IMF की एमडी ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर किया ये बड़ा दावा,कहा-चमकता हुआ सितारा है भारत
IMF: वैश्विक अर्थव्यवस्था के मामले में भारत लगातार अपनी बढ़त बनाता जा रहा है. दुनिया की सारी रेटिंग एजेंसियां बता रही हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था 2023 में सबसे ज्यादा तेज वृद्धि की अर्थव्यवस्था हो सकती है.अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) ने कहा है कि भारत अकेले 2023 में वैश्विक वृद्धि का 15% योगदान देगा. आइए आपको बताते हैं कि क्रिस्टीना ने आगे क्या और कहा.
6.8 की उच्च विकास दर हासिल करेगा भारत
क्रिस्टालिना ने भारत में हुए डिजिटलीकरण की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के निचले स्तर से बाहर निकलकर भारत दुनिया की 5 वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है. उन्होंने आगे कहा कि भारत का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा है.2023 में हम उम्मीद करते हैं कि भारत मार्च में खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष में 6.8 की उच्च विकास दर हासिल कर लेगा.
चमकता हुआ सितारा है भारत
क्रिस्टालिना ने आगे कहा कि जब आईएमएफ को 2023 का साल एक मुश्किलों से भरा वर्ष लग रहा था तब भी भारत ऐसे समय में एक आकर्षक स्थान बना हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने डिजिटलीकरण की दिशा में सचमुच में बहुत अच्छा काम किया है जिसके कारण वो एक चमकता सितारा बन गया है. भारत पहले से ही कोरोना महामारी के प्रभाव पर काबू पाने और विकास और नौकरियों के अवसर पैदा करने के एक प्रमुख चालक के रूप में काफी अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है.
क्रिस्टालिना ने आगे कहा कि भारत की ओर से जी-20 के लिए घोषित थीम ” एक पृथ्वी,एक परिवार, एक भविष्य” का आदर्श वाक्य बहुत ही संगठित करने वाला और सभी का उत्थान करने वाला है. क्रिस्टालिना ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी कहा कि भारत जैसे बड़े देश जिसने 2070 तक कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य रखा है वो जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाकर इस महत्वकांक्षी लक्ष्य को पहले ही हासिल कर सकता है.
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सर्दी में कोरोना की नई लहर का खतरा, वैश्विक स्तर पर घट रहे मामले लेकिन 27 देशों में बढ़े मामलों की संख्या
सर्दी में कोरोना की नई लहर का खतरा, वैश्विक स्तर पर घट रहे मामले लेकिन 27 देशों में बढ़े मामलों की संख्या
यूरोप में सर्दी के साथ-साथ कोरोना की एक नई लहर का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि उपलब्ध टीकों के प्रकार को लेकर भ्रम की स्थिति में बूस्टर खुराक की प्रभावशीलता सीमित होने की संभावना है।
समर में BA.4 और BA.5 सब-वेरिएंट प्रमुख थे जो अधिकांश मामलों का कारण है। चिंता की बात यह है कि ओमाइक्रोन के नए सब-वेरिएंट भी सामने आ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि…
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Coronavirus Testing in India near 25 millions Image Source : PTI
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण पूरी तरह से बेकाबू हो चुका है। हर दिन जिस तरह से नए मामले सामने आ रहे हैं उन्हें देखते हुए लग रहा है कि संक्रमण पर किसी का कंट्रोल नहीं रहा है। पिछले 24 घंटों यानि रविवार सुबह 8 बजे से लेकर सोमवार सुबह 8 बजे के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 62064 नए मामले सामने आए हैं और देश में अब कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा बढ़कर 22,15,074 हो गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से देश में मौतों का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान इस जानलेवा वायरस की वजह से पूरे देश में 1000 से ज्यादा लोगों की जान गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 24 घंटों के दौरान देश में कुल 1007 लोगों को कोरोना की वजह से जान गंवानी पड़ी है और अबतक इस वायरस की वजह से देश में कुल 44386 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में कोरोना वायरस की मृत्यु दर 2 प्रतिशत है।
