सायबर क्राइम, नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर नियंत्रण और पुलिसिंग@2047 के स्वरूप पर विचार-विमर्श के लिए हो कॉन्क्लेव - मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश पुलिस ने कोरोना के कठिन काल में सड़क पर देश-भक्ति और जन-सेवा के भाव को चरितार्थ किया है। जब सभी लोग घरों में थे, तब पुलिस के जवान और अधिकारियों ने अपनी जान हथेली पर रख, सर पर कफन बांध कर व्यवस्थाएँ संभाली और लोगों की मदद की। मध्यप्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति निश्चित रूप से बेहतर है, प्रदेश को शांति का टापू माना जाता है। हमें साइबर…
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भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश में विकास के नए आयाम किए स्थापित-कराड़ा
भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश में विकास के नए आयाम किए स्थापित-कराड़ा
शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होने पर विकास कार्यों की कराई गिनती
प्रेसवार्ता करते जिलाध्यक्ष।
शाजापुर। दो वर्ष पूर्व विषम परिस्थितियों में प्रदेश में शिवराज सरकार की पुन: स्थापना हुई। मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही प्रदेश में कोरोना कीलहर ने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया था। इस विकट स्थिति में भी प्रदेश के विकास की रफ्तार कम नही हुई और गरीबों के आवास के साथ ही केद्र सरकार की…
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मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को लेकर जारी नया आदेश, सभी कलेक्टर को जारी
मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को लेकर जारी नया आदेश, सभी कलेक्टर को जारी
भोपाल;-राज्य शासन द्वारा कोविड19 महामारी संक्रमण की वर्तमान स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए पूर्व में जारी कोविड19 संक्रमण की रोकथाम हेतु लगाएं गए प्रतिबंधो से सम्बंधित दिशा-निर्देश निरस्त किए गए ओर अब प्रदेश में नाईट कर्फ़्यू रहेगा जारी मास्क सेनेेटाइजर सोशल डिस्टेंस का रखना होंगा ध्यान
कलेक्टर ऐसे क्षेत्र जहाँ संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक माइक्रो कंटेंटमेंट जॉन घोषित कर आवश्यक प्रतिबंधत्मक…
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10वीं-12वीं की परीक्षा देने वाले बच्चों के लिए ख़ास खबर! परीक्षा फॉर्म को लेकर आया अपडेट
10वीं-12वीं की परीक्षा देने वाले बच्चों के लिए ख़ास खबर! परीक्षा फॉर्म को लेकर आया अपडेट
भोपाल:HN/ मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बोर्ड परीक्षाओं (MP Board Students) को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं है. इस बीच बच्चों के लिए एक बड़ी और जरूरी खबर आई है. कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को लेकर आशंका है कि एमपी बोर्ड (MP Board) की 10वीं-12वीं की परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाया जा सकता है. इस बीच मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वी और 12वी के छात्रों को परीक्षा फॉर्म में गलती सुधारने…
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मुख्यमंत्री निवास पर हुई राज्य मंत्रिपरिषद् की बैठक में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के तेजी से फैलते संक्रमण पर चिंता व्यक्त की गई। दुनिया के 116 देशों और देश के कई राज्यों में कोरोना एवं ओमिक्रोन वैरिएंट के तेजी से बढ़ते केसों के दृष्टिगत मंत्रिपरिषद् ने भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रदेश में भी संक्रमण से बचाव तथा जीवन रक्षा के लिए आवश्यक पाबंदियां लगाने पर सहमति व्यक्त की है।
बैठक में मंत्रिपरिषद् ने सं��्रमण के फैलाव को देखते हुए प्रदेश में रात्रि 11 बजे से प्रातः 5 बजे तक जन अनुशासन कर्फ्यू की प्रभावी पालना कराए जाने का निर्णय लिया है। साथ ही, मास्क की अनिवार्यता एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना कराए जाने पर जोर दिया। साथ ही मंत्रिपरिषद् ने 31 जनवरी तक पात्र सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने तथा प्रदेश में वैक्सीन की अनिवार्यता के संबंध में भी सहमति व्यक्त की। मंत्रिपरिषद् ने कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाने वालों को 31 जनवरी के बाद सार्वजनिक एवं अधिक जन समूह वाले स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं दी जाए।
बैठक में बताया गया कि भारत सरकार ने 27 दिसम्बर को अवगत कराया है कि कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट विश्व के 116 देशों में फैल चुका है। यूएसए, ब्रिटेन, यूरोप (फ्रांस, इटली, स्पेन), रूस, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम एवं आस्ट्रेलिया जैसे देशों में इसके बड़ी संख्या में केस आ रहे हैं। इसके संक्रमण की गति भी डेल्टा वैरिएंट से 3 गुना अधिक है। इसको देखते हुए भारत सरकार ने वैक्सीनेशन, टेस्टिंग और सर्विलांस, क्लीनिकल मैनेजमेंट, कम्यूनिटी एंगेजमेंट एण्ड कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर सहित अन्य सावधानियां बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
