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#राशन का अनाज
dgnews · 3 months
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कलेक्टर ने ली सेल्समैनों की समीक्षा बैठक, 15 मार्च तक शत प्रतिशत फीडिंग करने के निर्देश
ब्यूरो नफीसा बनो दतिया सरकार गरीबों के लिए मुफ्त अनाज योजना चला रही है, ताकि संकट के समय गरीबों की परेशानी को कम किया जा सके, लेकिन सरकारी राशन वितरण की प्रणाली के चलते बहुत से लोग इस योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत सभी हितग्राहियों की आधार फीडिंग कराने का आदेश राज्य सरकार ने दिया है, कलेक्टर श्री संदीप माकिन की अध्यक्षता में आज न्यू कलेक्ट्रेट के…
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premiumgyan · 3 months
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What is PMGKAY | PMGKAY Extension 2023 | पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना सम्पूर्ण जानकारी
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PMGKAY क्या है पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, जो 1 जनवरी से 81 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देगी? Introduction of PMKGAY क्या है PMGKAY योजना? प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक विशेष योजना है, जिसे COVID-19 महामारी के दौरान देश के गरीब और वंचित वर्ग के लोगों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, सरकार ने 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराया, जिसमें प्रत्येक लाभार्थी को हर महीने 5 किलोग्राम अतिरिक्त अनाज (गेहूं या चावल) मुफ्त में दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य गरीब लोगों को कोरोना संकट के समय में खाद्य सहायता प्रदान करना है। 1 जनवरी से इस योजना को और आगे बढ़ाया गया है, जिससे 81 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत पहले से उपलब्ध अनाज के अतिरिक्त है। PMGKAY के तहत मुफ्त अनाज वितरण का उद्देश्य विशेष रूप से इस महामारी के दौरान आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों की मदद करना है। इस योजना को लागू करने के लिए, सरकार ने विशेष बजट आवंटित किया है और खाद्य वितरण सिस्टम को मजबूत किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर लाभार्थियों तक अनाज पहुँचाया जा सके। शुरुआत और इतिहास प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत मार्च 2020 में हुई थी, जब COVID-19 महामारी ने विश्वव्यापी रूप से प्रसार पाना शुरू किया। इस महामारी ने भारत में विशेष रूप से आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया, जिससे गरीब और वंचित वर्ग के लोगों पर खाद्य सुरक्षा का संकट गहरा गया। इस योजना के तहत, सरकार ने इन लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। PMGKAY extension 2023 (पीएमजीकेवाई योजना का विस्तार 2023) हालांकि पीएमजीकेवाई (प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना) कार्यक्रम 2023 तक चला, यह समझना महत्वपूर्ण है कि इसे नवंबर 2023 में पांच साल के लिए दिसंबर 2028 तक बढ़ा दिया गया था। इसलिए, पीएमजीकेवाई कार्यक्रम के लिए आवेदन 2023 में भी स्वीकार किए जा रहे थे, और वे आगे भी  स्वीकार जाएंगे। कुछ महत्वपूर्ण बातें याद रखें: पीएमजीकेवाई विस्तार: दिसंबर 2028 तक बढ़ाया गया। आवेदन प्रक्रिया: वही रहेगी - आपके राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन या आपके निकटतम राशन की दुकान पर ऑफ़लाइन�� पात्रता: वे व्यक्ति जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) मानदंडों को पूरा करते हैं या अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) कार्यक्रम के तहत पंजीकृत हैं, पात्र हैं। अधिक जानकारी: डीएफपीडी वेबसाइट: https://dfpd.gov.in/ हेल्पलाइन नंबर: 1967 पीएमजीकेवाई के बारे में सबसे सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों जैसे डीएफपीडी वेबसाइट या हेल्पलाइन पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है। PMGKAY Extenstion योजना मे 2024 मे किए गए बदलाव  केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत लगभग 81.35 करोड़ लाभार्थियों (अर्थात अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) परिवार और प्राथमिकता वाले परिवार (पी. एच. एच.) लाभार्थियों) को उनकी पात्रता के अनुसार (अर्थात् प्रति माह प्रति एएवाई परिवार 35 किलोग्राम खाद्यान्न और प्राथमिकता वाले परिवार के मामले में प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम खाद्यान्न) दिनांक 1 जनवरी, 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराना जारी रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय लाभार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, साथ ही NFSA 2013 के प्रावधानों को मजबूत करते हुए गरीबों की खाद्यान्न तक पहुंच, वहनीयता और उपलब्धता के संदर्भ में सभी राज्यों में एकरूपता बनाए रखने के लिए। भारत सरकार द्वारा वयस्क परिवारों, पीएचएच लाभार्थियों, अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों और टाइड ओवर को खाद्यान्न वितरण के लिए वार्षिक 2.13 लाख करोड़ रुपए की खाद्य सब्सिडी दी जाती है। आर्थिक लागत में वृद्धि को देखते हुए, अगले पांच वर्षों में केंद्र सरकार PMGKAY के तहत खाद्य सब्सिडी के रूप में लगभग 11.80 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी।  1 जनवरी 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए PMGKAY के तहत निःशुल्क खाद्यान्न का प्रावधान राष्ट्रीय खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के समाधान के लिए सरकार की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और दृष्टिकोण को दर्शाता है। निःशुल्क खाद्यान्न के प्रावधान, लाभार्थियों के लिए शून्य लागत के साथ दीर्घकालिक मूल्य निर्धारण कार्यनीति सुनिश्चित करेंगे, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रभावी पहुंच के लिए महत्वपूर्ण हैं, साथ ही समाज के प्रभावित वर्ग के लिए आर्थिक चुनौती को कम करेंगे। केंद्र सरकार ने पहले ही पीएमजीकेएवाई के तहत लाभार्थियों (एएवाई परिवारों और पीएचएच लाभार्थियों) को एक वर्ष के लिए खाद्यान्न मुफ्त देने का फैसला किया था. 1 जनवरी 2023 से। PMGKAY योजना का उद्देश्य Objective of PMGKAY Scheme PMGKAY योजना, जिसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, का मुख्य उद्देश्य देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण समय में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, सरकार राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराती है, जिससे वे अपने परिवार का पेट भर सकें और भूखमरी की समस्या से निपट सकें। यह योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही है दुनिया भर में फैले COVID-19 महामारी के दौरान, जब आर्थिक गतिविधियाँ धीमी पड़ गईं और बहुत से लोगों की आय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। योजना के कुछ मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं: - भूखमरी और कुपोषण से लड़ना: गरीब परिवारों को मुफ्त में अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्याओं को कम करने में मदद करती है। - आर्थिक सहायता प्रदान करना: यह योजना गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करती है, क्योंकि उन्हें अपनी आय का एक हिस्सा खाद्य सुरक्षा पर खर्च नहीं करना पड़ता है। - सामाजिक समरसता सुनिश्चित करना: योजना के जरिए, सरकार समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता और समानता सुनिश्चित करने का प्रयास करती है, ताकि हर किसी को बुनियादी खाद्य सुरक्षा प्राप्त हो सके। - आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करना: विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों जैसे कि महामारी या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान, यह योजना जरूरतमंद लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने का एक माध्यम बन जाती है। - सामाजिक सुरक्षा नेट मजबूत करना: PMGKAY योजना सामाजिक सुरक्षा नेट को मजबूत करने में भी योगदान देती है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों को संकट के समय में सहारा मिल सके। मुफ्त खाद्यान्न: योजना के तहत, लाभार्थियों को प्रति माह 5 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न (चावल, गेहूं और दाल) दिया जाता है। यह उन्हें भोजन की कमी से बचाने और अपनी बुनियादी खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। वित्तीय बोझ कम करना: मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करके, योजना गरीब और जरूरतमंद लोगों के वित्तीय बोझ को कम करती है। वे भोजन पर कम पैसे खर्च कर सकते हैं और अपनी आय का उपयोग अन्य आवश्यकताओं जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास के लिए कर सकते हैं। पोषण में सुधार: योजना पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण में सुधार करने में भी मदद करती है। यह कुपोषण को कम करने और लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना: योजना किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है। यह किसानों की आय में वृद्धि करता है और उन्हें अपनी आजीविका को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस तरह, PMGKAY योजना न केवल भूखमरी और कुपोषण के खिलाफ एक कदम है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करती है, जिससे देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण सहायता मिल सके। PMGKAY योजना की विशेषताएं: PMGKAY योजना, जिसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, ने भारत में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए कई लाभ प्रदान किए हैं। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने विशेष रूप से COVID-19 महामारी के दौरान और उसके बाद भी, आर्थिक तंगी और भूखमरी की स्थितियों में राहत पहुँचाने का प्रयास किया है। नीचे PMGKAY योजना के कुछ मुख्य लाभ दिए गए हैं: मुफ्त अनाज वितरण: योजना के तहत, राशन कार्ड धारकों को हर महीने निर्धारित मात्रा में गेहूं, चावल और दालें मुफ्त में प्रदान की जाती हैं, जिससे उनकी बुनियादी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है। आर्थिक सहायता: इस योजना से गरीब परिवारों को अपने खर्चों में थोड़ी राहत मिलती है, क्योंकि उन्हें अपनी मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा खाद्य सामग्री पर खर्च नहीं करना पड़ता। भूखमरी और कुपोषण में कमी: गरीब और जरूरतमंद लोगों को नियमित रूप से अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्या को कम करने में मदद करती है। सामाजिक समरसता: PMGKAY योजना समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता बढ़ाती है, जिससे सामाजिक सहयोग और समर्थन की भावना को बल मिलत��� है। आपदा प्रतिक्रिया: COVID-19 जैसी महामारी और अन्य आपदाओं के दौरान, यह योजना आपातकालीन खाद्य सहायता के रूप में कार्य करती है, जिससे प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मिलती है। खाद्य सुरक्षा को मजबूती प्रदान करना: इस योजना ने भारत में खाद्य सुरक्षा की स्थिति को मजबूत किया है, जिससे लंबी अवधि में देश की खाद्य संप्रभुता सुनिश्चित होती है। सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करना: PMGKAY योजना ने भारत में सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत किया है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम किया जा सके।  व्यापक कवरेज: बड़ी संख्या में गरीब और जरूरतमंद लोगों को कवर करती है।  मुफ्त और लक्षित: लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान किया जाता है और योजना लक्षित तरीके से लागू होती है।  पोषण में सुधार: पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण को बेहतर बनाती है।  स्थिरता: खाद्यान्न का निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करती है।  ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ा��ा: किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है।  पारदर्शिता: योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं, जैसे लाभार्थियों की सूची का सार्वजनिक करना और निगरानी तंत्र स्थापित करना। कुछ अतिरिक्त लाभ एवं विशेषताएं: योजना की शुरुआत कोविड-19 महामारी के दौरान हुई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया और अब इसे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक स्थायी उपाय के रूप में माना जा रहा है। योजना का लाभ उठाने के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है। केवल राशन कार्ड दिखाकर लाभार्थी मुफ्त खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं। योजना ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार किया है। Read Also: RPSC Food Safety Officer Result 2024 Declared: Check Out Now! How to Refund Money from Any UPI Or Bank इन 5 तरीको से तुरंत मिलेगा गलत यूपीआई पेमेंट का पैसा, पूरी जानकारी जरूर पढ़े Top 10 Classic Books for Valentine Day इस वैलेंटाइन डे पर पढ़ने के लिए 10 क्लासिक रोमांस किताबें Smpoorn Chikitsa PDF Book | सम्पूर्ण चिकित्सा | आयुर्वेद का ख़जाना | Free Read and Download Aadhar Card Download Using Mobile Number: मोबाइल से आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करे- 2 तरीके PM Kisan Beneficiary Status List 2024 | PM Kisan Beneficiary Status Aadhar | Check Now PMGKAY योजना मे लाभार्थी का चयन की प्रक्रिया Selection process of beneficiaries in the PMGKAY scheme. PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन भारत सरकार द्वारा निर्धारित विशिष्ट मानदंडों के आधार पर किया जाता है। यह चयन प्रक्रिया योजना के उद्देश्य को सुनिश्चित करने और उन लोगों तक सहायता पहुँचाने के लिए बनाई गई है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है। निम्नलिखित तरीके से लाभार्थियों का चयन होता है: - राशन कार्ड धारकों का डेटाबेस: PMGKAY योजना के अंतर्गत लाभ पाने वाले व्यक्तियों का चयन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत जारी किए गए राशन कार्ड धारकों के डेटाबेस के आधार पर किया जाता है। - आय और जीवन स्तर के मापदंड: लाभार्थियों का चयन उनकी आय और जीवन स्तर के मापदंडों के आधार पर किया जाता है, जिससे सुनिश्चित हो कि सहायता सबसे ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक पहुँचे। - गरीबी रेखा से नीचे (BPL) और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) धारक: इस योजना के लाभार्थी मुख्य रूप से गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के परिवार और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के तहत आने वाले सबसे गरीब परिवार होते हैं। - स्थानीय प्रशासन द्वारा सत्यापन: लाभार्थियों की पहचान और चयन में स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकारों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे राशन कार्ड धारकों के डेटा की समीक्षा करते हैं और सत्यापन प्रक्रिया में मदद करते हैं। - आधार सीडिंग: कई राज्यों में, लाभार्थियों के चयन में आधार कार्ड के साथ राशन कार्ड की सीडिंग (लिंकिंग) भी एक महत्वपूर्ण मापदंड है। यह डुप्लिकेसी को रोकता है और योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। - विशेष श्रेणियों का ध्यान: विकलांगता, वृद्धावस्था, और अन्य विशेष श्रेणियों के लोगों को भी इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाती है, ताकि उन्हें अतिरिक्त सहायता मिल सके।  - इस योजना के तहत पहले NFSA (National Food Security Act) अंतर्गत आने वाले सभी राशन कार्ड धारक शामिल किए जाते हैं।  - इसके अलावा राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी गरीब लोगों की पहचान करती हैं और उन्हें इस योजना में शामिल किया जाता है।  - मजदूर, बेरोजगार लोगों और वंचित वर्ग के लोगों को भी इस योजना से जोड़ा जाता है।  - सामाजिक संगठनों और SHGs की मदद से भी लाभार्थियों की पहचान की जाती है। इस प्रकार, PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन एक व्यापक और समग्र प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसमें विभिन्न मापदंडों और सत्यापन प्रक्रियाओं को शामिल किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि योजना का लाभ सबसे अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुँचे। PMGKAY योजना के लिए आवेदन कैसे करे  (How to apply for the PMGKAY scheme) PMGKAY योजना, यानी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया राज्य सरकारों द्वारा संचालित खाद्य और रसद विभाग के माध्यम से की जाती है। यह योजना मुख्य रूप से उन व्यक्तियों के लिए है जिनके पास पहले से ही राशन कार्ड हैं और वे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत पंजीकृत हैं।  