हालांकि कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है लेकिन जिस रफ्तार से नए केस आ रहे हैं उस रफ्तार से ठीक होने वालों का आंकड़ा नहीं बढ़ रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 54859 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं और अबतक कुल 15,35,743 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना के कुल एक्टिव मामलों का आंकड़ा 6,34,945 है। कोरोना वायरस से रिकवरी का रेट अब बढ़कर 69.33 प्रतिशत हो गया है।
कोरोना के मामलों की पहचान के लिए देश में टेस्टिंग को लगातार बढ़ाया जा रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार अबतक देश में कुल 2.45 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं, रविवार को देशभर में कुल 477023 टेस्ट किए गए हैं।
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो दुनियाभर में कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2 करोड़ के पार पहुंच गया है, अबतक दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से 7.33 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि पूरी दुनिया में 1.28 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हो चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले अमेरिका में हैं जहां पर 51.99 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 1.65 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, इसके बाद ब्राजील में 30.35 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं और 1.01 हजार से ज्यादा की जान गई है। रूस में भी 8.87 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 14 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है।
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डेल्टा वेरिएंट से जादे खतरनाक है कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रान
Omicron Virus Variant in Hindi
Omicron Variant- कोरोना वायरस के बाद अब कोरोना के नए नए वेरिएंट सामने आ रहे है। जिस तरह डेल्टा वेरिएंट ने भारत में कोविद-19 की दूसरी लहार लेकर आया था उसी तरह हेल्थ एक्सपर्टों का यह अनुमान है की कोरोना वायरस का ये नया वेरिएंट ओमीक्रॉन तीसरी लहार ला सकता है। इसलिए हम सभी को वायरस से बचने के लिए Covid-19 की गाइडलाइन को फॉलो करने में कोई ढिलाही नहीं रखनी चाहिए।
कोरोना वायरस (Corona Virus) का नया वेरिएंट ओमिक्रोन ( Omicron Variant) तेजी से पूरी दुनिया में फ़ैल रहा है. यह खतरनाक वायरस डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक खतरनाक बताया जा रहा है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) के चीफ टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा कि वायरस का नया वेरिएंट अभी तक अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बोत्सवाना, ब्राजील, कनाडा, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, हॉन्ग कॉन्ग ,दक्षिण अफ्रीका, स्वीडन और भारत जैसे कुल 24 देशों में पहुंच चुका है. तमाम कोशिशों के बाद भी इस वायरस ने इतने देशों में फ़ैल चुका है. हलां की कई देशों ने इसके आगमन से पहले अपने-अपने यहां अलर्ट जारी कर दिया है. डेल्टा वेरिएंट के तांडव से पूरी दुनिया भुगत चुका है. ऐसे में सभी देश खास एहतियात बरत रहे हैं.
ओमिक्रोन वेरिएंट को देखते हुए अमेरिकी सरकार के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार एंथनी फाउची ने वायरस के नए वेरिएंट को लेकर खतरे की घंटी बजा चुके हैं. अभी तक दुनिया भर में ओमिक्रोन वायरस (Omicron Virus) के 200+ से ज्यादा मरीज दुनिया भर में मिल चुके हैं, हलां की भारत के कर्नाटक राज्य में 2 मरीज मिल चुके हैं।
1 जीका वायरस का कहर
2 कोविशील्ड वैक्सीन अक्सर पूछे जाने वाले 17 प्रश्न
वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का पहला केस पिछले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका में मिला था फिर हाल अभी दक्षिण अफ्रीका में 2 दिसंबर तक 77 ओमिक्रोन वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। नए वेरिएंट से वैसे लोग भी संक्रमित हो रहे हैं जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी है. कोरना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को B.1.1.529 नाम दिया गया है.