देश के लगभग सभी राज्यों में ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ ही कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। दिल्ली में 4 जून के बाद एक ही दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 419 केस आए हैं तथा पॉजिटिविटी दर में भी 0.89 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। महाराष्ट्र में कोरोना के 2 हजार से अधिक केस आए हैं, इनमें से अकेले मंुबई में नए केस 1,377 हैं। गुजरात में 394, तेलंगाना में 228, छत्तीसगढ़ में 69, पंजाब में 51 सहित अन्य राज्यों में भी कोविड-19 के केसों में वृद्धि हुई है।
कोरोना के नए केसों में एकाएक बढ़ोतरी एवं ओमिक्रोन वैरिएंट के फैलाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यलो अलर्ट जारी कर मेट्रो, बार, रेस्टोरेंट एवं प्राइवेट ऑफिस में उपस्थिति 50 प्रतिशत कर दी है। जिम एवं सिनेमा हॉल को बंद किया गया है। शॉपिंग मॉल एवं दुकानें एक दिन छोड़कर एक दिन खोलने की अनुमति दी गई है तथा रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू किया गया है।
इसी प्रकार मध्यप्रदेश में रात्रि कर्फ्यू लागू किया गया है और पंचायत चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं। वैक्सीन की दोनों डोज लगाने वालों को ही सिनेमा हॉल, जिम, क्लब सहित अन्य स्थानों पर अनुमति दी गई है। कर्नाटक में नए साल पर सार्वजनिक स्थानों एवं क्लब-रेस्टोरेंट आदि पर 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अनुमति दी गई है। विशेष कार्यक्रमों एवं डीजे पर 2 जनवरी तक प्रतिबंध लगाया गया है। पंजाब ने भी 15 जनवरी से बाजारों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर दोनों डोज लगाने वालों को ही अनुमति दी है।
देश में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलाव एवं अन्य राज्यों में लगाई गई पाबंदियों को देखते हुए राज्य मंत्रिपरिषद् ने प्रदेश में भी पूरी सावधानी एवं सतर्कता रखने तथा जन अनुशासन कायम करने पर जोर दिया है। मंत्रिपरिषद् ने अपेक्षा की है कि जनता के सहयोग से कोविड अनुशासन की प्रभावी पालना कराई जाए, ताकि संक्रमण के प्रसार को रोककर किसी भी तरह की घातक स्थिति से बचा जा सकेे।
प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के साथ-साथ आजीविका को सुचारू रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जीविकोपार्जन को ध्यान में रखते हुए राज्य मंत्रिपरिषद् ने फिलहाल कम से कम पाबंदियों के साथ जन अनुशासन की पालना कराने पर अपनी राय व्यक्त की है। मंत्रिपरिषद् ने इस संबंध में निम्न निर्णय लिए हैं -
वैक्सीनेशन की अनिवार्यता
विशेषज्ञों की राय के अनुसार जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं, उनमें कोरोना के नये वैरिएंट (ओमिक्रॉन) से संक्रमण का खतरा बहुत कम है और संक्रमित होने पर इसका असर कम देखा गया है।
समस्त विश्वविद्यालय/महाविद्यालय/विद्यालय/कोचिंग संस्थान के शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टाफ, 18 वर्ष से अधिक आयु के छात्र-छात्राएं एवं संस्थान आवागमन हेतु संचालित बस, ऑटो एवं कैब के चालक को वैक्सीन की दोनों डोज अनिवार्य रूप से लगानी होगी।
समस्त राजकीय कार्मिकों से अपेक्षा है कि वे कोविड-19 की दोनों डोज आवश्यक रूप से लगवा लें।
प्रदेश के समस्त सिनेमा हॉल्स/थियेटर/मल्टीप्लेक्स 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हों, के लिए रात्रि 10ः00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी।
समस्त प्रकार के ऑडिटोरियम एवं प्रदर्शनी हेतु उपलब्ध स्थान रात्रि 10ः00 बजे तक केवल उन व्यक्तियों हेतु अनुमत होगा, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हो।
समस्त मॉल्स/दुकानें एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को रात्रि 10ः00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी एवं समस्त कार्मिकों से अपेक्षा है कि वे कोविड की दोनों डोज अनिवार्य रूप से लगवा लें। इसके साथ ही स्क्रीनिंग की सुविधा, मास्क का उपयोग एवं अन्य कोविड उपयुक्त व्यवहार की अनुपालना करना अनिवार्य होगा।
सम्बन्धित संस्था प्रधान/अन्य संस्थानों के संचालकों/मार्केट एसोसिएशन/समस्त विभागाध्यक्ष/कार्यालय प्रमुख स्वयं/स्टाफ/कार्मिकों के वैक्सीन की दोनों डोज 31 जनवरी, 2022 तक अनिवार्य रूप से लगवाना सुनिश्चित करावें एवं कार्यालय के सदृश्य स्थान पर यह घोषणा भी लगाये कि स्वयं एवं स्टाफ द्वारा दोनों वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।
31 जनवरी, 2022 के पश्चात् इन स्थानों पर डबल डोज वैक्सीनेटेड लोगों को ही अनुमत किया जायेगा तथा कहीं भी उल्लंघन पाये जाने पर संबंधित संस्था प्रधान/अन्य संस्थानों के संचालकों/मार्केट एसोसिएशन/समस्त विभागाध्यक्ष/कार्यालय प्रमुख के विरूद्ध प्रशासन द्वारा नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
समारोह आयोजन के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश
सभी प्रकार के भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक, सामाजिक, राजनैतिक, खेल-कूद सम्बन्धी, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक समारोह/त्योहारों/शादी-समारोह में अधिकतम 200 व्यक्तियों के सम्मिलित होने की अनुमति होगी। उक्त कार्यक्रमों में सम्मिलित होने वाले व्यक्तियों की संख्या 200 से अधिक होने पर इसकी पूर्व अनुमति जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट से प्राप्त करना अनिवार्य होगा। बिना अनुमति ऐसा कार्यक्रम करने पर जिसमें 200 से अधिक व्यक्ति होंगे, उनमें आयोजकों एवं सभा स्थल संचालक पर 10 हजार रूपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