PMGKAY योजना में आवेदन करने के लिए दो तरीके हैं। (1.) Online (2.) Offline. यदि आप PMGKAY योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें: 1. ऑनलाइन आवेदन करने के लिए: सबसे पहले आपको अपने राज्य की खाद्य आपूर्ति विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट पर आपको "PMGKAY" योजना के लिए आवेदन करने का लिंक मिलेगा। लिंक पर क्लिक करने के बाद आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन पत्र में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, राशन कार्ड का विवरण और परिवार के सदस्यों का विवरण देना होगा। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करनी होगी। सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद आपको आवेदन पत्र जमा करना होगा। 2. ऑफलाइन: आप अपने नजदीकी राशन दुकान पर जाकर PMGKAY योजना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की मूल प्रतियां राशन दुकानदार को जमा करनी होगी। राशन दुकानदार आपके आवेदन पत्र की जांच करेगा और यदि सब कुछ सही पाया गया तो आपके आवेदन को स्वीकार कर लिया जाएगा। PMGKAY योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज: राशन कार्ड आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो) PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की कोई अंतिम तिथि नहीं है। आप योजना के तहत किसी भी समय आवेदन कर सकते हैं। PMGKAY योजना 31 दिसंबर 2023 तक लागू थी, लेकिन अब इसे 5 सालो के लिए बढ़ा दिया गया है।  सरकार योजना को आगे बढ़ाने का निर्णय ले सकती है। PMGKAY योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए: आप अपने नजदीकी राशन दुकान से संपर्क कर सकते हैं। आप खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) की वेबसाइट https://dfpd.gov.in/ पर जा सकते हैं। आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर 1967 पर कॉल कर सकते हैं। यह भी ध्यान दें: PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। यदि आपको PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने में कोई समस्या आ रही है तो आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। ध्यान दें कि PMGKAY योजना की आवेदन प्रक्रिया राज्य के अनुसार भिन्न हो सकती है। इसलिए, अद्यतन जानकारी और विशिष्ट निर्देशों के लिए अपने राज्य के खाद्य और रसद विभाग की वेबसाइट पर जाना सबसे अच्छा है। Conclusion/निष्कर्ष:-  पीएमजीकेएवाई योजना गरीबी मुक्त और समान समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल गरीबों को किफायती भोजन उपलब्ध कराता है, बल्कि सामाजिक समानता को भी बढ़ावा देता है और भेदभाव को कम करता है। हालाँकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह सभी आवश्यक परिवारों तक पहुँचे, इस योजना के कार्यान्वयन और निगरानी में सुधार की आवश्यकता है। पीएमजीकेएवाई के साथ, हम सभी के लिए एक स्वस्थ, अधिक समान और प्रगतिशील समाज की दिशा में काम कर सकते हैं। तो आइए अपने राष्ट्र की भलाई के लिए इस महत्वपूर्ण पहल का समर्थन और प्रचार करना जारी रखें। FAQs:   1. पीएमजीकेएवाई योजना क्या है? - पीएमजीकेएवाई योजना भारत सरकार द्वारा मुहिम है, जो कि सस्ते और किफायती खाद्य सुरक्षा के संकल्प के तहत २०१३ में प्रस्तुत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को सस्ते और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करना है। 2. पीएमजीकेएवाई के अंतर्गत कौन-कौन से लोग हिस्सा ले सकते हैं? - पीएमजीकेएवाई योजना के अंतर्गत, सरकार के निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले गरीब प���िवार, अल्पसंख्यक समुदायों, बिमारि‍हि‍त महि‍लाओं, अल्‍पसंख्यक जनजातियों, बौद्ध मत के पहलुओं से सम्बंधित हर वर्ग की आवासीय निर्माण-सहायता प्रोत्साहन के लिए पात्र हैं। 3. पीएमजीकेएवाई का सरकार को समर्थन क्‍यों करना चाहिए? - पीएमजीकेएवाई के माध्यम से सरकार गरीब परिवारों को सस्ते, किफायती और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव है। इससे संपूर्ण समाज में गरीबी का स्तर कम होगा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। 4. PMGKAY full form क्या है? - PMGKAY full form-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana). The PMGKAY (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana) scheme is an initiative of the Government of India to provide affordable food to the poor and underprivileged families in India. 5. How can I apply for the PMGKAY scheme? You can apply for the PMGKAY scheme online by visiting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office and filling out the necessary forms. You can also visit a government center to apply for the scheme in person. 6. What documents do I need to apply for the PMGKAY scheme? You will need your family's information, income certificate, Aadhar card, and a selfie for the application process. It is important to have all your documents in order before applying. 7. Who is eligible for the PMGKAY scheme? Families with annual income below Rs 1 lakh, widows, senior citizens, and disabled individuals are eligible for this scheme. 8. Can I apply for the PMGKAY scheme multiple times? No, only one member per family can avail the benefits of this scheme. Duplicate applications will be rejected. However, if there are multiple families living in the same house and they have separate ration cards, all of them can apply for PMGKAY separately. 9. How can I check my eligibility for the PMGKAY scheme? You can check your eligibility for the PMGKAY scheme by visiting the government's official website or contacting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with all the necessary information and help you with the application process. Additionally, you can also check if your name is listed under this scheme on your ration card. 10.  How can I apply for the PMGKAY scheme? To apply for the PMGKAY scheme, you can visit your nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with an application form that needs to be filled out and submitted along with necessary documents such as Aadhaar card, ration card, and bank account details. 11. Can I change my registered bank account for availing benefits under the PMGKAY scheme? Yes, you can change your registered bank account by visiting the nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office and submitting a request for changing the bank account details. However, this process may take some time to reflect in the system and until then, your old bank account will continue to receive the benefits. Read the full article
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ahinsakbharat · 6 months
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मुंबई राशनिंग विभाग की मिली भगत से राशन का अनाज बाजारों में बेचा जा रहा...
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samacharchakra · 8 months
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पृथ्वीनगर की गुलाब एसएचजी की डीएसओ से शिकायत, राशन वितरण नहीं करने का आरोप
अबुल काशिम@समाचार चक्र पाकुड़। सदर प्रखंड के पृथ्वीनगर में गुलाब स्वयं सहायता समूह के द्वारा अनाज वितरण में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। निर्धारित मात्रा से कम अनाज देने और तीस-चालीस कार्डधारियों को राशन वितरण नहीं करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में मंगलवार को समूह के खिलाफ दर्जनों कार्डधारी शिकायत लेकर समाहरणालय पहुंचे। कार्डधारियों ने डीएसओ को आवेदन सौंपा और कार्रवाई की मांग की। इस…
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n7india · 8 months
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Deoghar: PDS दुकानदार पर अनाज कम देने का आरोप, BDO से ग्रामीणों ने की शिकायत
Sarwan (Deoghar): स्वयं सहायता समूह लोहारडीह जन वितरण प्रणाली दुकानदार के द्वारा कार्ड धारी को अनाज कम देने के विरुद्ध में ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी जहुर आलम को आवेदन देकर शिकायत की है। दिए गए आवेदन में लोगों ने आरोप लगाया है कि लोहारडीह के जन वितरण प्रणाली के दुकानदार द्वारा सभी राशन कार्ड धारी को कोटा में कम अनाज दिया जाता है। विरोध करने पर झूठा मुकदमा में फंसाने की धमकी दिया जाता है…