अब तक के वैज्ञानिक विश्लेषण से यह भी पता चला है कि नया वेरिएंट डेल्टा सहित किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है। ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) में अब तक कुल 30 म्यूटेशनों का पता चला है जो रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली को पूरी तरह से तोड़ देते हैं। ऐसे में लोगों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
नए वेरिएंट वायरस वाले देशों’ के रूप में पहचाने जाने वाले देशों से भारत आने के लिए प्रस्थान से 72 घंटे पहले किए गए पूर्व-प्रस्थान COVID-19 जांच के अलावा हवाई अड्डे पर अनिवार्य रूप से आगमन पर COVID-19 परीक्षण से गुजरना पड़ेगा. इन जांच में पॉजिटिव पाए गए यात्रियों के लिए, उन्हें क्वारंटीन किया जाएगा और दैनिक प्रबंधन प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज किया जाएगा.
इसके अलावा उनके नमूने भी पूरे जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जाएंगे. नकारात्मक पाए गए यात्री हवाई अड्डे से जा पाएंगे, लेकिन 7 दिनों के लिए घर से अलग रहना होगा. इसके बाद भारत में आगमन के 8वें दिन दोबारा परीक्षण किया जाएगा, इसके बाद 7 दिनों तक स्व-निगरानी होगी.
Omicron Variant Symptoms in Hindi:
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे ‘चिंताजनक’ बताया है। इसे कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट से भी तेजी से फैलने वाला वायरस बताया जा रहा है, जिसे WHO ने वैश्विक स्तर पर 99 फीसदी कोविड केसों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। कोरोना वायरस के इस वैरिएंट को लेकर दुनियाभर में पैदा हुए खौफ के बीच यह जान लेना जरूरी है कि इसके लक्षण क्या हैं? और कैसे बचे।
डेल्टा से अलग हैं ओमिक्रोन के लक्षण
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की चपेट में आने वाले मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने भी कहा है कि इसके लक्षण बहुत मामूली होते हैं और इसका इलाज घर में ही संभव है। दक्षिण अफ्रीका मेडिकल एसोसिएशन की प्रमुख डॉ. एंजेलिक कोएट्जी ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट से अलग हाल के समय में जिन मरीजों का भी उन्होंने इलाज किया है, उनमें गंध या स्वाद नहीं आने या ऑक्सीजन का स्तर कम होने जैसी शिकायतें नहीं पाई गई हैं।
बेचैनी और उल्टी की शिकायत
थकावट महसूस होना
मांसपेशियों में हल्का दर्द
खरोंच वाला गला
सूखी खांसी
तापमान थोड़ा अधिक होना
सिर दर्द, बदन दर्द की शिकायतें
ओमीक्रॉन वेरिएंट से कैसे बचे (Omicron Variant in Hindi)
हम सभी को यह याद रखना चाहिये की अभी कोविद-19 ख़तम नहीं हुआ है और किसी भी प्रकार की ढिलाही रखना मतलब जान जोखिम में डालना है। इस समय कोविद-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron Variant) से बचने के लिए मास्क लगाना, हाथ धुलना, सोशल दूरी बना के रखना, बार बार हाथ को सेनेटाइज़ करना और कोविद का दोनों टिका जरूर लगवाएं जिससे हम अपने आपको बचा के रख सके।
Source: https://pkcuriosity.com/
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COVID Vaccination in up: दस करोड़ डोज का लक्ष्य पाने वाला UP बना पहला राज्य
COVID Vaccination in up: दस करोड़ डोज का लक्ष्य पाने वाला UP बना पहला राज्य
लखनऊ। COVID Vaccination in up: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण को दोनों दौर में बचाव के कारण बड़े कहर से बचने वाले उत्तर प्रदेश ने कोरोना वैक्सीनेशन में भी बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। कोरोना वायरस के वैक्सीनेशन के मामले में उत्तर प्रदेश ने देश में इतनी बड़ी लकीर खींच दी है कि अन्य राज्य को इसके करीब आने में अभी काफी समय लगेगा।