अन्य दिशा-निर्देश
प्रदेश में नए कोविड वैरिएंट के संक्रमण को रोकने हेतु जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की कोविड टीम द्वारा विदेश से आने वाले यात्रियों की सूचना ऑनलाईन पोर्टल SSO→login→COVID 19 STATISTICS→District Quarantine Statistice (Form-4) के माध्यम से इन्द्राज करने के साथ ही उक्त सूचना संबंधित जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट को प्रेषित करनी होगी, ताकि जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट द्वारा क्वारंटीन नियमों/कोविड उपयुक्त व्यवहार की पालना की निगरानी सुनिश्चित हो सके।
सिटी/मिनी बसों का संचालन प्रातः 05ः00 बजे से रात्रि 11ः00 बजे तक अनुमत होगा। किसी भी यात्री को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
रेस्टोरेन्ट्स द्वारा होम डिलीवरी की सुविधा प्रतिदिन 24 घण्टे अनुमत होगी। टेक अवे एवं रेस्टोरेन्ट में बैठाकर खिलाने की सुविधा, बैठक क्षमतानुसार प्रतिदिन रात्रि 10ः00 बजे तक कोविड उपयुक्त व्��वहार की पालना सुनिश्चित करते हुए अनुमत होगी।
कोविड के प्रसार को रोकने हेतु सघन रोकथाम और समूहों/क्षेत्रों में सक्रिय निगरानी की जानी चाहिए।
राज्यों से सटे जिलों द्वारा स्थापित सीमा चौकियों पर सख्त निगरानी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी परिपत्र/दिशा-निर्देशों के अनुसार जारी रहेगी।
आमजन द्वारा कोविड उपयुक्त व्यवहार एवं टीकाकरण की दोनों डोज के साथ-साथ मास्क का अनिवार्य उपयोग, सेनेटाइजेशन, दो गज की दूरी एवं बंद स्थानों पर उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखना अतिआवश्यक है।
प्रदेश में 3 जनवरी, 2022 से समस्त सिनेमा हॉल/थियेटर/मल्टीप्लेक्स/ऑडिटोरियम एवं प्रदर्शनी हेतु उपलब्ध स्थान 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लिये हुए व्यक्तियों के लिए अनुमत होगा।
संपूर्ण प्रदेश में प्रतिदिन रात्रि 11ः00 बजे से प्रातः 05ः00 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू यथावत् जारी रहेगा।
नववर्ष के उपलक्ष्य में दिनांक 31 दिसम्बर, 2021 को रेस्टोरेंट्स का संचालन 02.30 घण्टे अतिरिक्त (रात्रि 10ः00 बजे से 12ः30 बजे तक) किया जा सकेगा एवं रात्रिकालीन कर्फ्यू में 2 घण्टे (रात्रि 11ः00 बजे से 01ः00 बजे तक) की छूट रहेगी।
यह निर्णय तत्काल रूप से लागू होंगे।
उक्त दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किये जाने पर समस्त जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अपने स्थानीय क्षेत्राधिकार में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 एवं राजस्थान महामारी अधिनियम, 2020 के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
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बिहार में फिलहाल स्थिति बेहतर अभी नाइट कर्फ्यू जैसा कोई निर्णय नहीं
बिहार में फिलहाल स्थिति बेहतर अभी नाइट कर्फ्यू जैसा कोई निर्णय नहीं
Bihar: देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए कई राज्यों ने गाइडलाइन जारी कर दिए हैं, जिनमें हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात में पाबंदियों को सख्त करते हुए नाइट कर्फ्यू की घोषणा की गई है, वहीं बिहार के मुख्यमंत्री ने नितीश कुमार ने ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे पर कहा कि फिलहाल बिहार की स्थिति बेहतर है इसके स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, लिहाजा अभी नाइट कर्फ्यू जैसा कोई…
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MP Rojgar Setu Yojana Registration 2021 |Portal| रोजगार सेतु Online Form
MP Rojgar Setu Registration | MP Rojgar Setu Panjiyan 2021 | MP Rojgar Setu Portal | MP Rojgar Setu Apply online | MP Rojgar Setu Form
मध्यप्रदेश सरकार अपने राज्य के नागरिकों की सुविधा के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं को क्रियान्वित करती है। इसी तरह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश रोजगार सेतु योजना की शुरुआत की ताकि राज्य के लोगो को रोजगार मिल सके । इस योजना की शुरुआत सरकार ने कोविड काल में दूसरे राज्य से वापिस आये प्रवासी मजदूरों के लिए की ।
कोरोना काल में लगे लॉक डाउन के कारण बहुत से मजदूरों को अपने राज्य में वापिस आना पड़ा जिसके कारण सरकार ने उन बेरोजगार मजदूरों के लिए मध्यप्रदेश रोजगार सेतु योजना की शुरुआत की । इन सभी दूसरे राज्यों से वापिस आये मजदूरों की श्रमिक विभाग द्वारा सूची तैयार की जाएगी और फिर उन सभी मजदूरों को इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण करवाना होगा ताकि राज्य में उन्हें रोजगार प्राप्त हो सके ।
MP Rojgar Setu Registration 2021
मध्य प्रदेश रोजगार सेतु योजना के मुख्य केंद्र बिंदु :
- योजना का नाम मध्य प्रदेश रोजगार सेतु योजना है जिसके तहत दूसरे राज्यों से कोरोना संक्रमण के दौरान वापिस आये मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाना है ।
- रोजगार सेतु योजना की शुरुआत मध्य प्रदेश के मुख्य मन्त्री श्री शिव राज सिंह चौहान जी ने की ।