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sharpbharat · 9 months
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jamshedpur rural- पीडीएस डीलरों ने भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से की मुलाकात, राशन आवंटन में अनाज हेराफेरी की शिकायत को लेकर मदद का किया आग्रह, कुणाल ने कहा-बहरागोड़ा समेत पूरे जिले में बड़े पैमाने पर हुई है गड़बड़ियां, खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव व मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से की शिकायत
बहरागोड़ा: पूर्वी सिंहभूम के विभिन्न जिलों में राशन आवंटन में गड़बड़ियों की खबर सामने आ रही है. कुछ इसी तरह का मामला रांची कडरु गोदाम में देखने को मिला. दरअसल बहरागोड़ा प्रखंड के अंतर्गत पीडीएस दुकानदारों को पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत सितंबर 2023 के विरुद्ध जो खाद्यान्न आवंटन निर्गत किया गया है. इसमें काफी कटौती की गई है. जिससे कई दुकानदार का खाद्यान्न आवंटन शून्य हो गया है. जिससे कार्डधारी जनता…
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dotengine · 9 months
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'सरकार का बहुत पैसा खर्च हुआ, इसलिए कम राशन लें... ' Chandrayaan 3 के नाम पर धोखाधड़ी - Chandrayaan 3 ration dealer less free ration Grain Wheat Rice Dal Flour lclcn
झारखंड के चतरा में राशन डीलर का हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि राशन डीलरों ने चंद्रयान-3 मिशन में हुए खर्च का हवाला देकर कम राशन दिया है. कहीं दस किलो, तो कहीं पांच किलो अनाज कम दिया गया है. लोगों का कहना है कि डीलरों ने बताया कि चंद्रयान मिशन में सरकार का बहुत खर्च हुआ है. इसके लिए अनाज में कटौती की जा रही है.  यह मामला सिमरिया प्रखंड का है. राशन डीलरों  की कटौती से लोगों में…
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kisanofindia · 9 months
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संतुलित आहार से बढ़ेगी दूध की गुणवत्ता, इसके लिए ICAR ने विकसित किया फ़ीड पूरक
डेरी उद्योग में कुल लागत का 70 प्रतिशत सिर्फ़ आहार पर खर्च होता है
डेयरी उद्योग में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुओं की सेहत का ख्याल रखने के साथ ही उनके आहार का विशेष ध्यान रखना ज़रूरी है, क्योंकि ये न सिर्फ़ दूध की मात्रा, बल्कि दूध की गुणवत्ता भी निर्धारित करता है।
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दूध की गुणवत्ता (Milk Quality): पिछले कुछ समय में डेयरी उद्योग में क्रॉसबीडिंग, बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और प्रबंधन के कारण भारत में दूध का उत्पादन बढ़ा है, मगर इसकी गुणवत्ता सुनिश्ति करना भी ज़रूरी है। दरअसल, डेयरी की कुल लागत का 70 प्रतिशत सिर्फ़ आहार पर खर्च होता है। ऐसे में अगर पशुओं के आहार का ध्यान रखा जाए और उन्हें संतुलित आहार दिया जाए तो, दूध की गुणवत्ता में सुधार के साथ ही लागत में भी कमी आएगी। दूध की खराब गुणवत्ता का क्या कारण है और उसमें कैसे सुधार किया जा सकता है, आइए जानते हैं।
गुणवत्तापूर्ण दूध का अर्थ
इसका मतलब है कि दूध में पर्याप्त फैट (वसा), फैट रहित SNF, न्यूनतम माइक्रोबियल भार, दूषित पदार्थों और अंतः विकसित विषाक्त पादर्थों से रहित होना चाहिए। इन सभी मापदंडों पर खरा उतरने पर ही दूध को गुणवत्तापूर्ण माना जाता है। दूध में वसा कम होने का मतलब है कि इसकी गुणवत्ता खराब होना और कम वसा कई कारणों से हो सकती है, जैसे- पशुओं को कम फाइबर युक्त आहार देना, चारे को बहुत मोटा या महीन काटना, अधिक मात्रा में घुलनशील शुगर का सेवन, आहार में कम प्रोटीन और अधिक वसा शामिल होना, इसके अलावा दूध निकालने का गलत तरीका भी इसके लिए ज़िम्मेदार हो सकती है।
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दूध में वसा कम होने के कारण
कुछ गाय अनुवांशिक कारणों से भी कम फैट वाला दूध देती हैं। जैसे-स्वदेशी और जर्सी पुशओं की तुलना में शुद्ध होल्स्टीन फ्रिजियन और इसकी संकर गाय कम फैट वाला दूध देती है। इसके साथ ही ज़्यादा दूध देने वाली गायों में भी दूध वसा कम होता है।
कंसंट्रेट या उच्च घुलनशील शुगर का सेवन
कम फाइबर और ज़्यादा कंसंट्रेट या अनाज (मक्का) के सेवन से अधिक लैक्टेट और कम वसा वाला दूध होगा। इसलिए फाइबर और कंसंट्रेट संतुलित मात्रा में खिलाना चाहिए। रूमेन में फाइबर का पाचन बेहतर हो इसके लिए पहले कटा हुआ चारा और फिर कंसंट्रेट खिलाना चाहिए।
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सबक्लिनिकल रूमेन एसिडोसिस
पशुओं को जब ज़्यादा अनाज या फर्मेन्टेड उत्पाद खिलाया जाता है, तो इसकी वजह से रूमेन एसिडोसिस हो सकता है। लंबे समय तक ऐसा होने से डेयरी पशुओं में लैमिनाइटिस हो सकता है। इसके अलावा, लंबे समय तक सिर्फ़ साइलेज को चारे के रूप में खिलाने से सबक्लिनिकल रूमेन एसिडोसिस, लैमिनाइटिस और दूध में वसा कम भी हो सकता है। इसलिए साइलेज को कंसंट्रेट मिश्रण और अन्य चारे के साथ मिलाकर कुल मिश्रित राशन के रूप में देना चाहिए।
प्रोटीन और सल्फर की कमी
कम प्रोटीन और सल्फर का सेवन रूमेन को कम फर्मेन्टेड करता है। इसके साथ ही दूध में वसा और एसएनएफ दोनों की मात्रा को भी कम करता है। इसे संतुलित करने के लिए कंसंट्रेट मिश्रण या फलियां चारे के ज़रिए पर्याप्त प्रोटीन खिलाएं। चारा और कंसंट्रेट खिलाने का क्रम बेहतर रोमिनेशन, रूमेन माइक्रोबियल गतिविधि और पशु स्वास्थ्य के लिए पहले कटी हुई हरी घास खिलाकर बाद में चारा और कंसंट्रेट मिश्रण खिलाना चाहिए।
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newsuniversal-in · 10 months
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मासिक किसान पंचायत आयोजित कर सौंपा 13 सूत्रीय मांगपत्र
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सिद्धार्थनगर। भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को खुनियांव विकास खंड परिसर में मासिक किसान पंचायत आयोजित कर 13 बिंदुओं का प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र खंड विकास अधिकारी को सौंपा। खुनियांव विकास खंड परिसर में किसानों के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा और समाधान करने के लिए भारतीय किसान यूनियन राजनैतिक ने मासिक किसान पंचायत खुनियांव ब्लॉक प्रभारी मनोज कुमार उर्फ गुड्डू चौधरी के अध्यक्षता तथा तहसील अध्यक्ष मो. मुनीफ खान के नेतृत्व में आयोजित किया। किसानों की समस्याओं पर चर्चा के उपरान्त सौंपे गए मांग पत्र में कहा गया है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को संपूर्ण भारत के सभी राज्यों में लागू किया जाए। जिससे देश के किसानों को अपने उपज का लाभकारी मूल्य मिले। सभी फसलों पर एमएसपी निर्धारित कर कानून बनाया जाए और इसे संपूर्ण भारत में प्रभावी किया जाए। एमएसपी से कम मूल्य पर अनाज खरीदने वाले व्यापारियों के खिलाफ कानूनी कार्रव��ई की जाए। अंत्योदय राशन कार्ड धारकों में तमाम परिवार भूमिहीन हैं। प्रदेश सरकार इसकी जांच कराए और भूमिहीन अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को 35 किलो राशन के बजाय 50 किलो राशन उपलब्ध कराया जाए। खुनियांव विकास खंड में जो गांव ओडीएफ घोषित हो गए हैं और जहां सार्वजनिक शौचालय भी उपलब्ध हो गया है। उस गांव के सड़कों की जांच कराई जाए यदि सड़कों पर शौच और गंदगी मिले तो संबंधित ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी और सफाई कर्मी पर अभिलंब कार्रवाई की जाए। जिसे प्रदेश और केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन अभियान को बल मिले। खुनियांव विकास क्षेत्र के बरगदवा पूर्वी गांव में चक मार्ग संख्या 271 पर चौराहे से गुड्डू चौधरी के घर तक आतिशीघ्र निर्माण कराया जाए। जैसे ग्रामवासियों को आने-जाने में आसानी हो। खुनियांव विकास क्षेत्र के ग्राम पंचायत बरगदवा पूर्वी में इस समय सफाई कर्मी की तैनाती नहीं है। यहां अभिलंब सफाई कर्मी की तैनाती की जाए। कुल मिलाकर 13 बिंदुओं का मांग पत्र सौंपा गया। इस अवसर पर सुखदेव सिंह वर्मा, अब्दुल करीम खान, अशोक कुमार, राधे बाबा, कन्हैया लाल पटेल, अब्दुल रहमान, अब्दुल मन्नान, राम प्रकाश चौधरी सहित भारी संख्या में भाकियू पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे। Read the full article
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dainiksamachar · 1 year
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पीएम किसान और ओल्ड पेंशन पर कुछ नहीं... 2024 के चुनावों को देखते हुए कहां ठहरता है बजट?