Kumaun University: को राष्ट्रीय स्तर पर मिला 27वां स्थान
टेस्ट व…
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किसी-न-किसी बहाने वकील करते रहते हैं हड़ताल, अब कड़ाई के मूड में बार काउंसिल Divya Sandesh
#Divyasandesh
किसी-न-किसी बहाने वकील करते रहते हैं हड़ताल, अब कड़ाई के मूड में बार काउंसिल
नई दिल्ली
() कम करने और हड़ताल के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से दूसरों को भड़काने वाले वकीलों के खिलाफ कार्रवाई के नियम बनाने के लिए राज्यों के बार काउंसिलों के मीटिंग बुलाई है। बीसीआई ने इसकी जानकारी सुप्रीम कोर्ट को दी। बीसीआई के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ को बताया कि उन्होंने 4 सितंबर को सभी राज्य विधिज्ञ परिषदों की बैठक बुलाई है।
BCI ने सुप्रीम कोर्ट को बताई यह बात
मिश्रा ने कहा, ‘हम 4 सितंबर को सभी राज्य विधिज्ञ परिषदों एवं संघों की बैठक करेंगे तथा इसमे हम वकीलों की हड़ताल कम करने के लिए नियम बनाने और हड़ताल के लिए अन्य लोगों को सोशल मीडिया के जरिए भड़काने वाले वकीलों के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव रखेंगे।’ पीठ ने मिश्रा का अभ्यावेदन (Representation) दर्ज किया और कहा कि वह बीसीआई के इस कदम की सराहना करती है। शीर्ष अदालत ने मिश्���ा के अनुरोध पर मामले की आगे की सुनवाई सितंबर के तीसरे सप्ताह के लिए स्थगित कर दी।
सुनवाई की शुरुआत में मिश्रा ने न्यायालय के पिछले साल के आदेश के अनुपालन में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी फैलने के कारण देरी होने और पहले सुझाव नहीं देने के लिए माफी मांगी। उच्चतम न्यायालय ने 26 जुलाई को कहा था कि उसने पिछले साल 28 फरवरी को अपना फैसला सुनाया था और बीसीआई एवं स्टेट बार काउंसिलों को वकीलों के काम से अनुपस्थित रहने और हड़ताल करने की समस्या से निपटने के लिए ठोस सुझाव देने का निर्देश दिया था।
वकीलों की चलती रहती है हड़ताल
शीर्ष अदालत ने पिछले साल 28 फरवरी को उत्तराखंड जिला अदालतों में वकीलों द्वारा ‘पाकिस्तान में बम विस्फोट’, और ‘नेपाल में भूकंप’ जैसे कारणों से 35 साल तक हर शनिवार को हड़ताल करने पर नाराजगी जताई थी। उसने सप्ताहिक हड़ताल जारी रखने वाले वकीलों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई से संबंधित कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। न्यायालय ने इस हड़ताल को अवैध बताते हुए वकीलों द्वारा हड़ताल करने/काम पर नहीं आने की समस्या से निपटने के लिए आगे की कार्रवाई संबंधी सुझावों के लिए बीसीआई और सभी राज्य विधिज्ञ परिषदों से छह सप्ताह के भीतर जवाब मांगा था।
वकीलों की हड़ताल का मुद्दा उत्तराखंड हाई कोर्ट के एक फैसले के खिलाफ दायर अपील पर सुनवाई के दौरान सामने आया था। इस फैसले में उच्च न्यायालय ने देहरादून और हरिद्वार तथा ऊधम सिंह नगर के अधिकतर हिस्सों में प्रत्येक शनिवार को वकीलों की हड़ताल या अदालत के बहिष्कार को अवैध करार दिया था। पीठ ने उच्च न्यायालय के आदेश को पूरी तरह न्यायोचित बताते हुये कहा था कि यह स्वत: ही अवमानना कार्यवाही शुरू करने का उचित मामला है।
विधि आयोग की रिपोर्ट का हवाला
हाई कोर्ट ने 25 सितंबर, 2019 को अपने फैसले में विधि आयोग की 266वीं रिपोर्ट का भी हवाला दिया था। इस रिपोर्ट में आयोग ने वकीलों की हड़ताल की वजह से कार्य दिवसों (Working Days) के नुकसान के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद कहा था कि इससे अदालतों का कामकाज प्रभावित होता है और लंबित मुकदमों की संख्या बढ़ाने में यह योगदान करते हैं।
