल्ड प्लान इन हिंदी
एसबीआई लाइफ बेस्ट चाइल्ड प्लान इन हिंदी आपको इंश्योरेंस कवर के साथ अपने बच्चे के भविष्य को पूरा करने में सहायता करता है और आपके बच्चे की शिक्षा की योजना एवं अन्य व्ययों को पूरा करता है। ü बेस्ट चाइल्ड इंश्योरेंस पॉलिसी इन इंडिया | बाल शिक्षा योजना बच्चों को उनके द्वारा चुने गए किसी भी विषय में उनके शैक्षिक लक्ष्यों को पूरा करने में सहायता करने के लिए बनाई जाती है। इन योजनाओं में एक जीवन बीमा घटक और समय पर प्रीमियम भुगतान पर छूट को अधिकतम करने के तरीके शामिल हैं।
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LIC की इस पॉलिसी से बरसेगा पैसा ही पैसा,लोन की सुविधा का भी उठा सकेंगे लाभ, जानें
LIC देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है. देश के करोड़ों लोग आज भी LIC पर आंख बंद करके भरोसा करते हैं. ग्राहकों को लुभाने के लिए LIC कई तरह के स्कीम लाती रहती है. देश के करोड़ों लोग LIC में निवेश करते हैं. देश का मध्यम वर्गीय LIC में निवेश को एक सेफ्टी निवेश मानता है. ऐसे में LIC आपके लिए एक धांसू पॉलिसी लेकर आया है. LIC की धन संचय पॉलिसी (LIC Dhan Sanchay Policy) में आपको गारंटीड रिटर्न के साथ ही कई जबरदस्त फायदे मिलते हैं.
निवेश पर इसमें 22 लाख रुपए तक का सम एश्योर्ड (Sum Assured) मिलता है. ये एक नॉन लिंक्ड, नॉन पार्टिसिपेटिंग, इंडीविजुअल, सेविंग्स, लाइफ इंश्योरेंस प्लान है. ये प्लान आपके परिवार को प्रोटेक्शन और सेविंग्स दोनों का फायदा देता है.
क्या है LIC की इस स्कीम का फायदा
इस पॉलिसी की खास बात ये है कि पॉलिसी लेने वाले को इसमें लोन की सुविधा भी मिलती है.इसके साथ ही एक्स्ट्रा पेमेंट करके आप राइडर्स का फायदा भी ले सकते हैं. अगर पॉलिसी के दौरान पॉलिसी लेने वाले की मौत हो जाती है तो ऐसे में पॉलिसीधारक के परिवार को डेथ बेनेफिट दिया जाता है.
2. इस प्लान में आप 4 विकल्प के जरिए निवेश कर सकते हैं. प्लान ए और बी के तहत 3,30,000 रुपये का सम एश्योर्ड, प्लान सी के तहत 2,50,000 रुपये का न्यूनतम सम एश्योर्ड कवर और प्लान डी के तहत 22,00,000 रुपये का सम एश्योर्ड कवर दिया जाता है.
3. इस पॉलिसी में निवेश की न्यूनतम उम्र 3 साल है. वहीं अधिकतम उम्र की बात करें तो प्लान ए और बी के लिए 50 साल, प्लान सी के लिए 65 साल और डी के लिए 40 साल है.
4. इस पॉलिसी को आप 5, 10 और 15 साल तक के लिए ले सकते हैं. आप जितने साल तक प्रीमियम भरेंगे, बाद में उतने साल तक इनकम होगी. इस पॉलिसी के तहत न्यूनतम प्रीमियम सालाना 30,000 रुपये है.