- इस योजना के तहत जरूरतमंद आवेदक ऑनलाइन और ऑफ़लाइन माध्यम से आवेदन कर सकता है ।
- मध्य प्रदेश सरकार ने इस योजना की पूरी जानकारी और आवेदन करने के लिए एक प्रमाणित वेबसाइटmp.gov.in/ बनाई है।
MP Rojgar Setu Registration online
मध्य प्रदेश रोजगार सेतु योजना 2021 का लक्ष्य :
- रोजगार सेतु योजना का मुख्य लक्ष्य कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉक डाउन के दौरान बेरोजगार हुए मजदूरों के लिये रोजगार उपलब्ध करवाना है ।
- इस लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों में काम करने वाले श्रमिक अपने राज्य वापिस आ गये क्योंकि बहुत से मजदूर बेरोजगार हुए ।
- इन सब परिस्थितियों को देखते हुए राज्य में वापिस आने वाले मजदूरों को उनकी प्रतिभा और कार्य क्षमता के अनुसार रोज़गार देने के लिए ही मध्य प्रदेश सरकार ने रोजगार सेतु योजना की शुरुआत की ।
- रोज़गार सेतु योजना का मुख्य लक्ष्य ही राज्य में वापिस आये मजदूरों को राज्य में ही रोज़गार प्रदान करना है ।
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PM Kisan Yojana List 2021 New
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एमपी रोजगार सेतु पंजीयन 2021
मध्यप्रदेश रोज़गार सेतु योजना 2021 की विशेषताये :
- रोजगार सेतु योजना का आरंभ कोरोना काल में दूसरे राज्यों से वापिस आये बेरोजगार मजदूरों के लिए किया गया ।
- इस योजना के माध्यम से अपने राज्य में वापिस आये मजदूरों के लिये उनकी योग्यता और कौशलता के आधार पर नौकरी प्रदान की जाएगी ।
- रोजगार सेतु योजना के तहत मनरेगा में भी काम दिया जाएगा ।
- रोजगार सेतु योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिकों को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना होगा ।
- इस योजना के तहत योग्य मजदूरों को अपना रेजिस्ट्रेशन करने के लिये रोजगार सेतु योजना ऑनलाइन आवेदन में पंजीकरण फॉर्म को भरना है ।
- रोजगार सेतु योजना पोर्टल पर आवेदक से जुड़ी सारी जानकारी जैसे कि श्रमिक का नाम,पता आदि , पढ़ाई या कार्य कौशल से जुड़ी योग्यता , पूर्व नौकरी का विवरण व उसमें मिलने वाला वेतन और काम करने का पसंदीदा क्षेत्र संमिलित होंगे ।
- कोरोना संक्रमण से हुए लॉक डाउन के कारण मध्य प्रदेश में वापिस आये और बेरोजगार हुए मजदूरों की अनुमानित संख्या5 लाख से 13 लाख तक होगी।
मध्य प्रदेश रोजगार सेतु योजना के अंतर्गत आने वाले रोज़गार के क्षेत्र :
कोरोना काल लॉक डाउन की स्थिति के कारण जो भी मजदूर मध्यप्रदेश में वापिस आये हैं उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी पाने का मौका प्रदान किया जायेगा । राज्य में निम्नलिखित क्षेत्र में मजदूरों को अवसर दिया जाएगा : १. इमारत निर्माण में २. ईंट भट्ठा खनन उद्योग ३. कपड़ा उद्योग ४. संयंत्र बनाने के कारखाने में ५. दवाईयों से जुड़े उद्योग ६.कृषि से जुड़े उद्योग आदि।
MP Rojgar Setu Application Status 2021
मध्यप्रदेश रोजगार सेतु योजना में आवेदन करने के लिए निर्धारित योग्यता और आवश्यक प्रमाण पत्र :
किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए सरकार द्वारा तय की गई योग्यता के पैमाने पर उतरना बहुत जरूरी है और साथ ही प्रमाण पत्र भी होने चाहिए ।
- सबसे पहले और सबसे आवश्यक योग्यता ये है कि आवेदक मध्यप्रदेश का स्थाई निवासी हो ।
- मजदूर बेरोजगार होना चाहिए अन्यथा वो योजना का लाभ लेने के लिए योग्य नहीं होगा ।
- ऐसे श्रमिक जिनके पास राज्य का कोई प्रमाण पत्र या आईडी नहीं है उनकी पोर्टल पर आईडी बनाई जाएगी ।
- आवेदक के पास आधार कार्ड का होना अनिवार्य है ।
- आवेदन कर्त्ता का पंचायत और तहसील से प्राप्त स्थाई निवास प्रमाण पत्र ।
- आवेदक का वोटर कार्ड ।
- और आवेदक का श्रम विभाग द्वारा जारी किया गया श्रमिक कार्ड जिसमें आवेदक की सारी जानकारी उपलब्ध हो ।
- आवेदक का मोबाइल नंबर और पासपोर्ट आकार के फ़ोटो ।
Rojgar Setu Portal MP
रोजगा�� सेतु योजना में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
योजना में आवेदन के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया को क्रमबद्व तरीक़े से अनुसरण करें :
- योजना के तहत आवेदन और उसका लाभ पाने के लिये आवेदक का पंजीकरण होना अनिवार्य है ।
- इस योजना में आवेदन के लिए सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर क्लिक करना है । फिर स्क्रीन पर होम पेज खुल जायेगा ।
- इस होम पेज पे पंजीकरण करने का विकल्प होगा जिसपे क्लिक करना है ।
- पंजीकरण के विकल्प पे क्लिक करने के बाद पंजीकरण फॉर्म खुल जायेगा ।
- फॉर्म में आवेदक से जुड़ी सारी जानकारी जैसे कि आवेदनकर्ता का नाम , पता , बेरोजगारी से पहले की नौकरी का ब्यौरा व आय आदि सही सही भरनी है ताकि श्रम विभाग के अधिकारी सत्यापन कर सकें ।
- इस जानकारी से जुड़े सारे साक्ष्य भी सलग्न करने हैं ।
- इसके बाद पंजीकरण करें के विकल्प को खोज कर क्लिक करना है और आवेदक की सारी जानकारी दर्ज हो जाएगी ।
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Sambal Yojana Panjiyan MP
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MP Ruk Jana Nahi Updates
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Jansunwai Portal MP
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MP Rojgar Panjiyan