उत्तराखंड के बारे में उच्च न्यायालय द्वारा विधि आयोग को भेजी गयी सूचना के अनुसार 2012-2016 के दौरान देहरादून जिले में वकील 455 दिन हड़ताल पर रहे जबकि हरिद्वार में 515 दिन वकीलों की हड़ताल रही। विधि आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुये उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि स्थानीय मुद्दे से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऐसे मुद्दों पर वकील अदालतों से अनुपस्थित रहते हैं जिनका अदालत के कामकाज से कोई संबंध ही नहीं होता है।
35 साल से जारी है साप्ताहिक हड़ताल!
उच्च न्यायालय ने कहा था कि उदाहरण के लिए पाकिस्तान के स्कूल में बम विस्फोट, श्रीलंका के संविधान में संशोधन, अंतर्राज्यीय जल विवाद, किसी वकील पर हमला या उसकी हत्या, नेपाल में भूकंप, अधिवक्ताओं के नजदीकी रिश्तेदार के निधन पर शोक व्यक्त करने और यहां तक कि भारी बारिश और कवि सम्मेलनों जैसे मुद्दे भी अदालत की कार्यवाही के बहिष्कार की वजह बनती रही हैं।
हाई कोर्ट ने अपने फैसले में इस तथ्य का जिक्र किया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले 35 साल से शनिवार को अदालत की कार्यवाही का बहिष्कार करके विरोध करने का सिलसिला चल रहा है। उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन के बाद 9 नवंबर, 2000 को उत्तराखंड प्रदेश के सृजन से पहले ये तीनों जिले उत्तर प्रदेश का हिस्सा थे।
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WHO ने कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज पर रोक लगाने की अपील की | जानें क्या है वजह?
WHO ने कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज पर रोक लगाने की अपील की | जानें क्या है वजह?
कोविड वैक्सीन बूस्टर खुराक: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने विश्व के अंत तक बीमार होने और बीमार होने की समस्या पर इस तरह के निर्णयों पर विचार किया गया है। 1.5 खुराक दी जा यह कहा गया है, ” ‘की
प्रभावी जीवन। पोस्ट ने लिखा है कि विज्ञान प्रकाशित होने के समय में भी ऐसा ही होगा। लॉन्च होने वाले नए लोगों की उम्मीदों पर विश्वास करें।
वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के 40 मिलियन नए मामले
उच्च स्तर पर…
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दुनिया में फिर डराने लगा कोरोना, पिछले हफ्ते कोविड-19 से मौतों की संख्या में 21% की वृद्धि
दुनिया में फिर डराने लगा कोरोना, पिछले हफ्ते कोविड-19 से मौतों की संख्या में 21% की वृद्धि
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि पिछले सप्ताह वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की संख्या में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिन 69,000 लोगों की मौत के मामले सामने आए उनमें से ज्यादातर अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से थे. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि दुनियाभर में कोविड-19 मामलों में आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब लगभग संक्रमण के मामलों की संख्या…
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ग्रामीणों ने सतर्कता से रोके कोरोना वायरस के कदम, धर्मशाला की इस पंचायत का एक भी व्यक्ति नहीं हुआ संक्रमित #news4