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भरतपुर के एमएसजे कॉलेज ग्राउंड में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरणसिंह जी की 120वीं जयंती समारोह में संबोधित किया। इस दौरान भरतपुर क्षेत्र के लगभग 693.91 करोड़ रूपए के विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। राज्य सरकार किसानों के हित में अहम फैसले ले रही है। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को समर्पित योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं से राज्य के किसानों ��ो आर्थिक संबल मिलने के साथ ही उनका जीवन खुशहाल हुआ है। किसान प्रदेश की आर्थिक नीति में एक अहम कड़ी हैं। इसी को देखते हुए हमारी सरकार द्वारा देश में पहली बार किसानों के लिए अलग से बजट प्रस्तुत किया गया।
चौधरी चरणसिंह जी क्रांतिकारी विचारों के धनी थे। उनका पूरा जीवन संघर्षपूर्ण रहा लेकिन फिर भी चौधरी जी ने हार नहीं मानी। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी जी ने आजादी की जंग में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। आजादी के बाद भी वे किसानों तथा गरीबों के अधिकारों के लिए लड़ते रहे।
इस दौरान महाराजा सूरजमल जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए तथा राज्य सरकार के चार साल पूरे होने पर जिला स्तरीय विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। साथ ही, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित जिला दर्शन पुस्तिका एवं अन्य प्रचार-प्रसार सामग्री का विमोचन भी किया। विकास प्रदर्शनी में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना, कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी वितरण योजना, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों से संवाद किया।
राज्य सरकार द्वारा 22 लाख किसानों के ऋण माफ किए गए हैं। मुख्यमंत्री किसान ऊर्जा मित्र योजना से प्रतिमाह 1 हजार रूपए का अनुदान दिया जा रहा है जिससे 8 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है। किसानों के बिजली कनेक्शन के लंबित मामलों का भी जल्द निस्तारण किया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली दिन में उपलब्ध कराई जा रही है। किसानों को अब नई तकनीक से उन्नत कृषि करने के लिए सभी उपकरणों पर अनुदान दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से राजस्थान पूरे देश में अग्रणी राज्य है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से आमजन की जेब पर आने वाला भार कम हुआ है। इस योजना के तहत प्रदेशवासियों के लिए 10 लाख रूपए तक का इलाज निःशुल्क कर दिया गया है। लीवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, कोक्लियर इम्प्लांट जैसे जटिल उपचारों में 10 लाख की सीमा समाप्त कर दी गई है। आमजन के लिए सभी प्रकार की दवाइयां और महंगी जांचें निःशुल्क कर दी गई हैं। साथ ही, प्रदेशवासियों को 5 लाख रूपए का दुर्घटना बीमा भी दिया जा रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य निरन्तर प्रगति कर रहा है। महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। राज्य में 211 महाविद्यालय खोले गए हैं, जिनमें 94 बालिका महाविद्यालय हैं। उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बालिकाओं का नामांकन 500 से अधिक होने पर महाविद्यालय में क्रमोन्नत करने का प्रावधान किया गया है। अनुप्रति कोचिंग योजना में हजारों आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग दी जा रही है। राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस के तहत प्रतिवर्ष 200 मेधावी विद्यार्थियों को विदेश में निःशुल्क पढ़ाई का प्रावधान राज्य सरकार द्वारा किया गया है।
अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को अधिकतम राहत देने के लिए राज्य सरकार हर क्षेत्र में जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है। महिलाओं एवं बालिकाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए उड़ान योजना संचालित की जा रही है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 50 यूनिट बिजली निःशुल्क करने से 46 लाख लोगों का बिजली बिल शून्य आ रहा है। राज्य सरकार द्वारा वृद्धजनों, विधवाओं, दिव्यांगजनों सहित लगभग 1 करोड़ लोगों को पेंशन दी जा रही है। केन्द्र सरकार को देशभर में समान पेंशन पॉलिसी लागू करनी चाहिए जिससे सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इंदिरा रसोई योजना के माध्यम से कोई भूखा ना सोए की संकल्पना साकार हो रही है। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना से शहरी बेरोजगारों को राहत मिल रही है।