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में एनडीए सरकार ने लगातार दसवां बजट पेश किया है। बजट से पहले सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि वह कौन सा रास्ता चुने। एक रास्ता लोकलुभावन बजट का था, जो कोविड के बाद आम लोगों के लिए कई सौगात की ओर ले जाता। दूसरा रास्ता, आर्थिक सुस्ती और भविष्य में उठापटक की आशंका के बीच रक्षात्मक रुख के साथ संतुलन बनाने की ओर जाता था। सरकार ने दूसरा रास्ता चुना। ऐसा इसलिए भी कि भले 2024 में पूर्ण बजट नहीं होगा, लेकिन लोकलुभावन बजट का विकल्प खुला रहेगा। साल 2019 के अंतरिम बजट में भी सरकार ने कई बड़े फैसले किए थे। इस बजट से सरकार ने पांच सियासी और आर्थिक संदेश देने की कोशिश की है। 1- मिडल क्लास को खुश करने की कोशिश कुछ वर्षों में मिडल क्लास ने जिस तरह राजनीति में रुचि बढ़ाई है और नैरेटिव बनाने में जिस तरह इस तबके की ��ूमिका सामने आई है। उसके अनुरूप इस वर्ग को सरकार से उम्मीद के मुताबिक, सौगात नहीं मिली थी। लेकिन इस बजट में इस वर्ग को भी काफी कुछ मिला है। इनकम टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव और नौकरियों पर जोर से सरकार ने मिडिल क्लास को संबोधित करने की कोशिश की है। 2-गरीबों पर फोकस सरकार ने बजट में गरीबों पर पूरा फोकस रखा। बीजेपी की लगातार मजबूत सियासी स्थिति में गरीब वोटरों का बड़ा योगदान रहा है। ऐसे में इस बजट में मुफ्त अनाज, हर घर जल, सभी को घर से जुड़ी योजनाओं के जरिए सरकार ने इस तबके पर अपनी पकड़ बनाए रखने की पूरी मंशा दिखाई है। जिस तरह बीते कुछ महीनों से सरकार ने आदिवासी समुदाय के बीच अपनी कमजोर होती पकड़ को मजबूत करने की कोशिश की है, उसकी भी झलक इस बजट में दिखी। 3- किसान का भी ध्यान बजट में खेती और किसान पर भी जोर रहा। दरअसल बीते कई वर्षों से किसानों का मोदी सरकार के साथ रिश्ता उतार-चढ़ाव भरा रहा है। साल 2019 से पहले जब पूरे देश में अलग-अलग किसान आंदोलन हुए, तब किसान सम्मान निधि का एलान हुआ, जिसका लाभ तब चुनाव में मिला। इस बार खेती के कर्ज का लक्ष्य 2023-24 के लिए बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया गया है। लेकिन कई मदों में कटौती भी की गई। 4- रेवड़ी कल्चर से परहेज बजट से पहले किसान सम्मान निधि बढ़ाने की चर्चा थी। सुगबुगाहट यह भी थी क्या विपक्ष के दबाव में सरकार पुरानी पेंशन की वापसी का संकेत देगी? लेकिन सरकार ने परहेज किया। कोई बड़ी मुफ्त योजना का ऐलान भी नहीं किया। दरअसल पिछले दिनों पीएम ने रेवड़ी कल्चर के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। ऐसे में बजट में इन चीजों से परहेज किया गया। मुफ्त राशन को जरूर जारी रखा गया, लेकिन फूड सब्सिडी में कमी की भी बात कही गई। 5- भविष्य के प्रति सतर्क नजरिया सरकार ने सकारात्मक संदेश देने की भी पूरी कोशिश की, लेकिन भविष्य की आर्थिक अनिश्चितता का साफ असर भी बजट पर दिखा। वैश्विक मंदी की आशंका के बीच सरकार ने कोई बड़ा जोखिम लेने से परहेज किया। साथ ही, ऐसे फैसलों से भी दूरी रखी जो बाजार का सेंटिमेंट कमजोर करे। वित्तीय घाटे को काबू में रखने की मंशा दिखाई गई। इन कदमों को आने वाले दिनों में किसी भी सूरत से निपटने की तैयारी के रूप में देखा गया। http://dlvr.it/ShpbM9
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marketingstrategy1 · 1 year
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Varanasi:जनवरी महीने का निशुल्क अनाज वितरण शुरू, जानिए किसे और कितना मिलेगा राशन ? - Free Food Grains Distribution Started In The Month Of January, Know Who Will Get Ration And How Much?
निशुल्क राशन वितरण – फोटो : अमर उजाला विस्तार वाराणसी में जनवरी माह का निशुल्क अनाज वितरण मंगलवार से शुरू हो गया है। जिलापूर्ति अधिकारी उमेश मिश्रा के अनुसार अंत्योदय पात्रों के प्रति कार्डधारकों को 35 किलो अनाज दिया जाएगा। पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट पांच किलो अनाज मिलेगा। इनमें गेहूं और चावल दोनों शामिल है। वितरण 31 जनवरी तक होगा।  #Varanasiजनवर #महन #क #नशलक #अनज #वतरण #शर #जनए…
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dgnews · 5 months
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सस्ते अनाज की कालाबाजारी:गरीबों के निवाला छीनकर अधिकारी राशन दुकान की मिलीभगत से अनाज की धड़ल्ले से कर रहे बाजार में जमकर कालाबाजारी
संवाददाता गोविन्द दुबे रायसेन रायसेन। गरीबों को सस्ता अनाज के नाम पर अब शहर समेत तहसील रायसेन क्षेत्र की ग्रामीण अंचलों की पीडीएस दुकानों का राशन की कालाबाजारी का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा है। यह सबखेल मप्र जिला नागरिक एवं खाद्य आपूर्ति विभाग रायसेन, खादय विभाग और वेयरहाउस के अधिकारियों की मिलीभगत से लंबे अरसे से चल रहा है। राशन दुकानों पर गरीबों मजदूरों सहित पात्र हितग्राहियों को हर महीने कोटा…
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premiumgyan · 3 months
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What is PMGKAY | PMGKAY Extension 2023 | पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना सम्पूर्ण जानकारी
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PMGKAY क्या है पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, जो 1 जनवरी से 81 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देगी? Introduction of PMKGAY क्या है PMGKAY योजना? प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक विशेष योजना है, जिसे COVID-19 महामारी के दौरान देश के गरीब और वंचित वर्ग के लोगों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, सरकार ने 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराया, जिसमें प्रत्येक लाभार्थी को हर महीने 5 किलोग्राम अतिरिक्त अनाज (गेहूं या चावल) मुफ्त में दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य गरीब लोगों को कोरोना संकट के समय में खाद्य सहायता प्रदान करना है। 1 जनवरी से इस योजना को और आगे बढ़ाया गया है, जिससे 81 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत पहले से उपलब्ध अनाज के अतिरिक्त है। PMGKAY के तहत मुफ्त अनाज वितरण का उद्देश्य विशेष रूप से इस महामारी के दौरान आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों की मदद करना है। इस योजना को लागू करने के लिए, सरकार ने विशेष बजट आवंटित किया है और खाद्य वितरण सिस्टम को मजबूत किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर लाभार्थियों तक अनाज पहुँचाया जा सके। शुरुआत और इतिहास प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत मार्च 2020 में हुई थी, जब COVID-19 महामारी ने विश्वव्यापी रूप से प्रसार पाना शुरू किया। इस महामारी ने भारत में विशेष रूप से आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया, जिससे गरीब और वंचित वर्ग के लोगों पर खाद्य सुरक्षा का संकट गहरा गया। इस योजना के तहत, सरकार ने इन लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। PMGKAY extension 2023 (पीएमजीकेवाई योजना का विस्तार 2023) हालांकि पीएमजीकेवाई (प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना) कार्यक्रम 2023 तक चला, यह समझना महत्वपूर्ण है कि इसे नवंबर 2023 में पांच साल के लिए दिसंबर 2028 तक बढ़ा दिया गया था। इसलिए, पीएमजीकेवाई कार्यक्रम के लिए आवेदन 2023 में भी स्वीकार किए जा रहे थे, और वे आगे भी  स्वीकार जाएंगे। कुछ महत्वपूर्ण बातें याद रखें: पीएमजीकेवाई विस्तार: दिसंबर 2028 तक बढ़ाया गया। आवेदन प्रक्रिया: वही रहेगी - आपके राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ऑन��ाइन या आपके निकटतम राशन की दुकान पर ऑफ़लाइन। पात्रता: वे व्यक्ति जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) मानदंडों को पूरा करते हैं या अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) कार्यक्रम के तहत पंजीकृत हैं, पात्र हैं। अधिक जानकारी: डीएफपीडी वेबसाइट: https://dfpd.gov.in/ हेल्पलाइन नंबर: 1967 पीएमजीकेवाई के बारे में सबसे सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों जैसे डीएफपीडी वेबसाइट या हेल्पलाइन पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है। PMGKAY Extenstion योजना मे 2024 मे किए गए बदलाव  केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत लगभग 81.35 करोड़ लाभार्थियों (अर्थात अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) परिवार और प्राथमिकता वाले परिवार (पी. एच. एच.) लाभार्थियों) को उनकी पात्रता के अनुसार (अर्थात् प्रति माह प्रति एएवाई परिवार 35 किलोग्राम खाद्यान्न और प्राथमिकता वाले परिवार के मामले में प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम खाद्यान्न) दिनांक 1 जनवरी, 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराना जारी रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय लाभार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, साथ ही NFSA 2013 के प्रावधानों को मजबूत करते हुए गरीबों की खाद्यान्न तक पहुंच, वहनीयता और उपलब्धता के संदर्भ में सभी राज्यों में एकरूपता बनाए रखने के लिए। भारत सरकार द्वारा वयस्क परिवारों, पीएचएच लाभार्थियों, अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों और टाइड ओवर को खाद्यान्न वितरण के लिए वार्षिक 2.13 लाख करोड़ रुपए की खाद्य सब्सिडी दी जाती है। आर्थिक लागत में वृद्धि को देखते हुए, अगले पांच वर्षों में केंद्र सरकार PMGKAY के तहत खाद्य सब्सिडी के रूप में लगभग 11.80 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी।  