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के लगातार मामले बढ़ने से हर कोई भयभीत है। बावजूद इसके लोग बेपरवाह बाजारों में बिना मास्क और नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए घूम रहे हैं। खासकर विवाह शादियों में कोविड 19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। वैसे तो कोई भी इस बीमारी की चपेट में आ सकता है और इस महामारी से बचाव के लिए सरकार और प्रशासन की तरफ से युद्ध स्तर पर प्रचार तथा प्रसार किया जा रहा है। वावजूद इसके…
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भारत कोरोना केसेस, 27 अप्रैल: मार्जिनल डिप इन एक्टिव कोविद केसेस रिकॉर्ड किए गए; 3.23 लाख ताजा मामले और 2700 से अधिक लोगों की मौत की सूचना
भारत कोरोना केसेस, 27 अप्रैल: मार्जिनल डिप इन एक्टिव कोविद केसेस रिकॉर्ड किए गए; 3.23 लाख ताजा मामले और 2700 से अधिक लोगों की मौत की सूचना
घातक कोरोनावायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए कई प्रयासों के बावजूद, भारत COVID-19 के दैनिक उच्च औसत रिकॉर्ड दर्ज करता है। 6 वें सीधे दिन के लिए, भारत ने वैश्विक स्तर पर दैनिक औसत कोविद मामलों को दर्ज किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में 3,23,144 नए COVID19 मामले और 2771 मौतें हुई हैं।
पिछले 24 घंटों में, कुल केसलोद को 1,76,36,307 पर धकेल दिया गया…
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दुनियाभर में कोरोना के मामले 13 करोड़ पार
दुनियाभर में कोरोना के मामले 13 करोड़ पार
नयी दिल्ली/एजेंसी. दुनिया में कोरोना महामारी कहर बनकर बरस रही है। वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामले बढ़कर 13 करोड़ से अधिक हो चुके हैं। वहीं इस घातक वायरस के कारण मरने वालों की संख्या 28.4 लाख से ज्यादा हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार अमेरिका अब भी दुनिया में कोरोना वायरस का सबसे बुरा प्रकोप झेल रहा है।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) द्वारा रविवार को…
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भारत बनेगा टेलीकम्यूनिकेशन प्रोडक्ट्स का हब, 2030 तक 17 करोड़ को मिलेगी जॉब्स
Economic Survey 2021: संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। बजट से पूर्व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। जिसमें उन्होंने निर्यात आधारित उद्योगों की तस्वीर दिखाई। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक़, वित्त वर्ष 2020 -21 के दौरान आर्थिक विकास दर -7.7% (Negative) रहने की संभावना है, जबकि 2021-22 के दौरान आर्थिक विकास दर 11% रहने की संभावना है। सर्वे में बताया गया है कि नेटवर्क प्रोडक्ट जैसे कम्प्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिक उपकरण और टेलीकम्यूनिकेशन उपकरणों के निर्यात मामले में देश प्रगति करेगा। इस क्षेत्र में आने वाले दस साल में देश में 17.35 करोड़ नौकरियां सृजित होंगी। आर्थिक सर्वेक्षण में तेजी से निर्यात बढ़ाने के लिए भारत को नेटवर्क उत्पादों (एनपी) का हब बनाने की रणनीति बताई है।
आर्थिक समीक्षा 2021 में देखा गया है कि लॉकडाउन में आर्थिक विकास नकारात्मक रहा है. लेकिन भविष्य में यह सकारात्मक वृद्धि के साथ रहेगा। लॉकडाउन के बिना कोरोना महामारी से देश बहुत प्रभावित होता। लॉकडाउव ने जो सुनिश्चित किया वह एक समन्वित प्रतिक्रिया में मदद करता है, जिससे Saving Lives And Livelihoods में मदद मिली।
सर्वे में यह भी सुझाव दिया गया है कि यदि भारत सन-2025 तक विश्व में एनपी हिस्सेदारी 3.6 प्रतिशत तक बढ़ा ले तो 3.85 करोड़ अतिरिक्त रोजगार सृजित हो सकते हैं। ��र्वे के मुताबिक, वर्ष 2025 तक 9.73 करोड़ नौकरियां सृजित होने की उम्मीद है, जबकि 2030 तक नौकरियों की संख्या 17.35 करोड़ तक पहुंच जाएगी।