राज्य सरकार सरकारी के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। बेरोजगारी से राहत देने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगभग 1.35 लाख सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं। वहीं, 1.25 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। आगामी दिनों में 1 लाख नौकरियां देने की घोषणा की जा चुकी है। जयपुर, जोधपुर और बीकानेर में आयोजित रोजगार मेलों में 10 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है। हाल ही में आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान समिट में 11 लाख करोड़ रुपए के एमओयू हुए हैं जिससे वृहद् स्तर पर रोजगार सृजित होंगे।
समारोह में पीसीसी अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री श्री परसादी लाल मीणा, पर्यटन मंत्री श्री विश्वेन्द्र सिंह, सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भजनलाल जाटव, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री रमेश मीणा, शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती जाहिदा खान, तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाश गर्ग, देवनारायण विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री जोगिंदर सिंह अवाना सहित संभागीय आयुक्त श्री सांवरमल वर्मा, जिला कलक्टर श्री आलोक रंजन, जनप्रतिनिधिण, वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
ये हुए लोकार्पणः
भरतपुर नगर निगम क्षेत्र में 72 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य, लागत 43 करोड़ रुपये
गांधी पार्क में चौपाटी निर्माण कार्य, लागत 44.86 लाख रुपये
गौरव बेटी उद्यान निर्माण एवं विकास कार्य, लागत 4.15 करोड़ रुपये
एसपीजेड योजना में मुख्यमंत्री आवास योजना-2015 के तहत, 208 ईडब्ल्यूएस और 96 एलआईजी आवासों का निर्माण, लागत 12.60 करोड़ रुपये
75 किलोमीटर सड़क, विद्युतीकरण और नाला निर्माण के 40 कार्य, लागत 38.76 करोड़ रुपये
सेंथरा से इकरन मोड़ और भरतपुर से अछनेरा 30.50 किमी सड़क निर्माण कार्य, लागत 26.85 करोड़ रुपये
भवनपुरा (जघीना) से भवनपुरा जंक्शन की ओर 1 किमी विकास पथ निर्माण कार्य, लागत 80 लाख रुपये
आरआईडीएफ-26 योजना के तहत भरतपुर से जघीना रोड सड़क निर्माण कार्य, लागत 1.98 करोड़ रुपये
पीपला ग्राम में पीएचसी निर्माण कार्य, लागत 1.46 करोड़ रुपये
जघीना ग्राम में पीएचसी निर्माण कार्य, 1.85 करोड़ रुपये
20 बैड का एनआईसीयू और 12 बैड के पीआईसीयूए लागत 1.98 करोड़ रुपये
विभिन्न विद्यालयों में 18 कमरों का निर्माण, 1.65 करोड़ रुपये
ग्राम पीपला में 33/11 केवी सब स्टेशन, लागत 2.12 करोड़ रुपये
पुलिस लाईन में 4 USQ एवं 24 LSQ आवासों का निर्माण, लागत 6.67 करोड़ रुपये
नई मंडी यार्ड में पार्किंग, नाली मरम्मत आदि विकास कार्य
ये हुए शिलान्यास:
भरतपुर शहर में ड्रेनेज सिस्टम कार्य, फेज-प्रथम, लागत 282.07 करोड़ रुपये
नगर निगम क्षेत्र में 86 किमी सड़क निर्माण, लागत 45.40 करोड़ रुपये
आरबीएम चिकित्सालय में 250 बैड क्षमता विस्तार कार्य, लागत 87.50 करोड़ रुपये
आरबीएम अस्पताल परिसर में बीएससी नर्सिग कॉलेज, लागत 5.26 करोड़ रुपये
53 गांवों में हर घर जल उपलब्ध कराने के लिए 52 जल योजनाएं, लागत 54.01 करोड़ रुपये
सीसी/डामरीकरण, सड़क निर्माण के 16 कार्य, लागत 19 करोड़ रुपये
विश्वप्रिय शास्त्री पार्क में लोहागढ चौपाटी निर्माण कार्य फेज-प्रथम, लागत 2.11 करोड़ रुपये
48.60 किमी के 26 सड़क निर्माण कार्य, लागत 13.60 करोड़ रुपये
गांव फुलवारा में 132 केवी जीएसएस, लागत 22.13 करोड़ रुपये
33/11 केवी सेवर जीएसएस, लागत 3.23 करोड़ रुपये
मल्टीपरपज इंडोर हॉल, लागत 7.50 करोड़ रुपये
पीपला में राजकीय कन्या महाविद्यालय, लागत 4.50 करोड़ ���ुपये
बरसो में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, लागत 2.82 करोड़ रुपये
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LIC Bima Jyoti Plan 2022: एलआईसी बीमा ज्योति पॉलिसी में मैच्युरिटी होने पर
LIC Bima Jyoti Plan 2022: एलआईसी बीमा ज्योति पॉलिसी में मैच्युरिटी होने पर
एलआईसी बीमा जोती पॉलिसी: LIC Bima Jyoti Plan भारतीय जीवन बीमा निगम ने 2021 के लिए नई पॉलिसी जारी की है! इसे बचत के साथ-साथ बीमा कवरेज के लिए उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है! नीति, जिसे ‘बीमा जोती’ के रूप में पेश किया गया था! इस योजना (बीमा ज्योति योजना) में कोई अधिकतम नैतिक सीमा नहीं है! हालाँकि, पॉलिसी अवधि को 15 से 20 वर्ष तक चुना जा सकता है!