1 जनवरी 2024 से अगले पांच वर्षों के लिए PMGKAY के तहत निःशुल्क खाद्यान्न का प्रावधान राष्ट्रीय खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के समाधान के लिए सरकार की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और दृष्टिकोण को दर्शाता है। निःशुल्क खाद्यान्न के प्रावधान, लाभार्थियों के लिए शून्य लागत के साथ दीर्घकालिक मूल्य निर्धारण कार्यनीति सुनिश्चित करेंगे, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रभावी पहुंच के लिए महत्वपूर्ण हैं, साथ ही समाज के प्रभावित वर्ग के लिए आर्थिक चुनौती को कम करेंगे। केंद्र सरकार ने पहले ही पीएमजीकेएवाई के तहत लाभार्थियों (एएवाई परिवारों और पीएचएच लाभार्थियों) को एक वर्ष के लिए खाद्यान्न मुफ्त देने का फैसला किया था. 1 जनवरी 2023 से। PMGKAY योजना का उद्देश्य Objective of PMGKAY Scheme PMGKAY योजना, जिसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, का मुख्य उद्देश्य देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण समय में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, सरकार राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराती है, जिससे वे अपने परिवार का पेट भर सकें और भूखमरी की समस्या से निपट सकें। यह योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही ��ै दुनिया भर में फैले COVID-19 महामारी के दौरान, जब आर्थिक गतिविधियाँ धीमी पड़ गईं और बहुत से लोगों की आय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। योजना के कुछ मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं: - भूखमरी और कुपोषण से लड़ना: गरीब परिवारों को मुफ्त में अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्याओं को कम करने में मदद करती है। - आर्थिक सहायता प्रदान करना: यह योजना गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करती है, क्योंकि उन्हें अपनी आय का एक हिस्सा खाद्य सुरक्षा पर खर्च नहीं करना पड़ता है। - सामाजिक समरसता सुनिश्चित करना: योजना के जरिए, सरकार समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता और समानता सुनिश्चित करने का प्रयास करती है, ताकि हर किसी को बुनियादी खाद्य सुरक्षा प्राप्त हो सके। - आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करना: विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों जैसे कि महामारी या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान, यह योजना जरूरतमंद लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने का एक माध्यम बन जाती है। - सामाजिक सुरक्षा नेट मजबूत करना: PMGKAY योजना सामाजिक सुरक्षा नेट को मजबूत करने में भी योगदान देती है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों को संकट के समय में सहारा मिल सके। मुफ्त खाद्यान्न: योजना के तहत, लाभार्थियों को प्रति माह 5 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न (चावल, गेहूं और दाल) दिया जाता है। यह उन्हें भोजन की कमी से बचाने और अपनी बुनियादी खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। वित्तीय बोझ कम करना: मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करके, योजना गरीब और जरूरतमंद लोगों के वित्तीय बोझ को कम करती है। वे भोजन पर कम पैसे खर्च कर सकते हैं और अपनी आय का उपयोग अन्य आवश्यकताओं जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास के लिए कर सकते हैं। पोषण में सुधार: योजना पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण में सुधार करने में भी मदद करती है। यह कुपोषण को कम करने और ���ोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना: योजना किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है। यह किसानों की आय में वृद्धि करता है और उन्हें अपनी आजीविका को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस तरह, PMGKAY योजना न केवल भूखमरी और कुपोषण के खिलाफ एक कदम है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करती है, जिससे देश के गरीब और जरूरतमंद वर्गों को महत्वपूर्ण सहायता मिल सके। PMGKAY योजना की विशेषताएं: PMGKAY योजना, जिसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से जाना जाता है, ने भारत में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए कई लाभ प्रदान किए हैं। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने विशेष रूप से COVID-19 महामारी के दौरान और उसके बाद भी, आर्थिक तंगी और भूखमरी की स्थितियों में राहत पहुँचाने का प्रयास किया है। नीचे PMGKAY योजना के कुछ मुख्य लाभ दिए गए हैं: मुफ्त अनाज वितरण: योजना के तहत, राशन कार्ड धारकों को हर महीने निर्धारित मात्रा में गेहूं, चावल और दालें मुफ्त में प्रदान की जाती हैं, जिससे उनकी बुनियादी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है। आर्थिक सहायता: इस योजना से गरीब परिवारों को अपने खर्चों में थोड़ी राहत मिलती है, क्योंकि उन्हें अपनी मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा खाद्य सामग्री पर खर्च नहीं करना पड़ता। भूखमरी और कुपोषण में कमी: गरीब और जरूरतमंद लोगों को नियमित रूप से अनाज प्रदान करके, यह योजना भूखमरी और कुपोषण की समस्या को कम करने में मदद करती है। सामाजिक समरसता: PMGKAY योजना समाज के सभी वर्गों के बीच समरसता बढ़ाती है, जिससे सामाजिक सहयोग और समर्थन की भावना को बल मिलता है। आपदा प्रतिक्रिया: COVID-19 जैसी महामारी और अन्य आपदाओं के दौरान, यह योजना आपातकालीन खाद्य सहायता के रूप में कार्य करती है, जिससे प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मिलती है। खाद्य सुरक्षा को मजबूती प्रदान करना: इस योजना ने भारत में खाद्य सुरक्षा की स्थिति को मजबूत किया है, जिससे लंबी अवधि में देश की खाद्य संप्रभुता सुनिश्चित होती है। सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करना: PMGKAY योजना ने भारत में सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत किया है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम किया जा सके।  व्यापक कवरेज: बड़ी संख्या में गरीब और जरूरतमंद लोगों को कवर करती है।  मुफ्त और लक्षित: लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान किया जाता है और योजना लक्षित तरीके से लागू होती है।  पोषण में सुधार: पौष्टिक भोजन प्रदान करके लोगों के पोषण को बेहतर बनाती है।  स्थिरता: खाद्यान्न का निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करती है।  ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: किसानों से खाद्यान्न खरीदकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है।  पारदर्शिता: योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं, जैसे लाभार्थियों की सूची का सार्वजनिक करना और निगरानी तंत्र स्थापित करना। कुछ अतिरिक्त लाभ एवं विशेषताएं: योजना की शुरुआत कोविड-19 महामारी के दौरान हुई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया और अब इसे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक स्थायी उपाय के रूप में माना जा रहा है। योजना का लाभ उठाने के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है। केवल राशन कार्ड दिखाकर लाभार्थी मुफ्त खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं। योजना ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार किया है। Read Also: RPSC Food Safety Officer Result 2024 Declared: Check Out Now! How to Refund Money from Any UPI Or Bank इन 5 तरीको से तुरंत मिलेगा गलत यूपीआई पेमेंट का पैसा, पूरी जानकारी जरूर पढ़े Top 10 Classic Books for Valentine Day इस वैलेंटाइन डे पर पढ़ने के लिए 10 क्लासिक रोमांस किताबें Smpoorn Chikitsa PDF Book | सम्पूर्ण चिकित्सा | आयुर्वेद का ख़जाना | Free Read and Download Aadhar Card Download Using Mobile Number: मोबाइल से आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करे- 2 तरीके PM Kisan Beneficiary Status List 2024 | PM Kisan Beneficiary Status Aadhar | Check Now PMGKAY योजना मे लाभार्थी का चयन की प्रक्रिया Selection process of beneficiaries in the PMGKAY scheme. PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन भारत सरकार द्वारा निर्धारित विशिष्ट मानदंडों के आधार पर किया जाता है। यह चयन प्रक्रिया योजना के उद्देश्य को सुनिश्चित करने