MP Rojgarsetu Panjiyan online
मध्यप्रदेश रोज़गार सेतु योजना के तहत लॉगिन की प्रक्रिया :
- सरकार द्वारा प्रमाणित योजना की वेबसाइट पर जा कर क्लिक करना है ।
Rojgarsetu Portal MP
- स्क्रीन पर होम पेज या पन्ना खुल जायेगा और इस पन्ने पर लॉगिन का विकल्प खोजना है ।
- होम पेज पर लॉगिन का विकल्प मिलने के बाद क्लिक करने पर एक नया पन्ना खुल जायेगा ।
- इस पन्ने पर पूछी गई जानकारी जैसे कि यूजर नेम, पासवर्ड और कॅप्टचा कोड आदि भर कर लॉगिन के विकल्प पे क्लिक करने से आवेदक लॉगिन कर पायेगा ।
मध्यप्रदेश रोजगार सेतु योजना के पंजीकरण की स्थिती का ब्यौरा :
रोज़गार सेतु योजना की प्रमाणित वेबसाइट पर जा कर रोजगार से जुड़ी योजना का होम पेज खुल जायेगा । इस पन्ने पर आवेदक अपने फॉर्म की स्थिती जानने का विकल्प खोजेगा । इस विकल्प को चुनने के बाद स्क्रीन पर जो पन्ना खुलेगा वहाँ खोज श्रेणी का चयन करने पर आवेदक को मोबाइल नंबर या बैंक खाता नंबर भरना है । यह जानकरी भरने के बाद कॅप्टचा कोडभर कर ' खोजे ' के विकल्प को चुन लें और फिर आवेदक के पंजीयन की स्थिती का पता चल जायेगा।
Madhya Pradesh Rojgar Setu Portal
अंत में यही निष्कर्ष निकलता है कि मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई रोज़गार सेतु योजना राज्य में वापिस आये श्रीमको को बहुत फायदेमंद साबित हो रही क्योंकि कोरोना काल संक्रमण के दौरान हुए लॉक डाउन से बहुत से लोगों को रोजगार से हाथ धोने पड़े । वापिस आये श्रमिकों को राज्य में ही रोजगार का अवसर प्रदान करने के लिए सरकार मजदूरों को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर ही आधारित नौकरी मुहैया करवायेगी । इससे मजदूर आत्म निर्भर बन पाएंगे और उनके जीवन स्तर का भी उत्थान होगा।
रोजगार सेतु योजना के शुरू होने से अधिकांश मजदूर अपने राज्य में ही रहने लगे हैं और वही पर अपनी कौशलता के आधार पर नौकरी पा रहे हैं । इस योजना से वही प्रवासी मजदूर लाभान्वित होंगे जो मध्यप्रदेश के स्थाई निवासी हैं और बेरोजगार हैं । रोजगार सेतु योजना के तहत आवेदक के द्वारा दी गई जानकारी की जांच पंचायत , तहसील या ज़िला के अधिकारी करेगें कि उनके द्वारा जमा किये गए साक्ष्य सही हैं या नहीं । इस जांच के बाद ही आवेदक रोजगार के लिए योग्य घोषित होगा ।
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जनसहयोग से ही होगा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का नव निर्माण : शिवराज Divya Sandesh
#Divyasandesh
जनसहयोग से ही होगा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का नव निर्माण : शिवराज
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के निर्माण के लिए हर नागरिक को अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करना होगा। प्रदेश के निर्माण के लिए जनता के साथ मिलकर निर्णय लेने के उद्देश्य से प्रदेश में जनभागीदारी मॉडल विकसित किया गया है। प्रदेश में विभिन्न वर्गों की पंचायतों का आयोजन पुन: आरंभ किया जाएगा। जनता के कल्याण की योजनाएं जनता के साथ मिलकर बनाई जाएंगी और उनका क्रियान्वयन भी जनता के माध्यम से होगा। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण जनभागीदारी से किया जाएगा। हमें जनता का सहयोग चाहिए जनसहयोग के बिना अकेली सरकार प्रदेश का नव निर्माण नहीं कर सकती है।
मुख्यमंत्री ने रविवार को राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह के राज्यस्तरीय कार्यक्रम में ध्वजारोहण तथा परेड की सलामी के बाद जनता को संबोधित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए प्रदेश के नागरिकों को ईमानदारी से अपने कर्तव्य और दायित्वों का पालन करने, कोरोना अनुकूल व्यवहार के पालन, बेटियों का सम्मान करने और स्वच्छता अभियान में भाग लेने का संकल्प लेना होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम मिलकर समृद्ध विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण करेंगे। मैं ऐसे मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए स्वयं को समर्पित करता हूँ।
आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में प्रथम रहेंगे-
मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प के अनुपालन में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में हमारा प्रदेश देश में प्रथम रहेगा। प्रदेश के मस्तक पर जनभागीदारी की कुम-कुम और सुशासन के अक्षत से आत्म-निर्भरता का तिलक करें। हमें कदम मिलाकर चलना है।
समावेशी विकास और सामाजिक न्याय-
चौहान ने कहा कि हमारी सरकार समावेशी विकास के साथ सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है। अन्य पिछड़ा वर्ग का मामला हो, अनुसूचित जाति- जनजाति का कल्याण हो या महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान का विषय हो, राज्य सरकार प्रत्येक क्षेत्र में निरंतर कार्यरत है। अनुसूचित जनजाति के बहनों-भाइयों की भावनाओं, संस्कृति, जीवनमूल्य, परंपरा, रोजगार और शिक्षा के लिए 18 सितम्बर रघुनाथ शाह शंकरशाह के बलिदान दिवस से विशेष अभियान आरंभ किया जाएगा जो 15 नवम्बर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती तक चलेगा। अभियान में कला और संस्कृति की रक्षा, रोजगार के अवसरों की उपलब्धता के साथ-साथ स्वास्थ्य रक्षा और जागरूकता के लिए विशेष गतिविधियां चलाई जाएंगी। सरकार द्वारा” देवारण्य” योजना प्रारंभ की जा रही है। योजना में जनजातीय बहुल क्षेत्रों में वहाँ के इको सिस्टम के अनुसार परंपरागत औषधीय पौधों और सुगन्धित पौधों को उगाने से लेकर उनकी प्रोसेसिंग,ब्रांडिंग, मार्केटिंग एवं विक्रय की सम्पूर्ण वैल्यू चेन विकसित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जनजाति के भाई-बहनों को सामुदायिक वन प्रबंधन के अधिकार देने की घोषणा की।