LIC Bima Jyoti Plan एलआईसी बीमा जोती…
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बीमाकर्ता कमीशन की लागतों को वहन कर सकते हैं
बीमाकर्ता कमीशन की लागतों को वहन कर सकते हैं
मुंबई: भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण के पूर्व सदस्य (इरडाइ) डर है कि नियामक के प्रस्ताव को लचीलापन प्रदान करने के लिए बीमा कंपनियों को आयोगों के परिणामस्वरूप उन्हें संबंधित ���ागतों पर गुजरना पड़ सकता है पॉलिसीधारकों. पिछले हफ्ते, इरडा ने गैर-जीवन व्यवसाय की अलग-अलग लाइनों पर कमीशन पर अधिकतम 20% की सीमा के अधीन उठाने का प्रस्ताव रखा। गैर-जीवन के लिए 30% और जीवन कंपनियों के लिए 70% की कुल…
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लाइफ कवर के साथ गारंटीड इनकम प्लान: मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की नई पॉलिसी का विवरण देखें
लाइफ कवर के साथ गारंटीड इनकम प्लान: मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की नई पॉलिसी का विवरण देखें
प्रमुख जीवन बीमा कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने उन ग्राहकों के लिए एक व्यापक, गैर-लिंक्ड प्रतिभागी व्यक्तिगत जीवन बीमा बचत योजना शुरू की है जो अपने परिवारों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं। मैक्स लाइफ ने एक बयान में कहा कि नया उत्पाद ग्राहकों को उनके परिवार और प्रियजनों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए एक संपूर्ण समाधान प्रदान करता है। मैक्स लाइफ स्मार्ट वेल्थ इनकम…
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बीमा व्यवसाय का आधार स्तंभ है- बीमा अभिकर्ता
जीवन बीमा व्यवसाय में अभिकर्ता से आशय फाइनेंशियल एडवाइजर (वित्तीय सलाहकार) है, जो बीमाधारक को उसकी वर्तमान एवं भविष्य की आय तथा वर्तमान एवं भविष्य के व्यय और जिम्मेदारी के अनुपात के आधार पर ली जाने वाली आवश्यक बीमा राशि की गणना बताता है। मूल रूप से बीमा अभिकर्ता मानव जीवन मूल्य (Human Life Value) की गणना करने वाला तकनीकी रूप से प्रशिक्षित वित्तीय सलाहकार होता है।
बदलते परिवेश में आम जन-जीवन बीमा की आवश्यकता समझने लगा है। उसे प्रशिक्षित बीमा अभिकर्ता की जरूरत है। अतः पिछले कुछ वर्षों में बीमा बाजार में प्रशिक्षित एवम कुशल अभिकर्ताओं की माँग तेजी से बढ़ी है।
जीवन बीमा व्यवसाय का बाजार एवं उसका भविष्य असीमित संभावनाओं से भरपूर है। वैश्वीकरण के पश्चात समाज में बढ़ती आय, आकर्षक वेतन, ऋण लेने की प्रवृत्ति ने जनसाधारण को भविष्य के प्रति सचेत करते हुए बीमा के प्रति जागृत किया है। इसके साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से भी आज उपभोक्ता जीवन बीमा की आवश्यकता को तीव्रता से महसूस करता है।