पीआईएल योजना से रोजगार सृजन
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में "डिजिटल इंडिया" तथा "मेक इन इंडिया" कार्यक्रमों जैसी दूरदर्शी पहल के कारण भारत में पिछले पांच वर्षों में इलेक्ट्रॉनिकी विनिर्माण के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इलेक्ट्रॉनिकी पर राष्ट्रीय नीति 2019 में आकार और पैमाने पर ध्यान केंद्रित करके, निर्यात को बढ़ावा देकर और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए उद्योग के लिए समर्थनकारी परिवेश बनाकर घरेलू मूल्य संवर्धन करके भारत को इलेक्ट्रॉनिकी प���रणाली डिजाइन और विनिर्माण (ईएसडीएम) के लिए वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने की परिकल्पना की गई है। पीएलआई योजना से मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक संघटक पुर्जों के विनिर्माण में एक नए युग की शुरुआत होगी। अगले 5 वर्षों में 11.50 लाख करोड़ रु.के उत्पादन और 7 लाख करोड़ रु. के निर्यात की उम्मीद जताई जा रही है।
इस योजना से अगले 5 वर्षों में लगभग 3 लाख प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे और इसके साथ प्रत्यक्ष रोजगार के लगभग 3 गुना अतिरिक्त अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन होगा। घरेलू मूल्य संवर्धन मोबाइल फ़ोनों के मामले में वर्तमान 15-20% से 35-40% तक और इलेक्ट्रॉनिक संघटक पुर्जों के लिए 45-50% तक बढ़ने की उम्मीद है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://www.patrika.com/jobs/india-to-become-hub-of-telecommunication-products-6659271/
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वैश्विक स्तर पर कोविड-19 मामले 10.07 करोड़ हुए
वैश्विक स्तर पर कोविड-19 मामले 10.07 करोड़ हुए
वॉशिंगटन:
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 10.07 करोड़ से अधिक हो गई है, जबकि संक्रमण से हुई मौतों की संख्या 21.7 लाख से अधिक हो गई है. यह जानकारी जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय ने गुरुवार को दी. विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने गुरुवार सुबह अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि वर्तमान वैश्विक मामलों और मृत्यु दर क्रमश: 100,755,075 और 2,170,608…
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दुनियाभर में कोरोना के मामले 10 करोड़ के पार, 21 लाख से अधिक संक्रमितों की हुई मौत
दुनियाभर में कोरोना के मामले 10 करोड़ के पार, 21 लाख से अधिक संक्रमितों की हुई मौत
वैश्विक स्तर पर कोविड -19 मामलों की कुल संख्या मंगलवार को 10 करोड़ से अधिक हो गई। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग के आंकड़ों से मिली।
सीएसएसई के आंकड़ों के अनुसार, स्थानीय समय (1922 जीएमटी) दोपहर 2:22 बजे वैश्विक मामले 10,00,32,461 तक पहुंच गए, वहीं दुनिया भर में संक्रमण से हुई कुल मौतों की संख्या 21,49,818 हो गई।
ये देश सबसे ज़्यादा…
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Sensex Nifty Today: कोरोना का असर: शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम
Sensex Nifty Today: कोरोना का असर: शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम
आज सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार धड़ाम हुआ। बाजार की ऐतिहासिक तेजी में निवेशकों ने मुनाफा वसूली शुरू कर दी है। वैश्विक स्तर पर कुछ देशों में लॉकडाउन और कोरोना के मामले बढ़ने से भी बाजार पर असर दिखा।
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