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अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण-
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग की सुरक्षा, सम्मान, रोजगार और शिक्षा की भरपूर चिंता की जाएगी। बजट में इसके लिए 17 हजार 980 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संविधान में संशोधन कर पिछड़ा वर्ग के बहनों और भाईयों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक आयोग का दर्जा दिया गया है। हमारी सरकार पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पिछड़े वर्गों के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति का अध्ययन करने के लिए एक नया आयोग गठित किया जाएगा, जो व्यापक पैमाने पर पिछड़ा वर्ग की स्थितियों का अध्ययन कर उनकी स्थिति में सुधार के लिए अपनी अनुशंसाएँ देगा। पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए हमारी सरकार कृतसंकल्पित है।
सांस्कृतिक विविधता-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की संस्कृति पर्याप्त समृद्ध है। यहाँ की सांस्कृतिक विविधता अद्भुत है। ओमकारेश्वर में अद्वैत वेदांत संस्थान स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, यहां आचार्य शंकर की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी तथा अनुसंधान कार्य भी होंगे। देवी अहिल्या बाई और बाजीराव पेशवा का स्मारक बनाने के साथ-साथ ग्वालियर में अटल जी की स्मृति में विशाल स्मारक बनाया जाएगा।
माफियाओं के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाई-
चौहान ने प्रदेश में माफियाओं के विरुद्ध चले अभियान की सफलता के लिए पुलिस को बधाई दी। पुलिस बल को आधुनिक संसाधनों से लैस करने, नई तकनीक उपलब्ध कराने का कार्य निरंतर जारी है। शराब माफियाओं के विरुद्ध कठोर अभियान निरंतर जारी है। इस दिशा में कड़े प्रावधान किए गए हैं। अवैध शराब और जहरीली शराब के कारोबार में लगे अपराधियों के लिए फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में माताओं बहनों की सुरक्षा के लिए मुस्कान अभियान संचालित हैं इसके अच्छे परिणाम आए हैं। पुलिस का नक्सलियों के विरुद्ध अभियान भी प्रभावी रहा है।
कर्मचारियों के हित का ध्यान-
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक ले जाने के कर्मचारी महत्वपूर्ण माध्यम हैं। पिछले दिनों आर्थिक संकट के कारण अपेक्षित महंगाई भत्ता और सुविधाएं कर्मचारियों को देने में राज्य सरकार असमर्थ रही है। अर्थव्यवस्था पटरी पर लाने के प्रयास जारी हैं। जल्द ही कर्मचारियों को भत्ते आदि दिलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कर्मचारियों से पूरी लगन, निष्ठा और समर्पण से अपने दायित्वों का निर्वहन करने की अपील की।
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कोविड प्रबंधन एवं टीकाकरण-
चौहान ने कहा कि कोविड प्रबंधन के लिए हमारी रणनीति के 05 स्तम्भ हैं- आईडेंटीफिकेशन, टेस्टिंग, आईसोलेशन, ट्रीटमेंट एवं वैक्सीनेशन। संनियोजित रणनीति, त्वरित निर्णय और साझे प्रयासों के चलते मध्यप्रदेश, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण पाने में भी सफल रहा है। कोविड संक्रमण से बचाव का एक प्रमुख उपाय है- टीकाकरण। मध्यप्रदेश में टीकाकरण को एक जन-उत्सव का रूप दिया गया है। टीकाकरण- महाअभियान में 21 जून, 2021 को मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड 16 लाख 95 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया। अब तक वैक्सीन के 3 करोड़ 75 लाख जीवन-रक्षक डोज लगाए जा चुके हैं। दिनांक 25 एवं 26 अगस्त, 2021 को कोविड वैक्सीनेशन का महा-अभियान चलाया जाएगा।
तीसरी लहर की तैयारी-
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना की संभावित तीसरी लहर से सुरक्षा के लिए एक सुनियाजित रणनीति बनाते हु��� समस्त आवश्यक तैयारियाँ की गई हैं। अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाना, ऑक्सीजन प्रबंधन, दवा, इंजेक्शन और उपकरणों की उपलब्धता, मानव संसाधन का प्रबंधन तथा प्रशिक्षण एवं ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल पर विशेष फोकस किया गया है। प्रतिदिन अधिक से अधिक कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं।
अधोसंरचना विकास-
चौहान ने कहा है कि अधोसंरचना, विकास का आधार है। प्रदेश में वर्ष 2024- 25 तक सिंचाई क्षमता को 65 लाख हेक्टेयर तक ले जाने का लक्ष्य है। केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना से मध्यप्रदेश को 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई, 41 लाख आबादी को पेयजल तथा 103 मेगावाट की विद्युत सुविधा प्राप्त हो सकेगी। प्रदेश में इस वर्ष 2 हजार किलोमीटर लम्बाई की सड़कों का निर्माण एवं उन्नयन, ढाई हजार किलोमीटर सड़कों का नवीनीकरण और 80 बड़े पुल एवं रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इन कार्यों पर 5 हजार 530 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारी पथ-प्रदर्शक है। प्रदेश में “ सीएम राइज योजना” के प्रथम चरण में 350 विद्यालयों को सर्वसुविधायुक्त बनाने के लिए डेढ़ हजार करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है। अगले शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में लागू किया जाएगा। राज्य के युवाओं को विश्व-स्तरीय कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क का निर्माण किया जा रहा है।