आज बीमा नियामक (IRDAI), भारतीय जीवन बीमा निगम एवं निजी बीमा कंपनियाँ आदि मिलकर जीवन बीमा में विपणन, विज्ञापन और प्रोत्साहन द्वारा जनसाधारण में बीमा के प्रति जागरूकता उत्पन्न कर रहे हैं। जीवन बीमा व्यवसाय आरंभ से ही बीमा एजेंट के माध्यम से ही बीमा विक्रय करता रहा है। 1990 के बाद वैश्विक परिदृश्य बदलने से वित्तीय क्षेत्र में काम के अवसर बहुत तेजी से बढ़े हैं। विशेषकर जीवन बीमा के क्षेत्र में, जहाँ उत्पाद विक्रय प्रत्यक्ष रूप से अभिकर्ता/एजेंट के माध्यम से किया जाता है।
इस तीव्रता से बढ़ते हुए बाजार, जिसमें एजेंटों का महत्वपूर्ण योगदान है, इसके साथ ही नए एजेंटों के लिए असीमित अवसर भी हैं।
बीमा बाजार में पॉलिसी संख्या और कुल प्रीमियम विक्रय के आधार पर भारतीय जीवन बीमा का मार्केट शेयर सर्वाधिक (2 तिहाई के लगभग) है। आज इस क्षेत्र में सरकारी क्षेत्र की भारतीय जीवन बीमा के अतिरिक्त 23 अन्य निजी कंपनियाँ देश में कार्यरत हैं। मार्केट रिसर्च के अनुसार हमारे देश के बीमा बाजार को 20 लाख से अधिक प्रशिक्षित नए अभिकर्ताओं की आवश्यकता है।
यदि आप उत्साही, ऊर्जावान एवं मिलनसार व्यक्तित्व के मालिक हैं और अच्छे संपर्क स्थापित करने में रुचि रखते हैं तो आप बीमा अभिकर्ता के रूप में कार्य करने के लिए उपयुक्त हो सकते हैं। एक एजेंट को मृदुभाषी एवं प्रभावी संप्रेषण कला का धनी होना चाहिए। बीमा एजेंट जीवन बीमा की बिक्री द्वारा अपने ग्राहकों को वित्तीय आवश्यकता की पूर्ति के लिए जीवन बीमा के उत्पाद खरीदने में सहायता करता है।
बीमा विक्रय को करियर के रूप में आरंभ किया जा सकता है। इस क्षेत्र में मिलने वाला आकर्षक कमीशन एवं एक बार बीमा विक्रय करने के पश्चात हमेशा मिलने वाली नियमित आय (रिन्यूअल कमीशन) आपको इस करियर को चुनने में सहायक होती है। आपकी आय का निर्धारण आपके द्वारा किए गए व्यवसाय पर निर्भर है। जितना अधिक व्यवसाय करेंगे, उतनी अधिक आय प्राप्त होगी। इस क्षेत्र में उतरने वालों के लिए दो बातें विशेष महत्वपूर्ण हैं कि एक तो एजेंट किसी के अधीन कार्य नहीं करता है। दूसरा उसके कार्य क्षेत्र की कोई सीमा नहीं होती है।
वह भारत के किसी भी क्षेत्र या स्थान पर बीमा योग्य व्यक्ति का बीमा करने के लिए स्वतंत्र है। यदि आप अच्छा व्यवसाय करते हैं तो बीमा कंपनियाँ आपको और आगे बढ़ने के लिए अच्छे अवसर प्रदान करती है। भारतीय जीवन बीमा निगम अपने एजेंटों को क्लब सदस्यता प्रदान करके स्थायित्व, सम्मान एवं उनके लिए अनेक सुविधाएँ जैसे कार्यालय, फोन, कार, बाइक, लैपटॉप या कम्प्यूटर अग्रिम, रियायती ब्याज दर पर गृह ऋण, मेडिक्लेम, समूह बीमा एवं फर्नीचर आदि की सुविधा प्रदान करती है।