और उन लोगों तक सहायता पहुँचाने के लिए बनाई गई है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है। निम्नलिखित तरीके से लाभार्थियों का चयन होता है: - राशन कार्ड धारकों का डेटाबेस: PMGKAY योजना के अंतर्गत लाभ पाने वाले व्यक्तियों का चयन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत जारी किए गए राशन कार्ड धारकों के डेटाबेस के आधार पर किया जाता है। - आय और जीवन स्तर के मापदंड: लाभार्थियों का चयन उनकी आय और जीवन स्तर के मापदंडों के आधार पर किया जाता है, जिससे सुनिश्चित हो कि सहायता सबसे ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक पहुँचे। - गरीबी रेखा से नीचे (BPL) और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) धारक: इस योजना के लाभार्थी मुख्य रूप से गरीबी रेखा से नीचे (BPL) के परिवार और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के तहत आने वाले सबसे गरीब परिवार होते हैं। - स्थानीय प्रशासन द्वारा सत्यापन: लाभार्थियों की पहचान और चयन में स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकारों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे राशन कार्ड धारकों के डेटा की समीक्षा करते हैं और सत्यापन प्रक्रिया में मदद करते हैं। - आधार सीडिंग: कई राज्यों में, लाभार्थियों के चयन में आधार कार्ड के साथ राशन कार्ड की सीडिंग (लिंकिंग) भी एक महत्वपूर्ण मापदंड है। यह डुप्लिकेसी को रोकता है और योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। - विशेष श्रेणियों का ध्यान: विकलांगता, वृद्धावस्था, और अन्य विशेष श्रेणियों के लोगों को भी इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाती है, ताकि उन्हें अतिरिक्त सहायता मिल सके।  - इस योजना के तहत पहले NFSA (National Food Security Act) अंतर्गत आने वाले सभी राशन कार्ड धारक शामिल किए जाते हैं।  - इसके अलावा राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी गरीब लोगों की पहचान करती हैं और उन्हें इस योजना में शामिल किया जाता है।  - मजदूर, बेरोजगार लोगों और वंचित वर्ग के लोगों को भी इस योजना से जोड़ा जाता है।  - सामाजिक संगठनों और SHGs की मदद से भी लाभार्थियों की पहचान की जाती है। इस प्रकार, PMGKAY योजना के लाभार्थियों का चयन एक व्यापक और समग्र प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसमें विभिन्न मापदंडों और सत्यापन प्रक्रियाओं को शामिल किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि योजना का लाभ सबसे अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुँचे। PMGKAY योजना के लिए आवेदन कैसे करे  (How to apply for the PMGKAY scheme) PMGKAY योजना, यानी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया राज्य सरकारों द्वारा संचालित खाद्य और रसद विभाग के माध्यम से की जाती है। यह योजना मुख्य रूप से उन व्यक्तियों के लिए है जिनके पास पहले से ही राशन कार्ड हैं और वे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत पंजीकृत हैं।  PMGKAY योजना में आवेदन करने के लिए दो तरीके हैं। (1.) Online (2.) Offline. यदि आप PMGKAY योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें: 1. ऑनलाइन आवेदन करने के लिए: सबसे पहले आपको अपने राज्य की खाद्य आपूर्ति विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट पर आपको "PMGKAY" योजना के लिए आवेदन करने का लिंक मिलेगा। लिंक पर क्लिक करने के बाद आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन पत्र में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, राशन कार्ड का विवरण और परिवार के सदस्यों का विवरण देना होगा। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करनी होगी। सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद आपको आवेदन पत्र जमा करना होगा। 2. ऑफलाइन: आप अपने नजदीकी राशन दुकान पर जाकर PMGKAY योजना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन पत्र भरने के बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों की मूल प्रतियां राशन दुकानदार को जमा करनी होगी। राशन दुकानदार आपके आवेदन पत्र की जांच करेगा और यदि सब कुछ सही पाया गया तो आपके आवेदन को स्वीकार कर लिया जाएगा। PMGKAY योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज: राशन कार्ड आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो) PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: PMGKAY योजना के लिए आवेदन करने की कोई अंतिम तिथि नहीं है। आप योजना के तहत किसी भी समय आवेदन कर सकते हैं। PMGKAY योजना 31 दिसंबर 2023 तक लागू थी, लेकिन अब इसे 5 सालो के लिए बढ़ा दिया गया है।  सरकार योजना को आगे बढ़ाने का निर्णय ले सकती है। PMGKAY योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए: आप अपने नजदीकी राशन दुकान से संपर्क कर सकते हैं। आप खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) की वेबसाइट https://dfpd.gov.in/ पर जा सकते हैं। आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर 1967 पर कॉल कर सकते हैं। यह भी ध्यान दें: PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। यदि आपको PMGKAY योजना के तहत आवेदन करने में कोई समस्या आ रही है तो आप DFPD के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। ध्यान दें कि PMGKAY योजना की आवेदन प्रक्रिया राज्य के अनुसार भिन्न हो सकती है। इसलिए, अद्यतन जानकारी और विशिष्ट निर्देशों के लिए अपने राज्य के खाद्य और रसद विभाग की वेबसाइट पर जाना सबसे अच्छा है। Conclusion/निष्कर्ष:-  पीएमजीकेएवाई योजना गरीबी मुक्त और समान समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल गरीबों को किफायती भोजन उपलब्ध कराता है, बल्कि सामाजिक समानता को भी बढ़ावा देता है और भेदभाव को कम करता है। हालाँकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह सभी आवश्यक परिवारों तक पहुँचे, इस योजना के कार्यान्वयन और निगरानी में सुधार की आवश्यकता है। पीएमजीकेएवाई के साथ, हम सभी के लिए एक स्वस्थ, अधिक समान और प्रगतिशील समाज की दिशा में काम कर सकते हैं। तो आइए अपने राष्ट्र की भलाई के लिए इस महत्वपूर्ण पहल का समर्थन और प्रचार करना जारी रखें। FAQs:   1. पीएमजीकेएवाई योजना क्या है? - पीएमजीकेएवाई योजना भारत सरकार द्वारा मुहिम है, जो कि सस्ते और किफायती खाद्य सुरक्षा के संकल्प के तहत २०१३ में प्रस्तुत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को सस्ते और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करना है। 2. पीएमजीकेएवाई के अंतर्गत कौन-कौन से लोग हिस्सा ले सकते हैं? - पीएमजीकेएवाई योजना के अंतर्गत, सरकार के निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले गरीब परिवार, अल्पसंख्यक समुदायों, बिमारि‍हि‍त महि‍लाओं, अल्‍पसंख्यक जनजातियों, बौद्ध मत के पहलुओं से सम्बंधित हर वर्ग की आवासीय निर्माण-सहायता प्रोत्साहन के लिए पात्र हैं। 3. पीएमजीकेएवाई का सरकार को समर्थन क्‍यों करना चाहिए? - पीएमजीकेएवाई के माध्यम से सरकार गरीब परिवारों को सस्ते, किफायती और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव है। इससे संपूर्ण समाज में गरीबी का स्तर कम होगा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। 4. PMGKAY full form क्या है? - PMGKAY full form-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana). The PMGKAY (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana) scheme is an initiative of the Government of India to provide affordable food to the poor and underprivileged families in India. 5. How can I apply for the PMGKAY scheme? You can apply for the PMGKAY scheme online by visiting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office and filling out the necessary forms. You can also visit a government center to apply for the scheme in person. 6. What documents do I need to apply for the PMGKAY scheme? You will need your family's information, income certificate, Aadhar card, and a selfie for the application process. It is important to have all your documents in order before applying. 7. Who is eligible for the PMGKAY scheme? Families with annual income below Rs 1 lakh, widows, senior citizens, and disabled individuals are eligible for this scheme. 8. Can I apply for the PMGKAY scheme multiple times? No, only one member per family can avail the benefits of this scheme. Duplicate applications will be rejected. However, if there are multiple families living in the same house and they have separate ration cards, all of them can apply for PMGKAY separately. 9. How can I check my eligibility for the PMGKAY scheme? You can check your eligibility for the PMGKAY scheme by visiting the government's official website or contacting your local Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with all the necessary information and help you with the application process. Additionally, you can also check if your name is listed under this scheme on your ration card. 10.  How can I apply for the PMGKAY scheme? To apply for the PMGKAY scheme, you can visit your nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office. They will provide you with an application form that needs to be filled out and submitted along with necessary documents such as Aadhaar card, ration card, and bank account details. 11. Can I change my registered bank account for availing benefits under the PMGKAY scheme? Yes, you can change your registered bank account by visiting the nearest Panchayat, Municipality, or District Administration office and submitting a request for changing the bank account details. However, this process may take some time to reflect in the system and until then, your old bank account will continue to receive the benefits. Read the full article