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खेलों को प्रात्साहन-
चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में विश्वस्तरीय खेल अकादमियों की स्थापना की गई। इन अकादमियों में खिलाड़ियों को समस्त आवश्यक सुविधाएँ एवं अंतर्राष्ट्रीय मापदण्डों के अनुरूप प्रशिक्षण की व्यवस्था है। प्रदेश की खेल अकादमियों में प्रशिक्षण प्राप्त 10 खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है। मध्यप्रदेश के बेटे विवेक सागर और प्रदेश की हॉकी अकादमी के ट्रेनी नीलकांता शर्मा ने पूरे विश्व में मध्यप्रदेश का मान बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री कोविड- 19 विशेष अनुग्रह योजना-
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना लागू कर पात्र दिवंगत शासकीय सेवायुक्तों के परिजनों के 188 प्रकरणों में 6 करोड़ 81 लाख रुपये की अनुग्रह सहायता दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना में अब तक दिवंगत शासकीय सेवायुक्तों के 441 पात्र परिजनों को विभिन्न पदों पर अनुकंपा नियुक्ति दी गई है।
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जबलपुर हाईकोर्ट का केंद्र को निर्देश। मध्यप्रदेश को हर महीने 1.5 करोड़ टीके उपलब्ध कराएं
जबलपुर हाईकोर्ट का केंद्र को निर्देश। मध्यप्रदेश को हर महीने 1.5 करोड़ टीके उपलब्ध कराएं
जबलपुर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने कोरोना संकट मामले को लेकर विस्तृत आदेश जारी किया है. कोर्ट ने अपने आदेश में राज्य में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. हाईकोर्ट ने सरकार को अगली सुनवाई में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है, जिसमें जिलेवार ऑक्सीजन प्लांट की वर्तमान स्थिति की जानकारी देनी होगी. वहीं, राज्य सरकार को राज्य के उन जिलों की संख्या के बारे में उच्च…
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लगातार बढ़ रहे बिजली के दामों का विरोध : कांग्रेस ने मेघनगर में बिजली के बिल जलाकर किया विरोध प्रदर्शन
लगातार बढ़ रहे बिजली के दामों का विरोध : कांग्रेस ने मेघनगर में बिजली के बिल जलाकर किया विरोध प्रदर्शन
मेघनगर I बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर शनिवार को मेघनगर मे कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया। मध्यप्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा और शिवराज सिंह की सरकार ने कोरोना काल में बिजली बिलों को माफ करने का वादा किया था लेकिन वर्तमान स्थिति में कोरोना काल के बिजली के बिलों की वसूली अब भी जारी है यह वसूली रोकने के लिए युथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया और युथ कांग्रेस जिला प्रभारी पुनीत…
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प्रदेश में मार्च 2022 तक होने वाली सभी सांस्कृतिक और पर्यटन गतिविधियों का कार्यक्रम जारी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने संस्कृति विभाग द्वारा प्रकाशित कला पंचांग का आज निवास पर लोकार्पण किया। पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और प्रमुख सचिव संस्कृति तथा जनसंपर्क श्री शिव शेखर शुक्ला भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को 'बुंदेलखंड के भित्ति चित्र' नामक पुस्तक भेंट की। प्रमुख सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला ने जानकारी दी कि कला पंचांग में संस्कृति तथा पर्यटन विभाग द्वारा वर्ष के आगामी माहों में संचालित की जाने वाली सभी गतिविधियों को जोड़ा गया है। पंचाग में अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक की गतिविधियों का उल्लेख है।
प्रदेश में प्रतिवर्ष आयोजित होती हैं लगभग दो हजार सांस्कृतिक गतिविधियाँ
उल्लेखनीय है कि संस्कृति विभाग सम्पूर्ण प्रदेश में कला और उसके स्वरूपों पर केन्द्रित समारोह, प्रदर्शनी, प्रशिक्षण शिविर, पुरस्कार, परिसंवाद, संगोष्ठी, व्याख्यान, कविता, कहानी, फिल्म, नाटक, साहित्य पठन-पाठन आदि गतिविधियाँ आयोजित करता है। विभाग द्वारा वर्ष में आयोजित ऐसी समस्त गतिविधियों की जानकारी समय पूर्व देने के उद्देश्य से कला पंचांग प्रकाशित किया जाता है। यह प्रयास कला रसिकों, अध्येताओं, विशेषज्ञों, प्रशिक्षुओं, कलाकारों, पत्रकारों, आलोचकों, गणमान्य नागरिकों और इन गतिविधियों में रूचि रखने वालों की सुविधा के लिए है। यह दो से ढाई दशक पुरानी परम्परा है। पूरे वर्ष में अलग-अलग अकादमियाँ और संचालनालय जो गतिविधियाँ करती हैं उनका योग लगभग 1500 से 2000 के मध्य होता है। विभाग द्वारा लगभग 30 नई गतिविधियाँ शामिल की गई हैं। आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत की जाने वाले गतिविधियों को भी इसमें सम्मिलित किया गया है।
कोरोना की स्थिति में ऑनलाइन होंगे आयोजन