एजेंट की नियुक्ति के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम के विकास अधिकारी द्वारा गहन प्रशिक्षण दिया जाता है। बीमा उत्पाद, विक्रय कला, संप्रेषण माध्यम एवं प्रस्तुति, व्यक्तित्व निखार एवं कार्य शैली इत्यादि की ट्रेनिंग देकर बीमा विक्रय के लिए तैयार किया जाता है। इस कार्य को आरंभ करने के लिए बड़े पूंजी निवेश की आवश्यकता नहीं है।
प्राइवेट नौकरी में कार्यरत या बेरोजगार विद्यार्थी, गृहिणी, सेवानिवृत्त कर्मचारी या अन्य व्यवसायरत व्यक्ति, मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव या वे सभी लोग, जो पूर्णकालिक या अंशकालिक समय देकर अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं, अपना अतिरिक्त समय देकर इस कार्य को कर सकते हैं।
आपको अपने आसपास अनेक बीमा एजेंट मिलेंगे, जो इससे जुड़े हैं, किंतु इस समय बाजार में दक्ष एवं प्रशिक्षित व्यावसायिक एजेंट की आवश्यकता है।
इसलिए बीमा कंपनियों एवं बीमा नियामक (IRDAI) द्वारा प्रशिक्षण पर गहन जोर दिया जा रहा है। प्रशिक्षित होकर एजेंट अपनी कार्यशैली से अपना व्यवसाय बढ़ा सकते हैं।
एजेंट की नियुक्ति के लिए योग्यता- न्यूनतम 18 वर्ष पूर्ण एवं अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है।
शैक्षणिक योग्यता- न्यूनतम दसवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
भारतीय जीवन बीमा निगम अपने विकास अधिकारी के पद पर अभिकर्ता कोटे से भी नियुक्ति करती है। जिसके लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक तथा अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष है। बीमा एजेंट को आयु में 15 वर्ष की छूट दी जाती है।
बीमा नियामक (IRDAI) के नियमानुसार नियुक्ति पूर्व 25 घंटे का प्रशिक्षण आवश्यक है। प्रशिक्षण के उपरांत भारतीय बीमा संस्थान (Insurance Institute of India) द्वारा आयोजित ऑनलाइन परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी होता है। तत्पश्चात आपको प्रायोजित बीमा कंपनी द्वारा बीमा करने का लाइसेंस प्रदान किया जाता है एवं आप भारत में कहीं भी बीमा करने के लिए स्वतंत्र रहेंगे। तो तैयार हो जाइए एक शानदार करियर जीवन बीमा एजेंट के रूप में आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।
(लेखक श्री बालेन्दु राज भारतीय जीवन बीमा निगम की सुल्तानपुर शाखा में विकास अधिकारी के पद पर वर्तमान में कार्यरत हैं।)
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क्या एलआईसी पॉलिसीधारक एक से अधिक श्रेणी के लिए आवेदन कर सकता है? अधिकतम बोली क्या होगी?
क्या एलआईसी पॉलिसीधारक एक से अधिक श्रेणी के लिए आवेदन कर सकता है? अधिकतम बोली क्या होगी?