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emkanews7 · 1 year
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ई श्रमिक कार्ड कैसे बनाये 2023
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ई श्रमिक कार्ड कैसे बनाये, श्रम कार्ड कैसे बनाये, श्रम कार्ड download  ई श्रमिक कार्ड कैसे बनाये: क्या आप इस टॉपिक को इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते रहिए आपको इसके बारे में समझ जाएंगे I जैसा की आप लोगों को मालूम है कि इस श्रमिक कार्ड केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई एक जनहितकारी योजना है जिसके तहत असंगठित क्षेत्र में कार्य करने मजदूरों को आर्थिक मदद देगी ऐसे में आप मजदूर हैं और असंगठित क्षेत्र में कार्य करते हैं और अपना ई श्रमिक कार्ड बनाना चाहते हैं ले���िन आपको उसकी प्रक्रिया के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे साथ आर्टिकल पर आखिर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते हैं- 
ई श्रमिक कार्ड योजना क्या है | e Shram Card Yojana Registration Online
भारत सरकार द्वारा देश के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के श्रमिको के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार कि लाभकारी योजनाओ को शुरू कर रही है ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 19 अगस्त 2021 को e Shram Card योजना की शुरुआत की गई जिसके तहत असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरों को सरकार की तरफ से Card  दिया जाएगा जिसके अंतर्गत उन्हें कई प्रकार के सरकारी योजना का लाभ और आर्थिक मदद सरकार उन्हें प्रदान करेगी I
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ई श्रमिक कार्ड PTRC क्या है Challan Download कैसे करें घर बैठे पैसे कमाने के 18 तरीके
श्रम कार्ड के फायदे क्या है? | e Shram Card Ke Fayde
इ श्रम कार्ड धारको को अपने इ श्रम कार्ड से बहुत लाभ और फायदे मिलते है जो इस प्रकार से है:- - e Shram Card Yojana के तहत प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना के तहत मजदूरों की उम्र 60 साल से अधिक हो जाने पर उन्हें ₹3000 की राशि पेंशन के तौर पर दी जाएगी - हर महीने 35 किलो फ्री राशन दिया जाता है. और साथ में 15 किलो तक अनाज फ्री दिया जा रहा है. - मजदूर और उनके परिवार के सदस्य को योजना के तहत ₹500000 तक का फ्री इलाज दिया जाएगा I - उत्तर प्रदेश के सरकार ने e shram card धारकों को हाल के दिनों में हजार ऊपर की आर्थिक मदद उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की है -  योजना के तहत इ श्रम धारको को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बिमा योजना के तहत फ्री 2 लाख रूपये तक का जीवन बिमा दिया जाता है. - इ श्रम कार्ड योजना से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत खुद का पक्का घर बनाने के लिए पहाड़ी क्षेत्र के मजदूरो को 1.30 लाख और मैदानी क्षेत्र के श्रमिको को 1.20 लाख रूपये कि आर्थिक मदद दी जाती है.  - जिन नागरिकों को नरेगा योजना में काम नहीं मिल रहा है वह सभी मजदूरों को इस कार्ड के अंतर्गत 100 दिनों का काम प्राप्त होगा - अगर किसी भी श्रमिक की अस्थाई विकलांगता या मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उनके परिवार वालों को विकलांगता होने पर ₹100000 और मृत्यु होने पर ₹200000 की राशि आर्थिक मुआवजा के तौर पर उन्हें प्रदान की जाएगी - योजना के तहत 2 हेक्टेयर तक की कृषि योग्य भूमि वाले किसानो को इ श्रमिक कार्ड किसान पेंशन योजना के तहत प्रत्येक महीने ₹3000 की राशि आर्थिक मदद के तौर पर दी जाएगी I 
E Shram Card बनाने की योग्यता
- उम्र 16 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए - Pf / Esic अकाउंट नंबर नहीं होना चाहिए - बैंक अकाउंट नंबर आधार से लिंक होना चाहिए
E Shram Card Registration: महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट
- आधार नंबर से लिंक मोबाइल नंबर - सेविंग बैंक अकाउंट नंबर - आईएफएससी कोड - राशन कार्ड - आय प्रमाण पत्र - निवास प्रमाण पत्र - आयु का प्रमाण - पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ - मोबाइल नंबर
E SHRAM CARD REGISTRATION कैसे करें
- सर्वप्रथम आपको E Shram Portal की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। - अब आपके सामने इसका होमपेज ओपन होगा जहां आपको रजिस्टर करने का ऑप्शन दिखाई पड़ेगा उस पर आपको क्लिक करना है - अब आपके सामने एक नया पेज खोलकर आएगा। - यहां पर आपको अपना आधार लिंक मोबाइल नंबर कैप्चा कोड ईपीएफओ एवं ईएसआईसी मेंबर स्टेटस दर्ज करना होगा। - अब आपको send otp  के विकल्प पर क्लिक करना होगा। - इसके बाद आपको otp  प्राप्त होगा जिसे खाली बॉक्स में भरना होगा - अब आपको रजिस्टर के विकल्प पर क्लिक करना होगा। - इसके पश्चात आपको Confirm To Enter Other Details के विकल्प पर क्लिक करना  - इसके बाद आपसे जो भी आवश्यक जानकारी यहां पर पूछी जाएगी उसका विवरण देंगे जैसे - पर्सनल इंफॉर्मेशन - एजुकेशन क्वालीफिकेशन - ऑक्यूपेशन एंड स्किल - बैंक डिटेल - इसके बाद आप सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट यहां पर अपलोड करेंगे - अब आपको Preview Self Declaration के विकल्प पर क्लिक करना होगा। - अब आपने जो भी आवश्यक जानकारी यहां पर डाली थी उसका पूरा विवरण आपके सामने आ जाएगा - जिसके बाद आपको इस जानकारी को चेक करना होगा। - इसके पश्चात आपको Declaration पर टिक करके सबमिट के बटन पर क्लिक कर देंगे - इसके बाद आपके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी आएगा जिसे आपको ओटीपी बॉक्स में दर्ज करके verified विकल्प पर क्लिक करना होगा। - जिसके बाद आपको कंफर्म के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। - अब आपके सामने आपका E Sharm Card खुलकर आ जाएगा। - जिसके बाद Download UAN Card के विकल्प पर क्लिक करना होगा। - इस प्रकार आपका ई श्रम कार्ड डाउनलोड हो जाएगा। Read the full article
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hindimeguru · 1 year
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हेलो दोस्तों, आज के इस पोस्ट में आप जानेंगे कि apna ration card kaise check kare साथ ही जानेंगे की राशन कार्ड क्या है। अगर आप यह सब कुछ जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
दोस्तों आप सभी जानते ही होंगे कि गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर राशन कार्ड के ज़रिये अनाज दिए जाते हैं। कार्डधारक राशन कार्ड के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। राशन कार्ड गरीब व्यक्तियों को उनकी पात्रता के अनुसार दिया जाता है। कई लोगों के पास पहले से राशन कार्ड है तो कुछ लोग नए राशन कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं।
अगर आपने भी नए राशन कार्ड के लिए आवेदन किया है और अपना राशन कार्ड कैसे चेक करे जानना चाहते हैं तो आपको इसके लिए किसी सरकारी कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं है, आप घर बैठे ऑनलाइन सिस्टम के जरिए अपने राशन कार्ड की स्थिति की जांच कर सकते हैं।
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n7india · 1 year
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Deoghar: आग लगने से लाखों का सामान जलकर राख, घंटों बाद पाया गया आग पर काबू
Deoghar: देवघर जिला के सारठ थाना स्थित खैरा गांव निवासी द्वारिका मंडल के घर मे अचानक आग लगने से लाखों की सम्पत्ति जलकर राख में तब्दील हो गई। जिसमे पलंग, कुर्सी, टेबल, अनाज, गोदरेज, फ्रिज, जेवरात, कपड़ा, राशन सामग्री समेत अन्य समान जलकर राख में तब्दील हो गया। जानकारी के अनुसार द्वारिका मंडल समेत परिवार के सभी सदस्य घर के दूसरी मंजिल पर सोए हुए थे। इसी दौरान नीचे के कमरे से धुआँ व जलने की बदबू आने…
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