कला पंचांग का प्रकाशन इस आशा के साथ किया गया है कि देश कोरोना महामारी के संकट से मुक्त होगा और सांस्कृतिक गतिविधियाँ पूर्ववत आयोजित हो सकेंगी। यदि गतिविधियों को भौतिक रूप से आयोजित नहीं किया जा सकेगा तो कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित करने के प्रयास होंगे।
जनजातीय कलाकारों की पेंटिंग्स से सुसज्जित है कला पंचांग
वर्ष 2021-22 के कला पंचांग में मध्यप्रदेश की जनजातियों के प्रकृति से लगाव के चित्रण को प्रकाशित किया गया है। पंचांग के कवर पेज पर कलाबाई श्याम द्वारा करमा नृत्य पर बनाई गई पेंटिंग है। इसके साथ ही भूरी बाई, ननकू सिया श्याम, लाडो बाई, दुर्गाबाई, नर्मदा प्रसाद टेकाम और रामसिंह के चित्रण से पंचांग सुशोभित है। पंचांग के माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया गया है कि हम अपने आस-पास प्रकृति को पुर्नस्थापित करने का प्रयास करें।
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MP Panchayat Chunav: कोरोना की तीसरी लहर की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही होंगे
MP Panchayat Chunav: कोरोना की तीसरी लहर की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही होंगे
भोपाल:HN/ मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं लेकिन कई आरक्षण को लेकर विवाद भी सामने आ गया है। इधर चुनाव आयोग ने फोटो निर्वाचक नामावली के दावे आपत्तियों के लिए लास्ट डेट बढ़ाकर 5 दिसंबर 2021 कर दी है. कुल मिलाकर प्रक्रिया को लंबा किया जा रहा है और अनुमान है कि तीसरी लहर की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही आचार संहिता लागू की जाएगी.
चुनाव आयोग ने तारीख बढ़ाई
अपर…
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मध्यप्रदेश में रविवार का लॉकडाउन खत्म, नहीं लागू रहेगा कोरोना कर्फ्यू, खुलेंगे बाजार
चैतन्य भारत न्यूज
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण काबू में आने के बाद रविवार को होना वाला लॉकडाउन खत्म कर दिया गया है। रविवार को लगने वाला कोरोना कर्फ्यू को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कोरोना समीक्षा बैठक में यह बड़ा फैसला गया। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण में है।
प्रदेश में 35 जिले ऐसे हैं जहां एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि एक्टिव केस घट के एक हजार के नीचे पहुंच गए हैं। ऐसी स्थिति में रविवार का कोरोना कर्फ्यू तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। रविवार को दुकानें कोविड प्रोटोकॉल और कोविड अनुकूल व्यवहार के साथ खोली जा सकेंगी।
वहीं प्रदेश में रात्रि कालीन कोरोना कर्फ्यू पूर्व की तरह जारी रहेगा। तीसरी लहर के लिये अस्पतालों में व्यवस्था बनाने का कार्य निरंतर जारी है। वहीं वैक्सीनेशन में शनिवार को मध्यप्रदेश ने फिर रिकॉर्ड बनाया है। प्रदेश में आज करीब 10 लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है। प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान निरंतर जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री ने सभी अपील की है, कोरोना नियंत्रण में है लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, इसलिए निश्चिन्त न रहे, मास्क लगाएं और कोविड अनुरुप व्यवहार का पालन जरूर करें।
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प्रदेश में रविवार का कोरोना कर्फ्यू समाप्त
प्रदेश में रविवार का कोरोना कर्फ्यू समाप्त
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण में है। प्रदेश के 35 जिले ऐसे हैं, जहाँ एक भी नया पॉजिटिव केस नहीं आया है और प्रदेश में एक्टिव केस घटकर 1000 के नीचे आ गए हैं। ऐसी स्थिति में रविवार का कोरोना कर्फ्यू तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। रात्रि कालीन कोरोना कर्फ्यू पूर्व की तरह जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा है…
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कोविड पीड़ितों की मदद करने के लिए आगे आई बीसीसीआई
कोविड पीड़ितों की मदद करने के लिए आगे आई बीसीसीआई
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सोमवार को घोषणा की कि वह कोविड-19 महामारी पर काबू पाने में भारत के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए 10-लीटर 2000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का योगदान देगा. कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर की वजह से देशभर में ऑक्सीजन का संकट लगातार बना हुआ है. दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट है. हालांकि ऐसा स्थिति में…
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प्रदेश में ब्लैक फंगस दे रहा दस्तक, सचेत हो सरकार : लालचन्द
आक्सीजन लगने वाले पॉजिटिव मरीज निगेटिव होने के बाद हो रहे इसके शिकार
सतना। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी लालचन्द गुप्ता ने जारी एक बयान ��ें कहा है कि प्रदेश में पहले से कोरोना का कहर हावी है, जिसमें हजारों लोग प्रतिदिन संक्रमित हो रहे हैं और सैकडों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं, इस स्थिति से प्रदेश जूझ ही रहा है कि एक और बिमारी प्रदेश में दस्तक दे रही है जो और भी…
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