एलआईसी आईपीओ: ऐसा लगता है कि हर कोई बीमा का एक टुकड़ा चाहता है, जीवन बीमा निगम (एलआईसीभारत की, अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक सूची (आईपीओ) की चल रही सदस्यता प्रक्रिया के माध्यम से। देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी के आईपीओ ने बोली लगाने के चौथे दिन 7 मई को 16.2 करोड़ शेयरों के आईपीओ आकार के मुकाबले 26.83 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए 1.66 गुना सदस्यता ली है। खुदरा निवेशकों के लिए अलग रखा गया…
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चाइल्ड सेविंग प्लान
एसबीआई लाइफ चाइल्ड सेविंग प्लान आपको इंश्योरेंस कवर के साथ अपने बच्चे के भविष्य को पूरा करने में सहायता करता है और आपके बच्चे की शिक्षा की योजना एवं अन्य व्ययों को पूरा करता है। ü बेस्ट चाइल्ड इंश्योरेंस पॉलिसी इन इंडिया | बाल शिक्षा योजना बच्चों को उनके द्वारा चुने गए किसी भी विषय में उनके शैक्षिक लक्ष्यों को पूरा करने में सहायता करने के लिए बनाई जाती है। इन योजनाओं में एक जीवन बीमा घटक और समय पर प्रीमियम भुगतान पर छूट को अधिकतम करने के तरीके शामिल हैं। बीमा अवधि के अंत में एकमुश्त भुगतान के साथ, जब उच्च शिक्षा के लिए भुगतान करने की बात आती है तो न तो आपको और न ही आपके बच्चे को वित्तीय कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। जब आपके बच्चे के भविष्य की सुरक्षा के लिए पैसे अलग रखने की बात आती है तो आपके पास विचार करने के लिए कई विकल्प होते हैं। एसबीआई चाइल्ड प्लान आपको पैसे बचाने, कोष बनाने और आपके बच्चे के भविष्य की तैयारी में सहायता करने में काफी हद तक सहायता करेगा। जीवन का एक और प्यारा अनुभव माता-पिता बनना है। इसके अतिरिक्त, यह यात्रा कभी आसान नहीं होती; यह दायित्वों से भरा हुआ है, और आप अपने बच्चे को सर्वोत्तम संभव तरीके से प्रदान करने के लिए हमेशा मौजूद हैं। एसबीआई चाइल्ड प्लान केवल एक आशीर्वाद तकनीक है जो आपको अपने बच्चे की समृद्धि और शिक्षा से संबंधित खर्चों को कवर करने के लिए प्रोत्साहित करती है। एक किड प्लान को मनी-बैक प्लान में बदला जा सकता है, और बच्चे को अपने जीवन में विभिन्न बिंदुओं पर गारंटीशुदा राशि का हिस्सा मिल सकता है। एसबीआई लाइफ चाइल्ड प्लान आपको अपने वित्त को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित करने के लिए प्रोत्साहित करता है ताकि आप कभी भी अत्यधिक वित्तीय तनाव का अनुभव न करें। यदि आप कम मात्रा में समय बचाते हैं तो आप हर चुनौतीपूर्ण स्थिति को आसानी से संभालने के लिए एक बड़ा स्टोर बना सकते हैं। जल्दी बचत करना शुरू करें, और आपके पास इष्टतम फंड बनाने का बेहतर मौका होगा। अच्छी वित्तीय तैयारी महत्वपूर्ण है क्योंकि एक बच्चे की परवरिश करना आसान काम नहीं है, खासकर आज की दुनिया में। बच्चे को अपने जीवन के हर चरण में अच्छी वित्तीय योजना से लाभ होगा। एसबीआई लाइफ चाइल्ड प्लान किसी भी समय किसी भी जरूरत को कवर करने के लिए एक बड़े कॉर्पस के निर्माण के ज्ञान की पूरी तरह से सराहना करता है, जैसे कि बच्चे की स्कूली शिक्षा, शादी की तैयारी, अप्रत्याशित आपात स्थिति और बहुत कुछ। एसबीआई चाइल्ड प्लान खरीदें और अपने बच्चे के वित्तीय भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए समझदारी से काम लें। एसबीआई किड प्लान से सभी वित्तीय जरूरतों को सुरक्षित रूप से पूरा किया जाएगा।
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मातृत्व लाभ अधिनियम, 1961
कोई कंपनी गर्भवती महिला नौकरी से नहीं निकाल सकती । इसमें अधिकतम 3 साल की कैद की सजा हो सकती है। मातृत्व लाभ अधिनियम, 1961 के तहत,
नीरा माथुर बनाम भारतीय जीवन बीमा निगम के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने गर्भवती महिला कर्मचारियों के प्रति नियोक्ता के दृष्टिकोण में एक बड़ा बदलाव किया था। हालांकि, गर्भवती महिलाओं के रोजगार की समाप्ति से संबंधित मुद्दे अभी भी प्रचलित हैं। इस लेख का उद्देश्य इस संबंध में कानूनी स्थिति पर चर्चा करना है.
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